Industry in Bihar: कोरोना काल में बदहाल हुए डुमरांव के सिंधोरा कारीगर

बीते कुछ दिनों से #industryinbihar चर्चा का विषय बना हुआ है। मजदूरों की घर वापसी के कारण बिहार सरकार के सामने उनके रोजगार का मुद्दा बहुत बड़ा चिंता का विषय दिख रहा है। इधर बहुत से लोग इस बात का भी सुझाव दे रहे हैं कि बिहार में बंद पड़े हुए कल- कारखानों को पुनः खुलवाया जाए ताकि राज्य के श्रमिकों को रोजगार मिल सके। ट्विटर पर #industryinbihar ट्रेंड होते ही हमें पता चलता है कि सरकार के अनदेखी के कारण बिहार के कई फैक्टरियां बंद हो गई है नतीजन कई मजदूर बेरोजगारी का शिकार हो गए हैं।

सिंधोरा से जुडी बचपन की यादें

जब बात इंडस्ट्री इन बिहार की चलती है तो हमें छोटे- बड़े सारे कारखानों का स्मरण करना होगा जो कि बन्द हो चुके हैं या बंद होने की कगार पर है। इसी सिलसिले में मुझे अपने छोटे से नगर डुमरांव के सिंधोरा उद्योग का स्मरण हो आया।

बचपन में हम जब काली मां के दर्शन करने नीमटोला जाते थे तब हम कुछ घरों में सिंधोरा बनाने के काम करने वाले को देखते थे।  हमारी उत्सुक निगाहें लाल- पीले सिंधोरो पर रुक जाती थी। हमारा काली मां के दर्शन से ज्यादा ध्यान सिंधोरा कारीगर पर  होता था। बाबा ( दादा जी) से जिद कर हम घंटो उन कारीगरों के यहां बैठ जाया करते थे। जब भी बाबा डुमरांव के बारे में बताते थे तो डुमरांव के राजा कमल सिंघ के साथ साथ डुमरांव को मशहूर शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खां की जन्मभूमि भी बताते थे। बाबा यह कभी भी बताना नहीं भूलते थे कि डुमरांव को सिंधोरा का शहर भी कहा जाता है। जब यह बात मै अपने दोस्तों को बताती थी कि डुमरांव को सिंधोरा का शहर कहा जाता हैं तो वह जीके (G.K) के इस तथ्य को जानने में बिल्कुल भी उत्सुक दिखाई नहीं देते थे उल्टे मुझसे ही पूछते थे कि कौन सी सामान्य ज्ञान के किताब में लिखा है? मैंने तो कहीं नहीं पढ़ा।

डुमरांव बिहार के बक्सर जिले का एक छोटा सा नगर है। डुमरांव के सिंधोरा उद्योग की बात किसी बहुत बड़े जीके के किताब का हिस्सा तो नहीं है, नाही यूपीएससी में पूछा जाने वाला महत्वपूर्ण सवाल। लेकिन उद्योग जगत के लिए हर छोटे- बड़े उद्योग महत्वपूर्ण होने चाहिए।

कोरोना दौर में बिहार के डुमरांव शहर में सिंधोरा कारीगरों की मालि हालत ठीक नहीं है। आपको बता दें कि बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और  पश्चिम बंगाल को मिलाकर सिंधोरो का हस्त निर्मित केंद्र सिर्फ बिहार का नगर डुमरांव है। यहां के हस्त निर्मित सिंधोरा बंगाल, उत्तरप्रदेश, झारखंड भी जाते हैं। सिंधोरा कारीगर मुख्यरूप से खरवार समुदाय से हैं।


यह भी पढ़ें: जानिए कैसे मिलेगा लोगों को बिहार में ही रोजगार ?


मुगलसराय में मशीन आ जाने के वजह से हस्त निर्मित सिंधोरो के व्यसाय में कमी आ गई और इस परंपरागत व्यवसाय में उचित लाभ ना मिलने के वज़ह से कई परिवार इस पेशे को छोड़ कर अन्य पेशो में लग गए।

आज भी इस पुश्तैनी पेशे से डुमरांव के कई परिवार जुड़े हुए हैं। लेकिन लाकडाउन होने के वजह से सिंधोरा कारोबार ठप पड़ गया है। इस महामारी के दौर में शादी- ब्याह टल जाने के कारण  सिंधोरा के मांग में भारी गिरावट आई है या तो कहिए न के बराबर है। कारोबार ठप होने के कारण कारीगरों के बीच भूखमरी की स्थिति पैदा हो गई है।

Sindhora art by Tanisha

कलाकार: तनीषा

सिंधोरा कारीगरों ने सरकार से नाराजगी जताते हुए कहा है कि बिहार सरकार इस लघु उद्योग पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देती हैं, और जब से कोरोना की मार पड़ी है उनकी सुध तक नहीं ली गई हैं।

सुहाग की निशानी बनाने वाले कारीगर आज सरकार के इस रवैए से दुःखी है। सिंधोरा मे गहरे रंग भरने वाले कारीगरों कि जिंदगी बेरंग सी प्रतीत होती हैं। वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखने का भी सोच रहे हैं ताकि उनकी स्थिति का जायजा लिया जाए और उचित मदद पहुंचाया जाए।

सिंधोरा उद्योग की तरह बिहार के कई लघु उद्योग अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार की बेशुधगी के वजह से कई कारीगर बेहद गरीबी के शिकार हो गए हैं। आपको बता दें कि ऐसे कई लघु उद्योग है जैसे बांस से बनी हुई वस्तुएं,  पत्थर से निर्मित सिलवट- लोढ़ा जिनके कारीगर समाज के पिछड़े समुदाय से हैं। लेकिन इनके शिल्प कला को नाही पहचान मिली है नाही आर्थिक सहायता नतीजन हजारों कारीगर पुश्तैनी पेशे को छोड़ शहरों को प्रवास कर रहे हैं।

नीतीश कुमार से अनुरोध है कि बिहार का एकमात्र सिंधोरा केंद्र पर ध्यान दिया जाए और इस शिल्प कला को बचाया जाए। इनके कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान करवाई जाए।

सिंधोरा उद्योग जैसे अन्य कई लघु उद्योग है जो अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं और इनके कारीगर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, इन छोटे उद्योगों को सरकारी प्रोत्साहन एवं सहायता की आवश्यकता है। मुझे उम्मीद है कि सरकार इन समस्याओं पर जरूर ध्यान देगी और इन लघु उद्योगों को मरने नहीं देगी।

 जानिए सिंधोरा का महत्व

हिन्दू समाज में सिंदूर का बहुत महत्व है। स्त्री के माथे पर सिंदूर के माध्यम से स्त्री के वैवाहिक स्थिति आसानी से पता लगाया जा सकता है। विवाह के समय पुरुष स्त्री के मांग में सिन्दूर भर कर उसे अपनी पत्नी बना लेता है। विवाह के समय सिन्दूर वर पक्ष के तरफ से वधू को दिया जाता है। बिहार, पूर्वी उत्तप्रदेश, झारखंड जैसे राज्यो में सिन्दूर सिंधोरा में रखकर वधू को दिया जाता है। सिंधोरा को सिन्दूर रखने का पात्र भी कह सकते हैं। बिहार एवम् अन्य राज्य में स्त्रियां विवाह से लेकर मरने समय तक सिंधोरा को संभाल कर रखती हैं जिसे वह सुहाग का प्रतीक मानती है।

सिंधोरा आम की लकड़ी से बनाया जाता है। इसकी सज्जा हेतु प्राकृतिक रंग व जड़ी कढ़ाई का इस्तेमाल किया जाता है। इसके मुख्य कारीगर सोनी देवी, उषा देवी, देवांती देवी एवम् अशोक खरवार, सतीश खरवार, अनिल खरवार इत्यादि है।

ऋतु –  बिहार के डुमरांव नगर से है।

इतिहास विभाग, शोधार्थी, दिल्ली विश्वविद्यालय


यह भी पढ़ें: क्या चित्रकला और चित्रकार भी जातिवाद से पीड़ित हैं? जानिए मधुबनी पेंटिंग के संदर्भ में..


 

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

Government Jobs: Bihar Government approved 1,039 new posts in SKMCH Hospital

The state government will take steps to create 1,039 posts of  additional medical teachers, doctors, technical and non-technical staff to provide health and education at the newly established 662 bed center at the SKMCH campus in Muzaffarpur. The decision was taken at Wednesday’s Cabinet meeting.

The district courts of Nawada, Saran, Gopalganj, East Champaran, Vaishali, Darbhanga and Samastipur  have also approved 71 posts of non-gazette employees.

The Cabinet also approved 59 measures to streamline the Frozen Sperm Bank at Maranga near Poorna. Eight staff has been appointed to oversee the construction work of the Sub-Regional Science Center at Gaya. The cabinet has extended the tax on owners of commercial vehicles, passenger vehicles and Lorries in view of the lockdown.

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

Job in Bihar: बिहार में 34000 शिक्षकों की बहाली अगले महीने से शुरू होगी

सरकारी शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे लोगों के लिए बड़ी खबर है| बिहार सरकार 34000 शिक्षकों की बहाली करने जा रही है| राज्य के विभिन्न पंचायतों में अपग्रेड किए गए माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया अगले माह में शुरू होगी|

राज्य का शिक्षा विभाग नियुक्ति प्रक्रिया का शिड्यूल तय करने में जुट गया है। सरकार की कोशिश है कि इस वर्ष बिहार चुनाव से पहले 2950 अपग्रेड माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर लिया जायें|

अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने बताया कि जिन पंचायत में उच्च माध्यमिक नहीं है, उसके लिए 32 हजार 916 पद स्वीकृत किए गए हैं। इन पर नियोजन इकाइयों के माध्यम से बहाली करने की मंजूरी मिल गई है। इसके साथउच्च माध्यमिक स्तर पर 1000 कंप्यूटर शिक्षकों की भी बहाली की जाएगी। इसके माध्यम से हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, अर्थशास्त्र विज्ञान और भूगोल आदि विषयों में योग्य शिक्षकों की बहाली होगी।

क्या होगी योग्यता?

जो इसके लिए अप्लाई करना चाहते हैं, उन्हें बीएड के अलावा एसटीईटी उत्तीर्ण होना आवश्यक है। कंप्यूटर शिक्षक के अभ्यर्थी के लिए कंप्यूटर विषय में पीजी डिप्लोमा या एमसीए समेत एसटीईटी पास होना जरूरी। कंप्यूटर शिक्षक पद पर बहाली के लिए बीएड की अनिवार्यता नहीं होगी।

Source: Dainik Jagran

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

SSC Bihar Recruitment 2020: Vacancy for 12140 seats in Bihar | Apply Now

SSC Bihar Recruitment New Jobs Updates 2020: Bihar Staff Selection Commission (BSSC) has released a notification for recruitment to the 1st Inter Level Combined Competitive (Mains) Exam. Interested and eligible candidates can apply for this 12140 1st Inter Level Combined Competitive Exam post from official website of SSC Bihar on or before 18 March 2020.

All successful candidates of BSSC 1st Inter Level Combined Competitive (Prelims) Exam-2014 will be appeared for Mains Exam. The online application has been activated since 29 February 2020.

SSC Bihar 1st Inter Level Combined Competitive Exam Recruitment 2020 Short Information :

Company Name SSC Bihar
Exam Name 1st Inter Level Combined Competitive Exam
No of Posts 12140 Posts
Salary Rs. 5,200 – Rs. 20,200/-Per Month
Job Location Patna
Last Date to Apply 18/03/2020
Similar Jobs Bihar Govt Jobs

 

BSSC 1st Inter Level CC (Mains) Exam Online Form 2020 Application Fee

  • For General/ OBC: Rs. 750/-
  • For SC/ ST/ PWD & Bihar State SC/ ST (Female): Rs. 200/-
  • Candidates for Other States: Rs. 750/-

 

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

बिहार पुलिस भर्ती: 11880 पदों पर सिपाही बहाली की परीक्षा इस दिन होगी

बिहार में सिपाही बहाली की लिखित परीक्षा आठ मार्च हो सकती है। इसके लिए मंगलवार को गृह विभाग ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर तारीख के बाबत चर्चा की। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि इसी तारीख पर परीक्षा होगी। यह तभी संभव जब आठ मार्च को जिलों में सेंटर उपलब्ध होंगे।

ज्ञात हो कि बिहार पुलिस में सिपाही पद के लिए निकाली गई भर्ती की लिखित परीक्षा दो चरणों में होनी थी। पहले चरण की परीक्षा 12 जनवरी को संपन्न हुई। लेकिन 20 जनवरी को होने वाली दूसरे चरण की परीक्षा स्थगित कर दी गई थी। इस परीक्षा में करीब छह लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। 11880 पदों पर बहाली होनी है। इसके लिए राज्यभर में 550 सेंटर बनाए गए थे। हर पाली में करीब 3.25 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होने वाले थे। चयन पर्षद के मुताबिक पुरुष अभ्यर्थियों को उनके गृह जिले के अगल-बगल के जिलों में सेंटर दिया गया था।

वहीं महिला अभ्यर्थियों को दिक्कत न हो इसे दखते हुए गृह जिले में ही उनका सेंटर रखा गया था। प्रवेश पत्र के साथ फोटोग्राफी की व्यवस्था है ताकि बाद में अभ्यर्थी की जगह कोई दूसरा आता है तो उसकी आसानी से पहचान कर ली जाए। लेकिन अब देखना है कि परीक्षा के लिए कौन सी तारीख फाइनल होती है।

पिछली बार कड़ाके की ठंड को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया था। यदि अब आगे डेट बढ़ाया नहीं जाता है तो 8 मार्च को सिपाही भर्ती की स्थगित परीक्षा आयोजित की जाएगी।

 

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

Job in Bihar: बिहार कैबिनेट ने 1,534 नये पद सृजित करने की मंजूरी दी

राज्य मंत्रिमंडल ने मंगलवार को विभिन्न विभागों में 1,534 पद सृजित करने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। पटना में इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (IGIC) और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) के लिए कुल मिलाकर 389 पद हैं, और 134 पद दो नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए हैं। इसके अलावा, पटना के महत्वपूर्ण सरकारी भवनों और पार्कों के बागानों की देखभाल के लिए बागवानों के 1,000 नियमित पदों का सृजन किया जाएगा।

सचिवालय विभाग के प्रमुख सचिव दीपक प्रसाद ने कहा, “कुल मिलाकर, कैबिनेट ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग से संबंधित चार सहित 10 प्रस्तावों को मंजूरी दी है।” IGIC, पटना में, एक ग्रेड II विशेष चिकित्सा अधिकारी को पांच साल की अनिवार्य अवधि के लिए नियुक्त किया जाएगा, जिसके बाद उसे जिला या सदर अस्पतालों में स्थानांतरित किया जा सकता है। संबंधित डॉक्टर बिहार राज्य स्वास्थ्य सेवा संवर्ग से होगा।

इसके अलावा, 42 अन्य पद सृजित किए गए हैं, जिनमें 14 कार्डियोलॉजिस्ट के लिए, 10 सर्जिकल कार्डियोलॉजिस्ट के लिए, आठ एनेस्थेटिक्स के लिए, चार पैथोलॉजिस्ट के लिए और दो बाल रोग विशेषज्ञों के लिए हैं, शेष के लिए प्रशासनिक कर्मी, तकनीशियन और गैर-तकनीशियन हैं।

प्रसाद ने कहा कि IGIC, पटना में नए पदों का सृजन आवश्यक हो गया क्योंकि अतिरिक्त विशेषज्ञों और अन्य जनशक्ति संसाधनों की आवश्यकता के कारण इसकी बिस्तर क्षमता 145 से बढ़ाकर 250 की जा रही है। यहां वर्तमान ताकत 454 कर्मियों की है। आईजीआईएमएस, शेखपुरा (पटना) के लिए, कार्डियोलॉजी विंग में छह पद सृजित किए गए हैं। दूसरी ओर, मधुबनी जिले के झंझारपुर में नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कार्यात्मक बनाने के लिए सामान्य सर्जन, आर्थोपेडिक सर्जन और एनेस्थेटिक सहित 73 पद सृजित किए गए हैं। इसे ट्रॉमा सेंटर के रूप में विकसित किया गया है।

इसी तरह नवादा जिले के खानवन में नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 61 पद सृजित किए गए हैं। पदों में चिकित्सा अधिकारी प्रभारी और छह विशेषज्ञ चिकित्सक और सामान्य चिकित्सक शामिल हैं। कैबिनेट सचिवालय के प्रमुख सचिव ने कहा कि बागवानों के 1,000 नियमित पद सृजित किए गए हैं क्योंकि 1990 में काम करने वाले 1,700 बागवानों में से अधिकांश सेवानिवृत्त हो चुके थे, जिन्होंने अपने पदों को गैर-मौजूद कर दिया था।

इस हिसाब से 1,000 नए पद सृजित होने थे। बागवानों के नए पदों के सृजन से अनुमानित व्यय 30.9 करोड़ रुपये होगा। नए भर्ती किए गए माली का एक खंड भी महत्वपूर्ण पार्कों में प्रतिनियुक्त किया जाएगा जो पिछले कुछ वर्षों में विकसित किए गए हैं।

कैबिनेट ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के तहत बिहार राज्य जैव विविधता बोर्ड में नौ पदों के सृजन को अपनी मंजूरी दी, जबकि सरकार एक अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश की प्रविष्टि बिंदु नियुक्ति पर किए गए 17.5 लाख रुपये वार्षिक खर्च वहन करेगी।

बिहार कैबिनेट ने 1,534 पद सृजित करने की मंजूरी दीबीरपुर उप-मंडल न्यायालय में। राज्य सरकार अपनी समय पर रिपोर्टिंग योजना और फसल के आंकड़ों में सुधार के तहत केंद्र के 81 कर्मियों को भुगतान करने के लिए किए गए खर्च को भी वहन करेगी। केंद्र बाद में शामिल खर्च की प्रतिपूर्ति करेगा।

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

Job in Bihar: बिहार में 40 हज़ार सरकारी शिक्षकों की होगी बहाली, यह है शेड्यूल..

बिहार में करीब 40 हजार माध्यमिक एवं प्लस-टू शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने सोमवार को नियोजन का शेड्यूल जारी करते हुए सभी नियोजन इकाइयों को यह आदेश दिया है कि पांचवें चरण की जो नियोजन प्रक्रिया चल रही है, उसे पूरा करते हुए छठे चरण की नियुक्ति की कार्रवाई एवं प्रक्रिया का निर्धारण सुनिश्चित करायेंगे।

विभाग के उपसचिव अरशद फिरोज ने 29 जुलाई तक सभी जिला परिषद एवं नगर निकाय नियोजन इकाइयों को खाली पदों तथा अतिरिक्त पदों की अंतिम सूची तैयार करने का आदेश दिया। इसके बाद 27 अगस्त से 26 सितम्बर तक अभ्यर्थियों से आवेदन जमा लिया जाएगा।

भर्ती के लिए योग्यता:
माध्यमिक शिक्षक पद में आवेदन करने के लिए स्नातक और बीएड के साथ एससीईटी-1 उत्तीर्ण होना चाहिए.

उम्र सीमा
उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 21 साल होनी चाहिए.

इन विषयों के शिक्षकों के पद है खाली
उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र, जन्तु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, हिन्दी, अंग्रेजी, आर्ट विषयों के लिए शिक्षकों के पद खाली हैं. वहीं, माध्यमिक स्तर पर विज्ञान, अंग्रेजी, गणित के अलावा अन्य कई विषयों में शिक्षकों के पद खाली हैं.

यहां देखें नियोजन शेड्यूल
– 27 अगस्त 26 सितम्बर तक नियोजन इकाइयों में जमा होंगे आवेदन
– 27 सितम्बर से 9 अक्टूबर तक : मेधा सूची की तैयारी
– 14 अक्टूबर तक औपबंधिक मेधा सूची का अनुमोदन
– 19 अक्टूबर तक औपबंधिक मेधा सूची का प्रकाशन
– 21 अक्टूबर से 4 नवम्बर तक मेधा सूची पर आपत्ति ली जाएगी
– 11 नवम्बर को आपत्तियों का निराकरण
– 15 नवम्बर को मेधा सूची का अंतिम प्रकाशन
– 18 से 22 नवम्बर तक मेधा सूची के अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्रों की जांच या सत्यापन
– 25 नवम्बर को जिला परिषद व नगर निकाय द्वारा मेधा सूची का अनुमोदन
– 26 नवम्बर को नियोजन इकाई द्वारा मेधा सूची का सार्वजनीकरण

 

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

Job in Bihar: बिहार के हाईस्कूलों में 32 हजार शिक्षकों के बहाली की प्रक्रिया इसी माह से होगी शुरू

बिहार के हाईस्कूलों में 32 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। इन रिक्त पदों को भरने के लिए सरकार ने इसी माह से नियोजन प्रक्रिया शरू करने का निर्णय लिया है| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के शिक्षा विभाग के कार्यक्रम और योजनाओं की समीक्षा की| समीक्षा बैठक के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग आरके महाजन ने कहा कि इनकी बहाली 60 वर्षों के लिए नियोजित शिक्षकों को मिलने वाले वेतनमान पर की जायेगी|

मुख्यमंत्री ने अगले साल से सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यायल शुरू करने की योजना बना रही है| जिसमें 9वीं पढाई शुरू की जाएगी और उसमें भी नियोजित शिक्षकों की बहाली की जाएगी। इसके तहत सामान्य शिक्षकों के साथ साथ कंप्यूटर शिक्षकों की भी बहाली होगीं।

बैठक के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने बताया कि जुलाई से राज्य के सभी हाईस्कूलों में बांका उन्नयन की तर्ज पर बिहार उन्नयन शुरू होगा। इसके तहत स्मार्ट क्लास शुरू होगा। इसमें टीवी स्क्रीन पर खास कर विज्ञान और गणित विषय की ऑडियो विजुअल क्लास होगा। इससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। बांका उन्नयन के कारण मैट्रिक और इंटरमीडिएट में बांका जिला का इस साल रिजल्ट बेहतर रहा है। मुख्यमंत्री ने इसे पूरे राज्य में लागू करने का निर्देश दिया है।

शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के लिए जुलाई से बेस्ट एप के माध्यम से विशेष अभियान चलाकर स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति जांच होगी। बिना सूचना के अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

 

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

Job in Bihar: बिहार में सरकारी नौकरी कि बहार, 10 हजार पदों पर बहाली

सरकारी नौकरी कि तैयारी कर रहें युवाओं के लिए खुशखबरी है| बिहार में सरकारी नौकरी की बम्बर बहाली होने वाली है| विभिन्न विभागों में लगभग 10 हजार पदों के लिए बहाली होगी| मंगलवार की शाम बिहार कैबिनेट की बैठक में इस एजेंडे पर मुहर लगी जिसके बाद विभिन्न विभागों में लगभग 10 हजार पदों पर नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया|

इनमें सबसे अधिक 5960 पदों पर नगर विकास विभाग एवं नगर निकायों जबिक 2068 इंजीनियरिंग-पॉलिटेक्निक कॉलेजों में नियुक्तियां होंगी। अन्य नियुक्तियां विभिन्न विभागों में होंगी। जल्द ही इसका आदेश जारी होगा।

गर निकायों को सौंपे गये कार्यों के निष्पादन के लिए 5813 पद और नगर एवं आवास विभाग के तहत प्लानिंग एरिया ऑथिरिटी के कार्यों के संचालन के लिए 147 पदों का सृजन होगा। इसी प्रकार राज्य के 16 जिले मुंगेर, जहानाबाद, मधुबनी, लखीसराय, खगड़िया, शिवहर, नवादा, कैमूर, पश्चिम चंपारण, अररिया, औरंगाबाद, किशनगंज, अरवल, सीवान, गोपालगंज और समस्तीपुर में इंजीनियरिंग कॉलेज तथा अरवल, भोजपुर और जहानाबाद में पॉलिटेक्निक कॉलेजों के लिए शिक्षकों और गैर शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के 2068 पद सृजित होंगे।

राज्य पथ विकास निगम में 50 पद सृजित होंगे। विभिन्न न्यायालयों में 555 अस्थायी पदों पर डाटा इंट्री ऑपरेटरों के पद सृजित होंगे। बैठक के बाद कैबिनेट सचिवालय के प्रधान सचिव संजय कुमार ने यह जानकारी दी।

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

Job in Bihar: बिहार सरकार के राजस्व विभाग में 8946 पदों पर होने वाली है बहाली

बेरोजगार युवाओं के लिए अच्छी खबर है। राजस्व एव भूमि सुधार विभाग में संविदा और नियमित मिलाकर 8946 पदों पर बहाली होगी। इनमें 7437 पद संविदा के होंगे। बहाली के लिए रोस्टर क्लियरेंस का काम पूरा कर लिया गया है। मंजूरी के लिए उसे वित्त विभाग के पास भेजा गया है। बहाली के लिए एक सप्ताह के अंदर विज्ञापन निकलने की उम्मीद है।

सूत्रों के अनुसार पहले 31 हजार 290 पदों पर बहाली होने वाली थी। ये बहालियां बिहार विशेष सर्वेक्षण कार्यक्रम व राष्ट्रीय भू अभिलेख व प्रबंधन कार्यक्रम को चालू रखने के लिए की जानी है। पहले इस कार्यक्रम को दो वर्ष के लिए ही अवधि विस्तार दिया गया था। मार्च 2020 तक सारे कार्यों के निपटारे के उद्देश्य से 31 हजार से अधिक बहालियों की जरूरत महसूस की गई थी। लेकिन अब सरकार ने इस योजना को वर्ष 2022 तक बढ़ाने का निर्णय ले लिया है। यानी गत वर्ष अप्रैल 2018 से चार साल तक के लिए कार्यक्रम की अवधि बढ़ा दी गई है। इससे अब उतने कर्मचारियों की जरूरत नहीं होगी। सबसे ज्यादा अमीनों की बहाली होगी। विशेष सर्वेक्षण कार्य के लिए 4950 अमीन बहाल होंगे। जबकि 550 सामान्य अमीन बाल होंगे।

– एक सप्ताह के अंदर विज्ञापन निकलने की उम्मीद .
– संविदा और नियमित पदों पर की जाएगी बहाली .

31 हजार 290 पदों पर बहाली होने वाली थी

बिहार के ग्रामीण विकास सेवा संवर्ग नियमावली का पुनर्गठन किया गया है। इसके तहत विभिन्न कोटि के कुल 415 पदों का सृजन किया गया है। लेकिन 344 पदों को सरेंडर भी किया गया है। सूत्रों के मुताबिक राज्य प्रशासन को सुदृढ़ करने, ग्रामीण विकास की योजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन, कुल पर्यवेक्षण और अनुश्रवण के लिए यह पुनर्गठन किया गया है। इसमें उच्च स्तर के पदों की संरचना को भी संतुलित किया गया है। मूल कोटि के ग्रामीण विकास पदाधिकारी के पहले से 534 पद स्वीकृत थे। 286 नए पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है। इसी प्रकार अवकाश रक्षित अफसरों के 51 पद होंगे। सहायक परियोजना पदाधिकारी के अब 76 पद होंगे। इन अफसरों की पहली प्रोन्नति बीडीओ और कार्यपालक दंडाधिकारी के रूप में हो सकेगी। बीडीओ के 534 और कार्यपालक दंडाधिकारी के 147 पद पहले से स्वीकृत हैं। दूसरी प्रोन्नति परियोजना पदाधिकारी सह निदेशक, जिला विकास पदाधिकारी के पद पर होगी। इस स्तर पर 114 पदों को सृजित किया गया है। सहायक जिला व प्रमंडलीय विकास पदाधिकारियों के 282 पद सरेंडर किए गए हैं। तीसरी प्रोन्नति डीडीसी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, प्रमंडलीय विकास पदाधिकारी के रूप में मिलेगी।

राज्य ग्रामीण विकास सेवा के 415 नए पद सृजित
राज्य के ग्रामीण विकास सेवा संवर्ग नियमावली का पुनर्गठन किया गया है। इसके तहत विभिन्न कोटि के कुल 415 पदों का सृजन किया गया है। लेकिन 344 पदों को सरेंडर भी किया गया है। सूत्रों के मुताबिक राज्य प्रशासन को सुदृढ़ करने, ग्रामीण विकास की योजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन, कुल पर्यवेक्षण और अनुश्रवण के लिए यह पुनर्गठन किया गया है। इसमें उच्च स्तर के पदों की संरचना को भी संतुलित किया गया है। मूल कोटि के ग्रामीण विकास पदाधिकारी के पहले से 534 पद स्वीकृत थे। 286 नए पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है। इसी प्रकार अवकाश रक्षित अफसरों के 51 पद होंगे। सहायक परियोजना पदाधिकारी के अब 76 पद होंगे। इन अफसरों की पहली प्रोन्नति बीडीओ और कार्यपालक दंडाधिकारी के रूप में हो सकेगी। बीडीओ के 534 और कार्यपालक दंडाधिकारी के 147 पद पहले से स्वीकृत हैं। दूसरी प्रोन्नति परियोजना पदाधिकारी सह निदेशक, जिला विकास पदाधिकारी के पद पर होगी। इस स्तर पर 114 पदों को सृजित किया गया है। सहायक जिला व प्रमंडलीय विकास पदाधिकारियों के 282 पद सरेंडर किए गए हैं। तीसरी प्रोन्नति डीडीसी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, प्रमंडलीय विकास पदाधिकारी के रूप में मिलेगी।

275 कार्यपालक सहायक भर्ती होंगे
275 कार्यपालक सहायक व 275 विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी बहाल किए जाएंगे। विशेष सर्वेक्षण कानूनगो-550, विशेष सर्वेक्षण लिपिक-550, आईटी ब्वाय-275, डाटा इंट्री ऑपरेटर -12 की बहाली होगी। इसके अतिरिक्त नियमित पदों पर 38 बंदोबस्त पदाधिकारी व 38 प्रभारी पदाधिकारी बहाल होंगे। 60 सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, अंचल निरीक्षक-72 , मोहर्रिर-294, प्रारूपक-77 और 16 चालकों के अलावा 493 अनुसेवकों (चपरासी) की भी बहाली होगी। संविदा व नियमित मिला कर 8946 पदों पर बहाली होगी। संविदा पर पहले बहाली होगी।

 

Sourcewww.livehindustan.com

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

जॉब इन बिहार: बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में 31, 220 पदों पर बंपर बहाली

अगर आप सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो आपको अपने ही राज्य में सरकारी नौकरी करने का शानदार मौका है| बिहार सरकार ने एक और बंपर बहाली निकालने वाली है|

बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में अलग-अलग पदों पर जल्द ही बहाली होने वाली है। विभाग में  31, 220 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। 

गौरतलब है कि बिहार में भूमि संबंधित आंकड़े अपडेट करने के लिए काम तेजी से हो रहा है| कर्मियों की कमी के कारण विभिन्न पदों पर नियुक्ति की जा रही है| लोक वित्त समिति ने इसकी स्वीकृति भी प्रदान कर दी है|

आपको बता दें कि इन 31,220 पदों में 1203 विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, 2297 सर्वेक्षक अंचल निरीक्षक, 2 हजार 966 विशेष सर्वेक्षण अमीन, 2406 लिपिक/विशेष लिपिक, 1203 कार्यपालक सहायक, 12 डाटा इंट्री ऑपरेटर और 1203 आईटी ब्वॉय की नियुक्ति की जानी है| बताया जा रहा है कि प्राथमिक तौर पर यह नियुक्ति 2 साल के लिए की जाएगी|

मालूम हो कि जमीन के विशेष सर्वेक्षण के लिए विभिन्न श्रेणी के आठ पदों पर 31,220 लोगों बहाली होनी है। यह दो साल के लिए होगी। धन का प्रबंध हो चुका है। अब तक मामला नियोजन इकाई के चयन में फंसा हुआ था। इसके लिए एनआइसी के अलावा बिहार विकास मिशन एवं बिहार तकनीकी चयन आयोग के नाम पर विचार चल रहा था। एनआइसी का चयन इसलिए किया गया, क्योंकि यह कम समय में रिजल्ट दे देगा।

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

Job in Bihar: बिहार विधान सभा में 10वीं पास लोगों के लिए हो रही है बहाली, ऐसे करें आवेदन

अगर आप बिहार में सरकारी नौकरी करना चाहते हैं तो आपको बिहार विधान सभा में काम करने का शानदार मौका है| बिहार विधानसभा ने आठ विभिन्न श्रेणियों में 166 पदों पर बहाली के लिए आवेदन माँगा है| बिहार विधानसभा ने ग्रुप डी के कई पदों पर भर्ती निकाली है। ड्राइवर, ऑफिस अटेन्डेंट, लाइब्रेरी अटेन्डेंट के पदों के लिए वेकेंसी निकली है।

चालक के 14, पुस्तकालय परिचारी के सात, क्रम पत्र वितरक के 10, कार्यालय परिचारी के 90, कार्यालय परिचारी (दरबान) के नौ, कार्यालय परिचारी (सफाई) के 10, माली के 20 तथा फर्राश के छह पदों के लिए 22 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन विधानसभा की वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक के माध्यम से कर सकते हैं।

सभी पदों पर आवेदन के लिए मैट्रिक या उसके समकक्ष परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। वांछित शैक्षणिक योग्यता रखने वाले आवेदक एक से अधिक पदों के लिए अभ्यर्थी हो सकते हैं।

जो उम्मीदवार आवेदन करना चाहते हैं वह पहले नीचे दी गई जानकारी पढ़ लें।

पद का नाम: ड्राईवर, लाइब्रेरी असिस्टेंट, ऑफिस असिस्टेंट आदि

कुल खाली पद: कुल 166 पदों पर आवेदन मांगे हैं।

शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार ने किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 10वीं पास की हो साथ ही एक मान्य ड्राइविंग लाइलेंस भी जरुरी है।

आयु सीमा: इन पदों पर आवेदन के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम सीमा 18 वर्ष रखी गई है।

चयन प्रक्रिया: उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू और मेरिट के आधार पर होगा।

आवेदन की विधि: ऑनलाइन।

अंतिम तारीख: आवेदन करने की आखिरी तारीख 22 अक्टूबर 2018 है।

उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने आवेदन पत्र जमा करने के लिए  बिहार विधान सभा सचिवालय की ऑफिशियल वेबसाइट http://vidhansabha.bih.nic.in/ पर जाएं और विस्तृत अधिसूचना डाउनलोड करके ऑनलाइन आवेदन करें।

Job in Bihar, Teachers Job

बिहार में 13,634 पदों पर शिक्षकों की बंपर भर्तियां, इस तरह करें आवेदन

एजुकेशन रीसर्च एंड डेवेलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (ईआरडीओ), बिहार ने कुल 13,634 पदों पर रिक्तियां घोषित की हैं। यह रिक्तियां बेसिक ट्यूशन टीचर (बीटीटी), ब्लॉक शिक्षा नियंत्रक (बीईसी) और जिला शिक्षा नियंत्रक (डीईसी) के पदों पर निकाली गई हैं। ये नियुक्तियां राज्य के सात मंडलों के लिए होंगी। इनमें  दरभंगा, कोसी, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर और मगध जिले शामिल हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन स्वीकार करने की अंतिम तिथि 18 अक्टूबर 2018 है। रिक्तियों का विवरण इस प्रकार है :

पद का नाम

बेसिक ट्यूशन टीचर (BTT), ब्लॉक एजुकेशन कंट्रोलर (BEE) और डिस्ट्रिक एजुकेशन कंट्रोलर

पदों की संख्या – कुल 13,634 रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी.

पदों का विवरण

डिस्ट्रिक एजुकेशन कंट्रोलर (DEC) -29 Posts

ब्लॉक एजुकेशन कंट्रोलर (BEC) – 383 Posts

बेसिक ट्यूशन टीचर (BTT) – 13,222 पद

तिरुहुत-  3804 पद
दरभंगा-  2304 पद
कोसी-  1050 पद
पूर्णिया – 1684 पद
भागलपुर-  870 पद
मुंगेर-  1578 पद
मगध-  1 9 32 पद

वेतनमान (Pay scale)

डिस्ट्रिक एजुकेशन कंट्रोलर- Rs. 26,200/- प्रतिमाह

ब्लॉक एजुकेशन कंट्रोलर (BEC)- Rs. 18,450/-

बेसिक ट्यूशन टीचर (BTT) – Rs. 10,500/-

शैक्षणिक योग्यता

उम्मीदवारों का उनके पद के अनुसार ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, बीएड, डीएड किया होना आवश्यक है.

ऐसे करें आवेदन

शिक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की ऑफिशियल वेबसाइट erdo.in पर लॉग इन कर 18 अक्टूबर 2018 तक अप्लाई कर सकते हैं.

आवेदन शुल्क

DEC & BEC के लिए जनरल और ओबीसी उम्मीदवारों को 600 रुपये SC/ST उम्मीदवारों को 400 रुपये जबकि PH को 50 रूपये का भुगतान करना होगा.

बेसिक ट्यूशन टीचर (BTT) के लिए जनरल और ओबीसी उम्मीदवारों को 450 रुपये SC/ST उम्मीदवारों को 250 रुपये जबकि PH को 50 रूपये का भुगतान करना होगा.

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

बिहार के विश्वविद्यालयों में 8500 शिक्षकों की होने जा रही है भर्ती, जाने पूरी प्रक्रिया

बिहार में उच्च शिक्षा की ख़राब स्थिति जग जाहिर है| इसका एक सबसे बड़ा कारण है राज्य के विश्वविद्यालयों के विभिन्न विभागों में शिक्षकों की कमी| अब जल्द ही यह कमी दूर हो सकती है| विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की नई नियुक्तियां अगले वर्ष फरवरी-मार्च से शुरू हो जाएगी।

रिक्त पदों पर नई नियुक्तियां विश्वविद्यालय सेवा आयोग के माध्यम से होंगी। शिक्षा विभाग ने बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग नियमावली 2018 का प्रारूप तय कर लिया है और इसे वित्त विभाग की सहमति के लिए भेजा गया है। संभावना जताई जा रही है कि नवंबर के अंत तक आयोग अस्तित्व में आ जाएगा।

पिछले वर्ष ही आयोग गठन की मिली अनुमति

राज्य सरकार ने पिछले वर्ष ही विवि सेवा आयोग गठन की अनुमति दी थी। बाद में इसमें आंशिक संशोधन किया गया और विधानमंडल से इसे पारित कराया गया। पुराने प्रस्ताव में सभी प्रकार की नियुक्तियां थी जिसे संशोधित करते हुए नई नियुक्तियां शब्द को शामिल किया गया।

साढ़े आठ हजार पदों पर नियुक्तियां करेगा आयोग

बिहार विवि सेवा आयोग विवि में रिक्त पड़े तकरीबन साढ़े आठ हजार पदों पर नियुक्तियां करेगा। यहां बता दें कि 2014 में सरकार ने बिहार लोक सेवा आयोग को विश्वविद्यालय शिक्षकों के 3354 रिक्त पदों पर नियुक्ति की अधियाचना भेजी थी। जिसमें से बीपीएससी ने तकरीबन 17 सौ पदों पर नियुक्तियां कर ली हैं।

 शेष 34 सौ पदों पर भर्ती की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इन पदों पर नियुक्ति होने के बाद भी विवि में करीब साढ़े आठ हजार पद रिक्त रह जाएंगे। जिन पर नवगठित आयोग नियुक्ति करेगा।
Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

सरकारी नौकरी: बिहार सरकार करेगी 5000 इंजीनियरों की बहाली, ऐसे करें अप्लाई

राज्य में 5000  इंजीनियरों की जल्द बहाली होगी। बिहार तकनीकी सेवा आयोग मेकेनिकल और सिविल इंजीनियरों की नियुक्ति के लिए सारी तैयारियां पूरी कर चुका है। 26 सितम्बर को आयोग द्वारा इंजीनियर पदों के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा। इसके लिए नेशनल इनफॉरमेशन सेंटर (एनआइसी) ने एक पोर्टल तैयार किया है।

वैकेंसी के लिए नेशनल इनफॉरमेशन सेंटर यानी एनआइसी ने एक पोर्टल तैयार किया है| जानकारी के मुताबिक आवेदन की प्रक्रिया को काफी सरल रखा गया है और इस प्रक्रिया के तहत कोई भी अभ्यर्थी घर बैठे कंप्यूटर या लैपटॉप से आवेदन कर सकेंगे| आयोग ने पहले दफे ऐेसी सुविधा दी है जिससे अभ्यर्थियों के फार्म जमा होने पर उसकी सूचना तत्काल उसके मेल पर उपलब्ध हो जाएगी| बिहार में लंबे अंतराल के बाद इतनी भारी संख्या में इंजीनियर्स की वैकेंसी आयी है|

कोई भी अभ्यर्थी घर बैठे कंप्यूटर या लैपटॉप से इंजीनियर पद के लिए आवेदन कर सकेंगे। इतना ही नहीं, आयोग ने बीएसएनएल से एक करार किया है जिसके मुताबिक अभ्यर्थियों के फार्म जमा होने पर उसकी सूचना तत्काल उसके मेल पर उपलब्ध हो जाएगी।

वहीं दूसरी ओर आयोग और भारतीय स्टेट बैंक के बीच बुधवार को एक एमओयू हुआ है। इसके मुताबिक अभ्यर्थियों द्वारा जमा किये जाने वाले आवेदन शुल्क की राशि के मामले में पूरी पारदर्शिता रहेगी।

बिहार सरकार अपने ईन अभियंताओं को अच्छी सैलरी भी देगी| बिहार सरकार के अन्य विभागों में भी हाल के दिनों में अनुबंध पर इंजीनियरों की नियुक्ति की गई है|

Sarkari naukari, job in bihar, job aleart, Government job, Bihar, Job in Bihar, Opportunity Update

सरकारी नौकरी: बिहार बिजली विभाग में 2050 पदों पर बंपर भर्तियां, ऐसे करें आवेदन

अगर आप सरकारी नौकरी पाने के इच्छुक हैं तो बिहार बिजली विभाग ने आपको सुनहरा मौका दिया है. बिहार बिजली बोर्ड विभाग में कुल 2050 पदों पर भर्ती निकली हैं. उम्मीदवार 18 सितम्बर से 8 अक्टूबर तक ऑफिशियल वेबसाइट bsphcl.bih.nic.in इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा अगर फॉर्म भरते समय उम्मीदवार से गलतियां हो गई हैं तो वे 9 से 10 अक्टूबर तक उसे एडिट कर सकते हैं.

बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड ( BSPHCL ) में रिक्त पदाें का विवरणः

• असिस्टेंट ऑपरेटर: 300 पद

• स्विच बोर्ड ऑपरेटर – II: 1000 पद

• जूनियर लाइन मैन: 500 पद

• टेक्निशियन ग्रेड -4: 250 पद

वेतनमानः

रुपया 9,200-15,500

बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड ( BSPHCL ) में रिक्त पदाें पर आवेदन करने के लिए योग्यता मानदंड व शैक्षिक योग्यता:

• उम्मीदवारों को मान्यता प्राप्त संस्थान से मैट्रिक या उसके समकक्ष योग्यता होनी चाहिए।

• उसके पास नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग, नई दिल्ली (एनसीवीटी) / स्टेट कौंसिल ऑफ़ वोकेशनल ट्रेनिंग (एससीवीटी) द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी संस्थान से इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में आईटीआई सर्टिफिकेट होना चाहिए।

• शैक्षणिक योग्यता से सम्बंधित विस्तृत जानकारी के लिए अधिसूचना को देखें।

महत्वपूर्ण तिथि:

• आवेदन की अंतिम तिथि: 08 अक्टूबर 2018

• आवेदन पत्र में संशोधन के लिए निर्धारित तिथि( यदि आवश्यक हो): 9 अक्टूबर 2018 से 10 अक्टूबर 2018

• परीक्षा (सीबीटी) की तिथि: अक्टूबर 2018 के अंतिम सप्ताह में