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‘अपना बिहार’ बिहार का प्रमुख एवं लोकप्रिय सोशल पोर्टल है। बिहार से जुड़े लाखों आम से लेकर खास लोग इसके जरिए बिहार से जुड़े हुए हैं। फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सअप हो या इंस्टाग्राम जब भी बिहार की बात होती है तो अपना बिहार का नाम जरूर आता है। बिहार से जुड़े हर मौके और हर अवसर पर ‘अपना बिहार’ सोशल मीडिया और पोर्टल के जरिए सबसे तेज, व्यापक, विश्वसनीय और जमीनी रिपोर्टिंग और कवरेज करके दुनिया भर में फैले लाखों-करोड़ों बिहारियों को सदा अपने मिट्टी, संस्कृति, समाज और अपने राज्य से जोड़कर रखता है ताकि कोई रोटी की तलाश में अपने मातृभूमि से अलग भी हो तो उसे दूरी का एहसास न हो।

ज्ञात हो कि यह ‘अपना बिहार’ ही है जिसने टॉपर्स घोटाले के नाम पर बिहार और पूरे बिहारी प्रतिभा के खिलाफ हुए नकारात्मक प्रचार के जवाब में सोशल मीडिया पर बिहार से जुड़ा अबतक का सबसे बड़ा और सुप्रसिद्ध मुहिम चलाया था, #MatBadnamKaroBiharKo, जिसने सोशल मीडिया पर बिहार को बदनाम करने की साजिश को नाकाम कर दिया था । सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार, आईपीएस कमल किशोर, फोर्ब्स पत्रिका में दुनिया के टॉप 30 युवा उद्यमियों में शुमार शरद सागर और बिहार के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस मुहिम का समर्थन और सराहना किया  था|

 

शुरुआत

 

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अविनाश कुमार, संस्थापक

अपना बिहार की स्थापना साल 2012 में 2जी मोबाइल पर फेसबुक के जरिए अविनाश कुमार द्वारा किया गया था| वे उस समय 8वीं कक्षा के छात्र थे और उनकी उम्र 12 वर्ष थी।

अपना बिहार के पीछे अविनाश की ही सोच है। शुरूआती 2 साल तक उन्होंने अकेले ही अपना बिहार पेज को चलाया, उसके बाद उन्होंने इसका विस्तार करते हुए बिहार के विभिन्न जिलों से प्रतिभाशाली लोगों और युवाओं को साथ लेकर एक टीम बनाई बहुत ही कम समय में इसे बिहार का प्रसिद्ध एवं सबसे भरोसेमंद सोशल पोर्टल के रूप में स्थापित कर एक मिशाल कायम कर दिया| अभी यह पोर्टल 10 मिलियन से भी ज्यादा लोगों तक पहुँच रखता है| सोशल मीडिया पर अपना बिहार के पहुँच की प्रशंसा फेसबुक भी कर चुका है| इसके साथ ही अपना बिहार की कहानी गुजरात के वड़ोदरा में स्थित नवरचना विश्वविद्यालय के 2017 दीक्षांत समारोह कोमेंसमेंट स्पीच में सुनाया गया है| 

अविनाश कुमार बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के रामनगरा गाँव के रहने वाले हैं| उन्होंने 12वीं तक पढाई वहीँ से किया है| अपने गाँव से ही उन्होंने अपना बिहार का स्थापना किया था| 2017 वे आगे के पढाई के लिए दिल्ली आ गये| वर्तमान में वे दिल्ली विश्वविद्यालय के दिल्ली स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म डिपार्टमेंट पत्रकारिता के छात्र हैं| इसके साथ ही अविनाश दिल्ली सरकार के साथ अनेक राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ जुड़कर समाज सेवा और लोक नीति पर काम कर रहे हैं|

 

 

उद्देश्य :

अपना बिहार का उद्देश्य है; देशभर में बिहार और बिहारियों के प्रति बने नकारात्मक माहौल को बदलना और हर बिहारी के दिल में अपनी मातृभूमि बिहार के प्रति गर्व की भावना जगाना ताकि लोग अपने बिहारी पहचान पर गर्व करें शर्म नहीं। बिहारी स्मिता अपना बिहार के विचारधारा की प्रेरणा है और बिहार को प्रमोट करना ही हमारा मकसद। हम सात सालों से बिहार से जुड़े उन सकारात्मक पहलुओं को दुनिया के सामने लाने की कोशिश कर रहें हैं जिनसे लोग अनजान हैं।

 

अपना बिहार के कार्यों को मिल रही है सराहना

 

“अपना बिहार जो काम कर रहा है। वह निश्चित उद्देश्य के लिए कर रहा है, सकारात्मक भाव, सकारात्मक सोच, सकारात्मक व्यवहार के लिए। बहुत खुशी की बात है। इसको जारी रखना चाहिए।”

मृदुला सिन्हा (गोवा की राज्यपाल)

“हम ने पाया है कि अपना बिहार पेज को जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है| हम मानते है कि ‘अपना बिहार’ आने वाले समय में बहुत प्रगति करेगा|”

फेसबुक (इंडिया)

 

” ‘अपना बिहार’ बहुत अच्छा काम रहा है। लगातार आपलोग 4 सालों से बिहार पर्यटन का सोशल मिडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर रहें है। लोगों को इसकी जानकारी दे रहें हैं और बिहार घूमने आने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रहें है। यह जानकर बहुत खुशी हुई। बिहार पर्यटन के तरफ से ‘अपना बिहार’ को धन्यवाद!”

–  श्रीमती अनीता देवी (पर्यटन मंत्री , बिहार सरकार)

“अपना बिहार की टीम, जो इतना बढ़िया काम कर रही है, बिहार को उस उच्चाई तक ले जाने का प्रयास कर रही है ताकि पूरी दुनिया उसको देख सके उसके अंदर छूपी प्रतिभा को समझ सकें। ये बहुत बड़ी बात है। यह काबिल-ए-तारिफ है और मैं इसलिए आपको धन्यवाद देता हूँ कि बिहार में आप घूम–घूम कर ऐसा काम कर रहें हैं।”

आनंद कुमार (सुपर 30 के संस्थापक)

“आपन बिहार जो टीम है उस टीम में काफी पोटेंशियल है और अगर वह इसी तरह साथ काम करना चाहेंगे तो उनका भविष्य उज्जवल है।  STF के कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अपना बिहार लोगों के सामने लाया है।”

आईपीएस शिवदीप लांडे (पूर्व एसपी, एसटीएफ, बिहार)