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लॉकडाउन में ही प्रसिद्ध विश्वविद्यालय UC Berkeley के छात्रों को संबोधित करेंगे आनंद कुमार

कोरोना वायरस के कारण पूरा विश्व प्रभावित है मगर अबतक दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका इससे सबसे ज्यादा त्रस्त है| अमेरिका में 80 हज़ार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है| कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में अमेरिका पहले स्थान में है|

इसके कारण अमेरिका के सभी कॉलेज और स्कूल बंद है| जिससे अमेरिका में पढ़ने वाले छात्र हतास और  निराश हैं| छात्रों का इस मुश्किल घड़ी में मनोबल बढ़ाने के लिए बिहार के मशहूर गणितज्ञ और सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार अमेरिका के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय UC Berkeley के छात्रों को ऑनलाइन संबोधित करेंगें|

आनंद वहां के छात्रों को एप के माध्यम से संबोधित करेंगें| इसके साथ 16 मई को उन्हें इन्स्टाग्राम के स्पीकर सीरीज पर भी आने का निमंत्रण दिया गया है| इसकी जानकारी UC Berkeley इंडिया ने ट्वीट कर दी है|

आनंद छात्रों को ‘Opportunities in Crisis’ विषय पर संबोधित करेंगे| उन्हें इंस्टाग्राम के जरिये आमंत्रण देते हुए कहा गया – “हर दिन गणितज्ञ पैदा नहीं होते हैं| आप एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें वास्तव में शिक्षाविद कह सकते हैं|”

गौरतलब है कि आनंद कुमार अपने काम के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध हैं| हाल ही में उनपर सुपर 30 नाम से फिल्म भी बनाई गयी है, जिसमें ऋतिक रोशन ने उनका किरेदार पर्दे पर निभाया है| फिल्म को दर्शकों का काफी प्यार भी मिला था|

बिहार के आनंद कुमार प्रतिष्ठित कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में देंगें लेक्चर

पटना के सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार का दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है| वैसे तो आनंद कुमार अपने कामों से देश-दुनिया में पहले से ही जाने जाते हैं मगर इसी साल उनकी जिंदगी पर आई फिल्म के बाद उनकी लोकप्रियता आसमान छू रही है|

बिहार के प्रसिद्ध गणितज्ञ आनंद कुमार को विश्वभर में प्रतिष्ठित कैंब्रिज यूनियन और विश्व की सबसे पुरानी कैंब्रिज विश्वविद्यालय के डिबेटिंग एंड फ्री स्पीच सोसाइटी ने भाषण देने के लिए आमंत्रित किया है|

ज्ञात हो कि इंग्लैंड में स्थित कैंब्रिज विश्वविद्यालय ने कभी पढाई के लिए उनको आमंत्रित किया था मगर पैसे की कमी के कारण वे वहां नहीं पढ़ सके थें|

विश्वविद्यालय द्वारा भाषण देने के लिए बुलाय जाने पर आनंद कुमार ने अपने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “आज लग रहा है जैसे सपना पूरा हो गया है । कभी पैसे के आभाव में एडमिशन मिलने के बावजूद कैंब्रिज नहीं जा सका था और आज कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के उस मंच पर बोलने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है जहाँ रोनाल्ड रेगन और विंस्टन चर्चिल जैसे लोग बोल चुके हैं l”

दो दशक पहले की थी सुपर-30 की स्‍थापना

आनंद ने पटना में दो दशक पूर्व सुपर-30 की शुरुआत की थी. इसका मकसद समाज के वंचित वर्गों के बच्चों को प्रतिष्ठित आईआईटी में प्रवेश के लिए बिना शुल्क लिए कोचिंग देना है. कैम्ब्रिज यूनियन ने आनंद कुमार को लिखे पत्र में कहा, ‘आपके निस्वार्थ सुपर-30 कार्यक्रम ने भारत में सामाजिक और शैक्षिक बाधाओं को तोड़ने में मदद की है. इसने दुनिया भर का ध्यान आकर्षित किया है.’

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अमेरिका में ‘द एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड 2019’ से सम्मानित हुये आनंद कुमार

बिहार के आनंद कुमार एक फिर अपने कामों के लिए सम्मानित किये गायें हैं| मगर इस बार उन्हें अपने देश में नहीं बल्कि विदेश में सम्मानित किया गया है|

सुपर-30 के संस्थापक और  IIT प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने वाली कोचिंग संस्था ‘सुपर 30′ (Super 30) के संस्थापक और गणित के विख्यात शिक्षक आनंद कुमार (Anand Kumar) को अमेरिका में शिक्षण से जुड़े एक प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया है।

आनंद कुमार को ‘फाउंडेशन फॉर एक्सीलेंस’ (एफईई) संगठन ने ‘द एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड 2019’ पुरस्कार से नवाजा। इस संगठन के 25 वर्ष पूरे होने के मौके पर कैलिफोर्निया के सैन जोस में आयोजित एक समारोह में कुमार को इस पुरस्कार से सप्ताहांत में नवाजा गया।

आनंद ने इस कार्यक्रम में अपने भाषण में कहा, ”लोगों तक गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की पहुंच होने से विश्व में बड़ा बदलाव आएगा क्योंकि इससे गरीबी, बेरोजगारी, जनसंख्या विस्फोट, पर्यावरण क्षरण सहित कई अन्य समस्याओं को सुलझाने में मदद मिलेगी।

आनंद कुमार का स्वागत लोगों ने तालियां बजाकर किया और इस समारोह में कई दिग्गज हस्तियां शामिल हुईं। कुमार ने कहा, ”भारतीय अमेरिका सहित पूरे विश्व में विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा काम कर रहे हैं और अगर वह अपने समाज को वापस कुछ देते हैं तो यह उनके लिए बेहद संतुष्टिजनक होगा और शिक्षा से ज्यादा कीमती कोई उपहार नहीं हो सकता है।

कुमार ने कहा कि शिक्षित दुनिया बेहतर दुनिया होगी क्योंकि उसमें समझ और करूणा ज्यादा होगी। उन्होंने कहा, ”मौजूदा समय में खालीपन बढ़ता जा रहा है और इस खालीपन को सिर्फ शिक्षा ही भर सकती है। किसी को भी अच्छा अवसर दें तो वह अच्छा करके दिखाएगा। अंतत: अवसर ही मायने रखता है। हाल ही में कुमार पर बनी फिल्म ‘सुपर 30’ रिलीज हुई थी। इसमें ऋतिक रोशन मुख्य भूमिका में थे।

आनंद पिछले 18 सालों से भारत में सुपर-30 प्रोग्राम चला रहे हैं। जिसमें 30 छात्रों को एक साल के लिए आवासीय मुफ्त कोचिंग प्रदान किया जाता है। ये सभी बच्चे भारत के इंजीनियरिंग के उच्च संस्थान आईआईटी की परीक्षा आईआईटी-जेईई के लिए तैयार करते हैं।

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बातचीत: जब रितिक से मिलवाया गया तो हमें लगा कि कैसे ये हमारा रोल निभाएँगे: आनंद कुमार

“जब रितिक रोशन से मिलवाया गया तो हमें लगा कि कैसे ये हमारा रोल निभाएँगे? ये तो बहुत ही अच्छे दिखने वाले शख्स हैं। एकदम ब्रिटिश टाइप के दिखते हैं और हम तो बिल्कुल देहाती। हमें तो यक़ीन नहीं हो रहा था।

तब रितिक ने हमसे कहा कि उन्हें यह रोल निभाने की तैयारी में करीब एक साल लगेगा। वे अपनी मसल को कम कर लेंगे। बहुत दुबले लगेंगे। वह बात करने का तरीका भी बदल लेंगे। उनकी रोल को निभाने को लेकर जो प्यास और तड़प थी, हमें बहुत अच्छी लगी।

अब वह दिखते कैसे भी हों, लेकिन एक कलाकार की यही तो ख़ूबी होती है कि वह हर रोल में अपने आप को ढाल ले। हमें यकीन हो गया कि वह इस रोल को निभा लेंगे।” यह कहना है आनंद कुमार का, जिन पर रितिक रोशन अभिनीत फिल्म ‘सुपर 30’ आधारित है।

अपना बिहार से बात करते हुए आनंद बताते हैं, “करीब साढ़े आठ साल पहले मुझे एक फोन आया संजीव दत्ता का, जिन्होंने मुझे कहा कि हम आप पर कहानी लिखना चाहते हैं। तब पहली बार लगा कि चलो कोई मुझ पर फिल्म बनाना चाहते हैं। हालांकि मैंने इस बात को संजीदगी से नहीं लिया। फिर मेरे भाई को फोन आया संजीव का कि वह एजुकेशन पर बात करने के लिए पटना आना चाहते हैं तो भाई ने उन्हें आने के लिए कहा।

उस समय वह अनुराग बसु के साथ आए। हम तो उन्हें नहीं जानते थे। गूगल किया तब मालूम पड़ा कि वह तो जाने-माने फिल्म निर्देशक हैं। बात तब बन नहीं पाई। अनुराग बासु दूसरी फ़िल्मों में व्यस्त हो गए। हालाँकि संजीव दत्ता हमारे संपर्क में रहे।”

फिर फिल्म इस मुक़ाम पर कैसे पहुंची?

करीब ढाई साल पहले हमें संजीव जी को फोन आया और उन्होंने हम दोनों भाइयों को मिलने बुलाया। बातचीत हुई। तब मेरा कहना था कि हम सभी मिल जुल कर फैसला करें कि एक्टर और निर्देशक कौन हो? जब विकास बहल का नाम सामने आया तो मुझे उनकी फिल्म ‘क्वीन’ की याद आई जो कि मुझे बहुत पसंद आई थी।

निर्देशक विकास बहल पर यौन शोषण जैसे आरोप लगे थे। आपको तब लगा हो कि फिल्म शायद ना भी बने?

नहीं, मुझे पूरा यकीन था कि कुछ भी हो जाए फिल्म ज़रूर बनेगी। रितिक और विकास दोनों ने बहुत मेहनत की है। जब विकास को क्लीन चिट मिली तो मैं बहुत खुश हुआ। मेरे पिताजी कहते थे कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती।

आपकी फ़िल्म में एजुकेशन माफ़िया की भी बात हुई है?

हाँ, हमारा ‘सुपर 30’ जब अच्छा कर रहा था तो कुछ लोगों से सहन नहीं हो रहा था। वे सभी हमारे साथ-साथ हमारे भाई पर भी हमले करने लगे। बुरा लगता है कि कैसे हमारी वजह से हमारे भाई को परेशानी उठानी पड़ी। जब ये फिल्म बन कर तैयार हो गई है तो हमारे आसपास के एजुकेशन माफ़िया को ये बात भी बुरी लगी और उन लोगों ने हमारे भाई पर जान लेना हमला करवाया। अभी भी उसके पांव में गहरी चोट है। इन माफ़ियाओं को हमारी मशहूरी बुरी लग रही थी। कैसे एक गरीब का बेटा इतनी इज़्ज़त पा रहा है।

जानेमाने गणितज्ञ आनंद कुमार ने 2002 में ‘सुपर 30’ की स्थापना की थी। ‘सुपर 30’ के विद्यार्थियों को वे अपने साथ रखते हैं और वे उनसे कोई फीस नहीं लेते बल्कि उनके रहने-खाने का खर्च भी खुद ही वहन करते हैं। इस संस्थान का रिकार्ड रहा है की हर साल सुपर बच्चे IIT क्रैक करते हैं।

यही इस संस्थान का खासियत है जिससे इसे सुपर 30 कहा जाता है। आनंद कुमार ‘सुपर 30’ के लिए कोई भी सरकारी एवं गैर सरकारी वित्तीय मदद नहीं लेते। उन्हें अनेक देशी-विदेशी पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार पर बनी फिल्म सुपर -30 का ट्रेलर लांच हुआ है। जिसमें आनंद की भूमिका प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता ऋतिक रोशन ने निभाई है।

ऋतिक रोशन अभिनीत यह फिल्म तमाम सिनेमा घरों में 12 जुलाई को रिलीज़ होने जा रही है । इस बायोपिक में यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि एक शिक्षक में बड़ी ताकत होती है और वह समाज में बगैर जाति और धर्म के भेदभाव किए बड़ा बदलाव ला सकता है।

फिल्म देश के उन तमाम शिक्षकों को समर्पित है जो शिक्षण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में लगे हैं। जिस तरह से फिल्म निर्देशक और कलाकारों ने मेहनत की है, मुझे पूरा यकीन है कि आपलोगों को फिल्म खूब पसंद आयेगी। यह फिल्म देश के उन तमाम शिक्षकों को समर्पित है जो शिक्षण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में लगे हैं|

मुझे विश्वास है कि विकास बहल के बेजोड़ निर्देशन और रितिक रोशन के दमदार अभिनय के जरिए फिल्म लोगों को यह सन्देश देने में सफल होगी कि शिक्षा ही सभी समस्याओं का समाधान है। इस फिल्म के माध्यम से न सिर्फ युवाओं को निराशा से निकालने का प्रयास किया गया है बल्कि उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देकर देश को प्रगति पथ पर आगे बढ़ाने के लिए भी उत्साहित करने की कोशिश की गयी है. मुझे पूरा भरोसा है कि शिक्षा की ताकत द्वारा समृद्धि की ओर ले जाने वाले सामाजिक मुद्दे पर आधारित यह फिल्म लोगों को न सिर्फ पसंद आएगी बल्कि इसे पीढियां याद रखेंगी।

– सैय्यद आसिफ इमाम काकवी

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कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिखाया गया आनंद कुमार पर बनी फिल्म ‘सुपर 30’ का ट्रेलर

पटना के सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार कभी पैसे के कमी के कारण कैंब्रिज यूनिवर्सिटी नहीं जा सके मगर आज उनके जिन्दगी पर बनी फिल्म ‘सुपर 30’ वहां तक पहुँच चुकी है|हाल ही में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने आनंद कुमार को अपने यूके-एशिया समिट में में बोलने के लिए बुलाया था| जहाँ उनके मौजूदगी में वहां के छात्रों को ‘सुपर 30’ का ट्रेलर दिखाया गया|

मौके पर आनंद कुमार ने यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के सामने मोटिवेशनल स्पीच दी| उन्होंने अपना परिचय देते हुए कहा कि वह उस राज्य से हैं जो नालंदा यूनिवर्सिटी और विक्रमशिला जैसे शैक्षणिक संस्थाओं के लिए जाना जाता है| उन्होंने शिक्षा की शक्ति से बारे में बात करते हुए बताया कि उनकी फिल्म सुपर 30 वंचित वर्ग को प्रेरित करेगी|

बता दें कि आनंद कुमार पर बनी फिल्म ‘Super 30’ 12 जुलाई को रिलीज होने वाली है|

कैम्ब्रिज में नहीं कर सके थे पढ़ाई
आनंद कुमार का 1994 में आगे की पढ़ाई के लिए कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में सिलेक्शन हुआ था| आनंद के पिता पोस्टल सर्विस में कर्मचारी थे और चिट्ठी छांटते और बांटते थे| आनंद कहते हैं, ”हमारा एडमिशन हो चुका था, लेकिन हमारे पास इतना भी पैसा नहीं था कि फ्लाइट पर बैठने का दे सके|

पिता जी की टेंशन बढ़ती गई और इसी चक्कर में उनकी अचानक मौत भी हो गई| इसके बाद लगा कि ऐसे बच्चे बहुत होंगे, जिनकी पढ़ाई पैसे के चलते छूट जाती है| और फिर हमने ऐसे बच्चों को पढ़ाने का फैसला किया| हमने तमाम बच्चों को चुन कर घर में रख कर के पढ़ाना शुरू किया|

ज्ञात हो कि इस साल आनंद कुमार के सुपर 30 से 18 छात्रों ने आईआईटी की परीक्षा उत्तीर्ण की है और इसी के साथ आनंद कुमार ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है। हाल ही में, बिहार के कोचिंग सेंटर के पूर्व छात्र सोशल मीडिया पर सुपर 30 में उनके वास्तविक जीवन शिक्षक आनंद कुमार की भूमिका निभा रहे ऋतिक रोशन की प्रशंसा व्यक्त करते हुए नज़र आये थे।

सुपरस्टार को दर्शकों से बेहद प्यार मिल रहा है और हर कोई बड़े पर्दे पर अभिनेता का यह करिश्माई अभिनय देखने के लिए उत्सुक है। ऋतिक रोशन अपनी आगामी फिल्म सुपर 30 में एक गणितज्ञ के किरदार में नज़र आएंगे, जो 30 छात्रों को आईआईटी-जेईई की प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार करते है। एचआरएक्स फिल्म्स के साथ मिलकर रिलायंस एंटरटेनमेंट प्रस्तुत करता है सुपर 30, जो साजिद नाडियाडवाला फिल्म, नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट, फैंटम फिल्म्स और रिलायंस एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित है। रिलायंस एंटरटेनमेंट और पीवीआर पिक्चर्स की यह फ़िल्म 12 जुलाई 2019 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

आईआईटी एडवांस के रिजल्ट से पहले आनंद कुमार ने सुपर 30 के छात्रों का नाम जारी किया

कल आई.आई.टी एडवांस का रिजल्ट जारी होने वाला है| आई.आई.टी को लेकर बिहार हमेसा चर्चा में रहता है| बिहार से हर साल बच्चे बड़ी संख्या में आई.आई.टी में प्रवेश तो करते ही हैं, इसके साथ आनंद कुमार के सुपर 30 संस्था के द्वारा 30 गरीब बच्चें हर साल आई.आई.टी के लिए क्वालीफाई होकर जातें हैं|

आनंद कुमार के सुपर 30 की चर्चा पूरी दुनिया में है| लेकिन कुछ वर्षों से सुपर 30 को लेकर आनंद कुमार पर सवाल उठ रहे थे| आनंद कुमार के आलोचक यह आरोप लगाते रहें हैं कि आनंद कुमार फर्जी तरीके से सुपर 30 चलाते हैं| आलोचकों की सबसे बड़ी मांग थी आनंद कुमार रिजल्ट से पहले सुपर 30 के बच्चों का नाम सार्वजनिक करें|

आनंद कुमार इस साल अपने आलोचकों का मुँह बंद करने के लिए रिजल्ट से एक दिन पहले सुपर 30 के तीस बच्चों का नाम जारी कर दिया है| 

सोशल मीडिया पर नाम जारी करते हुए  आनंद कुमार ने कहा कि कल आई.आई.टी एडवांस के रिजल्ट का इंतजार है | आज तक मैंने किसी सरकारी और गैरसरकारी संस्थान या किसी व्यक्ति से भी एक रुपया चंदा या सी.एस.आर फण्ड नहीं लिया | खुद मेहनत करके हमलोग जो पैसा कमाते हैं उसी से मेरे परिवार और बच्चों के खाने-पीने की ब्यवस्था होती है | मैं शुक्रगुजार हूँ नवोदय विद्यालय समिति का जिसने मुझसे एक लिखित समझौते के तहद बच्चों के +2 की पढाई की ब्यवस्था की | मुझे यकीन है कि मेरे स्टूडेंट्स जरुर अच्छा करेंगे |

इस वर्ष आई.आई.टी प्रवेश-परीक्षा देने वाले सुपर 30 स्टूडेंट्स का नाम हैं:-
1.Abhishek Kumar 2. Ajibesh Mohapatra 3. Anand Chaurasiya 4. Ashish kumar Prajapati 5. Dharmendra kumar 6. Gyanedra Das 7. Jaidev Gangwar 8. Jyoti Mathur 9. Khyati Singh 10. Khsitiz Rana 11. Mandaliya Yash 12. Manmohan Yadav 13. Mukesh Barnwal 14. Navneet Kumar 15. Neeraj Kumar 16. Nitin Gole 17. Praveen Kumar 18. Priyanka Yadav 19. Rahul Tiwari 20. Raj Kaushal 21. Ritesh Kumar 22. Sachin Kumar 23. Saoumyadeep Haldar 24. Satyabhan Singh 25. Shrutikirti Singh 26. Sidhant Mohan 27. Sonu kumar 28. Suman Ranjan 29. Sumit Kumar 30. Chandan Kumar.

अब कल ही पता चलेगा कि इसमें से कितने बच्चें आईआईटी एडवांस में अच्छा प्रदर्शन करते हैं| ज्ञात हो कि जल्द ही आनंद कुमार के जीवन पर बनी फिल्म ‘सुपेर 30’ भी रिलीज़ होने वाला है| फिल्म का ट्रेलर आ चुका है| 14 मिलियन से भी ज्यादा लोग ट्रेलर देख चुकें हैं| आनंद कुमार का रोल ऋतिक रोशन ने निभाया है|

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ऋतिक रौशन की फिल्म ‘सुपर 30’ का ट्रेलर रिलीज़, आनंद कुमार के आँखों में आये आंसू

बिहार के आनंद कुमार के जिन्दगी पर बनी बनी फिल्म सुपर 30 का ट्रेलर का आज रिलीज़ हो गया है| ऋतिक रोशन अभिनीत इस फिल्म का इंतज़ार लोग काफी समय से कर रहे थे| चुकीं यह फिल्म एक बिहारी के जिन्दगी पर बनी है, इसलिए बिहार में इस फिल्म को लेकर जबरदस्त क्रेज है| इस फिल्म में आनंद कुमार के कड़े परिश्रम से लेकर उनकी सफल होने तक के संघर्षों को दिखाया जाएगा| ‘सुपर 30’ (Super 30) 12 जुलाई को सिनेमाघरों में दस्तक देगी|

आनंद कुमार के जिन्दगी के अलावा इस फिल्म में बिहारी टोन का भी जबरदस्त तरीके से उपयोग किया गया है| बिहार के स्थानीय डायलेक्ट को पकड़ते हुए ऋतिक ने जिस तरह से डायलॉग डिलिवरी दी है वह शानदार है। रितिक अपने किरदार में इतने डूबे नजर आ रहे हैं कि आप उनके इमोशन्स को महसूस कर सकेंगे। ट्रेलर से साफ है कि ‘सुपर 30’ के जरिए ऋतिक रोशन एक बार फिर दमदार वापसी करने वाले हैं।

इस फिल्म में एक्टर ऋतिक रोशन  के अलावा मराठी फिल्मों की एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर और बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाने वाले पंकज त्रिपाठी भी नजर आएंगे| बिहार के मैथेमेटिशियन आनंद कुमार उस समय खबरों में आए जब उनके पढ़ाए गए सभी 30 गरीब और जुझारू बच्चों ने आईआईटी जैसी परीक्षा को सफलतापूर्वक पास किया| आनंद कुमार के जीवन से प्रेरित होकर फैंटम फिल्मस के बैनर तले आनंद कुमार के जीवन पर ये फिल्म बनाई जा रही है| इस फिल्म को विकास बहल ने डायरेक्ट किया है|

फिल्म का ट्रेलर देख आनंद कुमार भावुक हो गये| अपने भावनाओं को व्यक्त करते हुए उन्होंने अपने फेसबुक पर लिखा, “ट्रेलर देखा | पूरे परिवार के आँखों में आंसू आ गये | लगा कि फिल्म में रितिक रोशन नहीं बल्कि मैं ही हूँ | संघर्ष के दिन याद आये | अत्याचारियों से मुकाबला करते हुये भी कठिन परिस्थितियों में भी विद्यार्थियों पढ़ाना | भाई का साथ | और सबकुछ | फिल्म की पूरी टीम का आभार |”

रिलीज़ से पहले ही आनंद कुमार की बायोपिक ने मचाया धूम, बनाया यह रिकॉर्ड

5 सितंबर यानी शिक्षक दिवस के विशेष मौके पर आनंद कुमार के जिंदगी पर आधारित फिल्म ‘सुपर 30’ का पोस्टर जारी किया गया| पोस्टर जारी करते ही ‘सुपर 30’ गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाला विषय बन गया| पिछले सप्ताह गूगल पर ऋतिक रोशन अभिनीत फिल्म ‘सुपर 30’ सबसे ज्यादा ट्रेंड कर रहा था|

गूगल ने इसकी जानकारी अपनी साइट पर दी है| गूगल ने अपने सोशल साइट पर एक छोटा-सा वीडियो क्लिप भी जारी किया है, जिसमें ऋतिक रोशन को आनंद कुमार की तरह पढ़ाते दिखाया गया है|

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इस उपलब्धि पर ख़ुशी जाहिर करते हुए आनंद कुमार अपने अधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा की पूरी दुनिया भर में फैले अपने तमाम शुभचिंतकों को मैं तहे-दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ, जिनके आशीर्बाद और शुभकामनायों के बदौलत पिछले हफ्ते पोस्टर रिलीज़ के बाद न सिर्फ सोशल मीडिया पर सुपर 30 छाया रहा बल्कि गूगल में सर्च किये जाने वाले टॉपिक में नंबर-वन रहा | दोस्तों, जब आगाज ऐसा है तब अंजाम जरुर यादगार होगा |

ज्ञात हो कि फिल्म में ऋतिक रोशन सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार की भूमिका में दिखेंगे| भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए चर्चित संस्था ‘सुपर 30’ पर बन रही बायोपिक अभी रिलीज नहीं हुई, लेकिन अभी से यह लोगों की पहली पसंद बन गई है|

 

 

शिक्षक दिवस पर ऋतिक रौशन की बहुचर्चित फिल्म सुपर 30 का पोस्टर जारी

आईआईटी की कोचिंग देने वाली बिहार की संस्‍थान ‘सुपर 30’ (Super 30) के संस्‍थापक आनंद कुमार की बायोपिक का फर्स्‍ट लुक टीचर्स डे के मौके पर रिलीज किया गया है। यह फिल्‍म अगले साल 25 जनवरी को रिलीज होगी। फिलहाल इसकी शूटिंग जारी है। रिलायंस एंटरटेनमेंट और फैंटम फिल्म्स द्वारा निर्मित ‘सुपर 30’ विकास बहल द्वारा निर्देशित है।

ऋतिक रोशन की ‘सुपर 30’ के एक नहीं बल्कि तीन पोस्टर रिलीज किए गए हैं। इस फिल्म के पोस्टर को अनुराग कश्यप की प्रोडक्शन कंपनी फैंटम फिल्म्स ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। इन तीनों पोस्टर में ऋतिक रोशन का लुक और उनका अंदाज अब तक की उनकी सभी फिल्मों से एकदम अलग नजर आ रहा है। ऋतिक रोशन के फैंस ‘सुपर 30’ के पोस्टर को काफी पसंद और रिट्वीट भी कर रहे हैं। अब राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा..

गौरतलब बात यह है कि एक टीचर की बॉयॉपिक फिल्म का पहला पोस्टर लुक भी टीचर्स डे के मौके पर जारी हुआ। बता दें कि यह फिल्म सुपर-30 कोचिंग चलाने वाले पटना के मैथ्स टीचर आनंद कुमार की जिंदगी पर आधारित है। रितिक इस फिल्म में आनंद का रोल कर रहे हैं।

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सुपर-30 फेम आनंद, दुनियाभर में शिक्षा के क्षेत्र में अपनी खास पहचान बना चुके हैं। गौरतलब है कि सुपर-30 कोचिंग संस्थान आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को आईआईटी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराता है। इस संस्थान से पढ़कर अब तक 400 से अधिक छात्र आईआईटी पहुंच चुके हैं।

खुशखबरी: सुपर30 में पढ़ सकेंगें अब देश भर के छात्र, 30 से ज्यादा बच्चों का होगा दाखिला

हर साल बिहार के लगभग 30 गरीब बच्चों को आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में एडमिशन का सपना पूरा करने वाली पटना की सुप्रसिद्ध संस्था सुपेर30, अब अपना दायरा बढ़ने जा रही है|  ‘सुपर 30’ में अब सिर्फ 30 स्टूडेंट्स को ही शिक्षा नहीं दी जाएगी, बल्कि देशभर से और भी स्टूडेंट्स इस संस्थान का हिस्सा बनेगे|

‘सुपर 30’ के संस्थापक आनंद कुमार ने गुरुवार को कहा कि अब समय आ गया है कि ‘सुपर 30’ की सफलता का दायरा बढ़ाया जाए| देश के ज्यादा से ज्यादा होनहार जो पैसों की कमी के चलते अपने सपनों को साकार नहीं कर पा रहे हैं, उनके लिए ‘सुपर 30’ ने अपना हाथ आगे बढ़ाया है|

कैसे होगा ‘सुपर 30’ में सिलेक्शन

आपको बता दें, आनंद कुमार ने बताया, ‘अब सुपर 30 में दाखिले के लिए देश के विभिन्न राज्यों में एंट्रेंस परीक्षाएं आयोजित की जाएगी| जो स्टूडेंट्स इस परीक्षा में सफल होंगे उन्हें 2019 में आईआईटी एंट्रेंस परीक्षा के लिए ‘सुपर 30’ के विशेषज्ञों की देखरेख में तैयारी करने का मौका मिलेगा|

 

वहीं इस कड़ी में उत्तर प्रदेश के दो शहरों- लखनऊ और वाराणसी में 1 जुलाई को एंट्रेंस परीक्षा आयोजित की जाएगी| इसके लिए संबंधित शहरों के चुनिंदा संस्थानों में आवेदनपत्र (फॉर्म) उपलब्ध कर दिया गया है|

आनंद ने बताया परीक्षा में फिजिक्स, केमेस्ट्री, साइंस और मैथ में से 10-10 सवाल पूछे जाएंगे| ये परीक्षा एक घंटे की होगी|

आनंद कुमार 16 साल से चला रहें हैं सुपर30

आनंद कुमार 16 सालों से मुफ्त में गरीब तबके के 30 स्टूडेंट्स को आईआईटी एंट्रेस एग्जाम की तैयारी करवा रहे हैं. इस काम में उनका पूरा परिवार उनका साथ दे रहा है| उनकी मां खुद घर में सभी 30 स्टूडेंट्स के लिए खाना बनाती हैं और आनंद और उनके भाई प्रणव कुमार बच्चों को आईआईटी की तैयारी करवाते हैं| आनंद कुमार पर एक बायोपिक भी बना रही है, जिसमें रितिक रोशन मुख्य किरदार निभा रहे हैं| यह फिल्म इन दिनों काफी चर्चा में है|

केबीसी के हॉट सीट पर बैठ आनंद कुमार ने अमिताभ के दिल के साथ जीता 25 लाख रूपये

महानायक अमिताभ बच्चन एक बार फिर अपने पसंदीदा शो केबीसी से छोटे परदे पर वापसी कर चुके हैं| वापसी के साथ ही इस शो ने टॉप 5 में अपनी जगह बना ली है| लेकिन अब महानायक के इस महा फेमस शो में एंट्री हुई एक ऐसे शख्स की, जिसे खुद अमिताभ बच्चन एक सुपरमैन मानते है| जी हां, यहां बात हो रही है है सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार की| जिन्होंने केबीसी में आकर बिग बी का भी दिल जीत लिया| शुक्रवार को आनंद कुमार का ये शो टेलीकास्ट हुआ| बतौर सेलिब्रिटी पहुंचे आनंद ने हॉट सीट पर बैठकर ना केवल अमिताभ बच्चन के साथ दिल को छू लेने वाली बातें की बल्कि 25 लाख रुपए की राशि भी जीती| इस खेल में आनंद के दो स्टूडेंट्स अनिरुद्ध सिन्हा और अनूप कुमार ने उनकी मदद की|

यही नहीं सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार के मीठापुर स्थित घर का माहौल भी शुक्रवार की रात कुछ अलग था। सोनी चैनल पर प्रसारित शो कौन बनेगा करोड़पति में सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार अमिताभ बच्चन के सामने हॉटसीट पर बैठे थे। शो को देखने के लिए उनके घर के पास बकायदा प्रोजेक्टर लगवाया गया था। आनंद कुमार के साथ मोहल्ले के लोग, छात्र व उनके घर के लोग शो देखने के लिए बैठे हुए थे।

अमिताभ ने आनंद कुमार से पूछा….

अमिताभ बच्चन ने आनंद से पूछा कि सुपर 30 की स्थापना की प्रेरणा कैसे मिली और कैसे उन्होंने वंचित वर्गों के छात्रों के लिए मंच तैयार किया। आनंद से पूछा गया कि गांधीजी का जुड़ाव किस नदी से था? टाटा का पहला बिजनेस कौन था?

कभी साइकिल पर घूम-घूम कर पापड़ बेचते थे आनंद

कभी साइकिल पर घूम-घूम कर पापड़ बेचने वाले सुपर 30 के फाउंडर आनंद कुमार पर फिल्म बन रही है। उनकी बायोपिक बनाई जा रही है। फेमस मैथमेटेशियन आनंद से फिल्म के लिए निर्देशक विकास बहल और प्रोड्यूसर प्रीति सिन्हा ने संपर्क किया है। जुलाई में उनकी एक मीटिंग होनी है। इस फिल्म का नाम भी सुपर 30 रखा गया है।

मिडिल क्लास फैमिली के हैं आनंद

आनंद कुमार की फैमिली मिडिल क्लास से बिलॉन्ग करती है। उनके पिता पोस्टल विभाग में क्लर्क थे। बच्चों को अंग्रेजी स्कूल में पढ़ाने का खर्च निकालना उनके लिए मुश्किल था। इसलिए बच्चों को हिंदी माध्यम के सरकारी स्कूल में ही पढ़ाया। मैथ आनंद का फेवरेट सब्जेक्ट हुआ करता था। वे बड़े होकर इंजीनियर या साइंटिस्ट बनना चाहते थे।

12वीं के बाद आनंद ने पटना यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया जहां उन्होंने गणित के कुछ फॉर्मूले इजाद किए। इसके बाद कैम्ब्रिज से आनंद को बुलावा आ गया। यहां एक समस्या ये आई कि कैम्ब्रिज जाने और रहने के लिए लगभग 50 हजार रुपयों की जरूरत थी। लेकिन, इतने पैसे आनंद के पास नहीं थे।

पैसे की व्यवस्था हुई, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था

बताया जाता है कि जब कैम्ब्रिज जाने के लिए आनंद ने पिता से रुपयों की बात की तो उन्होंने अपने ऑफिस में बात कर रुपयों का इंतजाम कर लिया। 1 अक्टूबर 1994 को आनंद को कैम्ब्रिज जाना था लेकिन इससे पहले 23 अगस्त 1994 को पिता का निधन हो गया।

घर में आनंद के पिता अकेले कमाने वाले थे। चाचा अपाहिज थे। लिहाजा घर की सारी जिम्मेदारी आनंद के कंधों पर आ गई। इसके बाद आनंद अपने फेवरेट सब्जेक्ट मैथ पढ़ाकर गुजारा करने लगे।

लेकिन, जितना वे कमा रहे थे उससे घर का खर्च पूरा नहीं हो पा रहा था इसलिए आनंद की मां ने घर में पापड़ बनाने शुरू किया और आनंद रोज शाम को चार घंटे मां के बनाए पापड़ों को साइकिल में घूम-घूम कर बेचते। ट्यूशन और पापड़ से हुई कमाई से घर चलता था।

कौन बनेगा करोड़पति के हॉट सीट पर बैठेंगे सुपर 30 के आनंद कुमार

 KBC season 9 : इस बार KBC में बिहार के बड़े सेलिब्रेटी के तौर पर सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार हॉट सीट पर, महानायक अमिताभ बच्चन के साथ बैठेंगे।

आनंद कुमार, महानायक अमिताभ बच्चन के सवालों का जबाव देते दिखेंगे। इस कार्यक्रम का प्रसारण 8 सितंबर को होगा।

एक निजी चैनल के सूत्रों ने बताया कि हॉट सीट पर आनंद कुमार ने सात सवालों का जबाव दे, 25 लाख रुपये जीते।

इस दौरान एक-दो बार आनंद कुमार सवालों का जबाव देने में फंसे। इनका सहयोग इनके एक विद्यार्थी ने दिया।आईआईटी के एक छात्र अनूप कुमार ने एक सवाल का जबाव बताकर इन्हें राशि जिताने में मदद की।

बता दें कि शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के चलते हुए चयन। शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बेहतरीन कार्य के कारण सुपर 30 के आनंद कुमार का चयन किया गया है।

आनंद ने सुपर 30 संस्थान के जरिए मुफ्त पढ़ाई और आवास की सुविधा देकर आईआईटी जैसे देश के प्रतिष्ठित संस्थान में गरीब और जरूरतमंद बच्चों का दाखिला करवाया है। प्रत्येक साल 30 बच्चे आईआईटी में जा रहे हैं। इसी कार्य को लेकर केबीसी की ओर से इनका चयन सेलिब्रेटी के तौर पर किया गया।

फ़ाइल फ़ोटो

अमिताभ बच्चन और आनंद कुमार के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई। इसमें अमिताभ बच्चन ने आरक्षण फिल्म का जिक्र भी किया। आरक्षण फिल्म के रिलीज के पहले प्रमोशन के दौरान पटना में आनंद कुमार से अमिताभ की मुलाकात हुई थी।अमिताभ बच्चन ने आनंद से पूछा कैसे आपको इस तरह की प्रेरणा मिली…

बिहार के लाल आनंद कुमार ने मसूरी में 2016 बैच के प्रशिक्षु आईएएस अफसर को किया संबोधित

8 मई को लालबहादुर शास्त्रीराष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी में सुपर-30 के संस्थापक गणितज्ञ आनंद कुमार को 2016 बैच के 180 प्रशिक्षु आईएएस अफसरों को प्रेरित किये। आनंद कुमार “शिक्षा में समानता” विषय पर व्याख्या दिए। अपने व्याख्यान के जरिए आनंद कुमार सुपर 30 की अबतक की यात्रा और निर्धन बच्चों के साथ उनकी सफलता के प्रेरणादायक अनुभवों को भी साझा किए। साथ ही वे भावी अधिकारियों को यह बताने का प्रयास किए कि देश को आगे बढ़ाने के लिए अंतिम पायदान के लोगों तक शिक्षा को पहुंचना अत्यावश्यक है।

 

वही अकादमी के संयोजक सी.श्रीधर द्वारा ने आनंद कुमार के योगदान की सराहना करते हुए उनसे प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों के बैच को पढ़ाने का आग्रह किया है। आनंद कुमार ने कहा कि देश का भविष्य जिन हाथों में सुरक्षित होने जा रहा है, उनके साथ अनुभव बांटना यादगार पल रहा।

 

आनंद कुमार अपने ऑफिसियल फेसबुक पेज पर पोस्ट किए है की:-

 

“लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी में 2016 बैच के 180 प्रशिक्षु आईएएस अफसरों को संबोधित करने का अनुभव बड़ा सुखद रहा। सोचा था कि उन्हें मोटीवेट करूँगा लेकिन जिस तरह से सभी ने स्वागत किया तथा मेरी बातों को ध्यानपूर्वक सुना तब लगा जैसे मैं ही मोटीवेट हो गया। मैंने अपने अनुभव के आधार पर उन्हें बताना चाहा कि समाज के बदलाव में अधिकारियों की भूमिका राजनेतायों से भी कहीं अधिक होती है।”

नये बिहार के हीरो: इनके कदमों के सहारे बिहार चल पड़ा है विश्वगुरु होने की राह पर

गुरु जौहरी की तरह होता है जो कोयले से हीरे को तराश लेता है। गुरु अगर चाहे तो साधारण इंसान को भी महान बना दे। बिहार के ही आचार्य चाणक्य थे जिन्होंने एक साधारण से बालक चंद्रगुप्त मौर्य को शिक्षा दे हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा सम्राट बना दिया था। आज भी बिहार की धरती पर ऐसे महान शिक्षकों की कमी नहीं है जो लगातार सैकड़ों बच्चों के भविष्य सँवारने में लगे हुए हैं । उन्ही में से आनंद कुमार, अभयानंद और गुरु रहमान जैसे शिक्षक हैं जो लगातार बिहार का मान बढ़ा रहें हैं।

आनंद कुमार

शिक्षा के क्षेत्र में पटना के आनंद कुमार और उनकी संस्था ‘सुपर 30’ को कौन नहीं जानता। हर साल आईआईटी रिजल्ट्स के दौरान उनके ‘सुपर 30’ की चर्चा अखबारों में खूब सुर्खियाँ बटोरती हैं। आनंद कुमार अपने इस संस्था के जरिए गरीब मेधावी बच्चों के आईआईटी में पढ़ने के सपने को हकीकत में बदलते हैं। सन् 2002 में आनंद सर ने सुपर 30 की शुरुआत की और तीस बच्चों को नि:शुल्क आईआईटी की कोचिंग देना शुरु किया। पहले ही साल यानी 2003 की आईआईटी प्रवेश परीक्षाओं में सुपर 30 के 30 में से 18 बच्चों को सफलता हासिल हो गई। उसके बाद 2004 में 30 में से 22 बच्चे और 2005 में 26 बच्चों को सफलता मिली। इसीप्रकार सफलता का ग्राफ लगातार बढ़ता गया। सन् 2008 से 2010 तक सुपर 30 का रिजल्ट सौ प्रतिशत रहा।
आज आनंद कुमार राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय मंचों को संबोधित करते हैं। उनके सुपर 30 की चर्चा विदेशों तक फैल चुकी है। कई विदेशी विद्वान उनका इंस्टीट्यूट देखने आते हैं और आनंद कुमार की कार्यशैली को समझने की कोशिश करते हैं। हाल ही में आनंद कुमार को विश्व के प्रतिष्ठित विश्विद्यालय हार्वर्ड ने अपने यहाँ लेक्चर के लिए बुलाया है। आज आनंद कुमार का नाम पूरी दुनिया जानती है और इसमें कोई शक नहीं कि आनंद कुमार बिहार का गौरव हैं।

 

अभयानंद

पढ़ाने का जुनून हो, कुछ अलग करने का हौसला हो तो वक्त की कमी तो बस बहाना है। आईजी अंकल के नाम से मशहूर बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद को भी एक एेसा ही जुनून है- बच्चों को पढ़ाना और आईआईटी की तैयारी कराना। अभयानंद की संस्था रहमानी ‘सुपर 30’ देश में हर साल सैकड़ों गरीब मेधावी छात्रों का दाखिला आईआईटी में करवाती है। पिछले साल भी उनके द्वारा देश भर में संचालित रहमानी सुपर 30 से 270 बच्चों को आईआईटी की परीक्षा में उत्तीर्णता हासिल की थी। बिहार पुलिस में अपनी सेवा के समय से ही वह बच्चों को पढ़ा रहें हैं और उनका मार्गदर्शन कर रहें है। बच्चों के आईजी अंकल एडीजी हुए और डीजीपी होने के बाद कुछ वर्ष पहले रिटायर भी हो गए हैं मगर पढ़ाने और पढ़ने का सिलसिला आज भी लगातार जारी है।

 

गुरु रहमान

बिहार की राजधानी पटना प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए देश भर में प्रसिद्ध है। जहाँ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थान लाखों की फीस वसूलते हैं, वहीं पटना के नया टोला में स्थित गुरू रहमान का ‘अदम्य अदिति गुरुकुल संस्थान’ है जो ग्यारह रुपया गुरु दक्षिणा लेकर छात्रों को दारोगा से लेकर आईएएस और आईपीएस बनाता है।
गुरुकुल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहाँ अन्य कोचिंग संस्थानों की तरह फीस के नाम पर भारी-भरकम रकम की वसूली नहीं की जाती, बल्कि छात्र-छात्राओं से गुरु दक्षिणा के नाम पर महज 11 रुपये लिए जाते हैं। 11 से बढ़कर 21 या फिर 51 रुपये फीस देकर ही गुरुकुल से अब तक ना जाने कितने छात्र-छात्राओं ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से लेकर डॉक्टर और इंजीनियरिंग के परीक्षाओं में सफलता हासिल की है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ बिहार के छात्र ही यहाँ पढ़ते हैं, बल्कि गुरुकुल में झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से भी छात्र आकर गुरु रहमान से टिप्स लेते हैं। सन् 1994 में जब बिहार में चार हजार दरोगा की बहाली के लिए प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की गई थी तो उस परीक्षा में गुरुकुल से पढ़ाई करने वाले 1100 छात्रों ने सफलता हासिल की थी जो एक रिकॉड है। शिक्षा माफियाओं द्वारा बिज़नेस बन चुके शिक्षण व्यवस्था के बीच ‘गुरु रहमान’ का ‘गुरुकुल’ अपने आप में प्रेरणा हैं।

खुशखबरी! सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने 10वीं के छात्रों के लिए की बहुत बड़ी घोषणा

बिहार के महान गणितज्ञ आनंद कुमार एक बहुत बडी खुशखबरी दिया है। विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों  में एक और हर साल 30 गरीब बच्चों का आईआईटी में पढने का सपना पूरा कराने वाले विश्व प्रसिंद्ध पटना के सुपर 30 में अब 10वीं के छात्रों का दाखिला होगा।

 

आईआईटी में दाखिले के लिए आयोजित जेईई परीक्षा में शामिल होने वाले गरीब छात्रों को सफलता दिलाने में मदद के लिए बने सुपर 30 की भारी सफलता के बाद इसके संस्थापक आनंद कुमार अब इस साल से इसका विस्तार करने जा रहे हैं और इसमें ऐसे छात्रों को शामिल करने जा रहे हैं जिन्होंने दसवीं की परीक्षा पास की है. सुपर 30 के मौजूदा कार्यक्रम में अब तक 12वीं पास छात्रों को लिया जाता था.

 

इस बात कि जानकारी देते हुए बिहार के प्रख्यात गणितज्ञ आनंद कुमार ने यह बताया है कि इसी वर्ष 2016 से ही वे अपने संस्थान में 10वीं पास विद्यार्थियों को शामिल करने जा रहे हैं. गौरतलब हो की पिछले सत्र तक ‘सुपर 30’में 12वीं पास विद्यार्थियों का एंट्रेंस के माध्यम से दाखिला लिया गया है.

20 छात्रों को शामिल करने की योजना

सुपर 30 के लिए अल्प एवं दीर्घकालिक योजनाओं के बारे में बताते हुए कुमार ने बताया कि 12वीं पास छात्रों को पढ़ाने के मौजूदा कार्यक्रम के अलावा हमलोग दो साल के इस नये कार्यक्रम में करीब 10-20 छात्रों को पढ़ाने की योजना बना रहे है. हमलोग इस साल से इस कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे और अगले साल से इसे और व्यापक फलक पर किया जायेगा. नये कार्यक्रम में कितने छात्रों को शामिल किया जायेगा. इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अंतिम रूप दिया जा रहा है, लेकिन इसमें 10, 15 या 20 छात्रों को शामिल किया जा सकता है

 

आनंद का यह भी कहना है कि 12वीं पास छात्रों के लिए प्रोग्राम पहले के ही तरह से सुचारू रहेगा. जबकि सिर्फ 10वीं पास छात्रों का नए प्रोग्राम के तहत ‘सुपर 30’ में दाखिला लिया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कई और योजनाओं को अपने संस्थान में लागु करने की बात कही है जिनमें संस्थान की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन लेक्चर भी दिया जाएगा, जिससे कई विद्यार्थियों को घर बैठे ही इसका लाभ मिल पाएगा. जबकि संस्थान के लेक्चर्स की ऑनलाइन उपलब्धता से परीक्षार्थियों का बड़ा वर्ग भी लाभान्वित हो सकेगा।

 एक स्कूल भी खोलना चाहते है आनंद कुमार

प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में दाखिले के लिए आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा में इस साल 30 छात्रों में से 28 ने सफलता हासिल की, जो 15 साल पहले इसकी स्थापना के बाद इसकी नई उपलब्धि है. कुमार ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी आकांक्षा गरीब बच्चों के लिए आत्मनिर्भर मॉडल पर आधारित एक स्कूल की स्थापना करना है. कुमार ने बताया कि सुपर 30 की वेबसाइट पर डाउनलोड किये जा सकने योग्य लेक्चर एक रुपये में उपलब्ध कराने की भी योजना है.


 

बिहार के लाल आनंद कुमार को आईआईएम लखनऊ ने प्रतिष्ठित पुरस्कार से किया सम्मानित

हर साल 30 गरीब छात्रों को आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिला दिला उनकी जिंदगी बदलने वाले सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार को प्रतिष्ठित लक्ष्मीपत सिंघानिया-आईआईएम लखनऊ राष्ट्रीय नेतृत्व पुरस्कार  से सम्मानित किया गया।

पढें आनंद कुमार से खास बातचीत

केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को दिल्ली में एक समारोह में आनंद कुमार को यह सम्मान दिया। पिछले कुछ वर्षों में यह पुरस्कार रतन टाटा, आनंद महिंद्रा, नारायण मूर्ति , किशोर बियानी जैसे लोगों को मिला है । उल्लेखनीय योगदान करने वालों को प्रत्येक वर्ष यह पुरस्कार दिया जाता है। संस्थान की तरफ से कहा गया है कि सुपर 30 से सैकड़ों छात्रों का आईआईटी में दाखिले का सपना साकार हुआ है।

इस उपलब्धि पर आनंद कुमार ने कहा, “कल का तीसरा कार्यक्रम भी यादगार था । केंद्रीय वित्तमंत्री माननीय अरुण जेटली के हाथों से मुझे लक्ष्मीपत सिंघानिया-आईआईएम लखनऊ राष्ट्रीय नेतृत्व पुरस्कार प्राप्त हुआ । पिछले कुछ वर्षों में यह पुरस्कार रतन टाटा, आनंद महिंद्रा, नारायण मूर्ति , किशोर बियानी जैसे लोगों को मिला है । इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए मैं माननीय मंत्री अरुण जेटली जी तथा आईआईएम लखनऊ को तहे-दिल से धन्यवाद देना चाहता हूँ । मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूँ कि भविष्य में मैं और भी अच्छा करने का प्रयास करूँगा |”