Indian Railway, 200 Special train for Bihar

आज से 200 ट्रेनों की बुकिंग शुरू, ज्यादातर ट्रेनें बिहार होकर गुजरेगी, देखिये पूरा लिस्ट

आज 10 बजे से रेलवे 200 स्पेशल ट्रेनों (100 जोड़े) के लिए बुकिंग शुरू करने जा रही है| ये ट्रेनें 1 जून से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पटना, जयपुर, वाराणसी, अहमदाबाद, हैदराबाद, बेंगलुरु, सिकंदराबाद और तिरुवनंतपुरम सहित प्रमुख शहरों से चलेगी|

जबकि पुरानी दिल्ली के चार स्टेशनों से प्रतिदिन 34 ट्रेनें शुरू होंगी, एक दर्जन से अधिक मुंबई से और 11 हावड़ा और सियालदह से रवाना होंगी। वहीं इन ट्रेनों में सबसे ज्यादा 24 जोड़ी बिहार में जाएगी या वहां से खुलेगी|

इन ट्रेनों में एसी और नॉन-एसी दोनों कोचों का मिश्रण होगा, सिर्फ पांच दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेनों को छोड़कर| जिसमें केवल गैर-एसी कोच होते हैं|

ये ट्रेने पहले के तरह ही चलेगी| उसका टाइमिंग, स्टॉपेज और रूट सब लॉकडाउन से पूर्व के तरह ही होगा| रेलवे ने कहा कि यह सवारी ट्रेनों को फिर से चालने के तरफ पहला कदम है| किराया भी सामान्य होगा मगर अभी सामान्य कोच के लिए भी रिजर्वेशन करवाना होगा, इसलिए द्वितीय श्रेणी के बैठने का किराया लिया जाएगा।

कहाँ मिलेगा टिकट?

इन ट्रेनों का टाइमिंग से लेकर रूट तक पहले जैसा होगा मगर टिकट को लेकर थोड़ी पाबन्दी अभी जारी रहेगी| टिकट सिर्फ ऑनलाइन बुक किया जा सकता है| इसके लिए यात्रियों को IRCTC के वेबसाइट और उसे एप के माध्यम से ही टिकट बुक कराई जा सकेगी| अभी स्टेशन पर टिकट नि बिकेगी| ट्रेन के तारीख से अधिकतम 30 दिन पहले से रिजर्वेशन शुरू होगी|

इन ट्रेनों में भी अभी तत्काल टिकट और प्रीमियम तत्काल टिकट काटने की व्यवस्था नहीं दी गयी है|

ये रही 200 ट्रेनों को लिस्ट –

  1. 01016/15: गोरखपुर से लोकमान्यतिलक (टी) – कुशीनगर एक्सप्रेस
  2. 01019/20: मुंबई सीएसटी से भुवनेश्वर – कोणार्क एक्सप्रेस
  3. 01061/62: लोकमान्यतिलक (टी) से दरभंगा – दरभंगा एक्सप्रेस
  4. 01071/72: लोकमान्यतिलक (टी) से वाराणसी – कामायनी एक्सप्रेस
  5. 01093/94: मुंबई सीएसटी से वाराणसी – महानगरी एक्सप्रेस
  6. 01139/40: मुंबई सीएसटी से गदग – एक्सप्रेस
  7. 01301/02: मुंबई सीएसटी से केएसआर बेंगलुरु – उदयन एक्सप्रेस
  8. 02156/55: एच। निजामुद्दीन से हबीबगंज – भोपाल एक्सप्रेस
  9. 02230/29: नई दिल्ली से लखनऊ जंक्शन – लखनऊ मेल
  10. 02296/95: दानापुर से क्षर बेंगलुरु – संघमित्रा एक्सप्रेस
  11. 02377/78: सियालदह से न्यू अलीपुरद्वार – पाडटिक एक्सप्रेस
  12. 02392/91: नई दिल्ली से राजगीर – श्रमजीवी एक्सप्रेस
  13. 02394/93: नई दिल्ली से राजेंद्र नगर – सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस
  14. ०२४१ :/१:: प्रयागराज के लिए नई दिल्ली – प्रगति एक्सप्रेस
  15. 02420/19: नई दिल्ली से लखनऊ – गोमती एक्सप्रेस
  16. 02407/08: एज़आर टू एनजेपी – करमभूम आई ऍक्स्प
  17. 02357/58: अमृतसर से कोलकाता – एक्सप्रेस
  18. 02452/51: नई दिल्ली से कानपुर तक – श्रम शक्ति एक्सप्रेस
  19. 02463/64: जोधपुर से दिल्ली एस रोहिल्ला – संपर्क क्रांति
  20. 02477/78: जयपुर से जोधपुर – एक्सप्रेस
  21. 02479/80: बांद्रा (टी) से जोधपुर – सूर्यनगरी एक्सप्रेस
  22. 02533/34: लखनऊ जंक्शन से मुंबई सीएसटी – पुष्पक एक्सप्रेस
  23. 02555/56: हिसार से गोरखपुर – गोरखधाम एक्सप्रेस
  24. 02560/59: नई दिल्ली से मंडुआडीह – शिवगंगा एक्सप्रेस
  25. 02618/17: एच। निजामुद्दीन से एर्नाकुलम तक – मंगला एक्सप्रेस
  26. 04009/10: आनंद विहार से बापूधाम मोतिहारी – चंपारण सत्याग्रह एक्सप्रेस
  27. 02629/30: नई दिल्ली से यवंतपुर – कर्नाटकसम्प्रक क्रांति एक्सप्रेस
  28. 02701/02: मुंबई सीएसटी से हैदराबाद – हुसैन सागर एक्सप्रेस
  29. 02703/04: हावड़ा से सिकंदराबाद – फलकनुमा एक्सप्रेस
  30. 02715/16: एच। एस। नांदेड़ से अमृतसर – सचखंड एक्सप्रेस
  31. 02724/23: नई दिल्ली से हैदराबाद – तेलंगाना एक्सप्रेस
  32. 02792/91: दानापुर से सिकंदराबाद – एक्सप्रेस
  33. 02801/02: पुरी से नई दिल्ली – पुरुषोत्तम एक्सप्रेस
  34. 02810/09: हावड़ा से मुंबई सीएसटी – एचडब्ल्यूएच-मुंबई मेल
  35. 02833/34: अहमदाबाद से हावड़ा – एक्सप्रेस
  36. 02904/03: अमृतसर से मुंबई सेंट्रल – स्वर्ण मंदिर मेल
  37. 02916/15: दिल्ली से अहमदाबाद – आश्रम एक्सप्रेस
  38. 02926/25: अमृतसर से बांद्रा (T) – पश्चिम एक्सप्रेस
  39. 02933/34: मुंबई सेंट्रल से अहमदाबाद – कर्णावती एक्सप्रेस
  40. 02963/64: एच। निजामुद्दीन से उदयपुर सिटी – मेवाड़ एक्सप्रेस
  41. 08183/84: टाटानगर से दानापुर – एक्सप्रेस
  42. 05484/83: दिल्ली से अलीपुरद्वार – महानंदा एक्सप्रेस
  43. 06345/46: मुंबई (LTT) से तिरुवनंतपुरम सेंट्रल – नेत्रवती एक्सप्रेस
  44. 02805/06: विशाखापत्तनम से नई दिल्ली – एपी एक्सप्रेस
  45. 02182/81: एच। निजामुद्दीन से जबलपुर – एक्सप्रेस
  46. 02418/17: नई दिल्ली से वाराणसी – महामना एक्सप्रेस
  47. 02955/56: मुंबई सेंट्रल से जयपुर – एक्सप्रेस
  48. 07201/02: गुंटूर से सिकंदराबाद – गोलकुंडा एक्सप्रेस
  49. 02793/94: तिरुपति से निजामाबाद – रायलसीमा एक्सप्रेस
  50. 09165/66: अहमदाबाद से दरभंगा – साबरमती एक्सप्रेस
  51. 09167/68: अहमदाबाद से वाराणसी – साबरमती एक्सप्रेस
  52. 09045/46: सूरत से छपरा – ताप्ती गंगा एक्सप्रेस
  53. 03201/02: पटना से लोकमान्यतिलक (टी) – एक्सप्रेस
  54. 02553/54: सहरसा से नई दिल्ली – वैशाली एक्सप्रेस
  55. 02307/08: हावड़ा से जोधु / बीकानेर – एक्सप्रेस
  56. 02381/82: हावड़ा से नई दिल्ली – पूर्वा एक्सप्रेस
  57. 02303/04: हावड़ा से नई दिल्ली – पूर्वा एक्सप्रेस
  58. 02141/42: लोकमान्यतिलक (टी) से पाटलिपुत्र – एक्सप्रेस
  59. 02557/58: मुजफ्फरपुर से आनंद विहार – सप्त क्रांति एक्सप्रेस
  60. 05273/74: आनंद विहार – सत्याग्रह एक्सप्रेस को रक्सौल
  61. 02419/20: आनंद विहार से गाजीपुर – सुहेलदेव एक्सप्रेस
  62. 02433/34: आनंद विहार से गाजीपुर – एक्सप्रेस
  63. 09041/42: बांद्रा (टी) से गाजीपुर – एक्सप्रेस
  64. 04673/74: अमृतसर से जयनगर – शहीद एक्सप्रेस
  65. 04649/50: अमृतसर से जयनगर – सरयू यमुना एक्सप्रेस
  66. 02541/42: गोरखपुर से लोकमान्यतिलक (टी) – एक्सप्रेस
  67. 05955/56: डिब्रूगढ़ से दिल्ली – ब्रह्मपुत्र मेल
  68. 02149/50: पुणे से दानापुर – एक्सप्रेस
  69. 02947/48: अहमदाबाद से पटना – अजीमाबाद एक्सप्रेस
  70. 05645/46: लोकमान्यतिलक (टी) से गुवाहाटी – एक्सप्रेस
  71. 02727/28: हैदराबाद से विशाखापट्टनम – गोदावरी एक्सप्रेस
  72. 09083/84: अहमदाबाद से मुजफ्फरपुर – वाया सूरत
  73. 09089/90: अहमदाबाद से गोरखपुर – वाया सूरत
  74. 02245/12246: हावड़ा (1050) से यसवंतपुर (1600) – दुरंतो एक्सप्रेस
  75. 02201/22202: सियालदह (2000) से पुरी (0435) – दुरंतो एक्सप्रेस
  76. 02213/22214: शालीमार (2200) से पटना (0640) – दुरंतो एक्सप्रेस
  77. 02283/12284: एर्नाकुलम (2325) से निजामुद्दीन (1940) – दुरंतो एक्सप्रेस
  78. 02285/12286: सिकंदराबाद (1310) से निजामुद्दीन (1035) – दुरंतो एक्सप्रेस
  79. 02073/74: हावड़ा जंक्शन (1325) से भुवनेश्वर (2020) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  80. 02023/24: हावड़ा जंक्शन (1405) से पटना जंक्शन (2245) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  81. 02365/66: पटना (0600) से रांची (1355) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  82. 02091/92: देहरादून (1545) से काठगोदाम (2335) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  83. 02067/68: गुवाहाटी (0630) से जोरहाट टाउन (1320) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  84. 02053/54: हरिद्वार (1445) से अमृतसर (2205) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  85. 02055/56: नई दिल्ली (1520) से देहरादून (2110) तक – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  86. 02057/58: नई दिल्ली (1435) से ऊना हिमाचल (2210) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  87. 02065/66: अजमेर (0540) से दिल्ली सराय रोहिल्ला (1135) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  88. 02069/70: रायगढ़ (0620) से गोंदिया (1325) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  89. 02021/22: हावड़ा (0620) से बारबिल (1305) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  90. 02075/76: कालीकट (1345) से त्रिवेंद्रम (2135) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  91. 02081/82: कन्नूर (0450) से त्रिवेंद्रम (1425) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  92. 02079/80: बेंगलुरु (0600) से हुबली (1345) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  93. 02089/90: यशवंतपुर (1730) से शिवमोगा टाउन (2155) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  94. 2059/60: कोटा (0555) से निजामुद्दीन (1230) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  95. 02061/62: हबीबगंज (1740) से जबलपुर (2255) – जन शताब्दी एक्सप्रेस
  96. 09037/38: बांद्रा (टी) से गोरखपुर – अवध एक्सप्रेस
  97. 09039/40: बांद्रा (टी) से मुजफ्फरपुर – अवध एक्सप्रेस
  98. 02565/66: दरभंगा से नई दिल्ली – बिहार संपर्क क्रांति
  99. 02917/18: अहमदाबाद से निजामुद्दीन – गुजरात संपर्क क्रांति
  100. 02779/80: वास्को डी गामा से निजामुद्दीन – गोवा एक्सप्रेस

 

 

Shramik Special train from delhi to Bihar

रेलवे बदल दी नई दिल्ली से बिहार होकर गुजरने वाले इस स्पेशल ट्रेन की स्टॉपेज

रेलवे 12 मई से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 15 स्पेशल ट्रेनें देश के अलग -अलग शहरों के लिए चला रही हैं। इन 15 स्पेशल ट्रेनों में से 6 ट्रेन बिहार होकर गुजरती है और अलग-अलग स्टेशनों पर इसका स्टॉपेज भी दिया गया है।

इनमें से कुछ ट्रेनों के बिहार में उसके स्टॉपेज में कुछ बदलाव किए गए हैं। अब नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ के लिए चलाई जा रही गाड़ी संख्या 02424/02423 स्पेशल ट्रेन 19 मई से दानापुर स्टेशन पर नहीं रूकेगी। इसके जगह अब यह ट्रेन दिनांक 19 को से दानापुर के बदले पाटलिपुत्र जं. पर रूकेगी।

ट्रेन के स्टॉपेज में किया गया यह बदलाव पटना जिला प्रशासन के अनुरोध पर किया गया है। इससे यात्रियों को स्टेशन से दूसरे जगह जाने में आसानी होगी।

यह भी पढ़ें: जानिए 12 मई से चलने वाले ट्रेनों का टाइम टेबल और उसके स्टॉपेज की जानकारी

इसी तरह 18 मई को डिब्रूगढ से चलकर नई दिल्ली जाने वाली गाड़ी संख्या 02423 डिब्रूगढ़-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन 19 मई से रात 9.55 बजे दानापुर के बदले पाटलिपुत्र जंक्शन पहुंचेगी और यहां से 10.00 बजे नई दिल्ली को प्रस्थान करेगी।

गौरतलब है कि पटना आने वाली ज्यादातर श्रमिक स्पेशल ट्रेनें भी दानापुर रेलवे स्टेशन पर रुक रही थी। एक ही स्टेशन पर दोनों ट्रैन के रुकने के कारण प्रशासन को सामाजिक दूरी का पालन करवाना मुश्किल हो रहा था।

अब इस बदलाव के बाद प्रशासन को श्रमिक ट्रेन से आने वाले मजदूरों के स्क्रीनिंग, रजिस्ट्रेशन और अन्य प्रोटोकॉल को करवाने में काफी मदद मिलेगी।

Source: Zee News

मधुबनी के बाद अब सहरसा रेलवे स्टेशन के दीवारों को मिथिला पेंटिंग से सजाया जा रहा है

मधुबनी रेलवे स्टेशन और बिहार सप्तक्रांति ट्रेन के कोचों को मधुबनी पेंटिंग से रंगने के बाद अब बिहार के सहरसा रेलवे स्टेशन के दीवारों को भी मधुबनी पेंटिंग से सजाया जा रहा है| यही नहीं सहरसा के बाद सिमरी बख्तियारपुर, मुरलीगंज, जानकीनगर, बनमनखी, पूर्णिया और जयनगर स्टेशन को मिथिला की कलाकृति से सजाने का काम होगा।

मधुबनी और कोसी क्षेत्र के 40 महिला और पुरुष कलाकार स्टेशन की दीवारों पर मिथिला की धरोहर का रंग भरने में जुट गए हैं।

समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आरके जैन की सोच है कि स्टेशन की खूबसूरती के साथ-साथ मिथिला की कला और संस्कृति से जनमानस रुबरु हो। डीआरएम ने कहा कि कोसी और मिथिलांचल के कलाकारों की मदद से एनजीओ के जरिए मधुबनी, दरभंगा के बाद सहरसा और मधेपुरा स्टेशन को मिथिला पेंटिंग से सजाने का काम किया जा रहा है। स्टेशन की दीवारों पर मिथिला पेंटिंग के रंग भरने अलावा बोर्ड पर बनी मिथिला की कलाकृतियों को लगाया जा रहा है।

ज्ञात हो कि बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के कोचों पर मिथिला आर्ट की चित्रकारी को संयुक्त राष्ट्र ने भी खूब सराहा है। यूएन ने इसके लिए भारतीय रेलवे और ट्रेनों में मधुबनी आर्ट बनाने वालों की जमकर तारीफ की है|

यूएन ने एक ट्वीट में कहा- ये भारतीय रेलगाड़ियां कितनी सुंदर हैं| बिहार की महिलाओं ने इन कोचों को पारंपरिक मिथिला आर्ट से रंगा है जिसे मधुबनी आर्ट के नाम से भी जाना जाता है. इन कलाकारों ने अपनी अंगुलियों, माचिल की तीलियों, ब्रश, नेचुरल डाई और रंगों के साथ इन्हें बनाया है।

भगवान राम-सीता विवाह, कोहबर, मयूर, मछली, हंस, जलपरी सहित मिथिला की संस्कृति और धरोहर को परोसा जाएगा। स्टेशनों को तेजी से मिथिला पेंटिंग से सजा दिया जाय इसके लिए शीघ्र कलर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
दीवारों को सुसज्जित करने में जुटे मां चंद्रकला राजेश्वर सेवा संस्थान मधुबनी से जुड़े वरिष्ठ कलाकार संजीव कुमार ने कहा कि दिवाली तक मधेपुरा स्टेशन मिथिला पेंटिंग से सुसज्जित हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि एक महीने में सहरसा स्टेशन मिथिला पेंटिंग से सजा खूबसूरत दिखने लगेगा। उन्होंने कहा कि मधुबनी के कलाकार विद्यानंद ठाकुर, रितेश कुमार राय सहित मधुबनी व कोसी की महिला कलाकार रानी सिंह, प्रीति, रेखा, सुषमा, राजबाला, सुलेखा, पूनम सहित अन्य मिथिला पेंटिंग का रंग भरने में जुटी है।

RRB Group C and D Exam Date 2018, Admit Card, Railway Recruitment 2018 Group C, D Exam Date and Admit Card:

खुशखबरी: दशहरा और छठपूजा को देखते हुए बिहार से चलेंगी 17 पूजा स्पेशल ट्रेनें, जानिए इन ट्रेनों के बारे में

दशहरा से लेकर छठपूजा तक दिल्ली रूट पर यात्रियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो जाती है| यात्रियों की भीड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए रेलवे ने बिहार के लिए कई स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है|

त्यौहारों के इस मौसम में रेल यात्रियों की भीड़ को देखते हुए पूर्व मध्य रेलवे की ओर से 17 पूजा स्पेशल ट्रेन चलायी जा रही है। इसके अलावे दो ट्रेनों की अवधि में भी विस्तार किया गया है। शारदीय नवरात्र शुरू हो रहा है। इसके बीस दिन बाद दीपावली और छह दिन बाद लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा मनाया जाएगा। इसे ध्यान में रखते हुए पूर्व मध्य रेलवे ने रेल यात्रियों की सुविधा के लिए 17 पूजा स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है।

आइए जानते हैं कौन सी पूजा स्पेशल ट्रेन कब से और कहां से कहां तक चलेगी-

 

-02365/02366 पटना-आनंद विहार,12 अक्टूबर से 09 नवंबर तक सप्ताह में दो दिन

 

-04404/04403 बरौनी-नई दिल्ली, 31 अक्टूबर तक, सप्ताह में दो दिन

 

-04406/04405 दरभंगा-दिल्ली, 31 अक्टूबर तक, सप्ताह में दो दिन

 

-04041/04042 जयनगर-आनंद विहार, 30 अक्टूबर तक सप्ताह में दो दिन

 

-04973/04974 दरभंगा-फिरोजपुर 2 नवंबर तक, सप्ताह में एक दिन

 

-04043/04044 गया-आनंद विहार, 27 अक्टूबर तक, साप्ताहिक

 

-04423/04424 सहरसा-आनंद विहार, 30 अक्टूबर तक सप्ताह में दो दिन

 

-03043/03044 रक्सौल-हावड़ा, 27 अक्टूबर तक साप्ताहिक

 

-03511/03512 पटना-आसनसोल, 29 अक्टूबर तक साप्ताहिक

 

-08611/08612 पटना-रांची 30 नवंबर तक साप्ताहिक

 

-07005/07006 रक्सौल-हैदराबाद, 3 दिसंबर तक साप्ताहिक

 

-07007/07008 दरभंगा-सिकंदराबाद 1 दिसंबर तक साप्ताहिक

आनंद विहार टर्मिनल से पटना और भागलपुर के लिए एक-एक जोड़ी पूजा स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है. पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि पटना-आनंद विहार-पटना स्पेशल ट्रेन सप्ताह में दो दिन और भागलपुर-आनंद विहार-भागलपुर सप्ताह में एक दिन चलेगी|

इनके अलावे भी कुछ ट्रेनें चलाई जा रही हैं, जो पूजा के अवसर पर यात्रियों की सुविधा के लिए चलायी जा रही है। नौ पूजा स्पेशल ट्रेनें ऐसी हैं जो पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से होकर जाएगी। पूर्व मध्य रेल ने रांची-जयनगर एक्सप्रेस सप्ताह में तीन दिन चलाने का निर्णय लिया है। साथ ही जमालपुर सहरसा ट्रेन को अगले छह माह के लिए विस्तारित भी किया है।

खुशखबरी: अब ट्रेनों में होंगे गरीब रथ जैसे सस्‍ते एसी कोच, मिलेंगी ये सुविधाएं…

थोड़े से पैसे खर्च कर, बेहतर सुविधाआें के साथ भारतीय रेल में यात्रा का आनंद लेना है तो रेलवे इसके लिए जल्‍दी ही नया ऑप्‍शन लेकर आ रहा है।
जल्द हीं रेलवे, गरीब रथ ट्रेनों की तरह के एसी कोच लगभग सभी एक्सप्रेस और सुपर फास्ट ट्रेनों में लगाने की योजना बना रहा है। इस योजना के लिए ‘इकॅनोमी एसी क्‍लास’ नाम की नई सेवा शुरू की जाएगी।इसमें यात्रियों को एसी 3 कोच से भी कम किराया देना पड़ेगा।
सूत्रों के मुताबित इस सेवा को फिलहाल कुछ हीं रूटों पर शुरू किया जाएगा। बाद में इसका विस्तार किया जाएगा।
ये होंगी इकोनॉमी एसी क्लास की खूबियां
इकोनॉमी एसी क्लास’ में तापमान 24-25 डिग्री सेल्सियस रखा जाएगा। इस कारण उसमें यात्रियों को कंबल की जरूरत महसूस नहीं होगी। दरवाजे ऑटोमेटिक होंगे। इस फीचर को दूसरे एसी कोचों में भी शुरू करने की योजना है। कैटरिंग की सुविधा सामान्य ट्रेनों की तरह ही रहेगी।
कम किराया में एसी क्‍लास के सफर का कांसेप्‍ट यूपीए फर्स्ट सरकार के दौरान तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने दिया था।
उन्‍होंने इसके लिए गरीब रथ ट्रेनें शुरू की थीं, जिनका किराया सामान्य एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों के एसी 3 क्‍लास से काफी कम है।

उत्तर मध्य रेलवे देश के 23 रेलवे स्टेशनों को नीलाम करने की बना रही है योजना

उत्तर मध्य रेलवे अपने स्टेशनों पर बेहतर सुविधा देने के लिए एक योजना बना रही है। इस योजना के तहत कानपुर समेत देश के करीब 23 स्टेशनों को उत्तर मध्य रेलवे नीलाम करने जी रही है। यानी अब सब प्राइवेट होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) का कानपुर सेंट्रल 200 और इलाहाबाद जंक्शन 150 करोड़ रुपए में नीलाम होगा। रेलवे के मुताबिक, निजी निवेश से इन स्टेशनों की सेवाएं विश्वस्तरीय होंगी। निजी हाथों में जाने से यात्री सुविधाएं बेहतर और प्रभावी हो जाएंगी। रेलवे के पास सिर्फ परिचालन, रेलवे ट्रैक और सुरक्षा का ही जिम्मा बचेगा। स्टेशन से होने वाली आमदनी में कंपनी और रेलवे की हिस्सेदारी अभी तय नहीं हो पाई है। अब तक कुल आमदनी का आधा या फिर निजी सेक्टर को 67 व रेलवे को 33 फीसदी का लाभ देने पर सहमति बन सकती है।


रेलवे के मुताबिक, अफसरों का अनुमान है कि स्टेशन की व्यवस्थाएं, टिकट, खाना पीना, पार्सल, सफाई, रिटायरिंग रूम का काम निजी हाथों में जाने के बाद रेलवे स्टॉफ पर हर महीने खर्च होने वाले 70 करोड़ रुपए का भार खत्म हो जाएगा। लगभग इतनी ही राशि रेलवे संसाधन और सुविधाओं पर खर्च करता है।

खुलने वाली हो तो झट से चढ़ जायें ट्रेन पर, TTE आकर देगा टिकेट

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दिया यात्रियों को एक नया सौगात, अगर खुलने वाली हो रेल और टिकट लेने का न हो समय तो झट से चढ़ जाएं, TTE आपके सीट पर आकर देगा टिकट।

अक्सर लोगो को इस दिक्कत का सामना करना पड़ता रहता है, सामने ट्रेन खुलने वाली रहती है और टिकट लेने का समय आपके पास नही होता। इससे हमेसा लोग इस दुविधा में पड़ जाते है कि ट्रेन पर चढे की नही, यदि टिकेट लेने जाते हैं तो ट्रेन छूट जायेगी और अगर ट्रेन पर चढ़ जाते है तो TTE को फाइन देना या जेल का चक्की चलाना पड़ जाता है।

तो अब घबड़ाने की कोई जरूरत नहीं है। इस बार जब ट्रेन सामने हो और आपके पास टिकट कटवाने का समय न हो तो ज्यादा कुछ सोचे बिना ट्रेन में चढ़ जाएं। क्योंकि रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने यात्रियों को एक नई सौगात दी है।

जी हां, अब यात्रियों के लिए ट्रेन में भी टिकट उपलब्ध होगा, वो भी बिना कोई जुर्माना दिए बिना। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्रेन में सफ़र करने वालों को बड़ा तोहफा दिया है। अब बिना टिकट के यात्रियों ट्रेन में चढने पर भी जुर्माना नहीं देना होगा ।
रेलवे की नई योजना के तहत अगर आप बिना टिकट ट्रेन में चढ़ गए हैं तो जुर्माने से डरने की जरुरत नहीं है। बल्कि आपको चलती ट्रेन में टिकट उपलब्ध करने की व्यवस्था कर दी गई है।
अब सुपरफास्ट ट्रेनों में TTE को टिकट मशीन मुहैया कराई गई है, जिससे यात्रियों को ट्रेन में भी टिकट मिल जाएगा। ये खबर बिहारवासियों के लिए विशेष तौर पर राहत की सांस लेकर आया है। बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही बिहार में पूर्व मध्य रेल की ओर से एक विशेष अभियान चलाया गया था।

अभियान के तहत रेलवे पुलिस और अधिकारियों ने मिल कर करीब 45 हजार लोगों को गिरफ्तार किया था। आपको जान कर हैरानी होगी कि इन में से 40 हजार यात्री बिना टिकट के पकड़े गए थे।
अभियान के दौरान चेन पुलिंग, धूम्रपान, बिना टिकट/उचित प्राधिकार के साथ यात्रा करने वालों समेत अन्य अवरोधक गतिविधियों में शामिल लगभग 45 हजार लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनपर रेलवे एक्ट की विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत कार्रवाई की गई।
हिरासत में लिये गये लोगों में से अंतिम रूप से दोषी पाए गए लोगों से दण्डस्वरूप लगभग 1165 करोड़ रूपए वसूले गए थे। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बिहार में हर साल कितने लोग बिना टिकट के यात्रा करते होंगे।कुछ लोगों को छोड़ दें तो इनमें से अधिकतर लोग टिकट खिड़की पर लंबी लाइन की वजह से टिकट नहीं ले पाते। ऐसे में नया नियम इनलोगों के लिए राहत की सांस लेकर आया है।
रेलवे की इस योजना के पहले चरण में लखनऊ मेल, गरीब रथ, अर्चना सुपरफास्ट, राजधानी सुपरफास्ट आदि के TTE को चलती ट्रेन में टिकट काटने के लिए हैंड-हेल्ड मशीन दी गई है। अगर आप बिना टिकट के ट्रेन में चढ़ गए है तो आप TTE से संपर्क कर सकते हैं।
टीटीई आपको तय किराये से दस रुपए अतिरिक्त लेकर इसी मशीन से टिकट देंगे। इतना ही नहीं जैसे ही ट्रेन में सीट खाली होगी, वेटिंग टिकट यात्रियों को सीट मुहैया कराई जाएगी।
इस नई टिकट मशीन के जरिए ट्रेन के हर कोच में खाली बर्थ और किस स्टेशन पर मुसाफिर उतरेगा, इसकी जानकारी मिलती रहेगी। रेलवे ने इस योजना की शुरूआत TTE की मनमानी को खत्म करने के लिए की है।

दरअसल ट्रेन छूटने की हालत में लोग बिना टिकट के ट्रेन में चढ़ जाते थे और TTE उनसे मनमाना पैसा वसूलते थे। इतना ही नहीं वोटिंग टिकट वाले यात्रियों को बर्थ न होने की बात करके दूसरों से पैसा लेकर वो उन्हें सीट दे देते थे।
उम्मीद किया जा रहा है कि इस नया बनाया गया कानून से यात्रियों को काफी हद तक सहूलियत मिलेगी।

खुशखबरी: बिहार के इस जिले में रेल मंत्रालय ने रेल कारखाना खोलने का लिया निर्णय

रोहतास के औद्योगिक क्षेत्र के नाम से विख्यात डालमियानगर में रेल कारखाना खोलने का निर्णय रेल मंत्रालय ने लिया है। इस आशय का पत्र वित्त राज्यमंत्री राजेन गोहाई ने सासाराम सांसद छेदी पासवान को भेजा है।

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गौरतलब है कि रेलवे ने यहां बैगन बोगी रिपेयरिंग कारखाना हेतु 100 करोड़ रुपए का आवंटन किया था। यह कारखाना रेलवे द्वारा क्रय किए गए रोहतास उद्योग समूह परिसर के स्टील फाउण्ड्री में लगाया जाएगा। इसके लिए लगभग 100 एकड़ जमीन का प्रावधान रखा गया है।

अंग्रेजों ने जब यहां कारखाना लगाया था

अंग्रेजों ने जब यहां कारखाना लगाया था

तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद ने परिसमापन में चल रहे 220 एकड़ क्षेत्र में फैले रोहतास उद्योग परिसर को रेलवे द्वारा 2007 में क्रय किया था। 2009 में लोकसभा चुनाव के पूर्व यहां तत्कालीन रेल मंत्री ने 32.5 टन क्षमता के बैगन बोगी निर्माण कारखाना की आधारशिला रखी थी। लेकिन यूपीए दो सरकार में इसकी निविदा को रद्द कर दिया गया। उसके बाद छेदी पासवान ने इसकी पहल की। उपेंद्र कुशवाहा भी सांसद बनने के बाद इसके लिए आवाज उठाई।

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मालूम हो कि कारखाना खुल जाने से रोहतास जिले के हजारों बेरोजगार युवकों को रोजगार मिलने की उम्मीद बढ़ जायेगी। आसपास के लोगों को अपना निजी कारोबार चलाने का भी अवसर मिलेगा। कई वर्षो से सन्नटा में पसरा औद्योगिक क्षेत्र डालमियानगर फिर से गुलजार होगा।

खुशखबरी: छठ पूजा पर घर आने के बाद लौटने के लिए भी रेलवे चलाएगी ये स्पेशल ट्रेनें

छठ पूजा में देश-विदेश से लोग किसी तरह बिहार पहुंच रहें है। रेलवे स्टेशन और बिहार आने वाली ट्रेनों में लोगों की अपार भीड़ यह बताने के लिए काफी है कि लोग किसी तरह छठ में घर आ रहें है । रेलवे ने भी कई स्पेशल ट्रेनें चला रही है साथ ही रेलवे ने यह भी साफ कर दिया है कि छठ पूजा बाद लोगों को लौटने के लिए  भी स्पेशल ट्रेनें चलाये  जायेंगे । लौटने के क्रम में होने वाली परेशानियों से निजात दिलाने के लिए रेलवे ने कई विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है।

 

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अरविंद कुमार रजक ने बुधवार को बताया कि महापर्व छठ के बाद पटना, दरभंगा, बरौनी समेत कई महत्वपूर्ण स्टेशनों से राजधानी दिल्ली, मुंबई तथा कई अन्य बड़े स्टेशनों के लिए पूजा स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।

 

उन्होंने बताया कि गाड़ी संख्या 02365 पटना-आनंद विहार टर्मिनल पूजा स्पेशल ट्रेन 03 नवंबर से 08 दिसंबर 2016 तक प्रत्येक गुरुवार एवं रविवार को पटना से 20.30 बजे चलकर अगले दिन 14.20 बजे आनंद विहार टर्मिनल पहुंचेगी। इसी तरह गाड़ी संख्या 04419 दरभंगा-आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन 13 नवंबर तक प्रत्येक गुरुवार एवं रविवार को दरभंगा से आनंद विहार टर्मिनल के लिए 15.15 बजे प्रस्थान करेगी ।

अधिकारी ने बताया कि गाड़ी संख्या 82403 बरौनी-नई दिल्ली विशेष ट्रेन 30 नवंबर तक प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को दरभंगा से नई दिल्ली के लिए 21.35 बजे प्रस्थान करेगी। वहीं, पटना से मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण शहर इंदौर के लिए भी विशेष गाड़ी चलायी जा रही है। गाड़ी संख्या 09306 पटना-इंदौर ट्रेन पटना से 07 एवं 14 नवंबर को 17.25 बजे चलकर अगले दिन 21.40 बजे इंदौर पहुंचेगी।

 

इसके अलावा गाड़ी संख्या 01702 पटना-जबलपुर एक्सप्रेस पटना से 03 एवं 08 नवंबर को 14.50 बजे चलकर अगले दिन 04.05 बजे जबलपुर पहुंचेगी।

रजक ने बताया कि गाड़ी संख्या 82535 दरभंगा-आनंद विहार टर्मिनल सुविधा एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन दिनांक 12 नवंबर से 10 दिसंबर तक प्रत्येक शनिवार को दरभंगा से 21.30 बजे चलकर रविवार को 21.45 बजे आनंदबिहार टर्मिनल पहुंचेगी। वहीं, गाड़ी संख्या 82405 दरभंगा-नई दिल्ली विशेष गाड़ी दरभंगा से नई दिल्ली के बीच दिनांक 29 नवंबर तक प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को चलेगी। दरभंगा से यह गाड़ी 12.00 बजे खुलेगी तथा अगले दिन 12.40 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी।

 

रजक ने बताया कि गाड़ी संख्या 05051 पाटलिपुत्र-लखनऊ पूजा स्पेशल ट्रेन 29 नवंबर तक प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को पाटलिपुत्र से 15.30 बजे चलकर अगले दिन 02.20 बजे लखनऊ पहुंचेगी। इस ट्रेन में चेयरकार के 6 एवं साधारण श्रेणी के 04 कोच होंगे।

 

वहीं, गाड़ी संख्या 82531 जयनगर-बेंगलुरु सिटी सुविधा एक्सप्रेस पूजा स्पेशल 15 नवंबर से 06 दिसम्बर तक प्रत्येक मंगलवार को जयनगर से 18.20 बजे चलकर शुक्रवार को बंगलोर सिटी पहुंचेगी। इसके अलावा गाड़ी संख्या 05717 कटिहार-जालंधर सिटी पूजा स्पेशल ट्रेन दिनांक 03 नवंबर से 01 दिसम्बर तक कटिहार से प्रत्येक गुरूवार को 09.00 बजे चलकर अगले दिन 16.35 बजे जालंधर सिटी पहुंचेगी।

 

रजक ने बताया कि गाड़ी संख्या 82705 पटना-सिकंदराबाद सुविधा एक्सप्रेस पटना से 08 नवंबर को 08.30 बजे खुलकर अगले दिन 18.00 बजे सिकंदराबाद पहुंचेगी। इसके अलावा पटना-सिकंदराबाद के बीच एक अन्य विशेष गाड़ी चलाई जा रही है। यह गाड़ी पटना से 08 एवं 13 नवंबर को 12.45 बजे खुलकर अगले दिन 22.20 बजे सिकंदराबाद पहुंचेगी ।

 

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि गाड़ी संख्या 04866 पटना-भगत की कोठी पूजा स्पेशल ट्रेन दिनांक 04 एवं 08 नवंबर को पटना से 06.00 बजे चलकर अगले दिन 10.00 बजे भगत की कोठी पहुंचेगी। इसी तरह ट्रेन संख्या 01658 पटना-हबीबगंज सुपर फास्ट पूजा स्पेशल 04 एवं 11 नवंबर को पटना से 13.10 बजे चलकर अगले दिन 07.15 बजे हबीबगंज पहुंचेगी।

सूचना जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि गाड़ी संख्या 82533 दरभंगा-मुंबई सुविधा एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन 15 नवंबर से 06 दिसंबर तक प्रत्येक मंगलवार को दरभंगा से 17.00 बजे चलकर गुरूवार को 05.45 बजे मुंबई पहुंचेगी। गाड़ी संख्या 05228 मुजफ्फरपुर-हावड़ा पूजा स्पेशल ट्रेन 12 नवंबर से 03 दिसंबर तक प्रत्येक शनिवार को 14.50 बजे चलकर अगले दिन 03.00 बजे हावड़ा पहुंचेगी।

 

रजक ने बताया कि गाड़ी संख्या 02395 धनबाद-आनंदविहार टर्मिनल सुपर फास्ट पूजा स्पेशल ट्रेन धनबाद से दिनांक 05 नवंबर से 10 दिसंबर तक प्रत्येक शनिवार एवं मंगलवार को 18.00 बजे चलकर 15.00 बजे आनंदबिहार टर्मिनल पहुंचेगी। उपरोक्त सभी गाड़यिों के लिए शयनयान श्रेणी के अलावा वातानुकूलित और सामान्य श्रेणी के डिब्बे लगाये जायेंगे।

 

इसके अलावा पटना-आनंदविहार टर्मिनल, गया-मुंबई, सहरसा-आनंदविहार टर्मिनल, जयनगर-आनंदविहार टर्मिनल, सहरसा-अंबाला कैंट, हावड़ा-रक्सौल, पटना-सिकंदराबाद के बीच विशेष जनसाधारण गाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है।

Source : Dainik Jagran

भारत का पहला हैप्पीनेस जंक्शन बना बिहार का सोनपुर जंक्शन

अगर आपको बिहार के एक स्टेशन पर यह सुनाई दे कि, यात्रीगण कृपया ध्यान दें, देश के पहले हैपीनेस जंक्शन पर आपका स्वागत है। यह सुनकर आप चौंकिएगा नहीं, दरअसल आप बिहार के सोनपुर जंक्शन पर खड़े हैं जिसे देश का पहला रेलवे स्टेशन बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।देश का पहला रेलवे स्टेशन बना सोनपुर जिसे हैप्पीनेस जंक्शन का दर्जा दिया गया।भारतीय रेल ने कुछ अलग मकसद से पहले हैप्पीनेस जंक्शन के लिए सोनपुर रेलवे स्टेशन को चुना है. मंगलवार को सोनपुर मंडल के रेल अधिकारियों ने सोनपुर स्टेशन पर इसकी शुरुआत की।

क्या है हैपीनेस जंक्शन

सोनपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने सोनपुर स्टेशन पर एक बोर्ड लगाया है जिसपर लिखा है – हैप्पीनेस जंक्शन। बोर्ड पर लिखा हुआ है आप अपनी जरुरत का कोई भी सामान यहां से ले जा सकते हैं। साथ ही ये भी लिखा हुआ है कि जो सामान आपके काम की नहीं है या फिर जरूरत से अधिक है तो उसे आप यहां पर छोड़ सकते हैं।

सोनपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम दिलीप कुमार ने बताया कि हैप्पीनेस जंक्शन की शुरुआत के पीछे सोच ये है कि जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाना। उन्होंने बताया कि हैप्पीनेस जंक्शन में निर्धारित जगह पर जरूरतमंद लोग अपने उपयोग की सामान बेझिझक ले सकते हैं और जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाने वाले व्यक्ति अपने सामानों को वहीं छोड़ भी सकते हैं।

उन्होंने बताया कि लोगों को देश-दुनिया की खबरों से रु-बरु कराने के लिए पत्र-पत्रिकाओं का भी बोर्ड लगाया गया है। समाचार जानने या फिर अखबार या मैग्जीन पढ़ने के इच्छुक लोग पत्र-पत्रिका को बोर्ड पर से लेकर पढ़ सकते हैं और पढ़ने के बाद उसे यथास्थान रख भी देंगे।

किसी के चेहरे पर खुशी दिखे, यही है सोच
हैप्पीनेस जंक्शन की शुरुआत करते हुए सोनपुर रेल मंडल के डीआरएम मनोज कुमार अग्रवाल ने कहा कि यदि हमारे अनुपयोगी सामानों का उपयोग करने से किसी व्यक्ति के चेहरे पर खुशी आ जाती है तो इससे बड़ा पुण्य कुछ नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि यह पहल पूरे भारतीय रेलवे में सबसे पहले सोनपुर मंडल द्वारा की जा रही है। आशा है कि जनमानस से सराहना मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद मुजफ्फरपुर स्टेशन को हैप्पीनेस जंक्शन बनाया जाएगा।

भारत का पहला हैप्पीनेस जंक्शन बना बिहार का सोनपुर जंक्शन

अगर आपको बिहार के एक स्टेशन पर यह सुनाई दे कि, यात्रीगण कृपया ध्यान दें, देश के पहले हैपीनेस जंक्शन पर आपका स्वागत है। यह सुनकर आप चौंकिएगा नहीं, दरअसल आप बिहार के सोनपुर जंक्शन पर खड़े हैं जिसे देश का पहला रेलवे स्टेशन बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।देश का पहला रेलवे स्टेशन बना सोनपुर जिसे हैप्पीनेस जंक्शन का दर्जा दिया गया।भारतीय रेल ने कुछ अलग मकसद से पहले हैप्पीनेस जंक्शन के लिए सोनपुर रेलवे स्टेशन को चुना है. मंगलवार को सोनपुर मंडल के रेल अधिकारियों ने सोनपुर स्टेशन पर इसकी शुरुआत की।

क्या है हैपीनेस जंक्शन

सोनपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने सोनपुर स्टेशन पर एक बोर्ड लगाया है जिसपर लिखा है – हैप्पीनेस जंक्शन। बोर्ड पर लिखा हुआ है आप अपनी जरुरत का कोई भी सामान यहां से ले जा सकते हैं। साथ ही ये भी लिखा हुआ है कि जो सामान आपके काम की नहीं है या फिर जरूरत से अधिक है तो उसे आप यहां पर छोड़ सकते हैं।

सोनपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम दिलीप कुमार ने बताया कि हैप्पीनेस जंक्शन की शुरुआत के पीछे सोच ये है कि जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाना। उन्होंने बताया कि हैप्पीनेस जंक्शन में निर्धारित जगह पर जरूरतमंद लोग अपने उपयोग की सामान बेझिझक ले सकते हैं और जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाने वाले व्यक्ति अपने सामानों को वहीं छोड़ भी सकते हैं।

उन्होंने बताया कि लोगों को देश-दुनिया की खबरों से रु-बरु कराने के लिए पत्र-पत्रिकाओं का भी बोर्ड लगाया गया है। समाचार जानने या फिर अखबार या मैग्जीन पढ़ने के इच्छुक लोग पत्र-पत्रिका को बोर्ड पर से लेकर पढ़ सकते हैं और पढ़ने के बाद उसे यथास्थान रख भी देंगे।

किसी के चेहरे पर खुशी दिखे, यही है सोच
हैप्पीनेस जंक्शन की शुरुआत करते हुए सोनपुर रेल मंडल के डीआरएम मनोज कुमार अग्रवाल ने कहा कि यदि हमारे अनुपयोगी सामानों का उपयोग करने से किसी व्यक्ति के चेहरे पर खुशी आ जाती है तो इससे बड़ा पुण्य कुछ नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि यह पहल पूरे भारतीय रेलवे में सबसे पहले सोनपुर मंडल द्वारा की जा रही है। आशा है कि जनमानस से सराहना मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद मुजफ्फरपुर स्टेशन को हैप्पीनेस जंक्शन बनाया जाएगा।

भारत का पहला हैप्पीनेस जंक्शन बना बिहार का सोनपुर जंक्शन

अगर आपको बिहार के एक स्टेशन पर यह सुनाई दे कि, यात्रीगण कृपया ध्यान दें, देश के पहले हैपीनेस जंक्शन पर आपका स्वागत है। यह सुनकर आप चौंकिएगा नहीं, दरअसल आप बिहार के सोनपुर जंक्शन पर खड़े हैं जिसे देश का पहला रेलवे स्टेशन बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।देश का पहला रेलवे स्टेशन बना सोनपुर जिसे हैप्पीनेस जंक्शन का दर्जा दिया गया।भारतीय रेल ने कुछ अलग मकसद से पहले हैप्पीनेस जंक्शन के लिए सोनपुर रेलवे स्टेशन को चुना है. मंगलवार को सोनपुर मंडल के रेल अधिकारियों ने सोनपुर स्टेशन पर इसकी शुरुआत की।

क्या है हैपीनेस जंक्शन

सोनपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने सोनपुर स्टेशन पर एक बोर्ड लगाया है जिसपर लिखा है – हैप्पीनेस जंक्शन। बोर्ड पर लिखा हुआ है आप अपनी जरुरत का कोई भी सामान यहां से ले जा सकते हैं। साथ ही ये भी लिखा हुआ है कि जो सामान आपके काम की नहीं है या फिर जरूरत से अधिक है तो उसे आप यहां पर छोड़ सकते हैं।

सोनपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम दिलीप कुमार ने बताया कि हैप्पीनेस जंक्शन की शुरुआत के पीछे सोच ये है कि जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाना। उन्होंने बताया कि हैप्पीनेस जंक्शन में निर्धारित जगह पर जरूरतमंद लोग अपने उपयोग की सामान बेझिझक ले सकते हैं और जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाने वाले व्यक्ति अपने सामानों को वहीं छोड़ भी सकते हैं।

उन्होंने बताया कि लोगों को देश-दुनिया की खबरों से रु-बरु कराने के लिए पत्र-पत्रिकाओं का भी बोर्ड लगाया गया है। समाचार जानने या फिर अखबार या मैग्जीन पढ़ने के इच्छुक लोग पत्र-पत्रिका को बोर्ड पर से लेकर पढ़ सकते हैं और पढ़ने के बाद उसे यथास्थान रख भी देंगे।

किसी के चेहरे पर खुशी दिखे, यही है सोच
हैप्पीनेस जंक्शन की शुरुआत करते हुए सोनपुर रेल मंडल के डीआरएम मनोज कुमार अग्रवाल ने कहा कि यदि हमारे अनुपयोगी सामानों का उपयोग करने से किसी व्यक्ति के चेहरे पर खुशी आ जाती है तो इससे बड़ा पुण्य कुछ नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि यह पहल पूरे भारतीय रेलवे में सबसे पहले सोनपुर मंडल द्वारा की जा रही है। आशा है कि जनमानस से सराहना मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद मुजफ्फरपुर स्टेशन को हैप्पीनेस जंक्शन बनाया जाएगा।

खुशखबरी: रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने दिया बिहार को दो और तोहफा

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बिहार को दो सौगात दिया है, मिली जानकारी के अनुसार आगामी महीने से बिहार से दो हमसफ़र ट्रेन खुलेगी, एक हमसफ़र ट्रेन जयनगर से उदना के बीच चलेगा तो दूसरी हमसफ़र ट्रेन राजधानी पटना से बांद्रा के लिए चलेगी।

पूर्व मध्य रेल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी अरविन्द रजक ने बताया कि पहली हमसफर ट्रेन पटना जंक्शन से बांद्रा टर्मिनल के लिए चलाई जाएगी। दूसरी पटना जंक्शन से पासिंग ट्रेन होगी, जो सियालदह से जम्मू-तवी तक जाएगी। रेल बजट में दरभंगा से जालंधर वाया रक्सौल-गोरखपुर होते हुए अंत्योदय चलाने की घोषणा की गई थी। दूसरी अंत्योदय ट्रेन जयनगर से उदना के बीच चलेगी।

अंत्योदय में लगेगा सामान्य किराया

जयनगर व दरभंगा से खुलने वाली अंत्योदय एक्सप्रेस की सभी बोगियां सामान्य श्रेणी की होंगी। लेकिन, इसके बर्थ अन्य सामान्य ट्रेनों अलग होंगे। इसका किराया भी सामान्य ट्रेनों की तरह ही होगा। सामान रखने वाले उपरी बर्थ को भी गद्देदार किया गया है। हर रो में मोबाइल व लैपटॉप चार्जर की सुविधा होगी। हर बोगी में डस्टबिन के साथ शौचालय में इंडिकेटर सिस्टम लगा होगा।

हमसफर की हर होगी एसी

हमसफर ट्रेन को आम एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों से काफी अलग डिजाइन किया गया है। सारे कोच तृतीय वातानुकूलित श्रेणी के होंगे। इसकी हर बोगी में सीसी कैमरे के साथ जीपीएस आधारित पैसेंजर इनफॉरमेशन सिस्टम लगा होगा। बोगी से आग व धुंआ निकलते ही अलर्ट अलार्म बजने लगेगा और तत्काल उसपर काबू पा लिया जाएगा। हर बर्थ पर मोबाइल, लैपटॉप चार्जर प्वाइंट के साथ इंटीग्रेटेड ब्रेल डिस्प्ले सिस्टम लगा रहेगा।

जुदा होगी खूबसूरती

हमसफर को पूरी तरह महाराजा एक्सप्रेस का लुक दिया गया है। इसकी बोगी की खूबसूरती दूसरी ट्रेनों से जुदा होगी। ट्रेन के अंदर व बाहर की डिजाइन बदली रहेगी। इस ट्रेन में शाही महाराजा एक्सप्रेस की तरह विनाइल शीट्स का उपयोग किया जाएगा। पूर्ण वातानुकूलित हमसफर एक्सप्रेस की गति भी 130 किमी प्रति घंटे की होगी।

अधिक होगा किराया

हमसफर एक्सप्रेस के मेंटेनेंस पर अन्य ट्रेनों से अधिक खर्च होने का अनुमान है। इस कारण इससे यात्रा थोड़ी महंगी जरूर होगी। अभी तक इसका किराया तय नहीं हो सका है। अधिकारियों की मानें तो सामान्य ट्रेनों से इसका किराया 20 फीसद तक अधिक हो सकता है।

Special train Time table

खुशखबरी: छठ-दिपावली में बिहार के लोगों के लिए रेलवे चलाएगी विशेष ट्रेन

पटना: रोजी-रोटी कमाने के लिए राज्य से दूर रह रहें बिहारी लोग जो छठ और दिपावली में ट्रेन का टिकत नहीं बुक करा पाने के कारण अपने घर नहीं आ पाते थे उनके लिए खुशखबरी है।  रेलवे ने यूपी, झारखंड और बिहार के लोगों को अपने गांव या शहर में दीपावली और छठ पूजा मनाने का मौका देने के लिए विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है।

 

हर साल त्योहारों के 15-20 दिन पहले विशेष ट्रेनों की घोषणा की जाती थी, जिससे इन ट्रेनों की सभी सीटें बुक नहीं हो पाती थी। इस बार रेलवे ने अक्टूबर से चलने वाली ट्रेनों की घोषणा अगस्त में ही कर दी है, ताकि लोगों को टिकट बुक करने का पर्याप्त समय मिल पाए।

रेलवे ने इस बार दीपावली और छठ पूजा को देखते हुए 14 जोड़ी विशेष ट्रेन चलाएगी। ये ट्रेनें अक्टूबर से चलाएगी। इन विशेष ट्रेनों में 24 कोच हो सकते हैं, जिसमें एक हजार सीटें आरक्षित होंगी। इन ट्रेनों में 499 लोग वेटिंग टिकट ले पाएंगे। ये ट्रेनें दिल्ली-हावड़ा रूट पर चलाई जाएंगी, जो उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड से होकर गुजरेंगी।

 

फिलहाल दीपावली और छठ के आसापास के समय में बिहार और उत्तर प्रदेश जाने वाली सभी प्रमुख ट्रेनों में बुकिंग सीटें खत्म हो चुकी हैं।

 

वैसे छठ और दिपावली के समय घर आने वाले लोगों की भीड़ के मद्देनजर यह सिटों की संख्या अप्रयाप्त है।  उस दौरान रेलवे को यात्रियों के सुविधाम का विशेष ध्यान देने की जरूरत है और साथ ही सभी लोग सुरक्षित अपने घर पहुंच सके इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए।

भारत में चलेगी बुलेट ट्रेन से भी सुपर फास्ट मैग्लव ट्रेन, जारी हो चुका है टेंडर

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भारत में सिर्फ बुलेट ट्रेन ही नहीं बल्की बुलेट ट्रेन से भी सुपर फास्ट मैग्लव टेक्नॉलजी से चलने वाली ट्रेन चलेगी।  सरकार इस पर सिर्फ बात ही नहीं कर रही बल्कि इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी गई है और रूटों का चयन भी हो चुका है।

भारतीय रेलवे ने भारत में मैग्लव टेक्नॉलजी से चलने वाली ट्रेन उतारने के लिए विदेशी कंपनियों को आमंत्रित किया है। यह टेक्नॉलजी प्रस्तावित मुंबई-अहमदाबाद बुलेट प्रॉजेक्ट से भी तेज होगी। इस ट्रेन की औसत स्पीड 350 किलोमीटर प्रति घंटे है।

 

ऐसी ट्रेन अभी दुनिया के कुछ ही देशों में चलती है, अभी केवल जापान, चीन और जर्मनी में ही यह ट्रेन चल रही है। जापान की अत्याधुनिक मैग्लव ट्रेन ने 21 अप्रैल को 603 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल रन कर वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाया था।

 

इन ट्रेनों के लिए भारत में जिन रूटों का चुनाव किया गया है उनमें चेन्नै-बेंगलुरु, नागपुर-मुंबई, हैदराबाद-चैन्नै और नई दिल्ली-चण्डीगढ़ शामिल हैं। यह प्रॉजेक्ट पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) पर आधारित होगा। इंट्रेस्टेड कंपनियों को 6 सितंबर के पहले अप्लाई करना होगा।

 

 

‘प्रभु’ के रेल में दादागिरी, टिकट रहने पर भी मरीज को ट्रेन से धक्का मार उतारा

भारतीय रेलवे को सुधारने के लिए मोदी सरकार और सुरेश प्रभु भले लगातार कई प्रयास कर रहें हो मगर रेलवे अधिकारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।

गुरुवार को दानापुर रेलमंडल के आरा स्टेशन पर संघमित्रा एक्सप्रेस में तैनात एक टीटीई ने एक मरीज और परिजनों को धक्के मारकर ट्रेन से नीचे उतार दिया और साथ ही टीटीई ने उन्हें नीचे नहीं उतरने पर फेंक देने की भी धमकी दी।

घटना के दौरान रेल पुलिस व अन्य टीटीई मूकदर्शक बने रहे। प्लेटफार्म संख्या एक पर हुई घटना को देखकर मौजूद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा कर रहे लोग स्टेशन प्रबंधक के कार्यालय तक पहुंच गए। स्टेशन पर मौजूद दानापुर डिविजन के एसीएम तेज भट्टाचार्य और हाजीपुर जोनल कार्यालय से आए रेल अधिकारी आरआर सिन्हा के समझाने व टीटीई पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही लोग शांत हुए।

 

खबर के अनुसार संदेश थाना क्षेत्र के खुशडिहरा गांव निवासी रामाधार राय का पुत्र विश्वनाथ राय अपने परिजनों के साथ ट्रेन से यात्रा कर रहे थे। उनकी पत्नी बेबी देवी ने बताया कि टिकट रहने के बावजूद आरा स्टेशन पर टीटीई ने उनसे 350 रुपए जुर्माना वसूल लिया। जब परिजनों ने विरोध किया तो बीमार विश्वनाथ व परिजनों को धक्का देकर ट्रेन से उतार दिया।

मरीज तथा परिजनों की बात सुनकर प्लेटफार्म पर मौजूद यात्री आक्रोशित हो स्टेशन प्रबंधक कार्यालय पहुंच गए। स्टेशन प्रबंधक के कार्यालय कक्ष में बैठे दानापुर डिविजन के एसीएम तेज भट्टाचार्य और हाजीपुर जोनल कार्यालय से आए रेल अधिकारी आरआर सिन्हा ने पहल करते हुए मरीज के परिजनों को दूसरी गाड़ी से उन्हें भेजने की व्यवस्था की तथा वसूली गई जुर्माना राशि वापसी का आश्वासन दिया।

 

एसीएम ने टीटीई की टीम को फटकार लगाते हुए कहा कि जुर्माना वसूलने वाले टीटीई का पता नहीं चलने पर सभी टीटीई से पैसे वसूल कर पीडि़त यात्री को वापस करें।

 

रेलवे अधिकारियों की दादागीरी और करतूतों की खबर बराबर सुनने को मिलता रहता है।  सरकार को रेलवे को सुधारने के साथ उसके कर्मचारियों को भी सुधारने पे ध्यान देना चाहिए और ऐसे भ्रष्ट्र कर्मचारी पर कठोर कारबाई करके सबके सामने आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए ताकि अगली बार कोई ऐसी हरकत करने से पहले दस बार सोचे।

 

Source : Dainik Jagran