इस बिहारी के शादी को लेकर प्रभु हुए मेहरबान, शादी के मुहूर्त से पहले पहुंच गई ट्रेन

प्रभु की लीला है अपरंपार….  (यहाँ हम प्रभु से संबोधित कर रहे हैं अपने रेल मंत्री सुरेश प्रभु जी को)

आप सुरेश प्रभु जी के बारे अच्छे से जानते ही होंगे की प्रभु हर इमरजेंसी में जितना प्रयास हो सके मदद करते ही हैं और हमेशा सोशल साइट्स पर सक्रिय रहते हैं, कुछ ऐसा ही हुआ जब ट्रेन लगभग 6 घंटे लेट थी। और उस ट्रेन से सफर कर रहे थे एक बिहारी दूल्हाहा और उनके साथ 86 बाराती, बिहारी दूल्हे ने ट्वीट कर प्रभु से गुहार लगाई की ट्रेन लेट रही तो छूट जायेगी उसकी शादी, नहीं पहुँच पाएंगे मुहूर्त से पहले। फिर क्या था प्रभु एक्शन में आए और ट्रेन को मुहूर्त से पहले पहुंचा कर दूल्हे-दुल्हन को मिलने का अवसर प्रदान किया।

भोजपुर से दिल्ली को चली थी बारात
यह मामला बिहार के भोजपुर के सुशील कुमार का है जो 86 बरातियों के साथ मगध एक्सप्रेस से शादी करने दिल्ली के लिए रवाना हुए।

सुशील ने महीना दिनों पहले ट्रेन में रिजर्वेशन टिकट बुक कराया था, लेकिन अब मगध एक्सप्रेस लगातार लेट चल रही थी, कभी 6 घंटे तो कभी 10 घंटे। लोगों के मन में पहले से ही खटका था कि पता नही बारात समय पर दिल्ली पहुंच पाएगी या नहीं।

सुशील की बारात रविवार को आरा से मगध एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हुई। ट्रेन के दिल्ली पहुंचने का समय 11.50AM निर्धारित है, लेकिन यह ट्रेन रविवार को आरा में ही थोड़ी लेट रात 10:33PM पहुंची। इस हिसाब से ट्रेन के और लेट होने की आशंका बढ़ने लगी। दूल्हे ने हिसाब लगाया कि अगर ट्रेन 6 घंटा भी लेट दिल्ली पहुंची, तो शादी का सोमवार को शाम 6 बजे का मुहूर्त निकल जाएगा और यह आशंका सच भी होने लगी, क्योंकि इलाहाबाद पहुंचते-पहुंचते यह ट्रेन 5:05 घंटा लेट हो गई।

फिर क्या था, दूल्हे ने प्रभु को याद किया

दूल्हे ने रेलमंत्री के ट्विटर एकाउंट और उनके पोर्टल पर शिकायत की।

दूल्हे ने लिखा कि मगध एक्सप्रेस पिछले कई दिनों से 6 से 10 घंटा लेट चल रही है। अगर यह सोमवार यानि 15 मई को लेट हुई तो उसके विवाह का शाम 6 बजे का मुहूर्त निकल जाएगा।

इस संदेश के बाद ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु तुरंत हरकत में आए। दो जोड़ों के इस मिलन में रेल बाधा न बने, इसलिए उन्होंने तुरंत कार्रवाई शुरू की।

चूंकि यह ट्रेन मुगलसराय और पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के बाद उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद रेल मंडल से गुजरती है, लिहाजा ट्विटर की शिकायत को रेल मंत्रालय ने लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ से शिकायत को इलाहाबाद रेफर किया गया। रेल मंत्री ने दूल्हे की परेशानी को कुछ हद तक कम किया। ट्रेन इलाहाबाद पहुंचने तक 5:05 घंटा लेट हो गई थी, जबकि कानपुर आने तक यह 5:45 घंटा पिछड़ गई थी। ट्रेन फिरोजाबाद पहुंची तो 6:39 घंटा लेट हो चुकी थी। उधर वधू पक्ष भी ट्रेन की सुस्त चाल से परेशान हो रहा था।

उधर से दूल्हे को बार-बार फोन कर उसकी लोकेशन ली जा रही थी। परेशान दूल्हा रेल मंत्री के ट्विटर पर बार-बार ट्रेन को तेज चलाने की गुहार लगाता रहा। रेल मंत्री के आदेश पर कुछ राहत मिली और ट्रेन ने अपना समय दो घंटा कवर कर लिया। ट्रेन नई दिल्ली 4:55 घंटे की देरी से शाम 4:45 बजे पहुंची तो दूल्हे ने राहत की सांस ली।

दूल्हा-दुल्हन के अलावा उनके परिजनों ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु का शुक्रिया अदा किया है।

खुलने वाली हो तो झट से चढ़ जायें ट्रेन पर, TTE आकर देगा टिकेट

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दिया यात्रियों को एक नया सौगात, अगर खुलने वाली हो रेल और टिकट लेने का न हो समय तो झट से चढ़ जाएं, TTE आपके सीट पर आकर देगा टिकट।

अक्सर लोगो को इस दिक्कत का सामना करना पड़ता रहता है, सामने ट्रेन खुलने वाली रहती है और टिकट लेने का समय आपके पास नही होता। इससे हमेसा लोग इस दुविधा में पड़ जाते है कि ट्रेन पर चढे की नही, यदि टिकेट लेने जाते हैं तो ट्रेन छूट जायेगी और अगर ट्रेन पर चढ़ जाते है तो TTE को फाइन देना या जेल का चक्की चलाना पड़ जाता है।

तो अब घबड़ाने की कोई जरूरत नहीं है। इस बार जब ट्रेन सामने हो और आपके पास टिकट कटवाने का समय न हो तो ज्यादा कुछ सोचे बिना ट्रेन में चढ़ जाएं। क्योंकि रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने यात्रियों को एक नई सौगात दी है।

जी हां, अब यात्रियों के लिए ट्रेन में भी टिकट उपलब्ध होगा, वो भी बिना कोई जुर्माना दिए बिना। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्रेन में सफ़र करने वालों को बड़ा तोहफा दिया है। अब बिना टिकट के यात्रियों ट्रेन में चढने पर भी जुर्माना नहीं देना होगा ।
रेलवे की नई योजना के तहत अगर आप बिना टिकट ट्रेन में चढ़ गए हैं तो जुर्माने से डरने की जरुरत नहीं है। बल्कि आपको चलती ट्रेन में टिकट उपलब्ध करने की व्यवस्था कर दी गई है।
अब सुपरफास्ट ट्रेनों में TTE को टिकट मशीन मुहैया कराई गई है, जिससे यात्रियों को ट्रेन में भी टिकट मिल जाएगा। ये खबर बिहारवासियों के लिए विशेष तौर पर राहत की सांस लेकर आया है। बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही बिहार में पूर्व मध्य रेल की ओर से एक विशेष अभियान चलाया गया था।

अभियान के तहत रेलवे पुलिस और अधिकारियों ने मिल कर करीब 45 हजार लोगों को गिरफ्तार किया था। आपको जान कर हैरानी होगी कि इन में से 40 हजार यात्री बिना टिकट के पकड़े गए थे।
अभियान के दौरान चेन पुलिंग, धूम्रपान, बिना टिकट/उचित प्राधिकार के साथ यात्रा करने वालों समेत अन्य अवरोधक गतिविधियों में शामिल लगभग 45 हजार लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनपर रेलवे एक्ट की विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत कार्रवाई की गई।
हिरासत में लिये गये लोगों में से अंतिम रूप से दोषी पाए गए लोगों से दण्डस्वरूप लगभग 1165 करोड़ रूपए वसूले गए थे। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बिहार में हर साल कितने लोग बिना टिकट के यात्रा करते होंगे।कुछ लोगों को छोड़ दें तो इनमें से अधिकतर लोग टिकट खिड़की पर लंबी लाइन की वजह से टिकट नहीं ले पाते। ऐसे में नया नियम इनलोगों के लिए राहत की सांस लेकर आया है।
रेलवे की इस योजना के पहले चरण में लखनऊ मेल, गरीब रथ, अर्चना सुपरफास्ट, राजधानी सुपरफास्ट आदि के TTE को चलती ट्रेन में टिकट काटने के लिए हैंड-हेल्ड मशीन दी गई है। अगर आप बिना टिकट के ट्रेन में चढ़ गए है तो आप TTE से संपर्क कर सकते हैं।
टीटीई आपको तय किराये से दस रुपए अतिरिक्त लेकर इसी मशीन से टिकट देंगे। इतना ही नहीं जैसे ही ट्रेन में सीट खाली होगी, वेटिंग टिकट यात्रियों को सीट मुहैया कराई जाएगी।
इस नई टिकट मशीन के जरिए ट्रेन के हर कोच में खाली बर्थ और किस स्टेशन पर मुसाफिर उतरेगा, इसकी जानकारी मिलती रहेगी। रेलवे ने इस योजना की शुरूआत TTE की मनमानी को खत्म करने के लिए की है।

दरअसल ट्रेन छूटने की हालत में लोग बिना टिकट के ट्रेन में चढ़ जाते थे और TTE उनसे मनमाना पैसा वसूलते थे। इतना ही नहीं वोटिंग टिकट वाले यात्रियों को बर्थ न होने की बात करके दूसरों से पैसा लेकर वो उन्हें सीट दे देते थे।
उम्मीद किया जा रहा है कि इस नया बनाया गया कानून से यात्रियों को काफी हद तक सहूलियत मिलेगी।

खुशखबरी: बिहार के इस जिले में रेल मंत्रालय ने रेल कारखाना खोलने का लिया निर्णय

रोहतास के औद्योगिक क्षेत्र के नाम से विख्यात डालमियानगर में रेल कारखाना खोलने का निर्णय रेल मंत्रालय ने लिया है। इस आशय का पत्र वित्त राज्यमंत्री राजेन गोहाई ने सासाराम सांसद छेदी पासवान को भेजा है।

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गौरतलब है कि रेलवे ने यहां बैगन बोगी रिपेयरिंग कारखाना हेतु 100 करोड़ रुपए का आवंटन किया था। यह कारखाना रेलवे द्वारा क्रय किए गए रोहतास उद्योग समूह परिसर के स्टील फाउण्ड्री में लगाया जाएगा। इसके लिए लगभग 100 एकड़ जमीन का प्रावधान रखा गया है।

अंग्रेजों ने जब यहां कारखाना लगाया था

अंग्रेजों ने जब यहां कारखाना लगाया था

तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद ने परिसमापन में चल रहे 220 एकड़ क्षेत्र में फैले रोहतास उद्योग परिसर को रेलवे द्वारा 2007 में क्रय किया था। 2009 में लोकसभा चुनाव के पूर्व यहां तत्कालीन रेल मंत्री ने 32.5 टन क्षमता के बैगन बोगी निर्माण कारखाना की आधारशिला रखी थी। लेकिन यूपीए दो सरकार में इसकी निविदा को रद्द कर दिया गया। उसके बाद छेदी पासवान ने इसकी पहल की। उपेंद्र कुशवाहा भी सांसद बनने के बाद इसके लिए आवाज उठाई।

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मालूम हो कि कारखाना खुल जाने से रोहतास जिले के हजारों बेरोजगार युवकों को रोजगार मिलने की उम्मीद बढ़ जायेगी। आसपास के लोगों को अपना निजी कारोबार चलाने का भी अवसर मिलेगा। कई वर्षो से सन्नटा में पसरा औद्योगिक क्षेत्र डालमियानगर फिर से गुलजार होगा।

खुशखबरी: रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने दिया बिहार को दो और तोहफा

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बिहार को दो सौगात दिया है, मिली जानकारी के अनुसार आगामी महीने से बिहार से दो हमसफ़र ट्रेन खुलेगी, एक हमसफ़र ट्रेन जयनगर से उदना के बीच चलेगा तो दूसरी हमसफ़र ट्रेन राजधानी पटना से बांद्रा के लिए चलेगी।

पूर्व मध्य रेल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी अरविन्द रजक ने बताया कि पहली हमसफर ट्रेन पटना जंक्शन से बांद्रा टर्मिनल के लिए चलाई जाएगी। दूसरी पटना जंक्शन से पासिंग ट्रेन होगी, जो सियालदह से जम्मू-तवी तक जाएगी। रेल बजट में दरभंगा से जालंधर वाया रक्सौल-गोरखपुर होते हुए अंत्योदय चलाने की घोषणा की गई थी। दूसरी अंत्योदय ट्रेन जयनगर से उदना के बीच चलेगी।

अंत्योदय में लगेगा सामान्य किराया

जयनगर व दरभंगा से खुलने वाली अंत्योदय एक्सप्रेस की सभी बोगियां सामान्य श्रेणी की होंगी। लेकिन, इसके बर्थ अन्य सामान्य ट्रेनों अलग होंगे। इसका किराया भी सामान्य ट्रेनों की तरह ही होगा। सामान रखने वाले उपरी बर्थ को भी गद्देदार किया गया है। हर रो में मोबाइल व लैपटॉप चार्जर की सुविधा होगी। हर बोगी में डस्टबिन के साथ शौचालय में इंडिकेटर सिस्टम लगा होगा।

हमसफर की हर होगी एसी

हमसफर ट्रेन को आम एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों से काफी अलग डिजाइन किया गया है। सारे कोच तृतीय वातानुकूलित श्रेणी के होंगे। इसकी हर बोगी में सीसी कैमरे के साथ जीपीएस आधारित पैसेंजर इनफॉरमेशन सिस्टम लगा होगा। बोगी से आग व धुंआ निकलते ही अलर्ट अलार्म बजने लगेगा और तत्काल उसपर काबू पा लिया जाएगा। हर बर्थ पर मोबाइल, लैपटॉप चार्जर प्वाइंट के साथ इंटीग्रेटेड ब्रेल डिस्प्ले सिस्टम लगा रहेगा।

जुदा होगी खूबसूरती

हमसफर को पूरी तरह महाराजा एक्सप्रेस का लुक दिया गया है। इसकी बोगी की खूबसूरती दूसरी ट्रेनों से जुदा होगी। ट्रेन के अंदर व बाहर की डिजाइन बदली रहेगी। इस ट्रेन में शाही महाराजा एक्सप्रेस की तरह विनाइल शीट्स का उपयोग किया जाएगा। पूर्ण वातानुकूलित हमसफर एक्सप्रेस की गति भी 130 किमी प्रति घंटे की होगी।

अधिक होगा किराया

हमसफर एक्सप्रेस के मेंटेनेंस पर अन्य ट्रेनों से अधिक खर्च होने का अनुमान है। इस कारण इससे यात्रा थोड़ी महंगी जरूर होगी। अभी तक इसका किराया तय नहीं हो सका है। अधिकारियों की मानें तो सामान्य ट्रेनों से इसका किराया 20 फीसद तक अधिक हो सकता है।

खुशखबरी: ‘माउंटेन मैन’ दशरथ मांझी के गाँव तक बिछाया जायेगा रेलवे लाईन

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बहुत बडी घोषणा की है। अकेले पहाड़ काटकर सड़क बनाने वाले बिहार के गया के दरशथ मांझी के गांव तक अब रेल लाइन बिछेगी।  रेल मंत्री सुरेश प्रभु ‘माउंटेन मैन’ के गांव तक रेल का विस्तार करना चाहते हैं. गहलौर घाटी में बनने वाले स्टेशन का नाम दशरथ मांझी के नाम पर होगा.

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि बिहार के लोगों के साथ उनकी भावनाएं जुड़ी हुई हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही रेलवे लाइन के लिए सर्वे किया जाएगा.

दशरथ मांझी ने गहलौर घाटी में 1960 से लेकर 1982 तक पहाड़ को छेनी और हथौड़ी से काटते रहे. 22 साल में पहाड़ को काटकर दशरथ ने 25 फीट ऊंची, 30 फीट चौड़ी और 360 मीटर लंबी सड़क बना डाली.
सड़क बनने से पहले गहलौर घाटी से वजीरगंज जाने के लिए 68 किमी घूमकर जाना पड़ता था. अब सड़क बन जाने से यह दूरी मात्र 6-7 से किमी हो गई है.

 

17 अगस्त 2007 को दिल्ली एम्स में कैंसर से पीड़ित दशरथ मांझी की मौत हो गई.
2015 में फिल्म निर्देशक केतन मेहता ने मांझी द माउंटेन मैन के नाम से दशरथ मांझी के जीवन पर फिल्म बनाई थी. इस फिल्म की शूटिंग 85 फीसदी गहलौर घाटी में हुई थी.

यह दशरथ मांझी का हिम्मत और जूनून ही था जिसके कारण जिस गहलौर में कभी जाने के लिए सड़क नहीं थी वहां खुद अकेल विशाल पहाड़ तोड सडक बना दिया तो आज उसी गांव तक रेलवे लाईन बिछाने की बात हो रही है।

ट्विटर पर तबियत खराब होने की दी सूचना, स्टॉप नहीं होने बावज़ूद सोनपुर में रोकी गई राजधानी एक्सप्रेस

हाजीपुर: ट्विटर पर मैसेज पढ कर यात्रियों की तत्काल मदद करनने के लिए प्रसिद्ध रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने फिर एक बिमार यात्री की मदद किया है।  केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु की कृपा से शुक्रवार की रात यात्रा के दौरान एक मरीज की जान बची गई।

डिब्रूगढ़ से नई दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस के बी-10 बोगी में यात्रा कर रहे गगनदीप शाही अपना इलाज कराने नई दिल्ली जा रहे थे। इसी दौरान हाजीपुर स्टेशन से ट्रेन खुलने के साथ ही उनकी तबीयत अचानक काफी खराब हो गई। जिसके बाद गगनदीप शाही के साथ दिल्ली जा रहे उनके पुत्र ने इस बात की जानकारी ट्विटर के माध्यम से केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु को दी। मैसेज मिलते ही रेल मंत्रालय से डीआरएम मनोज कुमार अग्रवाल को राजधानी एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे गगनदीप शाही की तबीयत खराब होने की सूचना दी गई।

 

सूचना मिलने के बाद डीआरएम के आदेश पर सोनपुर स्टेशन पर राजधानी एक्सप्रेस का ठहराव नहीं होने के बावजूद भी करीब बीस मिनट से अधिक समय तक रोका गया और सोनपुर मंडल चिकित्सालय के चिकित्सक डा.संतोष कुमार को भेजकर मरीज का इलाज करवाया गया।

 

इतिहास में पहली बार हो रहा है जब कोई आम आदमी भी केंद्रीय मंत्री तक अपना बात पहुचां सकता है।  लगभग सभी प्रमुख राजनेता सोशल मिडिया से जुडे हैं मगर ज्यादातर राजनेता सिर्फ अपना ब्रांडिंग करने के लिए बस उसका उपयौग करते है।  कुछ ही लोग हैं जो सोशल मिडिया के माध्यम से जनता के समस्याओं को हल करने के रूप उपयोग करते हैं।

भारत में चलेगी बुलेट ट्रेन से भी सुपर फास्ट मैग्लव ट्रेन, जारी हो चुका है टेंडर

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भारत में सिर्फ बुलेट ट्रेन ही नहीं बल्की बुलेट ट्रेन से भी सुपर फास्ट मैग्लव टेक्नॉलजी से चलने वाली ट्रेन चलेगी।  सरकार इस पर सिर्फ बात ही नहीं कर रही बल्कि इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी गई है और रूटों का चयन भी हो चुका है।

भारतीय रेलवे ने भारत में मैग्लव टेक्नॉलजी से चलने वाली ट्रेन उतारने के लिए विदेशी कंपनियों को आमंत्रित किया है। यह टेक्नॉलजी प्रस्तावित मुंबई-अहमदाबाद बुलेट प्रॉजेक्ट से भी तेज होगी। इस ट्रेन की औसत स्पीड 350 किलोमीटर प्रति घंटे है।

 

ऐसी ट्रेन अभी दुनिया के कुछ ही देशों में चलती है, अभी केवल जापान, चीन और जर्मनी में ही यह ट्रेन चल रही है। जापान की अत्याधुनिक मैग्लव ट्रेन ने 21 अप्रैल को 603 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल रन कर वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाया था।

 

इन ट्रेनों के लिए भारत में जिन रूटों का चुनाव किया गया है उनमें चेन्नै-बेंगलुरु, नागपुर-मुंबई, हैदराबाद-चैन्नै और नई दिल्ली-चण्डीगढ़ शामिल हैं। यह प्रॉजेक्ट पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) पर आधारित होगा। इंट्रेस्टेड कंपनियों को 6 सितंबर के पहले अप्लाई करना होगा।

 

 

‘प्रभु’ के रेल में दादागिरी, टिकट रहने पर भी मरीज को ट्रेन से धक्का मार उतारा

भारतीय रेलवे को सुधारने के लिए मोदी सरकार और सुरेश प्रभु भले लगातार कई प्रयास कर रहें हो मगर रेलवे अधिकारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।

गुरुवार को दानापुर रेलमंडल के आरा स्टेशन पर संघमित्रा एक्सप्रेस में तैनात एक टीटीई ने एक मरीज और परिजनों को धक्के मारकर ट्रेन से नीचे उतार दिया और साथ ही टीटीई ने उन्हें नीचे नहीं उतरने पर फेंक देने की भी धमकी दी।

घटना के दौरान रेल पुलिस व अन्य टीटीई मूकदर्शक बने रहे। प्लेटफार्म संख्या एक पर हुई घटना को देखकर मौजूद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा कर रहे लोग स्टेशन प्रबंधक के कार्यालय तक पहुंच गए। स्टेशन पर मौजूद दानापुर डिविजन के एसीएम तेज भट्टाचार्य और हाजीपुर जोनल कार्यालय से आए रेल अधिकारी आरआर सिन्हा के समझाने व टीटीई पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही लोग शांत हुए।

 

खबर के अनुसार संदेश थाना क्षेत्र के खुशडिहरा गांव निवासी रामाधार राय का पुत्र विश्वनाथ राय अपने परिजनों के साथ ट्रेन से यात्रा कर रहे थे। उनकी पत्नी बेबी देवी ने बताया कि टिकट रहने के बावजूद आरा स्टेशन पर टीटीई ने उनसे 350 रुपए जुर्माना वसूल लिया। जब परिजनों ने विरोध किया तो बीमार विश्वनाथ व परिजनों को धक्का देकर ट्रेन से उतार दिया।

मरीज तथा परिजनों की बात सुनकर प्लेटफार्म पर मौजूद यात्री आक्रोशित हो स्टेशन प्रबंधक कार्यालय पहुंच गए। स्टेशन प्रबंधक के कार्यालय कक्ष में बैठे दानापुर डिविजन के एसीएम तेज भट्टाचार्य और हाजीपुर जोनल कार्यालय से आए रेल अधिकारी आरआर सिन्हा ने पहल करते हुए मरीज के परिजनों को दूसरी गाड़ी से उन्हें भेजने की व्यवस्था की तथा वसूली गई जुर्माना राशि वापसी का आश्वासन दिया।

 

एसीएम ने टीटीई की टीम को फटकार लगाते हुए कहा कि जुर्माना वसूलने वाले टीटीई का पता नहीं चलने पर सभी टीटीई से पैसे वसूल कर पीडि़त यात्री को वापस करें।

 

रेलवे अधिकारियों की दादागीरी और करतूतों की खबर बराबर सुनने को मिलता रहता है।  सरकार को रेलवे को सुधारने के साथ उसके कर्मचारियों को भी सुधारने पे ध्यान देना चाहिए और ऐसे भ्रष्ट्र कर्मचारी पर कठोर कारबाई करके सबके सामने आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए ताकि अगली बार कोई ऐसी हरकत करने से पहले दस बार सोचे।

 

Source : Dainik Jagran

इस मामले में देश की पहली ट्रेन बन जाएगी बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस

दरभंगा: भारतीर रेलवे द्वारा संचालित और दरभंगा से खुलने वाली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस जल्द ही 26 कोंचो के साथ चलने वाली भारत की पहली ट्रेन बनेंगी।

 

इसके साथ ही दरभंगा-सीतामढी़- रक्सौल-नरकटियागंज-गोरखपुर हो कर रेलवे नयी दिल्ली के लिए  नयी ट्रेन का परिचालन करेगी। दरभंगा-गोरखपुर रेल खंड से दरभंगा नयी दिल्ली के बीच चलाने से ट्रेनों से दूरी मे आयेगी 100 किलोमीटर की कमी (रक्सौल-नरकटियागंज अमान परिवर्तन के बाद, जो अक्टूबर 2016 तक संभावित है)।

 

बिहार संपर्क क्रांति एक्स्प्रेस 02565 (ट्रेन कोड: 02565) भारतीय रेल द्वारा संचालित एक संपर्क क्रांति गाड़ी है। यह गाड़ी दरभंगा जंक्शन रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड: DBG) से 08:35AM बजे छूटती है और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड: NDLS) पर 05:55AM बजे पहुंचती है। इसकी यात्रा अवधि है 21 घंटे 20 मिनट। यह ट्रेन सप्ताह में रविवार, सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार को चलती है।

 

गौरतलब है कि मोदी सरकार आने के बाद और सुरेश प्रभु को रेल मंत्री बनने के बाद भारतीय रेल वोट बैंक के पटरी से उतर सुधारों के पटरी पर तेजी से दौर रही है।  कई वर्षों से निलंबित बिहार के रेल परियोजनाओं पर भी तेजी से कामचल रही है।