बिहार के आनंद कुमार प्रतिष्ठित कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में देंगें लेक्चर

पटना के सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार का दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है| वैसे तो आनंद कुमार अपने कामों से देश-दुनिया में पहले से ही जाने जाते हैं मगर इसी साल उनकी जिंदगी पर आई फिल्म के बाद उनकी लोकप्रियता आसमान छू रही है|

बिहार के प्रसिद्ध गणितज्ञ आनंद कुमार को विश्वभर में प्रतिष्ठित कैंब्रिज यूनियन और विश्व की सबसे पुरानी कैंब्रिज विश्वविद्यालय के डिबेटिंग एंड फ्री स्पीच सोसाइटी ने भाषण देने के लिए आमंत्रित किया है|

ज्ञात हो कि इंग्लैंड में स्थित कैंब्रिज विश्वविद्यालय ने कभी पढाई के लिए उनको आमंत्रित किया था मगर पैसे की कमी के कारण वे वहां नहीं पढ़ सके थें|

विश्वविद्यालय द्वारा भाषण देने के लिए बुलाय जाने पर आनंद कुमार ने अपने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “आज लग रहा है जैसे सपना पूरा हो गया है । कभी पैसे के आभाव में एडमिशन मिलने के बावजूद कैंब्रिज नहीं जा सका था और आज कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के उस मंच पर बोलने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है जहाँ रोनाल्ड रेगन और विंस्टन चर्चिल जैसे लोग बोल चुके हैं l”

दो दशक पहले की थी सुपर-30 की स्‍थापना

आनंद ने पटना में दो दशक पूर्व सुपर-30 की शुरुआत की थी. इसका मकसद समाज के वंचित वर्गों के बच्चों को प्रतिष्ठित आईआईटी में प्रवेश के लिए बिना शुल्क लिए कोचिंग देना है. कैम्ब्रिज यूनियन ने आनंद कुमार को लिखे पत्र में कहा, ‘आपके निस्वार्थ सुपर-30 कार्यक्रम ने भारत में सामाजिक और शैक्षिक बाधाओं को तोड़ने में मदद की है. इसने दुनिया भर का ध्यान आकर्षित किया है.’

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कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिखाया गया आनंद कुमार पर बनी फिल्म ‘सुपर 30’ का ट्रेलर

पटना के सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार कभी पैसे के कमी के कारण कैंब्रिज यूनिवर्सिटी नहीं जा सके मगर आज उनके जिन्दगी पर बनी फिल्म ‘सुपर 30’ वहां तक पहुँच चुकी है|हाल ही में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने आनंद कुमार को अपने यूके-एशिया समिट में में बोलने के लिए बुलाया था| जहाँ उनके मौजूदगी में वहां के छात्रों को ‘सुपर 30’ का ट्रेलर दिखाया गया|

मौके पर आनंद कुमार ने यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के सामने मोटिवेशनल स्पीच दी| उन्होंने अपना परिचय देते हुए कहा कि वह उस राज्य से हैं जो नालंदा यूनिवर्सिटी और विक्रमशिला जैसे शैक्षणिक संस्थाओं के लिए जाना जाता है| उन्होंने शिक्षा की शक्ति से बारे में बात करते हुए बताया कि उनकी फिल्म सुपर 30 वंचित वर्ग को प्रेरित करेगी|

बता दें कि आनंद कुमार पर बनी फिल्म ‘Super 30’ 12 जुलाई को रिलीज होने वाली है|

कैम्ब्रिज में नहीं कर सके थे पढ़ाई
आनंद कुमार का 1994 में आगे की पढ़ाई के लिए कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में सिलेक्शन हुआ था| आनंद के पिता पोस्टल सर्विस में कर्मचारी थे और चिट्ठी छांटते और बांटते थे| आनंद कहते हैं, ”हमारा एडमिशन हो चुका था, लेकिन हमारे पास इतना भी पैसा नहीं था कि फ्लाइट पर बैठने का दे सके|

पिता जी की टेंशन बढ़ती गई और इसी चक्कर में उनकी अचानक मौत भी हो गई| इसके बाद लगा कि ऐसे बच्चे बहुत होंगे, जिनकी पढ़ाई पैसे के चलते छूट जाती है| और फिर हमने ऐसे बच्चों को पढ़ाने का फैसला किया| हमने तमाम बच्चों को चुन कर घर में रख कर के पढ़ाना शुरू किया|

ज्ञात हो कि इस साल आनंद कुमार के सुपर 30 से 18 छात्रों ने आईआईटी की परीक्षा उत्तीर्ण की है और इसी के साथ आनंद कुमार ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है। हाल ही में, बिहार के कोचिंग सेंटर के पूर्व छात्र सोशल मीडिया पर सुपर 30 में उनके वास्तविक जीवन शिक्षक आनंद कुमार की भूमिका निभा रहे ऋतिक रोशन की प्रशंसा व्यक्त करते हुए नज़र आये थे।

सुपरस्टार को दर्शकों से बेहद प्यार मिल रहा है और हर कोई बड़े पर्दे पर अभिनेता का यह करिश्माई अभिनय देखने के लिए उत्सुक है। ऋतिक रोशन अपनी आगामी फिल्म सुपर 30 में एक गणितज्ञ के किरदार में नज़र आएंगे, जो 30 छात्रों को आईआईटी-जेईई की प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार करते है। एचआरएक्स फिल्म्स के साथ मिलकर रिलायंस एंटरटेनमेंट प्रस्तुत करता है सुपर 30, जो साजिद नाडियाडवाला फिल्म, नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट, फैंटम फिल्म्स और रिलायंस एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित है। रिलायंस एंटरटेनमेंट और पीवीआर पिक्चर्स की यह फ़िल्म 12 जुलाई 2019 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

शिक्षक दिवस पर ऋतिक रौशन की बहुचर्चित फिल्म सुपर 30 का पोस्टर जारी

आईआईटी की कोचिंग देने वाली बिहार की संस्‍थान ‘सुपर 30’ (Super 30) के संस्‍थापक आनंद कुमार की बायोपिक का फर्स्‍ट लुक टीचर्स डे के मौके पर रिलीज किया गया है। यह फिल्‍म अगले साल 25 जनवरी को रिलीज होगी। फिलहाल इसकी शूटिंग जारी है। रिलायंस एंटरटेनमेंट और फैंटम फिल्म्स द्वारा निर्मित ‘सुपर 30’ विकास बहल द्वारा निर्देशित है।

ऋतिक रोशन की ‘सुपर 30’ के एक नहीं बल्कि तीन पोस्टर रिलीज किए गए हैं। इस फिल्म के पोस्टर को अनुराग कश्यप की प्रोडक्शन कंपनी फैंटम फिल्म्स ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। इन तीनों पोस्टर में ऋतिक रोशन का लुक और उनका अंदाज अब तक की उनकी सभी फिल्मों से एकदम अलग नजर आ रहा है। ऋतिक रोशन के फैंस ‘सुपर 30’ के पोस्टर को काफी पसंद और रिट्वीट भी कर रहे हैं। अब राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा..

गौरतलब बात यह है कि एक टीचर की बॉयॉपिक फिल्म का पहला पोस्टर लुक भी टीचर्स डे के मौके पर जारी हुआ। बता दें कि यह फिल्म सुपर-30 कोचिंग चलाने वाले पटना के मैथ्स टीचर आनंद कुमार की जिंदगी पर आधारित है। रितिक इस फिल्म में आनंद का रोल कर रहे हैं।

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सुपर-30 फेम आनंद, दुनियाभर में शिक्षा के क्षेत्र में अपनी खास पहचान बना चुके हैं। गौरतलब है कि सुपर-30 कोचिंग संस्थान आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को आईआईटी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराता है। इस संस्थान से पढ़कर अब तक 400 से अधिक छात्र आईआईटी पहुंच चुके हैं।

खुशखबरी: सुपर30 में पढ़ सकेंगें अब देश भर के छात्र, 30 से ज्यादा बच्चों का होगा दाखिला

हर साल बिहार के लगभग 30 गरीब बच्चों को आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में एडमिशन का सपना पूरा करने वाली पटना की सुप्रसिद्ध संस्था सुपेर30, अब अपना दायरा बढ़ने जा रही है|  ‘सुपर 30’ में अब सिर्फ 30 स्टूडेंट्स को ही शिक्षा नहीं दी जाएगी, बल्कि देशभर से और भी स्टूडेंट्स इस संस्थान का हिस्सा बनेगे|

‘सुपर 30’ के संस्थापक आनंद कुमार ने गुरुवार को कहा कि अब समय आ गया है कि ‘सुपर 30’ की सफलता का दायरा बढ़ाया जाए| देश के ज्यादा से ज्यादा होनहार जो पैसों की कमी के चलते अपने सपनों को साकार नहीं कर पा रहे हैं, उनके लिए ‘सुपर 30’ ने अपना हाथ आगे बढ़ाया है|

कैसे होगा ‘सुपर 30’ में सिलेक्शन

आपको बता दें, आनंद कुमार ने बताया, ‘अब सुपर 30 में दाखिले के लिए देश के विभिन्न राज्यों में एंट्रेंस परीक्षाएं आयोजित की जाएगी| जो स्टूडेंट्स इस परीक्षा में सफल होंगे उन्हें 2019 में आईआईटी एंट्रेंस परीक्षा के लिए ‘सुपर 30’ के विशेषज्ञों की देखरेख में तैयारी करने का मौका मिलेगा|

 

वहीं इस कड़ी में उत्तर प्रदेश के दो शहरों- लखनऊ और वाराणसी में 1 जुलाई को एंट्रेंस परीक्षा आयोजित की जाएगी| इसके लिए संबंधित शहरों के चुनिंदा संस्थानों में आवेदनपत्र (फॉर्म) उपलब्ध कर दिया गया है|

आनंद ने बताया परीक्षा में फिजिक्स, केमेस्ट्री, साइंस और मैथ में से 10-10 सवाल पूछे जाएंगे| ये परीक्षा एक घंटे की होगी|

आनंद कुमार 16 साल से चला रहें हैं सुपर30

आनंद कुमार 16 सालों से मुफ्त में गरीब तबके के 30 स्टूडेंट्स को आईआईटी एंट्रेस एग्जाम की तैयारी करवा रहे हैं. इस काम में उनका पूरा परिवार उनका साथ दे रहा है| उनकी मां खुद घर में सभी 30 स्टूडेंट्स के लिए खाना बनाती हैं और आनंद और उनके भाई प्रणव कुमार बच्चों को आईआईटी की तैयारी करवाते हैं| आनंद कुमार पर एक बायोपिक भी बना रही है, जिसमें रितिक रोशन मुख्य किरदार निभा रहे हैं| यह फिल्म इन दिनों काफी चर्चा में है|

अभयानंद सुपर-30 के संस्थापक IPS अभयानंद को जयपुर में किया गया सम्मानित

छात्रों के IG अंकल माने जाने वाले बिहार के आईपीएस अफसर अभयानंद केवल आईपीएस के लिए ही नही जाने जाते वल्कि ये गुरु के रूप में भी प्रसिद्ध हैं। अपनी ड्यूटी के अलावा आईजी अंकल बिहार में बच्चों को शिक्षा भी देते हैं। गरीब-गुरबे बच्चों को आईआईटी कराते हैं। इनकी अभयानंद सुपर-30 नामक एक संस्था है जहाँ से रिक्शावाले से लेकर खेतिहर मजदूर तक के बच्चे आईआईटी में जा रहे हैं।

जेईई एडवांस की परीक्षा में अभयानंद सुपर-30 की ओर से गरीब बच्चों को शिक्षा दी जाती है। हर साल बिहार ही नहीं, पूरे देश से उनके संस्थान के बच्चे आईआईटी में जा रहे हैं। फिलहाल अभयानंद सुपर-30 की पूरे देश में दर्जन भर शाखाएं हैं। वहीं बिहार में भी कई जिलों में इनके ब्रांचेज हैं। मेधावी छात्रों के बीच वे आज भी ‘आईजी अंकल’ के रूप में फेमस हैं।

फ़ाइल फ़ोटो

आईपीएस अभयानंद को राजस्थान के जयपुर में  सम्मानित किया गया। 

बीते गुरुवार को इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ रूरल मैनेजमेंट की ओर से अभयानंद को प्रशस्ति पत्र व मोमेंटो देकर राजस्थान के जयपुर में सम्मानित किया गया। मौके पर मैनेजमेंट के डायरेक्टर बारबरा ने अभयानंद को Thomas Canagan अवार्ड प्रदान किया।

इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ रूरल मैनेजमेंट की ओर से यह अवार्ड साल में एक बार शिक्षाविद् को उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिया जाता है। गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में पूर्व डीजीपी अभयानंद ने State vs Society विषय पर अपना व्याख्यान भी दिया।

उन्होंने बताया कि राज्य और समाज के बीच कैसे संबंध होने चाहिए। समाज को किन बातों पर ध्यान देने की जरूरत है। कैसे लोग एक दूसरे को मदद कर सकते हैं।

 

 

कौन बनेगा करोड़पति के हॉट सीट पर बैठेंगे सुपर 30 के आनंद कुमार

 KBC season 9 : इस बार KBC में बिहार के बड़े सेलिब्रेटी के तौर पर सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार हॉट सीट पर, महानायक अमिताभ बच्चन के साथ बैठेंगे।

आनंद कुमार, महानायक अमिताभ बच्चन के सवालों का जबाव देते दिखेंगे। इस कार्यक्रम का प्रसारण 8 सितंबर को होगा।

एक निजी चैनल के सूत्रों ने बताया कि हॉट सीट पर आनंद कुमार ने सात सवालों का जबाव दे, 25 लाख रुपये जीते।

इस दौरान एक-दो बार आनंद कुमार सवालों का जबाव देने में फंसे। इनका सहयोग इनके एक विद्यार्थी ने दिया।आईआईटी के एक छात्र अनूप कुमार ने एक सवाल का जबाव बताकर इन्हें राशि जिताने में मदद की।

बता दें कि शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के चलते हुए चयन। शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बेहतरीन कार्य के कारण सुपर 30 के आनंद कुमार का चयन किया गया है।

आनंद ने सुपर 30 संस्थान के जरिए मुफ्त पढ़ाई और आवास की सुविधा देकर आईआईटी जैसे देश के प्रतिष्ठित संस्थान में गरीब और जरूरतमंद बच्चों का दाखिला करवाया है। प्रत्येक साल 30 बच्चे आईआईटी में जा रहे हैं। इसी कार्य को लेकर केबीसी की ओर से इनका चयन सेलिब्रेटी के तौर पर किया गया।

फ़ाइल फ़ोटो

अमिताभ बच्चन और आनंद कुमार के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई। इसमें अमिताभ बच्चन ने आरक्षण फिल्म का जिक्र भी किया। आरक्षण फिल्म के रिलीज के पहले प्रमोशन के दौरान पटना में आनंद कुमार से अमिताभ की मुलाकात हुई थी।अमिताभ बच्चन ने आनंद से पूछा कैसे आपको इस तरह की प्रेरणा मिली…

IIT-JEE एडवांस का परिणाम आने के बाद सुपर-30 के आंनद सर ने FB पर किया भावुक पोस्ट।

IIT-JEE एडवांस 2017 का रिजल्ट आज जारी हो गया है। आनंद कुमार के ‘सुपर 30’ के सभी परीक्षार्थी सफल हुए हैं।

इस वर्ष JEE की परीक्षा 21 मई, रविवार को आयोजित की गयी थी। जेइइ एडवांस में बिहार के अभयानंद सुपर 30 के शशि कुमार ने 258वां रैक हासिल कर बिहार टॉपर बने।  इसी संस्‍थान से केशव राज 487वें रैंक के साथ सेकेंड बिहार टॉपर बने। सुपर 30 के ही श्रेयस राज को 562वां रैंक मिला है।

JEE का परिणाम घोषित होने के बाद गणितज्ञ आनंद कुमार facebook पर किया भावुक पोस्ट आंनद कुमार ने फेसबुक पर लिखें है…

“आंसुओं से नज़रें चुराकर हंसने का हुनर देखना है तो सुपर 30 के आंगन में एक बार आइएगा जरूर । आज फिर से सुपर 30 के अपने आंगन में मैंने कई सपनों को करवटें बदलते देख रहा हूँ । सफलता के शोर में गुरबत के दर्द को सिमटते देख रहा हूँ । पिछले 15 वर्षों से मैं हर साल यही अनुभव करते आ रहा हूँ ।
कामयाबी और सपनों में बड़ा गहरा रिश्ता होता है। जब मेहनत इरादों के रथ पर सवार होकर अपने सफर पर चल पड़ती है तो लाख मुसीबतों के बाद भी सफलता कदम चूमने को बेकररार हो जाती है। और इस बार के आई.आई.टी. प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट में मेरे सभी 30 बच्चों ने सफलता के झंडे गाड़कर यह सिद्ध भी कर दिया है । चाहे बेरोजगार पिता का बेटा केवलिन हो या सड़क किनारे अंडे बेचने वाले का बेटा अरबाज आलम हो, खेतों में मजदूरी करने वाले का बेटा अर्जुन हो या फिर भूमिहीन किसान का बेटा अभिषेक। इन सभी 30 बच्चों ने घनघोर आर्थिक पिछड़ेपन के काले बादलों का सीना चीरकर अपने सफलता की रौशऩी से पूरे समाज को रौशन कर दिया है। मैं आपने आपको बड़ा भाग्यशाली समझता हूँ क्योंकि मुझे मेरे पूरे परिवार के प्रत्येक सदस्य खासकर छोटे भाई प्रणव के साथ-साथ उन सभी शिक्षकों का सहयोग भी मुझे हासिल है, जो बच्चों के सफलता के लिए रात-दिन एक कर देते हैं । 
आज मेरे बच्चों ने मुझे कुछ और बड़ा करने का हौसला दिया है। बहुत ही जल्द मैं सुपर 30 का दायरा बड़ा करने जा रहा हूं। देश के कई हिस्सों में मैं घूम-घूम कर टेस्ट आयोजित करूंगा। ताकि 30 से ज्यादा बच्चों को उनकी मंजिल तक पहुंचा सकूं। मैं हर साल 30 बच्चों को अपने घर में रखता हूँ और खून-पसीने के अपने गाढ़ी कमाई के पैसे से ही उनके और अपने परिवार के लिए भोजन-भात का इंतजाम करता हूँ । आज तक मैंने किसी से एक रुपया चंदा नहीं लिया । आगे सुपर 30 को बड़ा करने के लिए मुझे किसी से पैसे नहीं चाहिए। हां, आपके सपने जरूर चाहिएं। और चाहिए आपका आशीर्वाद । मैंने सुना है कि दुआओं में बड़ी ताकत होती है । तो आइये समय निकालकर कभी मिलाने सुपर 30 के बच्चों से। रहेगा आपका इंतजार ।
If one has to see the art of turning tears of pain into tears of joy, Super 30 is the place to witness the transition. Today again I have seen many dreams turning into reality in the courtyard of Super 30, where the trials and tribulations of poverty have given way to joy of success.
And the story has been repeating for the last 15 years before my eyes. Perhaps, it is all because of the strong determination of the students. When it gels with dreams, success is never far away, no matter what the odds are. This year all my 30 students made it to IIT. As the results came, there was joy all around and the smiling faces of the students and their parents made my day. Be it the story of Kelvin, son of an unemployed father, or roadside egg seller’s son Arbaaz Allam, a farm labourer’s son Arjun or landless farmer’s son Abhishek, they all stand tall having overcome the stiff odds of poverty and deprivation to make it to IIT and become an inspiration for several others like them. They have all over one stiff odds to script their success stories.
I consider myself fortunate to have got full support from all my family members and especially my younger brother Pranav and my all my teachers, who worked day and night with me to bring smiles on so many faces. Today, I have also got inspired to do something bigger. Very soon I will plan to naked Super 30 bigger. We will organise tests in different parts of the country so that more and more students could be helped to successfully chase their dreams.
Every year I keep 30 students at home and nurture them and my family with my hard earned money. I have never accepted any donation from anyone. Even in future, I will not take money from anyone for expansion, but I will certainly require more dreamers who would be committed to put in hard work to realise their dreams. What is more, I require your blessings, as they give me strength. I have heard blessings have great power. Please do spare time someday to meet the inspiring lot of Super 30 students. I will wait for you.”

आनंद कुमार के Super- 30 पर बनेगी फिल्म, बायोपिक करेंगे रितिक रोशन।

जल्द ही आप देख पाएंगे बिहार के मैथेमेटिशियन आनंद कुमार जी के सुपर-30 पर फिल्म, बायोपिक करेंगे रितिक रोशन, मैथेमेटिशियन के रोल में आएंगे नजर।

रितिक रोशन को एक ऐसे रोल की तलाश थी जिसमें वो कॉमन मैन का किरदार निभा सके। बात चाहे ‘कृष’ सीरीज की हो या फिर ‘बैंग बैंग’ की या फिर उनकी पिछली रिलीज रिवेंज ड्रामा फिल्म ‘काबिल’। बॉक्स ऑफिस पर सुपर हीरो से लेकर डायनेमिक एक्शन हीरो के तौर पर नजर आ चुके रितिक रोशन की आखिरकार तलाश खत्म हुई।

पढ़ें आनंद कुमार सर से अपना बिहार की खास बात-चित

बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के डायरेक्टर विकास बहल ने अपनी अगली फिल्म ‘सुपर 30’ में मेन लीड के लिए एक्टर रितिक रोशन को कास्ट किया है जिसमें वो एक कॉमन मैन के रोल में दिखेंगे।

‘सुपर 30’ पटना के आनंद कुमार की कहानी है जो एक मैथेमेटिशियन हैं और एंटेरेंस एग्जाम के लिए स्टूडेंट्स को तैयार करते हैं। आनंद कुमार अपने इंस्टिट्यूट ‘रामानुजन स्कूल ऑफ मैथेमैटिक्स’ में हर साल 30 स्टूडेंट को सेलेक्ट करते हैं और फिर एग्जाम्स के लिए तैयारी करवाते हैं।

कहानी के मुताबिक अब तक का आनंद का रिकार्ड है की उनके सारे स्टूडेंट्स अच्छे नंबरों से पास होते हैं और पूरे एक साल के लिए उन्हीं के इंस्टिट्यूट में रहते हैं। आनंद कुमार ने हिंदी मीडियम के गवर्नमेंट स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की हैं, 44 साल के इस टीचर का एक ही लक्ष्य है अपने हर स्टूडेंट को अच्छे नंबरों से पास कराना।
आनंद कुमार के इंस्टिट्यूट ‘रामानुजन स्कूल ऑफ मैथेमैटिक्स’ में ज्यादातर स्टूडेंट्स ऐसे परिवार से आते हैं जिनके पास इंजीनियिरिंग की पढ़ाई के लिए उतने पैसे नहीं है। ना ही वो ट्यूशन की फीस देने लायक हैं। एक आम आदमी से खास बनने तक के सफर को अब बॉलीवुड के गुड लुकिंग एक्टर रितिक रोशन बड़े पर्दे पर दिखाएंगे।
अब यह देखना दिलचस्प होगा की पिछली सभी फिल्मों से बनीअपनी एक्शन हीरो वाली इमेज को रितिक इस फिल्म में बिना एक्शन और डांस से अपने फैंस के साथ कैसे कनेक्ट कर पाऐगें।

जेईई रिजल्ट में बिहारी छात्रों का जलवा कायम, आनंद कुमार के सुपर30 ने फिर दोहरा अपना रिकार्ड

आज सीबीएसई ने जेईई मेन का रिजल्ट जारी किया है । देश भर में छात्रों के बीच कहीं खुशी , कहीं गम का माहौल है। राजस्थान के उदयपुर के कल्पित वीरवल ने इंजीनियरिंग की संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई-मेन) में पहला स्थान हासिल किया है।

 

वही बिहार के छात्रों ने फिर अपने प्रतिभा का परचम लहराया है। हर बार की तरह इस बार भी आनंद कुमार के सुपर 30 के सभी छात्र सफल हुए हैं तो वहीं पटना के अभयानंद सुपर-30 के 22 छात्रों में से 20 छात्र सफल घोषित किए गए हैं। इनमें 296 अंक लाकर ऋषभ संस्थान का टॉपर बना है। मेंटर अभयानंद ने सभी सफल छात्रों को बधाई दी।

 

अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर खुशखबरी देते हुए आनंद कुमार ने लिखा ” अमेरिका से वापस आने पर घर में ख़ुशी का माहौल बना हुआ है | सुपर 30 के सभी स्टूडेंट्स जे.ई.ई. मेन क्वालीफाई जो कर गए हैं |”

 

JEE MAIN का रिजल्‍ट जारी, पटना के ‘अभयानंद सुपर 30’ इतने बच्चों ने मारी बाजी

सीबीएसई ने गुरुवार को IIT, JEE मेन का रिजल्ट घोषित कर दिया है।

IIT,JEE 10 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया था। पेन-पेपर बेस्ड मेन एग्जाम 2 अप्रैल को जबकि कंप्यूटर बेस्ड एग्जाम 8 और 9 अप्रैल को हुई थी।

– एग्जाम में 10 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने भाग लिया था। CBSE ने गुरूवार को इसका रिजल्ट घोषित कर दिया है।

– रिजल्ट जेईई की आधिकारिक वेबसाइट http://cbseresults.nic.in/ पर देखा जा सकता है।

 

पटना के अभयानंद सुपर-30 के 22 छात्रों में से 20 छात्र सफल घोषित किए गए हैं। इनमें 296 अंक लाकर ऋषभ संस्थान का टॉपर बना है। मेंटर अभयानंद ने सभी सफल छात्रों को बधाई दी।

जेईई मेन के ऑल इंडिया रैंक के आधार पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) सहित देश के अधिसंख्य नामचीन इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला होगा। साथ ही आगे की एडवांस्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए 28 अप्रैल को सुबह 10 बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा।

दो मई को संध्या पांच बजे तक बिना विलंब शुल्क के साथ रजिस्ट्रेशन स्वीकार किया जाएगा। विलंब शुल्क के साथ चार मई को शाम पांच बजे तक अभ्यर्थी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। जेईई एडवांस्ड की परीक्षा 21 मई को दो पालियों में आयोजित की जाएगी।

नये बिहार के हीरो: इनके कदमों के सहारे बिहार चल पड़ा है विश्वगुरु होने की राह पर

गुरु जौहरी की तरह होता है जो कोयले से हीरे को तराश लेता है। गुरु अगर चाहे तो साधारण इंसान को भी महान बना दे। बिहार के ही आचार्य चाणक्य थे जिन्होंने एक साधारण से बालक चंद्रगुप्त मौर्य को शिक्षा दे हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा सम्राट बना दिया था। आज भी बिहार की धरती पर ऐसे महान शिक्षकों की कमी नहीं है जो लगातार सैकड़ों बच्चों के भविष्य सँवारने में लगे हुए हैं । उन्ही में से आनंद कुमार, अभयानंद और गुरु रहमान जैसे शिक्षक हैं जो लगातार बिहार का मान बढ़ा रहें हैं।

आनंद कुमार

शिक्षा के क्षेत्र में पटना के आनंद कुमार और उनकी संस्था ‘सुपर 30’ को कौन नहीं जानता। हर साल आईआईटी रिजल्ट्स के दौरान उनके ‘सुपर 30’ की चर्चा अखबारों में खूब सुर्खियाँ बटोरती हैं। आनंद कुमार अपने इस संस्था के जरिए गरीब मेधावी बच्चों के आईआईटी में पढ़ने के सपने को हकीकत में बदलते हैं। सन् 2002 में आनंद सर ने सुपर 30 की शुरुआत की और तीस बच्चों को नि:शुल्क आईआईटी की कोचिंग देना शुरु किया। पहले ही साल यानी 2003 की आईआईटी प्रवेश परीक्षाओं में सुपर 30 के 30 में से 18 बच्चों को सफलता हासिल हो गई। उसके बाद 2004 में 30 में से 22 बच्चे और 2005 में 26 बच्चों को सफलता मिली। इसीप्रकार सफलता का ग्राफ लगातार बढ़ता गया। सन् 2008 से 2010 तक सुपर 30 का रिजल्ट सौ प्रतिशत रहा।
आज आनंद कुमार राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय मंचों को संबोधित करते हैं। उनके सुपर 30 की चर्चा विदेशों तक फैल चुकी है। कई विदेशी विद्वान उनका इंस्टीट्यूट देखने आते हैं और आनंद कुमार की कार्यशैली को समझने की कोशिश करते हैं। हाल ही में आनंद कुमार को विश्व के प्रतिष्ठित विश्विद्यालय हार्वर्ड ने अपने यहाँ लेक्चर के लिए बुलाया है। आज आनंद कुमार का नाम पूरी दुनिया जानती है और इसमें कोई शक नहीं कि आनंद कुमार बिहार का गौरव हैं।

 

अभयानंद

पढ़ाने का जुनून हो, कुछ अलग करने का हौसला हो तो वक्त की कमी तो बस बहाना है। आईजी अंकल के नाम से मशहूर बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद को भी एक एेसा ही जुनून है- बच्चों को पढ़ाना और आईआईटी की तैयारी कराना। अभयानंद की संस्था रहमानी ‘सुपर 30’ देश में हर साल सैकड़ों गरीब मेधावी छात्रों का दाखिला आईआईटी में करवाती है। पिछले साल भी उनके द्वारा देश भर में संचालित रहमानी सुपर 30 से 270 बच्चों को आईआईटी की परीक्षा में उत्तीर्णता हासिल की थी। बिहार पुलिस में अपनी सेवा के समय से ही वह बच्चों को पढ़ा रहें हैं और उनका मार्गदर्शन कर रहें है। बच्चों के आईजी अंकल एडीजी हुए और डीजीपी होने के बाद कुछ वर्ष पहले रिटायर भी हो गए हैं मगर पढ़ाने और पढ़ने का सिलसिला आज भी लगातार जारी है।

 

गुरु रहमान

बिहार की राजधानी पटना प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए देश भर में प्रसिद्ध है। जहाँ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थान लाखों की फीस वसूलते हैं, वहीं पटना के नया टोला में स्थित गुरू रहमान का ‘अदम्य अदिति गुरुकुल संस्थान’ है जो ग्यारह रुपया गुरु दक्षिणा लेकर छात्रों को दारोगा से लेकर आईएएस और आईपीएस बनाता है।
गुरुकुल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहाँ अन्य कोचिंग संस्थानों की तरह फीस के नाम पर भारी-भरकम रकम की वसूली नहीं की जाती, बल्कि छात्र-छात्राओं से गुरु दक्षिणा के नाम पर महज 11 रुपये लिए जाते हैं। 11 से बढ़कर 21 या फिर 51 रुपये फीस देकर ही गुरुकुल से अब तक ना जाने कितने छात्र-छात्राओं ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से लेकर डॉक्टर और इंजीनियरिंग के परीक्षाओं में सफलता हासिल की है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ बिहार के छात्र ही यहाँ पढ़ते हैं, बल्कि गुरुकुल में झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से भी छात्र आकर गुरु रहमान से टिप्स लेते हैं। सन् 1994 में जब बिहार में चार हजार दरोगा की बहाली के लिए प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की गई थी तो उस परीक्षा में गुरुकुल से पढ़ाई करने वाले 1100 छात्रों ने सफलता हासिल की थी जो एक रिकॉड है। शिक्षा माफियाओं द्वारा बिज़नेस बन चुके शिक्षण व्यवस्था के बीच ‘गुरु रहमान’ का ‘गुरुकुल’ अपने आप में प्रेरणा हैं।

बिहार के लाल आनंद कुमार को आईआईएम लखनऊ ने प्रतिष्ठित पुरस्कार से किया सम्मानित

हर साल 30 गरीब छात्रों को आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिला दिला उनकी जिंदगी बदलने वाले सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार को प्रतिष्ठित लक्ष्मीपत सिंघानिया-आईआईएम लखनऊ राष्ट्रीय नेतृत्व पुरस्कार  से सम्मानित किया गया।

पढें आनंद कुमार से खास बातचीत

केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को दिल्ली में एक समारोह में आनंद कुमार को यह सम्मान दिया। पिछले कुछ वर्षों में यह पुरस्कार रतन टाटा, आनंद महिंद्रा, नारायण मूर्ति , किशोर बियानी जैसे लोगों को मिला है । उल्लेखनीय योगदान करने वालों को प्रत्येक वर्ष यह पुरस्कार दिया जाता है। संस्थान की तरफ से कहा गया है कि सुपर 30 से सैकड़ों छात्रों का आईआईटी में दाखिले का सपना साकार हुआ है।

इस उपलब्धि पर आनंद कुमार ने कहा, “कल का तीसरा कार्यक्रम भी यादगार था । केंद्रीय वित्तमंत्री माननीय अरुण जेटली के हाथों से मुझे लक्ष्मीपत सिंघानिया-आईआईएम लखनऊ राष्ट्रीय नेतृत्व पुरस्कार प्राप्त हुआ । पिछले कुछ वर्षों में यह पुरस्कार रतन टाटा, आनंद महिंद्रा, नारायण मूर्ति , किशोर बियानी जैसे लोगों को मिला है । इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए मैं माननीय मंत्री अरुण जेटली जी तथा आईआईएम लखनऊ को तहे-दिल से धन्यवाद देना चाहता हूँ । मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूँ कि भविष्य में मैं और भी अच्छा करने का प्रयास करूँगा |”

 

Exclusive :बिहार के आईआईटियंस फैक्टरी का राज

जी  हाँ ! मैं आपको ले आया हूँ आज पटना (पाटलिपुत्र) के ऐतिहासिक जगह, जिसका 13 साल का शानदार स्वर्णिम इतिहास है ,  उपलब्धियों से भरा वर्तमान ! बिहार का गौरव, पुरे भारत की शान ! हाँ मैं बात कर रहा हूँ एक IITian’s फैक्ट्री की।बिहार के पटना में स्थित विश्व प्रसिद्द व्यक्तित्व श्री आनंद कुमार के सुपर 30 (Super 30) की !

इस विद्या के मंदिर तक जल्द-से-जल्द पहुँचने के चक्कर और जोश-जोश में  हमने पूरा पता भी पता नहीं किया| पूछ-पूछ के चलते गए मंजिल की तरफ।  उस अधूरे पते और आनंद सर के नाम के साथ आगे बढ़े जा रहे थे| यकीन मानिये इस कड़ी धुप भरी दोपहरी में साथियों के साथ हम कब लगभग 5 किलोमीटर पैदल चल गए, पता ही नहीं चला। गर्मी में बेहाल, पसीने से लथ-पथ , अपने पथ पर अग्रसर something like अग्निपथ!अग्निपथ!

जब अपना बिहार की टीम यहाँ पहुँची, आनंद सर का घर मिला, तो वाकई आनंदित हुआ मंजिल पाकर मुसाफिर। और जब उनके घर में दाखिला लिया तो क्या बताऊँ आँखे खुली , चेहरे पर मंद मंद मुस्कुराहट।

शानदार प्राकृतिक सानिध्य से भरा घर, छोटे-बड़े हरियाले पेड़-पौधे और चिड़ियों की चहचहाहट के बीच एकदम शांतिपूर्ण माहौल। अब लग रहा था ये कहाँ आ गए हम यूँ ही साथ-साथ चलते …! ख़ुशी से भरा पल !

आगे चले तो बायीं तरफ इंतजार करते कुछ मीडियाकर्मी  सर का इंतजार कर रहे थे।

फिर देखा बायीं तरफ एक तुलसी स्थल जिसपे कुछ भगवान के चित्र, आस्था और विश्वास का प्रतिक|  थोड़ा आगे बढ़ते ही मिला वो गाँव के जैसा मिट्टी का चूल्हा ( हाँ हम बिहार की राजधानी पटना शहर की बात कर रहे हैं )!  दायीं तरफ विद्या का वो मंदिर , जहाँ बेंच डेस्क लगा हुआ , एक ब्लैक बोर्ड , एक कुर्सी । हाँ यही वो स्थान है जँहा लगातार विगत 13 साल से कृतिमान बनाये जा रहे हैं और इसका नाम दुनिया के सबसे महानतम् विद्या संस्थानों में जुड़ चुका है !

इतना पावन दृश्य , क्या बताऊँ शब्द कम पड़ रहे हैं आज , सच में ! ये शानदार माहौल सकारात्मकता से भरा हुआ ! हम रोमांचित हो ही रहे थे कि इधर देखा गुरु द्रोण स्नान कर के लोगों से एक झलक मिलने आ गए| उन्होंने उस वक़्त पूरे कपड़े भी नहीं पहने थे, बस लुंगी में ही आ गए देखने कि कौन-कौन आये हैं ! किसी इंसान के सामान्य व्यक्तिव और सरल स्वाभाव का परिचायक है ये व्यव्हार ! पहले सभी मीडिया वालो से मिल| कुछ क्षण बातें कीं, फिर दूर ऐतिहासिक क्लास रूम में बैठे हम “आपना बिहार” के सदस्यों को देखा और खुद से पूछ दिया “आपलोग आपन बिहार टीम से आये हैं ?”  वाह बहुत अच्छा लगा की सर हमें पहचान गए , भले उन्होंने अंदाजा ही लगाया हो पर जी हम तो लट्टू  हो गए ख़ुशी से!

10 मिनट बाद आये और हमें बुलाकर अंदर एक कमरे में ले गए , वहां हमारा परिचय हुआ।हमसबों को असीम ख़ुशी मिल रही थी , आनंद सर भी हमारी बातें ध्यान से सुन रहे थे, दिलचस्पी ले रहे थे ! खुशनुमा माहौल का अंदाजा आप लगा सकते हैं क्या खूब यादगार पल थे वो , जब हम दीवाने अपने हीरो से मिल रहे थे , आनंद सर से मिल रहे थे ! सुपर 30 के आनंद कुमार से !

आनंद सर ने हमारी पिछली मुहीम #MatBadnamKaroBiharKo की सराहना की और कहा की आपलोग बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं, मुंबई में भी ये चर्चा का विषय था। फिर हमने अपनी जिज्ञासा दिखाई उनसे कुछ पूछने और सन्देश लेने की। हमारे वेबसाइट के साप्ताहिक 20 लाख लोगों तक पहुँच को देखते हुए हमने सवाल तैयार किये थे… विश्वस्तरीय शिक्षण देने वाले गुरु से ये सवाल तो लाजमी भी थे… है न !

उन्होंने विस्तृत वार्ता के लिए 3 दिन बाद समय देने की बात कही| हमने बताया – “हम देश के विभिन्न हिस्सों से आये हैं, हमारे फिर इस तरह साथ हो पाने का संयोग मुश्किल होगा”! तो उन साधारण व्यक्तिव और असाधारण प्रतिभा के मालिक ने अपने भक्तों की बात मान ली और इतनी सहजता से आग्रह की- “अभी 12:30 बज गए हैं दोपहर के, मैं भोजन कर के आता हूँ, फिर 10 मिनट  में मिलता हूँ”। और इसी बीच अंदर से मिठाई ( काजू बर्फी ) और पानी आया हमारे लिए| हमने इसे हमें “हाँ” मिलने के जश्न के रूप में लिया|

फिर हमसब उस ऐतिहासिक क्लासरूम में पहुंचे और महसूस किया, सचमुच कितनी सकारात्मक ऊर्जा से भरा था वो ज्ञान का मंदिर!

उस जीवंत माहौल को महसूस करने के लिए देखिए ये वीडियो –

 

ठीक 10 मिनट बाद आनंद सर लाल टीशर्ट और पैंट में चप्पल पहने आये हमारे पास| ये गर्मी और पसीना तो सबका साथ दे ही रही थी! कैमरा चालू किया गया , और याद आया- हम कॉलर माइक लाना भूल गए थे! आनंद सर ने कहा- “कोई बात नहीं पंखा बंद कर लेते हैं 10 मिनट के लिए”। सहसा इतनी गर्मी में ऐसा सुन के हम सब एक दुसरे का चेहरा देखने लगे , लेकिन ये बात अजीब उर्जा और शिक्षा दे गयी।

… और फिर शुरू हुआ हमारे ऐतिहासिक 9 मिनट, 24 सेकंड का वो यादगार पल ( साक्षात्कार वाला )जिसको हमने अपने ज़ेहन में हमेशा-हमेशा के लिए कैद कर लिया, हाँ कैद ही कर लिया! कैमरे में भी कैद किया है आप सब के लिए| जल्द ही वो पूरा विडियो भी ले के आयेंगे आपके बीच यहीं आपना बिहार वेबसाइट पर !

उम्मीद करता हूँ आपको ये हमारी सुपर 30 की पहली Documentry विडियो कवरेज  पसंद आई होगी , अगर अच्छा लगा हो तो विडियो को लाइक , शेयर और कमेन्ट कीजिये ! इससे हमारा उत्साह बढ़ेगा और आपके लिए आगे भी ऐसी ही शानदार पेशकश लायेंगे| बिहार के कोने कोने से बिहार की स्वर्णिम कहानीयाँ सुनायेंगे-दिखाएँगे|

 

JEE Advance Result : बिहार के छात्रों ने फिर किया धमाल, पटना सुपर30 के 28 छात्रों ने मारी बाजी..

पटना: देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान आईआईटी में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई) एडवांस 2016 के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं.  प्राप्त जानकारी के मुताबिक हर बार के तरह इस बार भी बिहारी छात्रों ने धमाल मचा दिया है।  

 

पटना के आनंद सुपर-30 में से 28 छात्रों ने सफलता हासिल की है तो वही ईशान तरुनेश बिहार और गुवाहाटी जोन के टॉपर बने हैंं. देशभर में ईशान को 33वीं रैंक मिली है. ईशान मुजफ्फरपुर के आईजी सुनील कुमार के पुत्र हैंं. इसके अलावा अश्विनी कुमार बिहार के सेकंंड टॉपर बने हैं. अश्विनी कुमार छपरा के एडीजे ओमप्रकाश के बेटे हैं.

 

साथ ही बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद द्वारा देश भर में चलाए जा रे अभयानंद सुपर 30 से 270 छात्रों ने सफलता के झंडे गाडे है।  अभयानंद ने दावा किया है कि सुपर-30 के अलग-अलग केंद्रों के 338 स्टूडेंट्स जेईई एडवांस में श्‍ाामिल हुए थे, जिनमें से 270 स्टूडेंट ने सफलता हासिल की है.

स्टूडेंट की सफलता को लेकर सुपर-30 में खुशी का माहौल है. सभी ने एक-दूसरे को मिठाई और आम खिलाकर बधाई दी.

 

ज्ञात हो कि इस बार जेईई एडवांस 2016 परीक्षा आईआईटी गुवाहाटी द्वारा आयोजित की गई है और जेईई मेन क्वालीफाई करने के बाद दो लाख स्टूडेंट्स ने 22 मई को एडवांस का एग्जाम दिया था. आज रिजल्ट घोषित होने के बाद सफल उम्मीदवारों की ऑल इंडिया रैंक भी घोषित कर दी जाएंगी.

जेईई एडवांस्ड के जरिए ही छात्रों को देश की तमाम आईआईटी और आईएसएम (इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स, धनबाद) के इंजीनियरिंग कोर्सेज में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा आईआईएसईआर, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस में भी आईआईटी एडवांस्ड के स्कोर से ही दाखिला मिलता है।

जयपुर के अमन बंसल (AIR – 1) ने परीक्षा में टॉप किया है। यमुना नगर के भावेश ढींगरा (AIR – 2) को दूसरा, जबकि जयपुर के ही कुणाल गोयल (AIR – 3) को तीसरा स्थान मिला है।

 

 

 

जरूर पढें : आनंद कुमार के सुपर 30 के सुपर होनहार छात्र से मिलिए..

हर साल 30 गरीब होनहार बच्चों को चुन मुफ्त में  IIT JEE का तैयारी करवा के उनको  IIT पढ़ने का सपने सच करवाने वाले बिहार के आनंद कुमार का पटना स्थित Super 30 को आज पूरी दुनिया जानती है।  

दुनिया के सबसे कठिन परिक्षाओं  में शुमार IIT की प्रवेश परिक्षा को क्रैक करना आसान काम नहीं है।  एसा कारनामा सुपर 30 के बच्चे हर साल करते है, इस साल भी करेंगे!

 

आइये मिलते है सुपर 30 के कुछ होनहार छात्रों से।  जो गरीबी से लड़कर अपने सपने को लंबी उडान देने के बहुत करीब है।

 

 

पुष्कर कुमार

पुष्कर कुमार

 

पुष्कर कुमार

दर्द जब क़ाग़ज़ और आंसू स्याही बन जाए तो तकदीर के पन्नों पर जो शब्द उभरते हैं, वे इंसान की पूरी किस्मत बदल डालते हैं। पुष्कर कुमार कुछ ऐसी ही इबारत लिखने में मशगूल है। मां बीमार है और पैसे के आभाव में ऑपरेशन तो दूर दवाई तक मयस्सर नहीं | और पिता की लाचारी कि रोज़ २५ किलीमीटर साइकिल चलते हैं एक बहुत ही छोटे से प्राइवेट स्कूल में जाकर पढ़ाने के लिए ताकि कुछ चन्द रुपये महीने के कमाकर पटना जैसे शहर में पूरे परिवार का किसी तरह भरण-पोषण कर सके |

 

लेकिन अब पुष्कर ने मुसीबतों को गिनना छोड़ दिया है, बल्कि वह उसे एक ज़िद बना बैठा है। तमाम मजबूरियों को चुनौतियों के रूप में स्वीकार किया है उसने | वह २२ मई को होने वाले एडवांस टेस्ट के लिए पूरी तरह से तैयार है |

 

सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार बोलते है,

“मुझे पूरा भरोसा है कि इस साल पुष्कर दुनिया को दिखायेगा कि कैसे एक सुपर 30 का विद्यार्थी विकट परिस्थितियों का सामना करते हुए भी तमाम सुविधायों से लैस रहने वाले बच्चे को मात देता है | मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद तो तेरे साथ है ही पुष्कर और सबसे बड़ी बात यह कि मुझे तुम पर गर्व भी है |”

बसंत

बसंत

बसंत

कुछ लोग सफल होते हैं, और कुछ लोग सफलता बांटते हैं। इस तस्वीर से झांकता बसंत कुछ ऐसी ही शख्सियत का मालिक है। सिर पर बोझ उठाते तथा खेतों में घंटों काम करते हुए पंहुचा था बसंत आनंद कुमार के पास | लेकिन आज एक दुनिया ऐसी है जो खुली बाँहों से उसका इंतज़ार कर रही है। आगामी 22 मई को IIT की परीक्षा मे अपनी मेहनत के बूते बसंत धमाकेदार दस्तक देने को बेताब है।

cपूरा भरोसा है मुझे बसंत पर कि वह सफलता की वो कहानी लिखेगा जिसे दुनिया सदा याद रखेगी ।”

– आनंद कुमार

 

 

जयवीर

जयवीर

 

जयवीर

उत्तर प्रदेश से सुपर ३० तक पहुंचे जयवीर मेहतन के धागों से अपनी उधड़ी किस्मत सिलने में लगा है। 22 मई कोआई. आई. टी. का फाइनल इम्तहान है और पूरी ताकत झोंक रखा जयवीर ने । लेकिन कुछ दिन पहले घर से खबर आयी कि पिता घूम-घूम कर जिस ठेले पर केले बेचते हैं, उसे पुलिस ने उलटकर तोड़ दिया है और सारे केले भी बर्बाद हो गए हैं ।

 

फिर भी आज जयवीर का हौसला टूटा नहीं है। यह वह खबर थी जिसने जयवीर को गुस्से से भर दिया। लेकिन इसका जवाब वह कल कागज पर देगा। अपने कठिन परिश्रम से परीक्षा में अच्छे रैंक लाकर वक्त के इस सितम को करारा जवाब देगा। मां को उसने यही पैगाम दिया है कि वह इतने अच्छे रैंक से आईआईटी की प्रवेश परीक्षा पास करेगा कि उसके पिता का यह संघर्ष हमेशा-हमेशा के लिए खत्म हो जाए।

 

आनंद कुमार कहते है,

“सुपर 30 संचालित करते हुए मुझे इतने साल हो गए, लेकिन यूपी के सुदूरवर्ती गांव में रहने वाले जयवीर कुमार का यह दृढ़संकल्प मैंने आजतक किसी दूसरे बच्चे में नहीं पाया। उम्मीद ही नहीं बल्कि मुझे पूरा यकीन है जिंदगी से जारी इस जंग में जीत मेरे जयवीर कुमार की जरूर होगी।”

 

 

(Source: जानकारी और फोटो आनंद कुमार फेसबुक पेज से लिए गये हैं। )