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13 दिसंबर से भरे जाएंगे बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा के फॉर्म

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने इंटर परीक्षा के बाद अब मैैट्रिक परीक्षा 2018 के लिए फॉर्म भरने की तिथि की घोषणा कर दी है|  मैट्रिक वार्षिक परीक्षा-2018 के फॉर्म 13 दिसंबर से भरे जाएंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि 19 दिसंबर तक बगैर किसी विलंब शुल्क तथा 20 से से 22 दिसंबर तक विलंब शुल्क के साथ बोर्ड की वेबसाइट  पर उपलब्ध लिंक पर स्वीकार किए जाएंगे। परीक्षा फॉर्म सूबे के 650 सहज वसुधा केंद्रों के माध्यम से भी भरे जाएंगे। इसकी सूची समिति की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी गई है। वैसे विद्यालयों के प्रधान जो वसुधा केंद्रों से परीक्षा फॉर्म नहीं भरना चाहते हैं, वे समिति द्वारा पूर्व में उपलब्ध कराए यूजर आइडी और पासवर्ड के माध्यम से सीधे फॉर्म भर सकते हैं।

स्क्रूटनी वाले परीक्षार्थियों का शुल्क होगा वापस 

बिहार बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि माध्यमिक वार्षिक परीक्षा-2017 के वैसे अनुत्तीर्ण परीक्षार्थी जिन्होंने स्क्रूटनी के लिए आवेदन दिया है और परिणाम प्राप्त नहीं हुआ है, वे फॉर्म भर सकते हैं। रिजल्ट प्राप्त होने की स्थिति में विद्यालय प्रधान के माध्यम से उनका परीक्षा शुल्क वापस कर दिया जाएगा।

बेटरमेंट वाले परीक्षार्थियों का नहीं होगा नया रजिस्ट्रेशन

वार्षिक परीक्षा 2016 और 2017 में उत्तीर्ण परीक्षार्थी किसी एक अथवा उत्तीर्ण विषयों के प्राप्तांक को समुन्नत करने के लिए नया रजिस्ट्रेशन नहीं कराएंगे। उनका फॉर्म पुराने रजिस्ट्रेशन नंबर पर ही स्वीकार किया जाएगा। समुन्नत कोटि के परीक्षार्थियों के लिए पूर्व वर्ष की परीक्षा में चयनित विषय में परिवर्तन का कोई प्रावधान नहीं है।

सात पहले के अनुत्तीर्ण परीक्षार्थी भी भरेंगे फॉर्म 

माध्यमिक वार्षिक परीक्षा 2011 से 2016 तक के पंजीकृत वैसे परीक्षार्थी जो पूर्ववर्ती और अनुत्तीर्ण हैं, वे पूर्व के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर वार्षिक परीक्षा-2018 में शामिल होने के लिए फॉर्म भर सकते हैं। उनके पूर्व अनुत्तीर्ण विषय के अनुरूप ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरा जाएगा।

बिहार बोर्ड में होगी कर्मचारियों की बहाली, ऐसे करें आवेदन…।

बिहार स्कू्ल एग्जामिनेशन बोर्ड (बिहार बोर्ड )के उच्च प्रभाग (inter counseling ) में कर्मियों की कमी दूर करने के लिए 60 M.T.S (मल्टी टॉस्किंग स्टाफ) की संविदा पर बहाली को शासी निकाय ने हरी झंडी दे दी है।

बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद कुमार ने बताया कि शिक्षा विभाग के निर्देश पर 187 तदर्थ कर्मी कार्यमुक्त किए गए हैं। इस कारण कार्य निष्पादन में परेशानी हो रही है। संविदा पर बहाली की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी कर ली जाएगी।

स्नातक और डीसीए (डिप्लोमा इन कंप्यूटर अप्लिकेशन) योग्यताधारी ही आवेदन कर सकते हैं। एससी और एसटी अभ्यर्थी के लिए आवेदन शुल्क 100 रुपये तथा अन्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए 400 रुपये है। शुल्क ऑनलाइन ही स्वीकार किया जाएगा।

लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद अभ्यर्थियों को कंप्यूटर दक्षता परीक्षा भी देनी होगी। सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों की उम्र सीमा 21 से 37 साल, महिलाओं, अतिपिछड़ा और पिछड़ा वर्ग के लिए 40 तथा एससी व एसटी के लिए 42 साल निर्धारित है।

गुरुवार को शासी निकाय की आपातकालीन बैठक में इसके लिए 25 अगस्त से 11 सितंबर के बीच ऑनलाइन आवेदन बोर्ड की वेबसाइट (www.bsebbihar.com) तथा (www.srsec.bsebbihar.com) पर स्वीकार किए जाएंगे।  

बिहार बोर्ड ने जारी किया इंटरमीडिएट का परिणाम | जानने के लिए क्लिक करें।

 

 

 

इस बार सौ प्रतिशत असली होगा बिहार बोर्ड टॉपर, बोर्ड ने की यह तैयारी।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने की खास तैयारी, इस बार 100% असली होगा बिहार टॉपर।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर और मैट्रिक में जो कोई भी छात्र टॉपर लिस्ट में आनेवाले होंगे उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच दोबारा की जायेगी। इसकी तैयारी बोर्ड ने अभी से करनी शुरू कर दी है। पिछले साल टॉपर घोटाला होने के बाद 2017 के रिजल्ट में सतर्कता बरती जा रही है। टॉप-100 में आनेवाले परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच के बाद ही टॉप-10 की सूची तैयार की जायेगी।

उत्तर पुस्तिकाओं के जांच के लिए बोर्ड की ओर से विषय विशेषज्ञ की एक टीम बनायी जायेगी।

समिति के अनुसार OMR shit की जांच के बाद रिजल्ट तैयार किया जायेगा। हर बार कोडिंगवाली उत्तर पुस्तिकाओं के अंकों को एक साथ किया जायेगा। इसके बाद बार कोड के अनुसार छात्र का नाम डाला जायेगा।इसके बाद ही टॉपर्स की सूची तैयार की जायेगी। पहले टॉप-100 की लिस्ट तैयार होगी। इसके बाद टॉप-50 और फिर टॉप-10 की सूची तैयार होगी।

बिहार बोर्ड के मैट्रिक और इंटर के सारे मार्क्स शीट और सर्टिफिकेट को इ-लॉकर से जोड़ा जायेगा। रिजल्ट घोषित होने के बाद सारे मार्क्स शीट और सर्टिफिकेट को इ-लॉकर में डाला जायेगा। इससे भविष्य में जरूरत पड़ने पर छात्र इसका इस्तेमाल कर पायेंगे। इ-लॉकर से जुड़ने के लिए तमाम छात्रों को यूजर आइडी और पासवर्ड दिया जायेगा।

 

बोर्ड ने इस बार अपनी ओर से पूरी कोशिस की है ताकि पिछले वर्ष की तरह कोई गड़बड़ी न हो।

बिहार बोर्ड के द्वारा जारी किया गया 2018 का परीक्षा का कैलेंडर।

बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड पटना ने सोमवार को वर्ष 2017-18 के लिए परीक्षा कैलेंडर जारी कर दिया।

वर्ष 2018 में नये सत्र शुरू होने के पहले इंटर और मैट्रिक की परीक्षाएं ले ली जायेंगी। इंटर परीक्षा, 2018 में 7-19 फरवरी तक, जबकि मैट्रिक की परीक्षा 21- 28 फरवरी तक ली जायेगी।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि, 2018 में 2 मार्च को होली है, इस वजह होली से पहले ही इन परीक्षाओं को ले लिया जायेगा।

परीक्षा के लिए अक्टूबर से दिसंबर तक भरे जायेंगे फाॅर्म
बोर्ड ने इंटर और मैट्रिक के परीक्षा फाॅर्म भरने की तिथि भी घोषित कर दिया है। इंटर का परीक्षा फाॅर्म बिना विलंब दंड के तीन से 20 अक्तूबर तक और विलंब दंड के साथ 21 से 28 अक्तूबर तक भरा जायेगा।
वहीं, मैट्रिक का परीक्षा फॉर्म 29 दिसंबर, 2017 से आठ जनवरी, 2018 तक भरा जायेगा, जबकि  नौ से 12 जनवरी तक विलंब दंड के साथ फाॅर्म भरा जायेगा।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक और इण्टर के परीक्षा में किया बदलाव।

BSEB: वर्ष 2016-17 season की मैट्रिक और इंटर की परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त हो गई।

वहीं 2017-18 की मैट्रिक व इंटर की परीक्षा में हो सकती है कुछ बदलाव, प्राप्त जानकारी के अनुसार अब प्रतियोगिता परीक्षा की तरह बिहार बोर्ड की इस परीक्षा में भी प्रश्नपत्र के चार सेट बनाए जाएंगे। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि चारो सेट में प्रश्न वही रहेंगे पर सबका क्रम अलग-अलग होगा।

बोर्ड का दावा है की ऐसा करने से नकल रोकने ने बोर्ड को मदद मिलेगी। प्रश्नपत्र के चार कॉपी की व्यवस्था इसी साल होने वाली कंपार्टमेंटल परीक्षा के दौरान से ही किया जाएगा।

इसके साथ हुए एक बैठक में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के गवर्निंग बॉडी ने परीक्षा सेंटर को भी ले कर नया फैसला लिया है। इस फैसले के अनुसार अब एक स्कूल तथा एक कॉलेज के स्टूडेंट का परीक्षाकेंद्र दस केन्द्रों पर भी भेजा जाएगा।

अब रैंडमाइजेशन के आधार पर रौल नंबर के अनुसार परीक्षाकेंद्र बनाए जाएंगे। गवर्निंग बॉडी का कहना था कि इस से कदाचार रुकेगा क्यूंकि एक स्कूल के स्टूडेंट का एक ही जगह सेंटर होता है तो सेंटर मैनेज कर कदाचार करवाया जाता है।

बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा आज से शुरू

बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा आज से शुरू होगी। इस साल के इंटर की तरह ही मैट्रिक में भी कदाचार मुक्त परीक्षा होगी। कुल 1532 केन्द्रों पर 17 लाख 63 हजार 423 परीक्षार्थी शामिल होंगे। कदाचार रोकने के लिए सभी केन्द्रों पर धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। विद्यालय परीक्षा समिति के अलावा सभी जिले में नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्यरत रहेंगा। हरेक केन्द्र पर 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक प्रतिनियुक्त है। परीक्षा की पहली पाली 9:30 बजे से 12:45 बजे तक और दूसरी पाली 2:00 बजे से 5:15 तक संचालित होगी

बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परीक्षा का संचालन किया जाएगा, साथ ही उन्होंने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है।

BSEB intermediate: पुरे सेंटर की परीक्षा रद्द | पढ़ें पूरी खबर।

BSEB ने बीते गुरुवार को इंटरमीडिएट परीक्षा में कदाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक पुरे केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी है। BSEB ने यह करवाई नवादा के सेठ सागरमल अग्रवाल महिला कॉलेज में की है। यहां कल प्रथम पाली में हुयी फिजिक्स की परीक्षा में बड़े पैमाने पर कदाचार की शिकायत मिलने के बाद इसे रद्द करने का निर्णय लिया गया है।

बोर्ड ने मामले में बेहद कड़ी कार्रवाई करते हुए यहां के केन्द्राधीक्षक , सहायक केन्द्राधीक्षक और परीक्षा कार्य में लगे 17 वीक्षकों को परीक्षा कार्य से मुक्त करने के साथ ही उनके निलंबन की कार्रवाई का भी आदेश दिया गया है। यहां तैनात दो मजिस्ट्रेट का भी वेतन रोकने का आदेश दिया गया है। सेंटर प्रभारी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किए गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस सेंटर पर पहली पाली में परीक्षा दे रहे 32 परीक्षार्थियों को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया था। इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद बोर्ड ने यहां की परीक्षा ही रद्द करने का फैसला ले लिया।

Bihar Intermediate का लिक प्रश्न पत्र फर्जी, होगी कड़ी करवाई :आनंद किशोर

बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड पटना के  इंटरमीडिएट के बायोलोजी का प्रश्न पत्र लीक मामले में शिक्षा मंत्री के बयान के बाद अब BSEB के चेयरमैन आनंद किशोर ने भी बयान दिया है।

उन्होंने दावा किया है कि वायरल प्रश्नपत्र फर्जी है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी ऐसा कर रहा है उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई की जाएगी। आनंद किशोर पहले अशोक चौधरी ने पर्चा लीक को महज अफवाह करार दिया था।

लेकिन आपको बता दें कि आज ही शुरू हुई इंटर की परीक्षा में बायोलॉजी के प्रश्नपत्र के लीक होने की खबर बिहार के कई जिलो से आ रही है। खास कर के सुपौल, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सहरसा, अरवल समेत कई अन्य जिलों में बायोलॉजी के पेपर लीक होने की सूचना के साथ-साथ व्हाट्सएप पर भी यह प्रश्नपत्र और उत्तर वायरल हो रहा है। वहीं बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर ने इसे फर्जी बताते हुए आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही है।

हालांकि लीक पर्चे में एक दो सवाल को छोड़ कर कोई भी सवाल या उत्तर मैच नहीं कर रहा है। इस कारण से यह अफवाह भी हो सकता है।

इस पर पुलिस पूरी तरह से छान बिन कर रही है।

बिहार बोर्ड 12th का admit card लोड, ऐसे करें Download

BSEB (बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड) के द्वारा शुक्रवार को इंटर का एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया है। स्कूल प्रधान अपने यूजर आईडी व पासवार्ड से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। एडमिट कार्ड शुक्रवार शाम पांच बजे के बाद से डाउनलोड होने लगा है। स्कूल के प्रधान बोर्ड की वेबसाइट  www.srsec.bsebbihar.com पर जाकर एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।

www.srsec.bsebbihar.com

वैसे छात्र-छात्राएं जिन्होंने अपना मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी दिया है, इन्हें एसएमएस से भी जानकारी मिलेगी।

छात्र-छात्राओं की दिक्कत दूर करने को बोर्ड ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। छात्र फोन नंबर- 0612-2222513, 2232074, 2232227, 2232239, 2232257, 7835049877, 7835049878 और 7835049879 पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सभी एडमिट कार्ड पर प्राचार्यों को हस्ताक्षर करना है। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि किसी तरह की दिक्कत होने पर प्रधान फोन कर सकते हैं।

Breaking News: टॉपर घोटाले के मुख्य आरोपी लालकेश्वर की पत्नि गिरफ्तार

पटना : अभी-अभी खबर आ रही है टॉपर घोटाले की मुख्य आरोपी लालकेश्वर की पत्नि उषा सिंह को एसआईटी ने गिरफ्टार कर लिया है। 

 

ज्ञात हो कि घोटाले में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद की पत्नी भी ऐसे ही रैकेट में शामिल थीं. लालकेश्वर प्रसाद की पत्नी उषा सिन्हा कोई और नहीं बल्कि जेडीयू की पूर्व विधायक हैं. उन्हें इस बार जेडीयू से टिकट नहीं मिला था.

 

उषा सिन्हा संस्कृत बोर्ड में मेंबर थीं.  उषा सिन्हा को भी रैकेट में शामिल बताया है. पटना पुलिस ने इस मामले में उषा सिन्हा को भी आरोपी बनाया था. साथ ही उनकी गिरफ्तारी की कोशिशें में छापेमायहरी भी तेज कर दी गई थी. इस मामले में अब तक कुल 8 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं वहीं पूर्व बोर्ड अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह अभी भी फरार है।

एक मुहिम: उनके साजिश को नाकाम करो, बिहार को मत बदनाम करो

बिहार: कुछ लोगों को जब भी मौका मिलता है बिहार को बदनाम करने लगते है।  उनको तो बस एक बहाना चाहिए बिहार को गाली देने के लिए।

फेसबुक पर लोग इसे अपना प्रोफाईल फोटो लगा रहे है

फेसबुक पर लोग इसे अपना प्रोफाईल फोटो लगा रहे है

 

बिहार के शिक्षा व्यवस्था से एक बडी चूक हुई है,  इसकी जितनी भी आलोचना कि जाए कम है और इसकी आलोचना होनी भी चाहिए।  मगर इसके नाम पर पूरे बिहार को बदनाम करना कितना उचित है?

कुछ फर्जी टॉपर के नाम पर पूरे बिहार के छात्र पर सवाल उठाना कितना उचित है?  क्या दुसरे बोर्ड में कभी ऐसी चूक नहीं होती?

बिहार को मत बदनाम करो

बिहार को मत बदनाम करो

बिहार को बदनाम करने की इस साजिश को रोकने के लिए सोशल मिडिया पर एक मुहीम चलाया जा रहा है #MtBadnamKroBiharKo जिसे लोगो का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है और शेयर किया जा रहा है।

ये आज से नही कई दशको से ट्रेंड चला आ रहा है, बिहार को नीचा दिखाने का। कोई भी मौका नही चूकते ये बिहारियों को लताड़ने में। प्लीज़ अब बस भी करो। ‪#‎MatBadnamKaroBiharKo‬

ये आज से नही कई दशको से ट्रेंड चला आ रहा है, बिहार को नीचा दिखाने का।
कोई भी मौका नही चूकते ये बिहारियों को लताड़ने में।
प्लीज़ अब बस भी करो।
‪#‎MatBadnamKaroBiharKo‬

बिहार के एक सेक्शन के लोग आईआईटी की लड़की सेक्शन में पूरे देश में टॉप करने या सुपर 30 के 27 गरीब बच्चों को आईआईटी में जाने से लगता है खुश नहीं हैं. वह इसे बिहार की सफलता से नहीं जोड़ेंगे. लेकिन फर्जी टॉपर की कही कहानी आयी तो खुद कुछ एलीट बिहारियों ने कोई कसर नहीं छोड़ा उसे बिहार का प्रतीक बनाने की.

 

mtbadnamkrobiharko

ये एक करारा जवाब उनके लिए है जो एक रूबी रॉय के नाम पर बिहार के प्रतिभावान विद्यार्थियों को चिढ़ा रहे हैं। हाँ हमे गर्व है, हम बिहार से हैं।

एक मामला को मुद्दा बना लोग यह खूब प्रचार कर रहे हैं कि बिहार फर्जी टॉपरो का फैक्ट्री है मगर हर साल और इस साल भी बिहार के एक गाँव से आइआइटी के प्रवेस परीक्षा में सफल हो धमाल मचा रहे हैं उस परर सब चुप क्यों है?

 

राज्यपाल के साथ बिहार बोर्ड के छ: पूर्व टौपर

राज्यपाल के साथ बिहार बोर्ड के छ: पूर्व टौपर

 

कुछ लोग यह अफवाह फैला रहे हैं कि बिहार का सभी टॉपर ललन टॉप है मगर उनकों शायद यह पता नहीं उसी बिहार के पूर्व टॉपर कई देशों में भारत के राजदूत है।

 

शेयर कीजिए और उनतक पहुँचाइये जो ‪#‎बिहार‬ के प्रतिभावान छात्रों को बदनाम करने का ठेका ले रखे हैं। आप खुलकर बिहार के टॉपर्स घोटालेबाजी का खुलासा कीजिए लेकिन हाँ बिहार के प्रतिभा को नीचा मत दिखाइये, हर ‪#‎बिहारी‬ को अनपढ़ कहकर मत लताड़िये।

शेयर कीजिए और उनतक पहुँचाइये जो ‪#‎बिहार‬ के प्रतिभावान छात्रों को बदनाम करने का ठेका ले रखे हैं।
आप खुलकर बिहार के टॉपर्स घोटालेबाजी का खुलासा कीजिए लेकिन हाँ बिहार के प्रतिभा को नीचा मत दिखाइये, हर ‪#‎बिहारी‬ को अनपढ़ कहकर मत लताड़िये।

आपन बिहार द्वारा शुरू किया गया बिहार को बदनाम करने वालो के खिलाफ यह यह मुहीम पूरे सोशल मिडिया पर छा चुका है।  बहुत तेजी से इसे शेयर किया जा रहा है और लोगों की जबरदस्त समर्थन एवं प्रतिक्रिया मिल रही है।

छह देशों में भारत के राजदूत है बिहार बोर्ड के छह पूर्व टॉपर

पटना: यह संयोग ही है जब पूरे देश में बिहार बोर्ड टॉपरों की बात हो रही है तभी बिहार बोर्ड के पूर्व टॉपर बिहार के दौरे पे आए हुए है।  बिहार शिक्षा बोर्ड इस साल के टॉपरों की प्रतिभा को फिर से परख रहा था, उसी वक्त पटना में इसी बोर्ड के छह पुराने टॉपर प्रदेश की तरक्की के रास्ते तलाश रहे थे।

 

राज्यपाल के साथ बिहार बोर्ड के छ: पूर्व टौपर

राज्यपाल के साथ बिहार बोर्ड के छ: पूर्व टौपर

 

बिहार आए बिहार बोर्ड के छह टॉपर अभी विभिन्न देशों में भारत के राजदूत हैं।  वे भी चाहते है कि बिहार आगे बढे।  बिहार के तरक्की में वे लोग भी अपना योगदान देना चाहते है।  अभी बिहार बोर्ड टॉपरों पर चल यहे विवाद से वे दुखी है।

ये सभी लोग बिहार बोर्ड से पास आउट हैं और बिहार के ही रहने वाले।  बिहार बोर्ड से पास हुए लोग पूरी दुनिया में फैले हुए है और अपनी काबलियत का लोहा मनवा चुके है।

ये हैं बिहार शिक्षा बोर्ड के पूर्व टॉपर

– राजीव कुमार – सेनेगल में भारत के राजदूत। सीतामढ़ी के हैं। इनका मन बिहार बसता है।
– आलोक कुमार सिन्हा –बहरीन में भारत के राजदूत, बिहार के ही हैं।
– कुमार तुहीन – नामीबिया में भारत के उच्चायुक्त, बिहार के ही हैं।

– मनोज कुमार भारती – यूक्रेन में भारत के राजदूत। मधुबनी के बेनीपट्‌टी खेरहा के हैं। स्कूलिंग नेतरहाट से हुई। टॉपर थे। आईआईटी कानपुर से बीटेक किया और फिर आईआईटी दिल्ली से एमटेक।
– प्रभात कुमार – मुजफ्फरपुर के बखड़ा-गोबिंदपुर के हैं कोलंबिया में भारत के राजदूत। सेंट माइकल, पटना से स्कूलिंग। टॉपर रहे हैं।
– संजीव रंजन – अर्जेंटीना में राजदूत। गया के नाजरथ से स्कूलिंग। सेंट माइकल से 12वीं की। डीयू से ग्रेजुएशन। बाद में आइएफएस बने।

देश की मिडिया : अगर टॉपर बनोगे बिहार में तो बदनाम करेंगे देश में !!

 आज कल सोशल मीडिया के तथाकथित इंटेलेक्चुअल लोगो की प्रजाति बिहार बोर्ड के Toppers के बारे में लंबा चौड़ा आलेख लिख कर, भाँति-भाँति की टिप्पणियॉ से सोशल मीडिया को भर रखा है। और होना भी चाहिए इतनी बड़ी घटना जो हुयी हैं। लेकिन सबसे ज्यादा आश्चर्य कई सारे महानुभाव की लेखों को पढ़कर ये हुआ की इनमे से ज्यादा प्रजाति बिहारियों को गरिया रहे है, कोई बिहार के सारे आइएस, आईपीएस, डॉक्टर्स और इंजीनियर को फ़र्ज़ी बता रहा है तो कुछ लालू जी के नौंवी पास लल्लन की बखिया उदेरने में लगे है कुछ बिहारियों को सिर्फ इसलिए गाली दे रहे है की उन्होंने बीजेपी को वोट नही दिया और लालू और नितीश की सरकार वहां आ गयी।

 

कोई ये मनवाने में लगा है की बिहार के सभी बोर्ड (CBSE, ICSE) का भी यही हाल है और सभी नक़ल कर ही आईआईटी और आईआईएम में एडमिशन हासिल करते आये है। बिहार बोर्ड के Toppers की पोल खुलने के बाद सभी लोग इस खबर को शेयर करके ऐसे पोस्ट कर रहे है जैसे पता नही क्या हो गया।

 

जो हुआ बहोत बुरा हुआ और ये बिहार में शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलता नज़र आ रहा है लेकिन इस बारे में कोई भी बात नही कर रहा है या कहना चाह रहा है की इन Toppers के Oral और written Reassessment में 13 में से 11 बिलकुल पास हुए!

इसका मतलब ये की जिन बिहार के Toppers की पुरे देश में चर्चा हो रही है उनमे सभी फर्ज़ीवाड़े से टॉप नही किया है। सिर्फ दो छात्र पास नही हुए इसके बावजूद कुछ लोग सभी toppers को शर्मशार कर रहे है, पता नही उनकी प्रॉब्लम क्या है या किस्से है?

बिहार से नफरत है, बिहारियों से उनकी जलती है या चारा खाने वाले परिवार से उनको प्रॉब्लम है या जो भी कारक हो!

 

इससे लोगो की घटिया मानसिकता के अलावा कुछ और नज़र नही आता दिख रहा है। सभी लोगो को एक ही रंग में रंगने का कोई मतलब नही निकलता। अगर बिहार में नितीश या अरविन्द केजरीवाल द्वारा सत्यापित लालू जी की सरकार आई भी तो क्या सभी लोगो ने आँख मूँद कर सिर्फ महागठबंधन को वोट दिया ???

नही न। Ias, Ips, Ifs, IIT, Medical, Bank PO या कोई भी ऐसा Recruitment Exam नही है जहाँ सिर्फ Marks के basis पर लोगो का चयन होता हो। हर प्रतियोगिता परीक्षा के लिए इनके dedicated domain की परीक्षाये होती है फिर भी कुछ पढ़े लिखे गवाँर जिनको की Intellectual गँवार बुलाना चाहूँगा वो बार बार अपने दो कौरी के आलेखों में बार बार इस बात का जिक्र कर रहे है जैसे की Ias, Ips की जॉब 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद मिल जाती है।

 

पटना में कुछ दिनों पहले बिहार से Indian Foreign Service की सेवा देने वाले बिहार बोर्ड Toppers की मीटिंग हुयी जिसमे Columbia, Senegal, Ukraine, Argentina जैसे देशो के राजनयिकों ( Indian Ambassador) ने एक Joint Statement दिया जिसमे उन्होंने बिहार बोर्ड से निकले हुए अभी तक के सभी लोगो पर सवाल उठाने वाले महानुभावो के आरोपों पर दुःख व्यक्त किया और साथ में ये भी कहा की हम भी अपने समय में बिहार बोर्ड से निकले हुए छात्र रहे है।

 

कुछ चिन्दिचोरो और राजनेताओ के सह पर काम कर रहे है शिक्षा माफियाओ के वजह से सभी बिहारी छात्रो पर संदेह करना बिलकुल भी सही नही है।

 

टॉपर का रिजल्ट रद्द कर दिया गया, सम्बंधित कॉलेज का मान्यता भी रद्द कर दिया।
मगर अशोक चौधरी जी सबसे बड़ा दोषी बिहार बोर्ड पर मौन क्यों है?
क्या बोर्ड की कोई गलती नहीं?
नकल मुक्त परीक्षा कराने की जिम्मेदारी किसकी है?
कॉपियों के मूल्यांकन की जिम्मेदारी किसकी है?
सिर्फ बच्चों पर दोष मढ़ कर शिक्षा विभाग अपने नाकामी पर पर्दा डाल रहीं है। कौन छात्र नहीं चाहता कि परीक्षा में उसको अच्छा अंक प्राप्त हो और अगर उसको काबलियत से ज्यादा अंक किसी तरह आ भी गया तो उसका जिम्मेदार कौन????

 

किसी IAS के इंटरव्यू से कम नहीं था। हर कदम पर टॉपरों को देना पर रहा है अग्निपरीक्षा। कभी मिडिया के सामने तो कभी बोर्ड के सामने। अगले साल से बच्चे टॉपर बनने से भी डरेंगे।

 

नोट : इस पोस्ट का मक़सद बिहार बोर्ड के फ़र्ज़ी Toppers, बिहार के CM या नेताओ को डिफेंड नही करना बल्कि फेसबुक पर और मिडिया में सक्रीय भाँति भाँति के प्रजातियों को ये सन्देश देना है की जो की आइएस, आईपीएस और आईआईटियंस सिर्फ 10वीं के सर्टिफिकेट दिखने से नही बन जाते है और बिहार बोर्ड के अलावा CBSE और ICSE बोर्ड से भी 10वीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियो की भी भरमार है इस प्रदेश में।

Bihar Board Results: शनिवार (28 मई) को इंटर आर्ट का रिजल्ट आ रहा है और मैट्रिक का रिजल्ट दिन…….

पटना: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बिहार बोर्ड मैट्रीक और इंटर आर्ट के बच्चों का रिजल्ट के लिए इंतजार खत्म हो जायगा। 

 

बिहार बोर्ड इंटर आर्ट्स स्ट्रीम का रिजल्ट शनिवार (28 मई) दोपहर 3 बजे जारी कर दिया जाएगा। वहीं, मैट्रिक का रिजल्ट रविवार को दोपहर तीन बजे जारी किया जाएगा।

छात्र अपना रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट biharboard.bih.nic.in और biharboardresult.co.in पर देख सकेंगे। बोर्ड का रिजल्ट खुद राज्य के शिक्षा मंत्री आशोक चौधरी करेंगे। सचिव हरिहर नाथ झा ने ये जानकारी दी है।

इन दोनों रिजल्ट के बाद बिहार बोर्ड के सभी रिजल्ट जारी हो जाएंगे। इसके बाद बोर्ड स्क्रूटनी और कंपार्टमेंटल परीक्षा में जुट जाएगा।

गौरतलब है कि इंटर साइंस और कौमर्स का रिजल्ठ बोर्ड पहले ही जारी कर चुका है।  आर्ट का रिजल्ट पूरी तरह तैयार नहीं होने के कारण इस में विलंब हुआ।

 

इस साल बिहार बोर्ड की परीक्षा पूरी तरह कदाचारमुक्त कराया गया है जिसकी हर तरफ चर्चा है।  इसका असर हाल ही में जारी हुए रिजल्ट में भी दिख रहा है। इस साल इंटर साइंस परीक्षा के रिजल्ट में बीते वर्ष की तुलना में 22.26 फीसद की गिरावट आई तो तो इंटर कॉमर्स की परीक्षा में कुल 80.87 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए। यह सफलता पिछली बार की तुलना में 09.68 फीसद कम रही।