CBSE 10th Result 2019: पटना के प्रियांशु राज 99 फीसद अंकों के साथ बने बिहार टॉपर

सीबीएसई की 12वीं के रिजल्‍ट के बाद अब 10वीं का रिजल्‍ट भी आ गया है। पटना के डीएवी पब्लिक स्‍कूल (बोर्ड कालोनी) के छात्र प्रियांशु राज 99 फीसद अंकों के साथ बिहार टॉपर बना है। रिजल्‍ट को लेकर परीक्षार्थियों के बीच खुशी की लहर है। परीक्षार्थी अपना रिजल्‍ट www.results.nic.in, www.cbseresults.nic.in, www.cbse.nic.in पर देख सकते हैं।

करीब 18 लाख स्टूडेंट्स को CBSE Class 10 Result का इंतजार था। कुल 91.10 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं। रिजल्ट पिछली बार से 4.40 % अच्छा रहा। पिछली बार 86.70 फीसदी ही पास हुए थे। तिरुवनंतपुरम रीजन ने 12वीं की तरह 10वीं में भी टॉप किया है। तिरुवनंतपुरम का रिजल्ट 99.85 फीसदी रहा। तो वही इसबार 13 स्टूडेंट्स ने किया टॉप है, सबके 499 मार्क्स हैं|

12वीं के मार्क्‍स वेरिफिकेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू

इस बीच सीबीएसई 12वीं परीक्षा में मार्क्‍स वेरिफिकेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन ले रहा है। इसके लिए परीक्षार्थियों से 500 रुपये प्रति विषय का शुल्क लिया जा रहा है। परीक्षार्थी उत्तर पुस्तिका की फोटोकॉपी के लिए 20 और 21 मई को ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसके लिए परीक्षार्थियों को प्रति विषय 700 रुपये का शुल्क देना होगा। बाद में परीक्षार्थी 24 व 25 मई को दोबारा मूल्यांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसमें उन्हें 100 रुपये प्रति प्रश्न देना होगा। यदि पूर्व के मूल्यांकन में किसी प्रकार की त्रुटि व गलती पाई गई तो संबंधित परीक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
सीबीएसई के सिटी को-ऑर्डिनेटर डॉ. राजीव रंजन सिन्हा ने बताया कि वेरिफिकेशन के दौरान अंक में किसी तरह का परिवर्तन होने पर परीक्षार्थियों को क्षेत्रीय कार्यालय से पत्र भेजकर सूचना दी जाएगी।

देशभर में 16वां स्थान प्राप्त करने वाला बिहार का हर्ष बना मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट का स्टेट टॉपर

​मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के परीक्षाफल में बिहार ने इसबार भी अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज कराई है. सीबीएसई द्वारा जारी की गई टॉप-25 की सूची में बिहार भी है. बिहार के स्टेट टॉपर हर्ष अग्रवाल ने देशभर में 16वां स्थान प्राप्त किया है. इंडियन अॉयल कॉर्पोरेशन में मैनेजर के बेटे हर्ष की इच्छा गरीबों का इलाज करना है.

इसी तरह ओडिशा सरकार में प्रधान सचिव नितिन चंद्रा के बेटे पटना के निपुण ने को देशभर में 55वां स्थान प्राप्त हुआ है।

केंद्रीय माध्‍यमिक शिक्षा बोर्ड ने ऑफिशियल वेबसाइट पर इस रिजल्ट को जारी किया है. पंजाब के नवदीप को ऑल इंडिया रैंकिंग में पहला स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि मध्य प्रदेश के अर्चित गुप्ता दूसरा और एमपी के ही मनीष मूलचंदानी तीसरे स्थान पर रहे. ज्ञात हो कि हाल ही में संपन्न एम्स इंट्रेंस एग्जाम में हर्ष अग्रवाल को पूरे देश में पाचवां रैंक हासिल हुआ था.
नीट 2017 का अायोजन पिछले सात मई को आयोजित किया गया था. इसे देश में 1921 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित किया गया था. परीक्षा में 11 लाख 35 हजार 104 उम्मीदवारों ने भाग लिया था, जो कि पिछले साल के परीक्षार्थियों से 41.42 फीसदी ज्यादा है.

कैंसर को मात देते हुए बिहार के लाल अनुराग ने सीबीएसई दसवीं में किया कमाल

कहतें हैं ना अगर हौसले मजबूत हों तो सामने तूफान भी हमारे चाल को नहीं रोक सकती और यह सिर्फ कहने मात्र ही नही बल्कि इसे सच कर दिखाया है पटना के बाल्डविन एकेडमी के दसवी के छात्र अनुराग मुदगल ने। बता दें कि अनुराग कैंसर को मात देते हुए सीबीएसई की दसवीं परीक्षा में 9.6 सीजीपीए हासिल किया है। और इससे बड़ी बात ये है कि बिहार के इस लाल ने यहां तक पहुंचने के लिए अबतक किसी कोचिंग या ट्यूशन का सहारा नही लिया।अनुराग कोअंग्रेजी, विज्ञान और हिंदी में ए वन तथा गणित व सामाजिक विज्ञान में ए टू ग्रेड प्राप्त हुआ। परिणाम जानकर पूरा मुदगल परिवार खुशी से फुले नही समा रहे हैं।
अनुराग मूलरूप से नवादा जिले के रोह प्रखंड के धनवां ग्राम के निवासी हैं। अनुराग ने बताया कि वे इलाज के बाद अब काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं। अनुराग को इंजेक्शन फोबिया था तथा कीमोथेरेपी के दौरान उसे बेहद तकलीफ होती थी। लेकिन मानसिक रूप से वो काफी मजबूत थे और उन्हें खुद पर यकीन था कि वह परीक्षा में और अपने जीवन मे बेहतर करेगा और आज परिणाम सबके सामने है।
फर्स्ट टर्म की परीक्षा से पहले अनुराग को कैंसर के बारे में पता चला। एकदिन भी स्कूल में क्लास नही कर सका लेकिन उसने परीक्षा दिया और पचास फीसदी अंक से हासिल किया। अनुराग का सपना आईआईटी क्लियर करके एस्ट्रोनॉमर बनने का है। फिलहाल अनुराग का इलाज आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान पटना से चल रहा है।
पूरे बिहार को अपने इस लाल पर गर्व है अनुराग को आगे के लिए ढेरों शुभकामनाएं।

बिहार के गया जिले की यह बेटी बनी इंटर सीबीएसई का बिहार टॉपर

सीबीएसई के 12वीं के नतीजों में एक बार फिर से बेटियों का जलवा रहा है. एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा रक्षा गोपाल ने 12वीं में 99.6% अंक के साथ पूरे देश में टॉप किया है तो बिहार में भी एक बिटिया ने स्टेट टॉपर बनने का गौरव हासिल किया है.

रक्षा ने इन्टर की परीक्षा में आर्ट्स स्ट्रीम से 99.6 प्रतिशत अंक हासिल किया है तो साइंस स्ट्रीम में 97 फीसदी अंक ला कर बिहार के गया की रहने वाली शिवा स्टेट टॉपर बनी हैं. शिवा ने ये अंक साइंस स्ट्रीम में हासिल किये हैं.

 

शिवा ने अपनी सफलता के बारे में बताते हुए कहा कि सबसे ज्‍यादा जरूरी है रेग्‍यूलर प्रैक्टिस। इसके बिना कुछ भी नहीं हो सकता है। मैं परीक्षा के काफी समय पहले से सभी चैप्‍टर को प्रतिदिन पढ़ती थी। यदि कोई प्राब्‍लम आती थी तो उसे दूर करते थे। फिर परीक्षा में पूरे कानफिडेंस के साथ बैठी। नतीजा अच्छा आया।

 

शिवा ने कहा कि आगे वह आइआइटी में पढ़ना चाहती है। उसके बाद यूपीएससी की परीक्षा क्‍वालिफाई कर देश की सेवा करना चाहती है।

CBSE बोर्ड के दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं होगी 9 मार्च से शुरू

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए परीक्षा का कार्यक्रम 9 मार्च से रखा गया है।

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सीबीएसई ने एक बयान में कहा कि परीक्षा एक सप्ताह टालने से पहले काफी विचार विमर्श किया गया। अब छात्रों को परीक्षा की तैयारी करने के लिए और समय मिलेगा।

सीबीएसई की जनसम्पर्क अधिकारी रमा शर्मा ने बताया कि पंजाब, गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 9 मार्च 2017 से आयोजित करने का निर्णय किया गया है।

सीबीएसई ने मुख्य चुनाव आयुक्त को चुनाव कार्यक्रम तय करते समय आमतौर पर हर वर्ष मार्च और अप्रैल माह में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के शेड्यूल को ध्यान के लिए पत्र लिखा था। इसके बाद यह तय किया गया है कि अब बोर्ड परीक्षाएं नौ मार्च से शुरु हो जाएंगी।

सीबीएसई की तरह होगा बिहार बोर्ड दसवी और इंटरमीडियट का नया सिलेबस

बहुत जल्द बिहार विद्यालय परीक्षा समिति दसवी और इंटरमीडिएट स्तर पर गणित और विज्ञान के पाठ्यक्रम में बदलाव करने जा रही है. उम्मीद है की वर्ष 2018 सत्र से पाठ्यक्रम सीबीएसई के तरह लागु कर दी जायेगी।

सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड के स्टूडेंट्स की तरह बिहार बोर्ड के स्टूडेंट्स की भी अपने विषय पर मजबूत पकड़ होगी. जल्द ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति मैट्रिक और इंटरमीडिएट स्तर पर मैथेमेटिक्स और साइंस के सिलेबस को सीबीएसई पैटर्न पर करने जा रहा है. इसको लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है. नवंबर में होने वाली एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इसे अमली जामा दिया जायेगा. नये सिलेबस को 2018 से लागू करने की संभावना है. नये सिलेबस में पूरी तरह से एनसीइआरटी को लागू किया जायेगा. 9वीं से 12वीं तक हर विषय में एनसीइआरटी बुक से ही पढ़ाई होगी. यह बदलाव नयी शिक्षा नीति के तहत किया जा रहा है.

मैथेमेटिक्स और साइंस का सिलेबस एक हो, इसके लिए सीबीएसइ और आइसीएसइ बोर्ड सहित 10 से अधिक स्टेट बोर्ड ने इसे मंजूरी दे दी है. कुछ दिनों पहले बिहार बोर्ड के पास पत्र लिखा गया था. इसमें मैथ और साइंस के सिलेबस को एक पैटर्न पर करने की बात कही गयी थी. इस पत्र को बोर्ड की ओर से शिक्षा विभाग को भेज दिया गया था. अब इस प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है.

परीक्षा पैटर्न में भी किया जायेगा बदलाव
2017 की मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षा पैटर्न में बदलाव करने की भी तैयारी बिहार बोर्ड की ओर से की जा रही है. ज्ञात हो कि वर्तमान पैटर्न पिछले दो सालों से लागू है. पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने 40 अंकों का वस्तुनिष्ठ प्रश्न को लागू किया था. इससे पहले रहे बोर्ड अध्यक्ष राजमणि प्रसाद ने वस्तुनिष्ठ प्रश्न में मल्टीपल च्वाइस को समाप्त कर दिया था. एक बार फिर नये अध्यक्ष आनंद किशोर परीक्षा पैटर्न को बदलाव करने जा रहे हैं. समिति से मिली जानकारी के अनुसार 2017 में ही नये पैटर्न पर परीक्षा ली जा सकती है.  

नवंबर में होगी बैठक
मैट्रिक और इंटर के परीक्षा पैटर्न में बदलाव लिया जायेगा. नवंबर में इसको लेकर बैठक होगी. अभी विचार चल रहा है. नये परीक्षा पैटर्न को 2017 से ही लागू किया जायेगा.

इस बिहारी ने सीबीएसई को झुकने पर मजबूर किया, देश के 50 लाख छात्रों को मिलेगा यह अधिकार

देश भर के लाखों विद्यार्थियों के लिए बहुत ही ख़ुशी की खबर है. अब सूचना के अधिकार के तहत विद्यार्थी सीबीएसई बोर्ड, जेईई, नीट एवं नेट परीक्षा की जांची हुई उत्तर-पुस्तिका मात्र दस रूपये में पा सकेंगे.

 

 

ज्ञात हो कि पहले सीबीएसई किसी भी तरह के जांची हुई उत्तर-पुस्तिका सुचना के अधिकार अधियिनम 2005 के तहत उपलब्ध नही कराती थी इसकी जानकारी बिहार के कानून के विद्यार्थी कुमार शानू को मिली.

शानू ‘ विस्सल फॉर पब्लिक इंटरेस्ट- व्हिप’ के संस्थापक हैं. व्हिप देश भर के क़ानूनी छात्रों के सहयोग से समाज में मजूद अनेक परेशानियो को न्यायपालिका के माध्यम से हल करने के उद्देश्य के साथ कार्य करती है.

आरटीआई के माध्यम से व्हिप के सदस्यों को यह जानकारी मिली कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के वाबजूद सीबीएसई छात्रों को जांची हुई उत्तर पुस्तिका आरटीआई के अन्तर्गत नहीं मुहैया कराती है. उत्तर पुस्तिका पाने के इच्छुक छात्रों को शुल्क के रूप में एक हज़ार रुपए देने होते हैं. आप जान कर चौक जायेंगे कि जो आंसर कॉपी हमे आरटीआई के तहत 10 रुपये में मिल सकती है उसे पाने के लिए छात्रों को प्रति विषय 1,000 रुपये खर्च करने होते है. गरीबी रेखा से नीचे गुजारा करने वाले छात्रों को आरटीआई के अन्तर्गत उत्तर पुस्तिका निशुल्क मिल सकती है. शानू के अनुसार यह उच्चतम न्यायालय द्वारा 2011 में आदित्य बंदोपाध्याय मामले में दिए गए फैसले की अवमानना थी. उन्होंने इस सन्दर्भ में सीबीएसई के चेयरमैन से लिखित रूप में उच्चतम न्यायालय के फैसले को मानते हुए देश भर के छात्रों को उत्तर पुस्तिका आरटीआई के तहत मुहैया कराने का अनुरोध किया। इस पत्र के जबाब में सीबीएसई ने ऐसा करने में अपनी असमर्थता जताई। बेबस हो कर शानू एवम उनके मित्र पारस ने सीबीएसई को उच्चतम न्यायालय में घसीट दिया.

मूलतः बिहार के मोकामा के निवासी शानू के पिता किसान हैं. सामाजिक न्याय के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले शानू ने खुद ही इस मामले में सीबीएसई के खिलाफ खुद ही ड्राफ्टिंग एवं फाइलिंग की थी.

शानू की ओर से प्रख्यात अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने उच्चतम न्यायालय में बिना किसी शुल्क लिए बहस किया।

उच्चतम न्यायलय ने 16 अगस्त को शानू एवं उनके मित्र पारस द्वारा दायर की अवमानना याचिका का फैसला सुनाया.

उच्चतम न्यायालय के इस फैसले के अनुसार सीबीएसई को देश भर में छात्रों को जाँची हुई उत्तर पुस्तिका सूचना का अधिकार(आरटीआई) के तहत मुहैया कराने का आदेश दिया है. अब छात्र मात्र 10 रुपए में अपने उत्तर पुस्तिका पा सकेंगे। लगभग पचास लाख छात्र सीबीएसई द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षा, जेईई, नेट एवम नीट में भाग लेते हैं.

शानू के अनुसार इस फैसले से छात्रों को सूचना के अधिकार के तहत जाँची हुई उत्तर पुस्तिका मिलेगी ही साथ में देश के अधिकांश युवा इसी वजह से आरटीआई का सही रूप से इस्तेमाल करना सीख जाएंगे। आरटीआई का ज्ञान युवायों को अन्य सरकारी विभागों में पारदर्शिता लाने के लिए प्रेरित करेगा।

 

आपन बिहार से चर्चा के दौरान कुमार शानू ने कहा की

” कानून का छात्र होने के नाते अपनी ऊर्जा एवम सीमित ज्ञान को सकारात्मक तरीके से समाज के उत्थान के लिए लगाना मेरी नैतिक जिम्मेदारी है. जब तक सासें चलेंगी तब तक हक़ की लड़ाई लड़ता रहूँगा”