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पांच टीमों के साथ शुरू हो रहा बिहार का अपना आईपीएल, जयसूर्या और आरपी सिंह जैसे लोग मेंटर

क्रिकेट को लेकर जो राज्य प्रायः क्रिकेट एसोसिएशन में भ्रष्टाचार और गुटबाजी के लिए जाना जाता था, वह राज्य अब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के तर्ज पर अपना लीग शुरू करने जा रहा है| बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) बिहार में बिहार क्रिकेट लीग (Bihar Cricket League) आयोजित करने जा रहा है|

शुक्रवार को पटना क्रिकेट होटल में बिहार क्रिकेट लीग की पहली नीलामी हुई। पांच फ्रेंचाइजी ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के साथ पंजीकृत लगभग 100 क्रिकेटरों को चुना। लीग में पांच फ्रेंचाइजी टीमें अंगिका एवेंजर्स, भागलपुर बुल्स, दरभंगा डायमंड्स, गया ग्लैडिएटर्स और पटना पायलट्स भाग ले रही है| मैचों का एक निजी खेल चैनल पर प्रसारण किया जाएगा और बोली प्रति खिलाड़ी 50,000 रुपये रखी गयी थी|

दिलचस्प बात यह है कि पांच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर- सनथ जयसूर्या, तिलकरत्ने दिलशान, डैनी मॉरिसन, आरपी सिंह और वेंकटेश प्रसाद प्रसाद मेंटर के रूप में शामिल हैं।

बिहार क्रिकेट लीग(BCL) के लिए लगी 100 क्रिकेटरों की बोली.. जानिए कौन कितने  में बिके | Nalanda Live

पूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों मदनलाल और सबा करीम पटना में बीसीएल की नीलामी के दौरान गेस्ट थे.

वह आईपीएल स्टाइल में बीसीएल पटना के बाढ़ उरजा स्टेडियम में 21-27 मार्च तक खेला जाएगा। पांच फ्रेंचाइजी – पटना पायलट, भागलपुर बुल्स, दरभंगा डायमंड्स, अंगिका एवेंजर्स और गया ग्लेडिएटर्स – राज्य के प्रसिद्ध क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। अधिकांश टीम मालिकों का जुड़ाव निर्माण और बुनियादी ढांचे से हैं और बिहार में उनके व्यावसायिक हित हैं। विजेता टीम 15 लाख रुपये जीतेगी, जबकि उपविजेता टीम को 10 लाख रूपये मिलेगी। वही प्रत्येक फ्रेंचाइजी की लागत 50 लाख रुपये है।

बीसीएल 2021 के आयोजकों के एलीट स्पोर्ट्स के निशांत दयाल ने कहा, “हम पिछले साल सितंबर से बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के साथ इस टूर्नामेंट की योजना बना रहे हैं। इसमें राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव का आशीर्वाद प्राप्त है।”

 

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रणजी ट्राफी: बिहार की सबसे बड़ी जीत, अरुणाचल प्रदेश को पारी और 317 रन से रौंदा

रणजी ट्राफी में बिहार के दमदार प्रदर्शन अभी भी जारी है| रणजी ट्रॉफी प्लेट ग्रुप के चौथे मुकाबले में बिहार ने बड़ी जीत दर्ज की है| बिहार ने अरुणाचल प्रदेश को पारी और 317 रनों से करारी शिकस्त दी है| अरुणाचल प्रदेश की पूरी टीम अपनी दूसरी पारी में 135 रनों पर ही ढेर हो गई|

बिहार की अबतक की यह अपनी सबसे बड़ी जीत है|

मोइनुल हक स्‍टेडियम में शनिवार को मैच के तीसरे दिन अरुणाचल प्रदेश को पारी की हार टालने के लिए 452 रनों की दरकार थी, लेकिन उसकी दूसरी पारी आशुतोष अमन (13.4-7-14-7) की कहर बरपाती गेंदों के सामने लंच से पहले ही 135 रनों पर सिमट गई।

#RanjiTrophy : बिहार ने अरुणाचल को पारी और 317 रन से रौंदा

बिहार ने अपनी पहली पारी पांच विकेट पर 536 रन पर समाप्त की थी जिसके लिए दोहरा शतक लगाने वाले सलामी बल्लेबाज इंद्रजीत कुमार (222) प्लेयर ऑफ मैच रहे।

कुछ दिन पूर्व यहीं पर बिहार ने सिक्किम को भी तीसरे दिन ही हराया था। इस सत्र में उसने अब तक चार मैच खेले हैं, जिसमें दो जीत, एक हार और एक ड्रॉ से 14 अंक लेकर वह तीसरे स्‍थान पर है। अब उसका अगला मुकाबला शिलांग में मेघालय के खिलाफ 22 दिसंबर से होगा।

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22 वर्षों के बाद पटना में होगा रणजी मैच का आयोजन, फ्री पास की व्यवस्था

भारतीय क्रिकेट में बिहार का 18 साल का वनवास ख़त्म होते ही बिहार क्रिकेट के अच्छे दिन आने लगे हैं| बिहार क्रिकेट टीम को रणजी खेलने का मौका मिलने के बाद अब बिहार रणजी मैच का आयोजन करने जा रहा है| 22 वर्षों के बाद 28 नवम्बर को पटना का मोईन-उल-हक स्टेडियम रणजी मैच का आयोजन करने जा रहा है|

एमएच स्टेडियम में बिहार और सिक्किम के बीच 28 नवंबर को मैच होगा| मैच के मुख्य अतिथि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी होंगे। रणजी मैच को देखने के लिए फ्री पास की व्यवस्था की गई है। फ्री इंट्री पास मोइनुल हक स्टेडियम के बीसीए कार्यालय, बीसीए कार्यालय होटल वेलकम पैलेस, भट्टाचार्य रोड, होटल पाटलिपुत्र कॉन्टिनेंटल, अनिसाबाद, मुन्ना जी का क्रिकेट कैंप, मोइनुल हक स्टेडियम (बाहरी परिसर), अंशुल क्रिकेट एकेडमी, शिवाला में भी उपलब्ध है।

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चार मैचों का होगा आयोजन

पटना का एमएच स्टेडियम 4 मैचों का आयोजन करने जा रहा है| 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक सिक्किम के खिलाफ, 6 से 9 दिसंबर तक अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ, 22 दिसंबर से 25 दिसंबर तक नगालैंड के खिलाफ, 7 जनवरी से 10 जनवरी तक मणिपुर के खिलाफ। पटना के अलावा बिहार क्रिकेट टीम को आगे शिलांग में 14 दिसंबर से 17 दिसंबर तक मेघालय टीम के खिलाफ और जोरहट में 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक मिजोरम टीम के खिलाफ मैच खेलने हैं।

गौरतलब है कि विगत वर्ष क्रिकेट में मान्यता मिलने के बाद बिहार क्रिकेट टीम विजय हजारे ट्रॉफी समेत 9 मैच खेल चुकी है, जिसमें से 7 मैचों में टीम को जीत मिली है।

घरेलू क्रिकेट में वापसी करते ही विजय हजारे ट्राफी के क्वार्टर फाइनल में पहुंचा बिहार

बस मानो 18 साल से अनुमति मिलने का इंतज़ार था| बिहार क्रिकेट टीम ने खरेलु क्रिकेट में वापसी करते ही धमाल मचा दिया है| रिकॉर्ड जीत के साथ सफ़र शरू करते हुए बिहार टीम आख़िरकार विजय हजारे ट्राफी के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है। बिहार ने  सोमवार को यहां मिजोरम को 9 विकेट से करारी शिकस्त देकर विजय हजारे ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।

बिहार क्रिकेट टीम

बिहार ने लीग चरण में सर्वाधिक 30 अंक हासिल किए और प्लेट ग्रुप से एकमात्र क्वालीफाईंग स्थान हासिल किया। बिहार के कप्तान केशव कुमार (21 रन देकर 4 विकेट) ने मिजोरम का शीर्ष क्रम झकझोरा। इसके बाद बाएं हाथ के स्पिनर आशुतोष कुमार (4 ओवर में 2 रन देकर 3 विकेट) ने मिजोरम को 27.2 ओवर में 83 रन पर ढेर करने में अहम भूमिका निभाई।

इसके जवाब में बिहार ने 15.4 ओवर में लक्ष्य हासिल कर दिया। सलामी बल्लेबाज विकास रंजन ने नाबाद 59 रन बनाए। इस तरह से उसने आठ मैचों में से सात में जीत दर्ज की। उसका एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। ज्ञात हो कि बिहार रणजी ट्रॉफी में आखिरी बार 2003-04 सत्र में खेला था।

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खुशखबरी: बिहार अब बीसीसीआइ के सभी टूर्नामेंटों में खेलेगा, रणजी ट्रॉफी एक नवंबर से

भारतीय क्रिकेट टीम को महेंद्र सिंह धोनी जैसा सर्वश्रेष्ठ कप्तान देने वाला बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का 18 साल का वनवास आखिरकार अब ख़त्म होगा| बुधवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने सत्र 2018-19 के घरेलू मैचों की तिथि घोषित कर दी। इसमें सबसे बड़ी खुशखबरी की बात है कि बिहार सभी टूर्नामेंटों में खेलेगा।

रणजी ट्रॉफी, अंडर-23, अंडर-19, वीमेंस सीनियर, वीमेंस अंडर-23 और वीमेंस अंडर-19 में बिहार को प्लेट ग्रुप में रखा गया है| पुरुष कैलेंडर की शुरुआत 17 अगस्त से नौ सितंबर तक चलने वाली दलीप ट्राफी (गुलाबी गेंद से दिन-रात्रि टूर्नामेंट) के साथ होगी|
इसके बाद विजय हजारे (राष्ट्रीय एकदिवसीय टूर्नामेंट) टूर्नामेंट का आयोजन 19 सितंबर से 20 अक्तूबर तक होगा| रणजी ट्राफी एक नवंबर से छह फरवरी तक खेली जायेगी| रणजी में बिहार के साथ इस ग्रुप में अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, पुदुचेरी, सिक्किम और उत्तराखंड को रखा गया है|
ग्रुप की विजेता टीम नॉकआउट राउंड में प्रवेश करेगी| वहीं विजय मर्चेंट ट्रॉफी, अंडर-16 में बिहार को ईस्ट जोन में रखा गया है| ईस्ट जोन में बिहार के साथ झारखंड, त्रिपुरा, बंगाल, असम व ओड़िशा की टीमें हैं|
पूर्वोत्तर के सभी राज्यों, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, अरूणाचल प्रदेश, नागालैंड और बिहार की टीमों के घरेलू क्रिकेट में शामिल होने के बाद सीनियर पुरुष और महिला से लेकर अंडर 16 स्तर (लड़के और लड़कियों) के मैचों की संख्या में इजाफा हुआ है|

शुरुआत दलीप ट्रॉफी से 

बीसीसीआइ द्वारा जारी तिथि के अनुसार, सीनियर पुरुष वर्ग में दलीप ट्रॉफी 17 अगस्त से, विजय हजारे ट्रॉफी वनडे 19 सितंबर से, देवधर ट्रॉफी वनडे 23 अक्टूबर से, रणजी ट्रॉफी लीग 1 नवंबर से, नाकआउट 15 जनवरी 2019 से, ईरानी ट्रॉफी 11 फरवरी 2019 से, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी-20 की शुरुआत 21 फरवरी 2019 से होगी।

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रणजी ट्रॉफी में बिहार क्रिकेट की वापसी पर बीसीसीआई ने फिर लगाया यह अड़गा

17 साल के लंबे इंतजार के बाद भले ही बिहार को रणजी में खेलने की अनुमति मिल गई हो लेकिन मैदान पर टीम की वापसी अभी भी अंधेरे में है. सौरव गांगुली की अगुवाई वाली बीसीसीआई की तकनीकी समिति ने प्रशासकों की समिति (सीओए) की अगले साल से बिहार को रणजी ट्रॉफी में शामिल करने की सिफारिश पर आपत्ति व्यक्त की है.

सोमवार को कोलकाता में बैठक के दौरान महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम ने यह सिफारिश पेश की. बैठक में उपस्थित बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बिहार रणजी टीम को लेकर करीम के सुझाव के बाद पूरी समिति ने सर्वसम्मति ने महसूस किया कि इस संबंध में उचित प्रक्रिया अपनायी जानी चाहिए.

धिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर  कहा, ‘‘सबा करीम सीओए का पत्र लेकर आया था जिसमें तकनीकी समिति को बिहार को रणजी ट्राफी में शामिल करने के लिये हां करने का सुझाव दिया गया था. उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार हम बिहार को रणजी ट्राफी खेलने से नहीं रोक सकते हैं.’’

लेकिन एक अन्य सदस्य ने सबा से कहा कि इसकी क्या गारंटी है कि अगर हम बिहार को रणजी ट्राफी में खेलने की अनुमति देते हैं तो नगालैंड, मणिपुर और मेघालय अदालत नहीं जाएंगे. अभी तक बीसीसीआई ने नया संविधान स्वीकार नहीं किया है जिसमें लोढ़ा समिति के सुधार शामिल हैं. इसलिए बिहार अब भी पूर्वोत्तर के राज्यों के तरह एसोसिएट सदस्य ही है.’’

करीम ने समिति को समझाने की कोशिश की कि बिहार का मामला पूर्वोत्तर की तुलना में थोड़ा अलग है जहां क्रिकेट मुख्य खेल नहीं है और वहां आधारभूत ढांचे की भी कमी है। तकनीकी समिति ने करीम को दो विकल्प दिए या तो सीओए के निर्देशों के अनुसार बिहार को सीधे रणजी ट्राफी में एंट्री दी जाए और अन्य राज्यों से कानूनी कार्रवाई की अपेक्षा करें या फिर उन्हें जूनियर क्रिकेट में लाकर प्रक्रिया का अनुसरण करें। एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा , ‘‘यह फैसला सीओए को करना है कि उन्हें कौन सा विकल्प व्यावहारिक लगता है। समिति को जो सही लगा उससे उसने सबा करीम को अवगत करा दिया है।’’

मोइनुल हक स्टेडियम का जल्द होगा कायाकल्प साथ ही बीसीसीआई ने बीसीए के लोकपाल को दी मंजूरी

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने गुरुवार को बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के लोकपाल को हरी झंडी दिखा दी है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित लोढ़ा कमेटी के सीओए विनोद राय के द्वारा भेजे गए पत्र के आलोक में बीसीए सचिव रविशंकर प्रसाद सिंह ने यह जानकारी दी ।

 

उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उनके बोर्ड की बैठक में शामिल होने पर आपत्ति जताई थी, लेकिन लोकपाल की मंजूरी से न केवल बिहार में क्रिकेट को ट्रैक पर लाने में आसानी होगी, बल्कि वे बीसीसीआई के समक्ष मजबूती से अपना पक्ष रख सकेंगे । अब राज्य में क्रिकेट को लेकर किसी भी तरह की शिकायत बीसीसीआई के समक्ष नहीं , बल्कि बीसीए के लोकपाल हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त जज धरनीधर झा के समक्ष प्रस्तुत किया जा सकता है ।

 

मोइनुल स्टेडियम के लिए एमओयू पर प्रक्रिया अंतिम दौर में 

 

मोइनुल हक स्टेडियम को अत्याधुनिक बनाने को लेकर बीसीए और सरकार के बीच एमओयू की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। सूत्रों के अनुसार, कला, संस्कृति व युवा विभाग और नगर निगम के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने संचिका को खेल मंत्री शिवचंंद्र राम के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है । खेल मंत्री के शनिवार को मॉरीशस से लौटने के बाद एमओयू को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास भेजा जायेगा । इसके बाद बीसीसीआई की मदद से स्टेडियम को अत्याधुनिक बनेना का काम शुरु होगा, जिससे भविष्य में अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन हो सके ।

खुशखबरी: बिहार क्रिकेट एशोसिएशन ने जारी किया सीनियर रणजी टीम के लिए संभावित क्रिकेटरों के नाम

बिहार क्रिकेट एशोसिएशन ने जारी किया सीनियर रणजी टीम के लिए चयनित किये गए सदस्यो के नाम, जिन्हें 25 अगस्त 2017 से 15 दिनों तक कैम्प में रहकर मोईनुल हक स्टेडियम में खेलना है।

ज्ञात हो कि बिहार के क्रिकेटरों का 16 वर्षों का वनवास खत्म हो गया था जब लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के लिए बनी कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर (सीओए) की चार सदस्यीय कमेटी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) की वेबसाइट पर नया संविधान अपलोड किया था, जिसमें बिहार सहित पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को पूर्ण मान्यता दी गयी है। वहीं विदर्भ, मुंबई, सौराष्ट्र व बड़ौदा से पूर्ण मान्यता का दर्जा छीन लिया गया है। कमेटी ने यह स्पष्ट किया है कि एक राज्य में पूर्ण मान्यता प्राप्त एक ही संघ होगा।

बिहार रणजी टीम के संभावित टीम की सूची

1 कुमार आदित्य (पटना)

2 इंद्रजीत कुमार (पटना)

3 अभिनव कुमार (बेगूसराय)

4 निशित कुमार(बेगूसराय)

5 कुंदन कुमार(मुज़फ़्फ़रपुर)

6 विकाश यादव(भागलपुर)

7 अर्णव सिंह(नालंदा)

8 कैलाश यादव(मधुबनी)

9 मंगल महरूर(पटना)

10 राहुल (नवादा)

11   बासुकीनाथ (भागलपुर)

12 मृदुल(पटना)

13 विजय भारती (पूर्णिया)

14 रोहित राज (भोजपुर)

15 इमरान नज़ीर (सिवान)

16 पवन कुमार (मुज़फ़्फ़रपुर)

17 अब्दुल फरहत (सिवान)

18 प्रवीण कुमार (मधुबनी)

19 सचिन (खगड़िया)

20 राज सिंह नवीन (पूर्णिया)

21अशरफुद्दीन (शेखपुरा)

22 विकाश रंजन (मुज़फ़्फ़रपुर)

23 अश्फान खान (समस्तीपुर)

24 रेहान खान (पटना)

25 विवेक कुमार (पटना)

26 सतीश रॉय (पटना)

27 प्रेम रंजन पाठक (बेगुसराय)

28 अंशुमान गौतम (अरवल)

29 अमीर इरफान (दरभंगा)

30 प्रमोद यादव (नवादा)

31 गिरधर (समस्तीपुर)

32 अरविंद (सीतामढ़ी)

33 ईशान रवि (अरवल)

34 संतोष कुमार (भोजपुर)

35 राजेश सिंह (सुपौल)

पटना के मोइनुल हक स्टेडियम को तोड़कर बनेगा नया अंतराष्ट्रीय स्टेडियम

16 साल बाद बिहार क्रिकेट को बीसीसीआई की मान्यता मिलने के बाद बिहार में क्रिकेट के अच्छे दिन आते दिख रहें है । करोड़ों के लागत से राजगीर में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम तो बन ही रहा है साथ ही पहले से ही राजधानी पटना में स्थित मोइनुल हक स्टेडियम को अंतराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाने की कवायद शुरु हो गई है ।

 

राजधानी का मोइनुल हक स्टेडियम के मौजूदा ढांचा को तोड़ा जायेगा और इसकी जगह एक नया अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनाया जायेगा। इसकी घोषणा बिहार विधानसभा में कला, संस्कृति व युवा मंत्री शिवचंद्र राम ने की. विधानसभा में कला, संस्कृति व युवा विभाग, पंचायती राज विभाग और खान व भूतत्व विभाग के बजट पर वाद विवाद के बाद वे सरकार की ओर से जवाब दे रहे थे।

मोइनुल हक स्टेडियम

मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि मोइनुल हक स्टेडियम फिलहाल खाली नहीं रहता है. यहां कई तरह के टूर्नामेंट होते रहते हैं। मोइनुल हक स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए इसे तोड़ कर फिर से निर्माण कराया जायेगा. इसके लिए तकनीकी रूप से मंजूरी ले ली गयी है. इसके लिए नक्शा और खर्च होनेवाली राशि को विभाग स्तर पर अनुमोदन कर भवन निर्माण को भेज दिया गया है।

 

उन्होंने कहा कि बिहार क्रिकेट का 16 साल का जो बनवास था उसे सरकार ने खत्म कराने का काम किया है।बिहार क्रिकेट संघ को मान्यता मिल गयी है। अब बिहार का बेटा-बेटी क्रिकेट खेलने झारखंड, यूपी या राजस्थान नहीं जायेगा। उसे बिहार में ही पूरा मौका मिलेगा। आगेवाले समय में बिहार में ही रणजी ट्रॉफी के मैच और आइपीएल के मैचों का भी आयोजन किया जायेगा। इसके अलावे मुख्यमंत्री खेल विकास योजना के तहत राज्य में 248 प्रखंडों में स्टेडियम के निर्माण की स्वीकृति भी प्रदान की गयी है। इसमें 104 स्टेडियम के निर्माण को पूरा कर लिया गया है, जबकि बाकी का काम चल रहा है।

खुशखबरी: बिहार के राजगीर में 6 अरब की लागत से बनेगा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम

पटना: बिहारवासी अब अपने घर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट देखने का लुत्फ उठा सकेंगे। बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा। बिहार कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है। बिहार के राजगीर में सरकार छह अरब की लागत से वर्लड क्लास क्रिकेट स्टेडियम बनाने का फैसला लिया है।

राज्य खेल अकादमी और क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण का कार्य 2019-20 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है इसके लिए राजगीर में 90 एकड भूमि चिन्हित की जा चुकी है।

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इसके लिए विस्तृत परियोजना तैयार करने के लिए भवन निर्माण विभाग द्वारा मुख्य परामर्शी के रूप में नई दिल्ली के मेसर्स आर क्रॉप– एसोसियेट प्रा. लि. का चयन किया गया है। इसके लिए तैयार किए गए समेकित प्राकलन के मुताबिक राज्य मंत्रिपरिषद ने 6 अरब 33 करोड रूपये की आज प्रशासनिक मंजूरी दे दी।

इससे पहले राजधानी पटना में एख मात्र मोइनूल हक क्रिकेट स्टेडियम था जिसकी हालत काफी जर्जर है। वैसे इस स्टेडियम में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच आयोजित हो चुके हैं। बिहार में इंटरनेशनल लेवल का स्टेडियम नहीं होने के कारण से बिहार के लोग इंटरनेशनल मैच से वंचित रह जाते थे। अब नया स्टेडियम पटना से एक सौ किमी. दूर बौद्ध धार्मिक स्थल और पर्यटन स्थल राजगीर में बनाया जाएगा।

खुशखबरी: IPL-10 में सामिल होगा बिहारी टीम, स्टेडियम में ‘एक बिहारी सब पर भारी’का गूंजेगा शोर !

बिहार के लिए क्रिकेट जगत से बङी ख़बर आई हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो आईपीएल के इतिहास में नया अध्याय लिखा जायेगा और मगध वॉरियर के रूप में बिहार की टीम आईपीएल-10 में खेल सकता हैं।

उम्मीद है कि अप्रैल तक जब बीसीसीआई का पुनर्गठन हो जायेगा तो इंडियन प्रिमियर लीग की गवर्निंग काउंसिल के साथ इस बात का अंतिम रूप सामने आ जायेगा।
वहीं बिहार क्रिकेट एसोसियशन के सचिव आदित्य वर्मा ने बताया है कि मगध वॉरियर को सपोर्ट करने के लिए अनेक व्यवसायिक घराने से कई लोग सामने भी आ रहे हैं।
अगर सब कुछ ठीक रहेगा तो खिलाड़ियों के चयन में कुछ बदलाव किया जाएगा। इसके बावजूद मगध वारियर में बिहार के कम से कम तीन खिलाड़ियों का होना तो तय है।

बता दें कि आदित्व वर्मा ने लोढ़ा कमेटी की रिपोर्ट के बाद बीसीसीआई के पुनर्गठन के लिए बहुत बड़ी लड़ाई लड़ी है और सफल भी रहें। इन्हीं के प्रयासों से बीसीसीआई से अनुराग ठाकुर को पद गवाना पड़ा। आदित्य ने सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी और नतीजे में यह फैसला आया कि नेताओं को बीसीसीआई छोड़ना होगा।

इससे पहले बिहार क्रिकेट एसोसियशन की मान्यता बीसीसीआई से नहीं मिली थी। इसके लिए एक मजूबत लॉबी का लगातार प्रयास रहा कि बिहार को मान्यता नहीं मिले।

लेकिन सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद एक पैनल का गठन किया गया है जो बसीसीआई से मान्यता के लिए काम कर रहा है।
इन सभी बातों को देखते हुए आईपीएल १० में बिहार की टीम मगध वॉरियर को देखा जा सकता हैं।

टीम इंडिया के सबसे महान कप्तान ने दिया कप्तानी से इस्तीफा

आज क्रिकेट के दुनिया का सबसे चौकाने वाला खबर आया है जिसे सुन सभी हतप्रभ है। बुधवार शाम को खबर आई कि दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के वनडे और टी 20 क्रिकेट में भी कप्तानी छोड़ दी है. उन्होंने बीसीसीआई को इस बारे में जानकारी दे दी है. धोनी इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी 20 सीरीज के लिए उपलब्ध रहेंगे.

धोनी इससे पहले ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान दिसंबर 2014 को टेस्ट से रिटायर होने का फैसला कर चुके हैं. धोनी ने 199 वनडे और 72 टी 20 मैचों में भारत की कप्तानी की.

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बीसीसीआई के सीईओ ने धोनी के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा ‘हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी और बीसीसीआई की तरफ से मैं महेंद्र सिंह धोनी को बतौर कप्तान क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में टीम इंडिया की सेवा करने के लिए धन्यवाद देता हूं। उनके नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट ने सफलता की नई ऊंचाइयों को छुआ। उनकी सफलताओं के निशान भारतीय क्रिकेट के पटल पर हमेशा बने रहेंगे।

मणिपुर को सेमीफाइनल मुकाबले में पारी और 335 रन से रौंदकर बिहार फाइनल में

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीई) द्वारा आयोजित एसोसिएट्स अंडर 16 दो दिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले में बिहार की अंडर 16 टीम ने मणिपुर की अंडर 16 टीम को एक पारी और 335 रनों के बड़े अंतर से रौंदकर टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर ली है।
गोवाहाटी के जजेज कोर्ट क्रिकेट ग्राउंड में मंगलवार को खेले गए सेमीफाइनल के दूसरे दिन मणिपुर ने पहले दिन के स्कोर 24/4 से आगे खेलते हुए पूरी टीम 28 ओवर खेलकर सिर्फ 60 रनो पर ऑल आउट हो गई। बिहार के कप्तान अर्णव किशोर ने मणिपुर को फॉलो ऑन करवाया। दूसरी पारी में भी मणिपुर की टीम 32 ओवर में 95 रन बनाकर आॅल आउट हो गयी। यह जानकारी टीम मैनेजर सौरभ चक्रवर्ती ने दी। बताया कि टीम पूरी तरह से फाइनल मुकाबले के लिए तैयार है। बिहार टीम की इस सफलता पर बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अब्दुल बारी सिद्दीकी एवं सचिव रविशंकर प्रसाद सिंह ने बधाई दी है।

मणिपुर को सेमीफाइनल मुकाबले में पारी और 335 रन से रौंदकर बिहार फाइनल में

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीई) द्वारा आयोजित एसोसिएट्स अंडर 16 दो दिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले में बिहार की अंडर 16 टीम ने मणिपुर की अंडर 16 टीम को एक पारी और 335 रनों के बड़े अंतर से रौंदकर टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर ली है।
गोवाहाटी के जजेज कोर्ट क्रिकेट ग्राउंड में मंगलवार को खेले गए सेमीफाइनल के दूसरे दिन मणिपुर ने पहले दिन के स्कोर 24/4 से आगे खेलते हुए पूरी टीम 28 ओवर खेलकर सिर्फ 60 रनो पर ऑल आउट हो गई। बिहार के कप्तान अर्णव किशोर ने मणिपुर को फॉलो ऑन करवाया। दूसरी पारी में भी मणिपुर की टीम 32 ओवर में 95 रन बनाकर आॅल आउट हो गयी। यह जानकारी टीम मैनेजर सौरभ चक्रवर्ती ने दी। बताया कि टीम पूरी तरह से फाइनल मुकाबले के लिए तैयार है। बिहार टीम की इस सफलता पर बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अब्दुल बारी सिद्दीकी एवं सचिव रविशंकर प्रसाद सिंह ने बधाई दी है।

मेघालय को फाइनल में रौंदकर, बिहार की अंडर 19 टीम बनी चैंपियन

बीसीसीआई के द्वारा बैंगलोर में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में मेघालय की टीम को 10 विकेट से हारकर बिहार की अंडर 19 टीम चैंपियन बनी। इसकी जानकारी मिलते ही राज्य क्रिकेटरों और खेल प्रेमियों में हर्ष का माहौल है। बिहार के खिलाड़ियों ने साबित कर दिया कि उनका मुकाबला चाहे किसी से भी क्यों न हो वे हमेशा अपना परचम बुलंद ही रखेंगे। चैम्पियन बनने के बाद बिहार को रणजी ट्राफी खेलने का सुनहरा अवसर मिल सकता है।

बिहार ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से उसके एसोसिएट सदस्यों के  लिए आयोजित अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट को जीत लिया है। बुधवार को बेंगलुरु के अलूर क्रिकेट ग्राउंड नम्बर 3 पर हुए फाइनल मुकाबले में उसने मेघालय की टीम को एकतरफा अंदाज में 10 विकेट से हरा दिया।

मेघालय की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 32.4 ओवर में सिर्फ 71 रन बनाकर ऑल आउट हो गयी। इस लक्ष्य को बिहार ने त्रिपुरारी केशव के शानदार अर्धशतक (54) की बदौलत बिना कोई विकेट खोए सिर्फ 9.2 ओवर में हासिल कर लिया।

बीसीसीआई ने अपने एसोसिएट और एफिलिएट सदस्यों के लिए इस अंडर-19 टूर्नामेंट का आयोजन 15 से 21 सितम्बर तक किया। इसमें उन छह राज्य की टीमों ने हिस्सा लिया जो रणजी ट्रॉफी जैसे बोर्ड के मुख्य धारा के टूर्नामेंट में नहीं खेलते हैं। इनमें पूर्वोत्तर के अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, सिक्किम, नगालैंड और मणिपुर के अलावा बिहार की टीमें शामिल हैंं। इस टूर्नामेंट का आयोजन लीग के साथ नॉकऑउट आधार पर किया जा गया था।

जूनियर राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष वेंकटेश प्रसाद और राकेश पारिख ने एसोसिएट और एफिलिएट राज्यों की संयुक्त टीम के चयन के लिए स्टेडियम में मैच देखा। टूर्नामेंट में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को चुनकर एक टीम बनायी जाएगी। यह टीम पूर्व क्षेत्र में वीनू मांकड़ टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी। टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से पहले इन सभी टीमों ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में कोचिंग शिविर में हिस्सा लिया था। बीसीसीआई टीमों के लिए सहायक स्टाफ की नियुक्ति करेगी और सारे खर्चे भी उठाएगी।

विजय मर्चेन्ट ट्रॉफी (अंडर-16 पूर्व क्षेत्र) और कूच बिहार ट्रॉफी (अंडर-19 प्लेट ग्रुप) के लिए संयुक्त टीमों के चयन के लिए अलग टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा।

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को अब तक बीसीसीआई की तरफ से पूर्ण सदस्यता नहीं दी गई है, वहीँ झारखंड की टीम बिहार से अलग होने के बाद से ही रणजी ट्रॉफी में हिस्सा ले रही है। हालाँकि बीसीसीआई से बात करने में बिहार सरकार पीछे नहीं हैं और उम्मीद है कि बिहार को जल्द ही पूर्ण सदस्यता मिल जाएगी।

खुशखबरी : नए वर्ष में बिहार क्रिकेट को मिलेगा तोहफा, बीसीसीआई देगी बिहार क्रिकेट को मान्यता

आने वाला नया वर्ष बिहार के क्रिकेटरों के लिए बीसीसीआई तोहफा दे सकती है. 9 जनवरी को बीसीसीआई ओर बीसीए के अधिकारीयों के साथ पटना में बैठक है. इस बैठक में बीसीए के पूर्ण मान्यता की मांग रखी जाएगी.

नौ जनवरी को बीसीसीआइ, बिहार के क्रिकेट संघ और बिहार सरकार के उच्च अधिकारी पटना में बैठक करेंगे। इसमें बीसीसीआइ से बिहार को पूर्ण मान्यता देने की मांग रखी जाएगी।  कला, संस्कृति, युवा व खेल मामलों के मंत्री शिवचंद्र राम के कार्यालय में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। शिवचंद्र राम ने कहा कि बिहार में क्रिकेट की शुरूआत फिर से करने के लिए उनका मंत्रालय गंभीर है। उन्होंने बिहार क्रिकेट संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अब्दुल बारी सिद्दीकी और सचिव रविशंकर प्रसाद सिंह से फोन पर बात की और उनसे नौ जनवरी को होने वाली बैठक में मौजूद रहने का आग्रह किया।  मंत्री ने कहा कि वे क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा से भी बात करेंगे। मिलजुल कर बिहार में क्रिकेट को फिर से नए सिरे से शुरु करने की पहल करेंगे।  एडहॉक कमेटी के सदस्य केवीपी राव ने बताया कि नौ जनवरी को होने वाली बैठक में बीसीसीआइ के जनरल मैनजर रत्नाकर शेट्टी भी मौजूद रहेंगे।  बिहार क्रिकेट के लिए की जा रही तैयारियां, एक नजर…  बीसीसीआइ के एसोसिएट सदस्यों के बीच होने वाले क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए बिहार के क्रिकेटरों का चयन एडहॉक कमेटी के सदस्य बिहार सरकार की मदद से करेंगे। अंडर 16 टूर्नामेंट के लिए अंडर 17 सीके नायडू क्रिकेट टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले 20 क्रिकेटरों के अलावा अन्य 30 खिलाड़ियों को चुना जाएगा। इसी तरह अंडर 19 टूर्नामेंट के लिए वीनू मांकड क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए चुने जाने वाले 20 खिलाड़ियों के अलावा 30 अन्य खिलाड़ियों को चुना जाएगा। चयन में शामिल होने के लिए खिलाड़ियों को विज्ञापन के माध्यम से सूचित किया जाएगा। इसके बाद एडहॉक कमेटी मोइनुल हक स्टेडियम में अंडर 16 के 50 और अंडर 19 के 50 क्रिकेटरों का ट्रायल करेगी। ट्रायल के बाद दोनों वर्गों से अंतिम 20 खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा, जो एसोसिएट क्रिकेट टूर्नामेंट में बिहार टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे मान्यता के लिए लोढ़ा समिति से आग्रह  भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से मान्यता हासिल करने के लिए लड़ रहे क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (सीएबी) ने न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आरएम लोढ़ा की समिति के समक्ष अपना पक्ष रखा था।  सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने बताया, ‘‘लोढ़ा समिति अगले साल चार जनवरी को पेश करने वाली अपनी रिपोर्ट में बीसीसीआइ के संविधान और उसकी कार्यप्रणाली में कई बदलाव के सुझाव दे सकती है। इसलिए मैंने समिति को लिखकर सीएबी को मान्यता प्रदान करने का मामला उठाया है।’’उन्होंने कहा कि मेरी बस यही तमन्ना है कि बिहार में किसी भी हाल में क्रिकेट शुरूआत हो जाए।