बिहार के लाल “ईशान किशन” बने आरबीआई के असिस्टेंट मैनेजर

बिहार के लाल ईशान किशन को आरबीआई पटना में असिस्टेंट मैनेजर के रूप में नौकरी मिली, उन्होंने इस पद पर ज्वाइन भी कर लिया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईशान बीते दिनों इस काम के लिए वह पटना आये हुए थे और अपना योगदान दिया। इसके लिए उन्हें हैंडसम सैलरी मिलेगी। खबर है कि सत्तर हजार रुपए का मासिक वेतन उन्हें मिलेगा।

इस बार वे पहली बार विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में टीम में शामिल किये गए हैं। दक्षिण अफ्रीका ए और भारत ‘ए’ के बीच होने वाले दो चार दिवसीय मैच वाली टीम में उनको जगह मिली है। उनके दोस्त ऋषभ पंत इस टूर पर होने वाले त्रिकोणीय सीरीज में खेलने वाली इंडिया ए टीम में हैं।

 

धोनी को कप्तानी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया :आदित्य वर्मा

बिहार क्रिकेट संघ के सचिव आदित्य वर्मा ने कहा धोनी को कप्तानी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया।

गैर मान्यता प्राप्त बिहार क्रिकेट संघ के पदाधिकारी हैं आदित्य, बीसीसीआई के ज्वॉइंट सेक्रेटरी अमिताभ चौधरी को बताया वजह, कहा-धोनी पर दबाव डाला गया, जिसके कारण उन्होंने कप्तानी छोड़ी।

भारतीय क्रिकेट जगत में इस समय काफी उथल-पुथल हो हो रही है। ऐसे में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को लेकर एक बड़ी खबर आई है।

गैर मान्यता प्राप्त बिहार क्रिकेट संघ के सचिव आदित्य वर्मा ने इस बार महेंद्र सिंह धोनी को लेकर नया खुलासा किया है। उनके मुताबिक धोनी ने कप्तानी छोड़ी नहीं बल्कि उन्हें उनसे छुड़वाई गई है। वर्मा के अनुसार, धोनी पर दबाव डाला गया जिसके चलते उन्होंने कप्तानी त्याग दी।
आदित्य वर्मा इस सबके पीछे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के ज्वॉइंट सेक्रेटरी अमिताभ चौधरी को वजह बता रहे हैं। आदित्य वर्मा के मुताबिक, चौधरी ने धोनी से झारखंड के लिए सेमीफ़ाइनल खेलने के लिए कहा था लेकिन चूंकि माही पहले ही इस फ़ॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं इसलिए उन्होंने इससे इनकार कर दिया और टीम के साथ मेंटॉर के तौर पर जुड़ गए. वर्मा के अनुसार, झारखंड के गुजरात के हाथों सेमीफ़ाइनभारतीय क्रिकेट जगत में इस समय काफी उथल-पुथल हो हो रही है. ऐसे में पूर्व कप्तान नहेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को लेकर एक बड़ी खबर आई है. गैर मान्यता प्राप्त बिहार क्रिकेट संघ के सचिव आदित्य वर्मा ने इस बार महेंद्र सिंह धोनी को लेकर नया खुलासा किया है. उनके मुताबिक धोनी ने कप्तानी छोड़ी नहीं बल्कि उन्हें उनसे छुड़वाई गई है. वर्मा के अनुसार, धोनी पर दबाव डाला गया जिसके चलते उन्होंने कप्तानी त्याग दी.
आदित्य वर्मा इस सबके पीछे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के ज्वॉइंट सेक्रेटरी अमिताभ चौधरी को वजह बता रहे हैं. आदित्य वर्मा के मुताबिक, चौधरी ने धोनी से झारखंड के लिए सेमीफ़ाइनल खेलने के लिए कहा था लेकिन चूंकि माही पहले ही इस फ़ॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं इसलिए उन्होंने इससे इनकार कर दिया और टीम के साथ मेंटॉर के तौर पर जुड़ गए।

वर्मा के अनुसार, झारखंड के गुजरात के हाथों सेमीफ़ाइनल हारते ही अमिताभ ने मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद को फ़ोन कर धोनी के भविष्य के बारे में पूछने को कहा और ऐसा होते ही धोनी ने कप्तानी से संन्यास की घोषणा कर दी।

यहाँ पर हम आपलोगों को यह बता देना चाहता हूँ की, आदित्य वर्मा द्वारा लगाए गए इन आरोपों की Aapna Bihar पुष्टि नहीं करता।

गौरतलब है कि धोनी ने बुधवार को भारतीय वन-डे और टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था। उन्होंने इस बारे में बीसीसीआई को भी सूचना दे दी थी।

अपने इस फैसले की जानकारी देते हुए धोनी ने बताया था कि वे इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी-20 मैचों की सीरीज़ के लिए खिलाड़ी के रूप में उपलब्ध रहेंगे। इस बारे में बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी ने कहा था ‘हर भारतीय क्रिकेट फैन की तरफ से मैं धोनी को बतौर कप्तान क्रिकेट के सारे फॉर्मेट में उनके योगदान के लिए शुक्रिया अदा करता हूं।

धोनी नेतृत्व में भारतीय टीम ने नई बुलंदियों को छुआ, भारतीय क्रिकेट के स्वर्णिम इतिहास में उनका नाम हमेशा दर्ज हो गया है’।

भारत रत्न सचिन के सबसे बड़े फैन सुधीर गौतम मोहाली स्टेडियम में प्रवेश से वंचित

शैलेश कुमार || भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के रंग में रंगा सुधीर गौतम क्रिकेट प्रेमियों के सबसे प्रबल उत्सावर्ध्दक है। लेकिन बात यह है कि शरीर पर बिंद्रा रंग होने के कारण उसे पीसीए स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड शुरुआत शनिवार के बीच तीसरे टेस्ट मैच के आयोजन स्थल में प्रवेश करने से रोक दिया गया।

सुधीर अक्सर दुनिया भर के स्टेडियम में विशाल तिरंगा लहराते हैं, न सिर्फ खेल के दौरान लेकिन शुक्रवार को वह पीसीए स्टेडियम साइनबोर्ड सुरक्षा अधिकारियों ने उसे प्रवेश की अनुमति नहीं करने हवाला देते हुए स्टेडियम के बाहर खङा कर दिया। दर्शकों के एक सलाहकार में पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) से कहा है कि “सख्ती से राष्ट्रीय सम्मान अधिनियम 2002 ध्वज संहिता के तहत ध्वज का अपमान पर रोकथाम लगें।

HAMILTON, NEW ZEALAND - MARCH 10: Sudhir Gautam attends the 2015 ICC Cricket World Cup match between Ireland and India at Seddon Park on March 10, 2015 in Hamilton, New Zealand. (Photo by Hannah Peters/Getty Images)

बीसीसीएल पीसीए ने पुष्टि की है कि इस से संबंधित एक निर्देश प्राप्त हुआ है। और इसे सीधे शब्दों में इसका पालन किया गया है।

सुधीर के बालों और शरीर पर पेंट होने कि वजह से राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बताते हुए उन्हें दरवाजे पर रोक दिया गया। पीसीए सचिव जीएस वालिया ने बताया है स्थानीय पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों को इसके बारे में सूचित कर दिया गया है अब वे यह सुनिश्चित करेंगे कि इसे कड़ाई से पालन किया जाय।

सुधीर के अनुसार,राजकोट और विशाखापत्तनम में चल रही श्रृंखला के पिछले दो टेस्ट मैचों के आयोजन स्थलों पर इस स्थिति का सामना नहीं किया।लेकिन मोहाली में उन्हें रोक दिया गया, जिससे वह हैरान है।सुधीर गेट स्टेडियम के बाहर ध्वज और शंख धारण करते हुए कहा।

उन्होंने कहा “मैं भारतीय टीम के सुरक्षा प्रभारी के ध्यान में लाया गया हूँ, और वह इस मामले पर गौर करने का वादा किया गया है।

18 के हुए बिहार के लाल और भारतीय अंडर 19 टीम के कफ्तान ईशान किशन

राजधानी पटना में 18 जुलाई 1998 को जन्मे भारतीय अंडर 19 टीम के कफ्तान ईशान किशन मुख्यतः बिहार के नवादा जिले के निवासी हैं।

भारतीय अंडर 19 कफ्तान ईशान किशन

भारतीय अंडर 19 कफ्तान ईशान किशन

श्री प्रणव पांडे एवं सुमित्रा सिंह के छोटे पुत्र ईशान जिस नाम से शायद भारत का कोई क्रिकेट-प्रेमी अंजान नही होगा, अपने शानदार नेतृत्व के बदौलत फ़रवरी 2016 में बांग्लादेश में आयोजित अंडर 19 विश्वकप में भारतीय टीम को फाइनल में पहुंचाने वाला खिलाड़ी आज 18 वर्ष के हो गए हैं।

ईशान बताते है की वो बचपन में क्रिकेट सिर्फ मस्ती के लिए खेला करते थे उन्हें क्रिकेट में कोई खास दिलचस्पी नही थी जबकि उनके बड़े भाई राज किशन एक अच्छा क्रिकेटर बनना चाहते थे दोनों भाई शुरुआत के दिनों में पटना स्थित कोच उत्तम मजूमदार के कोचिंग में क्रिकेट खेला करते थे, उत्तम ईशान के खेल से काफी प्रभावित हुए और उन्हें लगा ये भविष्य में एक अच्छा क्रिकेटर बन सकता है इसके लिए उत्तम ने ईशान के पिता से मिलकर उन्हें झारखण्ड भेजने का सलाह दिया चुकी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) का मान्यता बीसीसीआई द्वारा रद्द कर किया जा चूका है। क्रिकेट में अपना भविष्य संवारने के लिए ईशान वर्ष 2013 में रांची चले गए।

  • विश्व कप के लिए बांग्लादेश रवाना होने से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस के दौरान

    विश्व कप के लिए बांग्लादेश रवाना होने से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस के दौरान

शुरआती मैचों में ही किया कमाल

ईशान को झारखंड की ओर से पहला रणजी मैच खेलने का मौका 2014 के अंत में असम के खिलाफ मिला। इस मैच में उन्होंने ओपनिंग की। ईशान ने टिककर खेलने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए 126 गेंदों में 60 रन बनाए, जिसमें 9 चौके शामिल थे। उन्होंने अभी तक प्रथम श्रेणी के 10 मैच खेले हैं, जिनमें 736 रन बनाए हैं। उनका औसत 40.88 है। ईशान के खाते में एक सेंचुरी और पांच फिफ्टी हैं, जबकि विकेटकीपर के रूप में उन्होंने अब तक 13 कैच और 5 स्टम्पिंग की हैं।

द्रविड हुए ईशान से प्रभावित दिया कफ्तानी का जिम्मा

अंडर-19 टीम के कोच और टीम इंडिया के दिग्गज ब्लेबाज रहे राहुल द्रविड़ वर्ल्ड कप से पहले टीम के खिलाड़ियों को भलीभांति परख लेना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने रोटेशन पॉलिसी अपनाई और न केवल खिलाड़ियों को रोटेट किया बल्कि कप्तान भी बदले। द्रविड़ ने बांग्लादेश और अफगानिस्तान के साथ खेली गई त्रिकोणीय सीरीज में जहां विराट सिंह और रिकी भुई को कप्तान के रूप में मौका दिया, वहीं हाल ही में भारत, श्रीलंका और इंग्लैंड के बीच खेली गई सीरीज में ऋषभ पंत और ईशान किशन को कप्तान के रूप में परखा। वे ईशान किशन की नेतृत्व क्षमता और खेल से प्रभावित हुए और संभवत: उनकी ही रिपोर्ट पर वेंकटेश प्रसाद की अध्यक्षता वाली जूनियर चयन समिति ने ईशान को अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए कप्तान चुन लिया।

बांग्लादेश में खेले गए विश्वकप टूर्नामेंट में ईशान भले ही बल्ले से कमाल नही दिखा पाये पर अपने कफ्तानी के बदौलत भारतीय टीम को फाइनल तक पहुंचकर कोच राहुल द्रविड़ का दिल जीत लिया, फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज के हाथों मिली हार का जिम्मा ईशान ने अपने ऊपर लिया और देश के तमाम खेलप्रेमियों से माफ़ी मांगी।

टूर्नामेंट के दौरान ही ईशान का चयन आईपीएल 9 में गुजरात लायंस ने की। ईशान को गुजरात लायंस के मालिक केशव बंसल ने 35 लाख रुपयों में खरीदा।

क्रिकेट विशेषज्ञों की माने तो ईशान भविष्य में महेंद्र सिंह धोनी का जगह ले सकते हैं, ईशान और धोनी में कई समानताएं भी हैं ईशान धोनी के तरह ही झारखण्ड से रणजी खेलते हैं और उनके ही तरह आक्रमक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। ईशान पूर्व आस्ट्रेलियाई कफ्तान एडम गिलक्रिस्ट को अपना आदर्श मानते हैं और उनके ही तरह भविष्य में एक अच्छा क्रिकेटर बनना चाहते हैं।

ईशान किशन के कफ्तान बनने के बाद उप-मुख्यमंत्री तेजस्वीतेजस्वी यादव भी बिहार में क्रिकेट को बढ़ावा देने में जुट गए हैं और बीसीसीआई से कई बार बीसीए की सम्बद्धत्ता के लिए अपील भी कर चुके हैं।

आपन बिहार की ओर से बिहार के लाल ईशान को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं।