बिहार के विकास में सहयोग और निवेश करेगा जापान !

पटना| महामहिम राज्यपाल राम नाथ कोविन्द से कल (गुरूवार) कॉन्सुल जेनरल ऑफ जापान इन कोलकाता माशायूकी तागा ने राजभवन पहुँचकर शिष्टाचार मुलाकात की। राज्यपाल से मुलाकात के दौरान श्री तागा ने कहा कि भारत और जापान के बीच अत्यन्त सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध रहे हैं और दोनों देशों की जनता के बीच भी बराबर सांस्कृतिक विचारों के आदान-प्रदान होते रहते हैं।

जापान के कॉन्सुल जेनरल श्री तागा ने राज्यपाल श्री कोविन्द को बताया कि जापान भारत के पूर्वी राज्यों-खासकर बिहार, पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा आदि राज्यों के आर्थिक विकास में सहयोग को उत्सुक है। उन्होंने बताया कि जापान इन राज्यों में आर्थिक निवेश के लिए इच्छुक है और इस दिशा में सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। श्री तागा ने बताया कि बिहार के बोधगया, राजगीर, नालन्दा, पावापुरी आदि पर्यटकीय स्थलों में जापानी पर्यटकों की गहरी अभिरूचि है।

 

राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने भारत के पूर्वी राज्यों में जापान की आर्थिक निवेश की उत्सुकता की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि बिहार के पर्यटकीय विकास में जापान सहयोग कर सकता है. राज्यपाल ने कॉन्सुल जनरल को बताया कि भगवान बुद्ध से जुड़े विभिन्न धार्मिक स्थल बिहार में मौजूद हैं, जिनके विकास के लिए ‘बौद्ध सर्किट’ की स्थापना की गयी है.
इन सभी पर्यटन स्थलों के सम्यक विकास के लिए चरणबद्ध प्रयास किये जा रहे हैं. राज्यपाल ने राजगीर के विश्व शांति स्तूप का उल्लेख करते हुए कहा कि फ्यूजी गुरुजी जैसे जापानी धार्मिक महात्मा के नेतृत्व में बना यह मंदिर बिहार का गौरव है. राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि जापान बिहार के विकास में अपेक्षा के अनुरूप सहयोग करेगा.

IPS विकास वैभव ने विदेशियों को बुद्ध और बिहार के विरासत से कराये रूबरू

इंडिया-म्यांमार-थाईलैंड मोटर रैली में भाग लेने भारत आए बैंकाक के प्रतिभागी गुरुवार को पटना पहुंचे तो उनके लिए बिहार और बुद्ध की विरासत से रूबरू कराने के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया गया था। सेमिनार में सीनियर आईपीएस विकास वैभव प्रतिभागियों से मुखातिब हुए। प्रतिभागियों के बोधगया जाने से पहले आईपीएस विकास वैभव ने उन्हें बुद्ध की विरासत और बिहार की पुरातन संस्कृति से जुड़ी स्मृतियों से के बारे में बताया तो प्रतिभागी बिहार की पुरातन संस्कृति को जानकर चकित हो उठे।

vikash vaibhav

सेमिनार के दौरान बोलते हुए आईपीएस विकास वैभव ने कहा कि भारत, थाईलैंड और म्यांमार के बीच सड़क मार्ग का होना बुद्धिस्ट टूरिज्म के भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है। उन्होंने बुद्ध की विरासत के बारे में विस्तार से चर्चा की। दर्शक दीर्घा में बैठे लोग उस समय आश्चर्यचकित हो गए, जब वैभव ने सहेज कर रखीं बुद्ध की समृतियों और तस्वीरों को एक-एक कर दिखाना शुरू किये। इस दौरान वैभव ने कुछ अन्य स्थानों के बारे में भी बताया जो बुद्ध से जुड़ी हैं। इनमें कौवाडोल, कुर्कीहर, सिकलीगढ़, रामपुरवा, लौरिया-नंदनगढ़, कोंच, तेलहारा, कैमूर पहाड़ी और अन्य शामिल हैं।

 

रामपुरवा, लौरिया-नंदनगढ़, कोंच, तेलहारा, कैमूर पहाड़ी और अन्य शामिल हैं।

 

 

 

गौरतलब है कि विकास वैभव को चुनौतियों से लड़ना पसंद है तो इतिहास से हमेशा रूबरू होना उनका शौक। विकास वैभव जहाँ भी जाते हैं वहाँ के इतिहास को खंगालने की कोशिश करते हैं।

वैभव ‘साइलेंट पेजेज’ नाम के एक ब्लॉग भी चलाते हैं, जिसमें वह बिहार के साथ-साथ देश के कई जगहों के बारे में लिखते हैं और साथ ही सोशल साइटों पर अपने पेजेज के माध्यम से ऐतिहासिक स्थलों की खूबसूरत व् अनदेखी तस्वीरें और उसके बारे में रोचक जानकारियाँ भी लोगों के साथ शेयर करते है।

 

ऐतिहासिक धरोहरों को संजोने और उनसे जुड़ी जानकारियों को सहेजने से जुडे कामों के लिए राजधानी के प्रतिष्ठित मगध महिला कॉलेज में ‘सेंटर फॉर जेंडर स्टडीज’ के इंटरनेशनल कांफ्रेंस में विकास वैभव को इस वर्ष सम्मानित भी किया गया है। उनका मानना है कि भारत को जीवित रखने के लिए उसके इतिहास को जिंदा रखना बेहद जरूरी है।

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वही विकास वैभव अपने अलग पुलिसिंग के लिए जाने जाते है। विकास वैभव जब रोहतास और पटना के पुलिस कप्तान थे तब उन्होंने नक्सलियों का खत्मा और नेताओं के नाक में दम कर दिए थे।

 

आईपीएस विकास वैभव बुद्ध दर्शन, विरासत और संस्कृति को अपने ब्लॉग पेज और सोशल मीडिया पर बहुत ही विस्तार से लिखे है। इनका ये ब्लॉग पेज यात्रा-वृतांतों पर ही आधारित है। इस लिंक पर क्लिक कर आप ब्लॉग पेज को पढ़ सकते है:- http://silentpagesindia.blogspot.in/2013/11/the-rediscovery-of-bodh-gaya.html

 

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भगवान बुद्ध से प्रभावित जापान की मिहो बिहार के इस गांव में खोल रही हैैं इंटरनेशनल स्कूल

जापान की महिला समाजसेवी मिहो तनबरा भारत-जापान रिश्तों का एक नया अध्याय लिख रही है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सुदूर गांव चोचहां में मिहो तनबरा 5.5 करोड़ रुपये की लागत से एक इन्टरनेशनल प्लस टू स्कूल खोल रही है. मंगलवार को उन्होंने खुद अपने हाथों से आधारशिला रखी.
भगवान बुद्ध और मदर टेरेसा के आदर्शों से प्रभावित मिहो जापान से बार बार वैशाली आती रहती है. पेशे से उद्योगपति और स्वभाव से समाजसेवी मिहो बुद्ध के देश के लिए कुछ करना चाहती है।
अपनी इसी सोच को साकार करने के लिए मिहो मुजफ्फरपुर की संस्था बुद्धा एजुकेशनल फाउन्डेशन के साथ मिलकर फिलहाल एक प्लस टू स्कूल और एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल खोल रही है.
मिहो की योजना स्कूल के साथ साथ एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल खोलने की भी है. जापान की समाजसेवी की इस पहल से गांव के लोग के लोग काफी खुश हैं. भारतीय ड्रेस में सजी संवरी मिहो तनवरा पंचशील इंटरनैशनल स्कूल का आधारशिला रखी.
स्कूल भवन का निर्माण शुरु हो गया है जिसकी पूरी लागत 5.5 करोड़ रुपये का वहन मिहो की संस्था कर रही है. संस्था नें इसके लिए 1.3 करोड़ की राशि का भूगतान कर भी दिया है.

गांव में मिहो तनबरा का भव्य स्वागत किया गया जिसमें बुद्धिजीवी महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए. मिहो भी भारतीय अतिथि सत्कार से गदगद हैं. मिहो की संस्था भारतीय कृषि के क्षेत्र में बेहतरी के लिए भी योजना बना रही है.

मिहो तनबरा के कहा कि मैं भारत देश की काफी इज्जत करती हूं क्योंकि भारत का इतिहास काफी पुराना है. मैं भगवान बुद्ध, दलाई लामा और मदर टेरेसा की काफी इज्जत करती हूं. भारत के लिए कुछ करने में मैं गर्व महसूस कर रही हूं. भारत एक महान देश है. मेरी दो योजनाएं हैं एक है स्कूल बनाना और दूसरा अस्पताल. मैं बार बार भारत आना चाहूंगी.