प्रकाश पर्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को पटना में प्रकाश पर्व के दौरान जुगलबंदी और एक दूसरे की तारीफ करते नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 15 जनवरी को पटना में गंगा नदी पर बने गांधी सेतु के जीर्णोद्धार के काम का शुभारंभ करेंगे। पिछले साल जून के महीने में केंद्रीय कैबिनेट ने 5.575 किलोमीटर लंबे गांधी सेतु के मरम्मत को लेकर मंजूरी दी थी और इसके लिए 17 सौ करोड़ रुपये की राशि भी स्वीकृत की थी।प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गांधी सेतु के मरम्मत के काम का शुभारंभ करेंगे।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने जानकारी दी, ‘केंद्रीय सड़क निर्माण मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय से इस बात की जानकारी मिली है कि 15 जनवरी को प्रधानमंत्री गांधी सेतु की मरम्मत के काम को हरी झंडी दिखाएंगे।’
1982 में बने गांधी सेतु की वर्तमान में हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि इस बात की हमेशा आशंका लगी रहती है कि यह पुल किसी भी वक्त धराशाई हो सकता है. 1982 में ही तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गांधी सेतु का उद्घाटन किया था।
गांधी सेतु के जीर्णोद्धार का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के विधानसभा चुनाव से पहले घोषित विशेष पैकेज का हिस्सा है और इस मरम्मत के काम में तकरीबन 42 महीने का वक्त लगेगा।
बिहार का नज़ारा बदला-बदला सा है| भव्य रंग-ओ-रौशनी से सारा शहर सजा हुआ है| अपने साथ परदेसियों को देख बिहारवासियों के मन प्रफुल्लित हैं| जैसे एक नया बिहार हमारे सामने आ रहा हो|
लाखों श्रद्धालुओं के लिए उत्तम प्रबंध, सेवा-सद्भाव और इससे बढ़कर एक खास धर्म के महोत्सव में हर धर्म का समान रूप से सम्मिलित होना| सरकार ने सुविधाएँ दीं तो नागरिकों ने भी मेहमानवाजी में कोई कसर न छोड़ते हुए धर्म-निरपेक्ष वातावरण दिया है| यही वजह है कि यहाँ आने वाले श्रद्धालू अपने साथ बेहतरीन यादों का गुलदस्ता लिए जा रहे हैं| वो ये कहने में नहीं हिचक रहे कि “बिहार की जो तस्वीर उनके दिमाग में थी, वो अब पूरी तरह बदल चुकी है”| हजारों ऐसे लोग जो पहली बार बिहार आये हैं, उन्होंने ये बात स्वीकारी है कि जिस बिहार की चर्चा उन्होंने सुनी थी, असल में बिहार और यहाँ के लोग वैसे हरगिज़ नहीं हैं| महज कुछ ही दिनों में उनका बिहार के प्रति प्रेम इतना बढ़ गया है कि अब तो वो यहाँ रोजगार-व्यवसाय के रास्ते भी देखने लगे हैं|
आज प्रकाशोत्सव के आखिरी दिन आस्था अपने चरम पर है| भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी बिहार आये और उन्होंने भी गुरू गोविन्द सिंह के 350वें प्रकाशपर्व के इस ऐतिहासिक मौके पर गुरूग्रंथ साहिब पर मत्था टेका| तमाम बड़े राजनेताओं, अभिनेताओं के बीच गुरु गोविन्द सिंह जी के नाम अरदास का दौर है| कुछ साल पहले तक जहाँ इतना बड़ा उत्सव तो क्या एक छोटा सा कार्यक्रम कराने से भी आयोजक कतराते थे, आज स्थिति ये है कि न सिर्फ बिहार की राजधानी वरन हरेक पर्यटन स्थल अतिथि सत्कार के लिए तैयार हैं|
पटनासाहिब में चल रहे महोत्सव के साथ-साथ बोधगया में चल रहा बोधि कालचक्र भी अभी आकर्षण का केंद्र है| बोद्ध गुरू दलाई लामा का प्रवचन सुनने बोधगया में तिब्बत, भूटान और अन्य जगहों से लोगों का आना जारी है| ऐसे आयोजन सर्वप्रथम तो नहीं हो रहे मगर आजादी के बाद के बिहार के लिए नया अनुभव जरूर हैं| ये सही है वर्तमान बिहार इन आयोजनों का आदि नहीं रहा है, परन्तु जनता द्वारा सेवाभाव में कोई कसर बाकी नहीं रखना इस बात का सबूत है कि लोग इन बड़े धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए तैयार हैं| इतना तो तय है इस चहल-पहल को जितना याद यहाँ के स्थानीय नागरिक करेंगे उतना ही बाहर से आये अतिथि और श्रद्धालू भी क्योंकि यहाँ गुरू गोविन्द सिंह की पूजा के साथ-साथ बदलते बिहार की तस्वीर भी लोग महसूस कर रहे हैं|
इन सबके बीच मुजफ्फरपुर के पूर्व निवासी श्री राजिंदर सिंह जी का ये बयाँ निश्चित ही नोट करने योग्य है, जिसमें उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री समेत सभी बिहारवासियों के प्रति आभार प्रकट किया है|
पटना में 350वें प्रकाश पर्व का मौका था और मंच पर पहले एक दूसरे के साथ रह चुके लेकिन अब एक दूसरे के विरोधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार साथ थे. खास बात ये रही कि दोनों ने एक दूसरे की जमकर तारीफ की. नीतीश कुमार ने पहले बोलते हुए गुजरात में शराबबंदी को लेकर पीएम मोदी की तारीफ की. नीतीश कुमार ने कहा, ”हमारे प्रधानमंत्री 12 साल तक मुख्यमंत्री रहे और गुजरात में शराब को बैन किया.’
आपको बता दें कि इससे पहले नीतीश कुमार नोटबंदी के मुद्दे पर भी प्रधानमंत्री को अपना समर्थन जता चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पटना में प्रकाश पर्व के मौके पर संबोधित करते हुए बिहार के सीएम नीतीश कुमार की आयोजन को लेकर तारीफ की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकाश पर्व में संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने काफी मेहनत करके इसका आयोजन किया है। पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं नीतीश कुमार, बिहार के लोगों को विशेष अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने कड़ी मेहनत करके इस आयोजन की तैयारी की।’
इसी दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘गुरू गोविंद सिंह ने प्रेरणा दी है. बिहार की जनता का अभिनंदन करता हं. ये पर्व एक विषेश अहमियत रखता है. गुरू गोविंद सिंह की हर बात हमें प्रेरणा देने वाली रही है. समाज का हर वर्ग बराबर है. ना कोई अपना है ना कोई पराया है. हम भी इन्ही आदर्शों पर चलेंगे और देश आगे बढ़ेगा.’
प्रकाश पर्व के दौरान पीएम मोदी मंच पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, राम विलास पासवान सहित अन्य मंत्रियों के साथ मंच पर मौजूद थे। सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर प्रकाश पर्व आयोजित किया गया है।
350वाँ प्रकाश पर्व ने खोली बिहार की तरक्की की राह, होगा 200 करोड़ का बिजनेस।
महज 3-4 दिनों में पटना में सीधे तौर से 200 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शनल बिजनेस होना है। इसके साथ ही पंजाब से आए कई श्रद्धालुओं का मन गुरु की इस नगरी में ऐसे रमा कि वे बिहार में अपने लिए बिजनेस के अवसर तलाश रहे हैं।
लुधियाना के इंडस्ट्रियल इस्टेट के ए-ब्लॉक में एमटीबी बाइक्स,ई-बाइक्स,रोडस्टर और बच्चों की साइकिल बनाने वाली कंपनी के हाबार्ड बाइसाइकिल कंपनी के मैनेजिंग पार्टनर शोधी चड्ढ़ा बताते हैं कि बिहार में पटना के बाहर साइकिल कंपोनेंट की बड़ी मांग है। कई स्तर पर यहां एसेंबलिंग होती है,लेकिन करीब 95 फीसदी आपूर्ति लुधियाना की कंपनी से होती है। गुरुनानक एग्रीकल्चर खेती के टूल बनानेवाली कंपनी है। ग्रुप से जुड़े लोगों का एक जत्था पटना आया है। ग्रुप वाहे गुरु के दर्शन के बाद पटना में दो दिन रुकेगी। पूरे परिवार के साथ 20 लोगों का दल चाहता है कि पटना में भी उनका डिस्ट्रीब्यूशन चैनल बढ़े। कंपनी अभी 120 करोड़ का व्यापार करती है। ऐसे हजारों श्रद्धालु हैं,जिनकी आस्था पटना से इस कदर जुड़ी है कि वे अपना कारोबार पटना से करना चाहते हैं। बिहार में बीते कुछ वर्षों में आए बदलाव को वे सकारात्मक भी मानते हैं। प्रकाशोत्सव के लिए पटना से लेकर पटना साहिब से सफाई व्यवस्था और सरकारी संस्थानों की सकारात्मक पहल की तारीफ करते वे नहीं थक रहे।
जालंधर के फुटबॉल चौक पर छोटी-सी फैक्ट्री चलाने वाले शिवेंद्र सिंह अपने परिवार के साथ आए हैं। उनके दोनों बेटे भी साथ हैं। विक्की और शैली पटना में तैयारियों से खुश हैं। वे हर दूसरे व्यक्ति से जानना चाहते हैं कि बिहार में स्पोर्ट्स गुड की कितनी खपत है। शिवेंद्र कहते हैं कि वाहे गुरु की कृपा होगी तो उनके व्यापार का विस्तार गुरु के द्वार पटना से ही होगा।
सिख श्रद्धालुओं से पटना के सभी होटल हुए फुल
प्रकाशोत्सव के कारण पटना के होटल फुल हो चुके हैं। होटल मौर्या,होटल चाणक्या इन,होटल पाटलिपुत्र अशोक समेत तमाम बड़े होटलों में पहले ही बुकिंग हो चुकी है। इनमें बड़ी संख्या इंटरनेट से बुकिंग करवाने वालों की है। फ्रेजर रोड की होटल गली में करीब 350 श्रद्धालु रुके हैं। यहां के अलग-अलग होटलों के 80 से अधिक कमरे आने वाले 3 दिनों के लिए बुक हैं। इसके अलावा होटल एग्रीगेटर कंपनियों के माध्यम से भी बजट होटलों की बुकिंग हुई है। पटना साहिब क्षेत्र में होटलों की संख्या बेहद कम है। हर श्रद्धालु परिवार की जरूरतें टेंट सिटी में पूरी नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में लोग होटलों में ठहर रहे हैं। हालांकि,शहर के लगभग दो दर्जन गेस्ट हाउस जो पटना जंक्शन और करबिगहिया क्षेत्रों में हैं,उनमें अब भी कुछ खाली कमरे हैं। गौरतलब है कि शराबबंदी और नोटबंदी के बाद पटना में होटलों का व्यवसाय ठप-सा हो गया था।
बिहार चैंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने बताया कि बिहार में प्रकाशोत्सव की तैयारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन चुका है। यह सिर्फ एक समुदाय विशेष का नहीं बल्कि बिहार का पर्व बन चुका है। टूरिस्ट के आने से बिहार को आर्थिक फायदा भी होगा।
बिहार में 350वें प्रकाशोत्सव के लिए ऐसी व्यवस्था देख, बिहार आये सारे लोगो ने कहा, मैं सोच भी नही सकता, ऐसी है यहाँ व्यवस्था, ये अपनापन कभी भूल नही पाएंगें।
जग मग करता पटना साहिब
पंजाब के भिन्न-भिन्न जगहों से बिहार आये श्रद्धालुयों ने कहा:-
बिहार और बिहारियों को लेकर मेरे मन में बहुत अच्छी छवि नहीं थी। यहां की गुंडागर्दी और टूटी सड़कों के बारे में सुना था, लेकिन मैं गलत था।
लोगों और पुलिस का सिख श्रद्धालुओं के प्रति व्यवहार बहुत ही सहयोग करने वाला है। यहां की साफ-सफाई अच्छी है। सड़कें बेहतर हैं। राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं की सुख-सुविधा का बहुत ध्यान रखा है।लोगों और पुलिस का सिख श्रद्धालुओं के प्रति व्यवहार बहुत ही सहयोग करने वाला है। यहां की साफ-सफाई अच्छी है। सड़कें बेहतर हैं। राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं की सुख-सुविधा का बहुत ध्यान रखा है।
बिहार के बारे में हमारी जो धारणा थी, वह निराधार निकली। यहां आकर हमने उल्टा पाया। बिहार की मेजबानी पर हम फिदा हो गए।
यहां की सड़कें, पुलिस का व्यवहार और लोगों द्वारा की जा रही खिदमत ने हमलोगों का दिल जीत लिया है।
नांदेड़ के हुजूर साहिब और आनंदपुर साहिब भी जाता रहा हूं। लेकिन पटना साहिब में आकर मैंने जैसी मेहमाननवाजी देखी, पहले कहीं और नहीं देखी थी। सभी सुविधाएं यहां बहुत ही अच्छी है।
यहां लंगर की भी बहुत अच्छा है। स्वादिष्ट भोजन मिल रहा है। ठहरने के इंतजाम बहुत अच्छे हैं। गुरुद्वारा से टेंट सिटी अथवा कहीं और जाने के लिए नि:शुल्क बस सेवा है।
मैं यहां दो दिनों के लिए आया था, लेकिन यहां की अच्छी व्यवस्था देख 5 जनवरी के बाद ही जाने की सोच रहा हूं।
तख्त हरिमंदिर प्रबंधन कमेटी के अधीक्षक दलजीत सिंह ने कहा कि एक से 5 जनवरी के बीच 5 लाख से अधिक सिख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
तख्त हरिमंदिर व बाल लीला गुरुद्वारा में रोज 65-70 हजार लोग लंगर छक रहे हैं। सुबह दस बजे से देर रात तक यह व्यवस्था रहती है। लंगर खाने वालों की कतार पूरे दिन खत्म नहीं होती। शनिवार को आधा किमी लंबी कतार थी लंगर छकने वालों की।
मौंका मिले तो पटना आईए और गुरु गोविन्द सिंह के जंयती समारोह में शामिल होईए क्या तैयारी है दिल खुश हो जायेगा|गांधी मैंदान क्या कहना है लगता जैसे अमृतसर पहुंच गये हैं दरवार हांल क्या भव्यता है एक लाख लोगों के बैंठने कि व्यवस्था कि गयी है। पूरा मैंदान इस कार्यक्रम का मुख्य आयोजन स्थल है पीएम मोदी सहित तमाम बडे नेता इसी दरबार हांल से सम्बोधित करेगे बड़े सास्कृतिक कार्यक्रमों भी इसी दरबार हांल में होगा। अशोक राजपथ पहचान नही पाईएगा पटना साहेब गुरुद्वारा तक पहुंचने वाली सड़कों के दोनों और दो किलोमीटर तक निर्मित भवन उजले रंग से रंगे गये है।
धार्मिक आय़ोजन पटना साहेब गुरुद्वारा
बाल गुरुद्वारा और कंगनघाट के साथ साथ बाग का गुरुद्वारा में हो रहा है। यहां आयेगे तो आपको धार्मिक आस्था के साथ साथ इतिहास को भी महसूस कर सकते हैं। गुरु गोविन्द सिंह से जुड़े कई ऐतिसाहसिक साक्ष्य के साथ साथ उनकी यादे अब भी उसी तरह सुरक्षित और संरक्षित है,,वह कुंआ जहां से पानी लेकर महिलाए जब घर को लौटती थी तो अक्सर गुरु गोविन्द सिंह महिलाओं का मटका फोड़ देते थे ,वो पत्थर तीर और कमान जिससे वो मटका फोड़ते थे सब कुछ मौंजूद है ,उनके बचपन का पलना ,कपड़ा सरिखे कई चीजे आज भी उनके होने का एहसास कराता है ३५० वर्ष पहले उनका जन्म हुआ लेकिन आज भी आप उऩके होने का एहसास कर सकते है जितनी जुवाने उतनी कहानी औऱ साथ में साक्ष्य भी ।
टेंट सिटी
मुख्य कार्यक्रम २ से ५ जनवरी तक होगा लेकिन अभी से ही लोग के आने का सिलसिला शुरु हो गया है। उम्मीद कि जा रही है कि देश और दुनिया से कम से कम पांच लाख सिख इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होने आयेगे।बिहार को अपनी छवि बदलने औऱ राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्री स्तर पर अपनी खोयी प्रतिष्ठा फिर से स्थापित करने का इससे बेहतर मौंका नही मिलेगा इसलिए जहां कही भी आप है इस महाउत्सव में किसी ना किसी रुप में भागीदारी जरुर निभाईए। आज काश्मीर पंजाब,लंदन औऱ अमेरिका से आये दर्जनो सिख परिवार से बात करने का मौंका मिला सच कहिए तो इस कार्यक्रम के माध्यम से नीतीश कि पहचान राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय पर एक कुशल प्रशासक और विकास करने वाले राजनेता के रुप में स्थापित हो गया हर किसी के जुवान पर नीतीश कि तारीफ सूनने को मिला। किसी ने भी व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े करते हुए नही दिखे हलाकि इसकी एक वजह बिहार के छवि भी है लोग उम्मीद नही कर रहे थे और यहां उम्मीद से अधिक व्यवस्था देखने को मिल रहा है। रात के एक बजे तक अशोक रात पथ पर लोग घूमते रहते हैं लाईटिंग कि व्यवस्था मौंका मिले तो एक बार जरुर देखने आईए।
ईश्वर ने मुझे वो दिया है जो दुनिया में किसी के पास नही है बुद्ध,जैन,सिख धर्म का जन्म और कर्मभूमि फिर मेरा ऐतिहासिक विरासत सच कहे तो हमलोग अपने इस विरासत का ही सही तरीके सा मार्केटिंग कर ले तो फिर किसी उधोग कि जरुरत नही है।।।
सभार: (संतोष सिंह, कशिश न्यूज के फेसबुक अकाउंट से लिया गया है)
नोट: प्रकाशपर्व का महा लाईव कवरेज देखने के लिए Aapna Bihar के फेसबुक पेज को लाईक करें ।
350वें प्रकाशोत्सव में आये सिख श्रद्धालुओं की आवभगत के लिए रेलवे व आईआरसीटीसी ने खास तैयारी की है।
25 दिसंबर से दस जनवरी तक रेल परिसरों में पंजाबी व्यंजन की खुशबू फैली रहेगी। आईआरसीटीसी दानापुर रेल मंडल में इसके लिए खास तैयारी कर रहा है। पटना जंक्शन, राजेन्द्रनगर, दानापुर, पाटलिपुत्र व पटना साहिब स्टेशनों पर पांच फास्ट फूड यूनिट खोलने की तैयारी है।
आईआरसीटीसी के रिजनल मैनेजर एसएस करीम में बताया कि स्टॉलों पर आईआरसीटीसी की ओर से तीन दर्जन कर्मियों की विशेष तैनाती की जाएगी। सिख श्रद्धालुओं की पसंद का व्यंजन बनाने के लिए मेन्यू तैयार किया जा रहा है। इन स्टॉलों पर उनकी पसंद के व्यंजन मिले इसके लिए समुचित इंतजाम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दानापुर रेल मंडल के संपर्क में लगातार इस दिशा में विचार विमर्श जारी है।
मक्के की रोटी और सरसों का साग
रेल परिसरों में स्थित फूड प्लाजा में मक्के की रोटी, सरसो का साग व दाल मक्खनी सहित अन्य पंजाबी व्यंजन बनाए जाएंगे। स्वच्छता के लिए रेलवे अधिकारियों की ओर से विशेष गाइडलाइन जारी किए गए है। रेल परिसरों में एक्स्ट्रा चार्जिंग व खानपान की गुणवत्ता के लिए विशेष रूप से कैटरिंग इंस्पेक्टरों की तैनाती रहेगी।
रेलकर्मी पूछेंगे – कित्थे जाणा हैं
इधर दानापुर रेल मंडल में तैनात पंजाब व हरियाणा के फ्रंटलाइन स्टॉफ की लिस्ट तैयार की जा रही है। सूचनाओं के सटीक संप्रेषण के लिए इन कर्मियों को आगे रखा जाएगा। सिख श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो इसके लिए पंजाबी की सामान्य जानकारी भी कुछ रेलकर्मियो को दी जा रही।
कैफेटेरिया बनाने की धीमी रफ्तार
इधर राजेन्द्रनगर में कैफेटेरिया बनाने की रफ्तार धीमी है। आईआरसीटीसी के रिजनल मैनेजर ने बताया कि समय पर काम पूरा हो तो आईआरसीटीसी सेवाएं देने को तैयार है। उन्होंने पाटलिपुत्र जंक्शन पर दो मंजिला फूड प्लाजा बनाए जाने की बात ही। श्री करीम ने कहा कि फिलहाल दानापुर में फूड प्लाजा की डियाजन भेजी गई है। अप्रूवल मिलते ही इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। हालांकि यह निर्माण प्रकाशोत्सव से पहले संभव नहीं है। पाटलिपुत्र में बनने वाला यह फूड प्लाजा फुटओवरब्रिज के बगल में प्लेटफॉर्म पर रहेगा। इसमें प्लेटफॉर्म व इसके दूसरे छोर से प्रवेश निकास की सुविधाएं होंगी।
ईससे पंजाबी श्रद्धालु अपने घर जैसा भोजन का आनंद उठा पाएंगे
“बिहार”, तीन धर्मों का उद्गम स्थल और हर धर्म का संगम स्थल| बौद्ध, जैन और सिक्ख धर्म का जन्म बिहार से ही माना जाता है| सीता माँ की जन्मस्थली भी बिहार में ही है| वहीं मखदूम बाबा की मजार भी बिहार में ही है|
कुल मिला के कितनी सारी चीजें हैं बिहार में, जो इसे खासमखास बनाती हैं| अजीब बात है कि हम उन चीजों, उन मुद्दों पर कभी बात ही नहीं करना चाहते| अजीब बात है कि हम हर बात को राजनैतिक बना देते हैं| अजीब बात है कि हम बिहार की असली तस्वीर हमेशा छुपाते हैं| हममें से ही कई लोग हैं जो इस हीनता के शिकार हैं, और हममें से ही कई लोग हैं जो बिहार की स्पष्ट छवि सबके सामने लाने की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं| इसमें हमारा कोई राजनैतिक, आर्थिक या अन्य स्वार्थ नहीं छिपा| बस “बिहार”, अपनी जन्मभूमि ही वो वजह बन के सामने है, जिसके लिए हम सकारात्मक बातें आपको बताने को उत्सुक और इच्छुक रहते हैं|
हम अपने बिहारी होने पर गर्व करते हैं और चाहते हैं कि आप भी शर्म महसूस ना करें| सरकार या सरकारी काम-काज हमारे वश में नहीं| ये हमारी जिम्मेदारी भी नहीं कि हम किसी को जवाब दें और बताते चलें कि हमारी सरकार जिन फलाना मुद्दों पर नाकाम हो रही है, उसकी वजह क्या है, उसका समाधान क्या है| ये सरकारी मसले हैं, उच्चाधिकारी इसपर बात करते रहेंगे| बिहार की जनता जागरूक है, और हम थोड़ा ज्यादा जागरूक रहने/करने का प्रयास कर रहे हैं| जो सरकार काम न करेगी, उम्मीदों पर खरा न उतरेगी, उसको वोट के जरिये टाटा-बाय-बाय न करना पड़े तो कहना| हम जरुर उन सभी बातों को आपके सामने लायेंगे जो सच में सामने आने चाहियें – चाहे वो पढ़ने-सुनने में सरकारी अधिकारियों, मंत्रियों को सुखद न ही लगें| अगर सरकार हमारी बात सुन कर बिहार के विकास की ओर एक छोटा सा कदम भी उठाती है तो इस से बढ़ कर हमारे मकसद की पूर्ति और कहाँ होगी|
हम सकारात्मक ऊर्जा चाहते हैं, हर किसी के दिल में| यही वो चीज़ है जो, आज या कल हमारी परिस्थितियों में सुधार लाएगा| यही वो विषय है जो आज या कल हमें अपनी क्षमता के अनुसार परिभाषित करेगा|
तो…! आज एक खबर लायें हैं आपके लिए| आप बिहारी हैं या गैर-बिहारी, कोई फर्क नहीं पड़ता| बिहार में रहते हैं, भारत के अन्य कोने में रहते हों या विदेश में रहते हों, कोई फर्क नही पड़ता| आप हिन्दू हैं, मुस्लिम या बौद्ध-जैन या सिक्ख-इसाई, कोई फर्क नहीं पड़ता| इस बार बिहार आपके स्वागत की तैयारियां कर रहा है| आपको न्योता दे रहा है| सपरिवार आमंत्रण है| किसलिए?
5 जनवरी 2017 को सिक्खों के दसवें और अंतिम गुरु, गुरु गोविन्द सिंह जी का प्रकाशपर्व है| 350वां प्रकाश पर्व| उनकी जन्मस्थली, पटना के पटनासाहिब में शानदार उत्सव का आयोजन है| एक और सकारात्मक पहल|
बिहार पर्यटन विभाग की तरफ से जारी किये गये इन वीडियोज में आप देख सकते हैं, कई फ़िल्म और टेलीविज़न से जुड़े एवं अन्य सितारे आपसे आग्रह कर रहे हैं| क्रिकेटर शिखर धवन, कपिल की बुआ के किरदार से मशहूर उपासना सिंह, भेजा फ्राई फेम विनय पाठक, अभिनेता जावेद जाफरी एवं जाकिर हुसैन, CID में ACP बने शिवाजी सतम एवं दया बने आदित्य श्रीवास्तव एवं अन्य आपको बिहार आने का आमंत्रण दे रहे हैं|
साथ ही “नूर-ए-गोविन्द” के नाम से बनाया गया यह विडियो भी बिहार पर्यटन मंत्रालय से जारी हुआ है, जिसमे आप गुरु गोविन्द सिंह जी की जीवनी की झलकी पा सकते हैं|
कार्यक्रम में देश-विदेश के लोगों के आने की उम्मीद की जा रही है| भारत के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री सहित अन्य मंत्रियों का आना तय हुआ है| इसके अलावा बॉलीवुड से जुड़े तमाम सितारे एवं बिहार के कई कलाकारों के आने की भी सूचना है|
विभाग की तरफ से हुए इस पहल का हम हार्दिक स्वागत करते हैं| आप सब सादर एवं सप्रेम आमंत्रित हैं| ‘गुरु तख़्त साहिब जी, पटनासाहिब’ आईये, इस जश्न का आनंद लीजिये और बिहार को जरा करीब से देखिये|