भारत के स्वतंत्रता दिवस पर ब्रिटेन ने लौटाई बिहार से चोरी की गयी बुद्ध की एतिहासिक मूर्ति

देश का स्वतंत्रता दिवस दिवस वैसे तो पुरे देश के लिए खास होता है| मगर इसबार का स्वतंत्रता दिवस खासकर बिहार के लिए एक बहुत बड़ा सौगात लेकर आया है| भारत के 72वें स्वतंत्रता दिवस पर ब्रिटेन ने भारत को एक अहम गिफ्ट दिया है|

ब्रिटिश पुलिस ने भारत को 57 साल पहले बिहार के नालंदा म्यूजियम से चोरी हुई 12वीं शताब्दी की एक बुद्ध प्रतिमा सम्मान सहित लौटाई है। दरअसल, यह कांसे से बनी मूर्ति भारत के नालंदा में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संग्रहालय से 1961 में चोरी की गई 14 मूर्तियों में से एक है।

लंदन में नीलामी के लिए के लिए सामने लाए जाने से पहले यह बरसों तक कई हाथों से गुजरी। मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अनुसार डीलर और मालिक को इस मूर्ति के बारे में बताया गया कि यह वही मूर्ति है जो भारत से चुराई गई थी। तब उन्होंने पुलिस की कला एवं पुरावशेष इकाई के साथ सहयोग किया तथा वे इसे भारत को लौटाए जाने पर राजी हो गए।

 

 

लंदन के मेट्रोपॉलिटन पुलिस आर्ट एंड एंटीक्स यूनिट के डिटेक्टीव कॉन्स्टेबल सोफी हेस ने कहा, “यह मामला कानून, व्यापार और स्कॉलर्स के बीच सहयोग का एक वास्तविक उदाहरण रहा है।”

लंदन के इंडिया हाउस में स्वतंत्रता दिवस के लिए एक समारोह में स्कॉटलैंड यार्ड ने ब्रिटेन के भारतीय उच्चायुक्त वाई. के सिन्हा को यह मूर्ति वापस कर दी।

सिन्हा ने भी ब्रिटिश पुलिस के इस व्यवहार और फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है अब यह मूर्ति वहीं जाएगी जहां से यह है। हमारे स्वतंत्रता दिवस पर, यह वाकया (मूर्ति की वापसी) हमारे दोनों देशों के बीच बहुमुखी सहयोग का उदाहरण है।” इसके साथ ही हम उन लोगों की भी सराहना करते हैं जिन्होंने इतने साल बाद भी इस अनमोल मूर्ति की पहचान कर पुलिस को जानकारी दी।

लगभग 60 साल पहले बिहार के जिस धरती से भगवान बुद्ध की यह एतिहासिक मूर्ति चुराई गयी थी, उम्मीद है वह फिर से उसी स्थान पर वापस आयगी| बिहार की धरती और भगवान बुद्ध का रिश्ता अटूट है| भगवान बुद्ध बिहार का धरोहर है|

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