खुशखबरी: बिहार के शरद सागर होंगे भारत के सबसे युवा कनवोकेशन स्पीकर

26 वर्षीय सामाजिक उद्यमी, भारत के युवा आइकॉन और बिहार के लाल शरद सागर भारत के इतिहास में किसी विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करने वाले सबसे युवा भारतीय होंगे। शरद सागर को गुजरात सरकार द्वारा स्थापित प्रतिष्ठित नवरचना यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में छात्रों को सम्बोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है। दिसंबर 9 को वड़ोदरा में शरद देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के स्नातक छात्रछात्राओं के मुख्य अतिथि के तौर पर सम्बोधित एवं सम्मानित करेंगे।

विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करना अत्यंत प्रतिष्ठा की बात है और इसी के साथ शरद भारत गणराज्य के राष्ट्रपतियों, प्रधान मंत्रियों, राज्यपालों एवं प्रमुख उद्योगपतियों की लीग में शामिल हो गए हैं जिन्हे आमतौर पर देश भर के विश्वविद्यालयों द्वारा दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि की तौर पर आमंत्रित किया जाता है। शरद से पहले पहले नवरचना यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में टाटा संस के डायरेक्टर आर गोपालकृष्णन, पद्मा भूषण विजेता एवं यूनाइटेड किंगडम के हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स के सदस्य लॉर्ड भीखू पारेख, गुजरात राज्य के एडवोकेटजनरल कमल त्रिवेदी एवं मुख्य उद्योगपति एवं विश्वस्तरीय नेताओं को आमंत्रित किया गया है।

गुजरात की मशहूर उद्योगपति एवं समाजसेवी और नवरचना यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष श्रीमती तेजल अमिन ने कहा

मैं श्री शरद सागर की जीवन यात्रा से व्यक्तिगत रूप से बहुत प्रभावित हूं और श्री सागर को नवरचना विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाना पूरे विश्वविद्यालय के लिए सम्मान की बात है। हमें यकीन है कि हमारे छात्र उनके शब्दों एवं विचारों से प्रेरित होंगे और उन्हें अपने जीवन में अमल करेंगे।

शरद के उम्र के किसी शख़्स का भारत या विश्व भर के किसी भी मुख्य विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करना अभूतपूर्व है। अक्टूबर 2016 में शरद एकमात्र भारतीय थे जिन्हे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा वाइट हाउस आने का आमंत्रण मिला। शरद विश्व के 100 सबसे प्रभावशाली युवा उद्यमियों की सूची में भारत से सबसे ऊपर हैं। शरद फोर्बस पत्रिका के 30 अंडर 30 की सूची में मार्क ज़ुकेरबर्ग एवं मलाला यूसफज़ई के साथ शामिल होने वाले बिहार से एकमात्र हैं। दिसंबर 2016 में नोबेल पीस सेण्टर ने शरद को ओस्लो, नॉर्वे में होने वाले नोबेल शान्ति पुरस्कार समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया और जून 2017 में अखबार दिव्य भास्कर ने शरद को “21वीं शताब्दी के स्वामी विवेकानंदकी उपाधि दी।

शरद ने एशिया, अमेरिका और यूरोप में प्रसिद्ध भाषण दिए हैं और ऑनलाइन उनके भाषणों को लाखों लोग द्वारा सुना जाता है। शरद सागर एक भारतीय युवा आइकॉन, विश्व प्रसिद्द उद्यमी एवं 21वीं शताब्दी के लीडर हैं जिनके शिक्षा एवं सामाजिक सेवा में किये गए काम एक पूरी पीढ़ी को प्रेरणा देती है।

शरद ने 4 करोड़ की छात्रवृत्ति पर अमेरिका के प्रतिष्ठित टफ्ट्स यूनिवर्सिटी से पढाई पूरी की। मई 2016 में शरद को टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के 160 साल के इतिहास में स्नातक भाषण देने वाले पहले भारतीय होने का सम्मान प्राप्त हुआ। उसी साल शरद ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के मास्टर्स डिग्री के प्रस्ताव को ठुकरा कर भारत लौटकर बच्चों और युवाओं के साथ काम जारी रखने का निर्णय लिया।

शरद दुनिया भर के सबसे प्रभावशाली नेताओं, संस्थानों, विश्वविद्यालयों, सरकारों एवं अखबारों द्वारा चित्रित किये गए हैं एवं उन्हें संयुक्त राष्ट्र, वाइट हाउस, वर्ल्ड बैंक, हार्वर्ड, आईआईटी एवं आईआईएम जैसे संस्थानों द्वारा आमंत्रित एवं सम्मानित किया गया हैं।

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