क्या बिहार में फिर शुरू होगी शराब की बिक्री?

कॉन्फेडरेशन के महानिदेशक विनोद गिरी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखते हुए शराब की बिक्री को फिर से शुरू करने का आग्रह किया है

बिहार में शराब की बिक्री फिर से शुरू होने को लेकर आवाज उठाये जा रहे है। कोरोना महामारी ने केंद्र और राज्य की अर्थव्यस्था को बुरी तरह से प्रभावित किया है। कोरोना महामारी के कारण राज्य के कमाई में आई गिरावट के भरपाई के लिए शराब की बिक्री फिर से चालू किया जा सकता है। ऐसे में कंफेडेरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहलिक बेवरेज कंपनीज (सीआईएबीसी) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार में शराबबंदी पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। सीआईएबीसी ने नीतीश कुमार से राज्य में शराब के व्यापार को “नियंत्रित और ज़िम्मेदार” तरीके से करने की अनुमति देने का आग्रह किया है। 

विनोद गिरी ने पत्र लिख कर किया आग्रह 

कॉन्फेडरेशन के महानिदेशक विनोद गिरी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखते हुए शराब की बिक्री को फिर से शुरू करने का आग्रह किया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है की अन्य राज्यों की तरह ऑनलाइन व होम डिलीवरी की अनुमति दें। उन्होंने सरकार से यह भी अनुरोध किया कि वह केवल एक मूल्य बिंदु से ऊपर शराब उत्पादों की बिक्री की अनुमति दे, जिनके पास साधन हैं, वे इसे खरीद सकते हैं।

गिरि ने कहा कि “सरकार को राज्य आधारित शराब उत्पादकों को स्वतंत्र रूप से उत्पादन और निर्यात अनुमति देनी चाहिए। इससे राज्ये को 6 से 7 करोड़ का राजस्व संग्रह होगा।”

उन्होंने कहा की “एक जिम्मेदार उद्योग संघ के रूप में, हम समझते हैं की गरीबों को बचाने के उद्देश्य से शराब बंदी लागू हुई थी। इस समय अगर बिहार में नियंत्रित और जिम्मेदारी पूर्वक तरीके से शराब की बिक्री की अनुमति दी जाती है, तोह हम बिहार सरकार के साथ काम करना चाहेंगे सरकार बिहार को महत्वपूर्ण बनाने वाले मॉडल पर भी काम करेंगे। 

2016 में शराब की बिक्री पर लगी थी रोक 

बिहार सरकार ने 5 अप्रैल 2016 को शराब के निर्माण, व्यापार, भंडारण, परिवहन, बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही राज्य सरकार ने भारतीय निर्मित विदेशी शराब पर भी रोक लगा दी थी। संगठन के महानिदेशक विनोद गिरी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में शराबबंदी को बोल्ड कदम बताते हुए इस फैसले के लिए उनकी तारीफ की। कहा कि यह अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में सफल रहा है, लेकिन अब इस पर पुनर्विचार करने का समय आ गया है।

नीतीश कुमार अपने पुराने स्टैंड पर कायम 

शराबबंदी को लेकर शुरू हुए इस बहस पर नीतीश कुमार ने यह कहते हुए विराम लगा दिया कि जबतक उनकी सरकार रहेगी, बिहार में शराबबंदी लागू रहेगी| उन्होंने कहा बिहार में शराबबंदी के बाद सुख-शांति कायम है| हम अपने इस फैसले से पीछे नहीं हटने वाले|

 

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