बिहार के शरद सागर को ब्रिट्रेन की महारानी एलिज़ाबेथ करेंगी सम्मानित

26 वर्षीय सामाजिक उद्यमी, भारत के युवा आइकॉन और बिहार के लाल शरद सागर को इस साल के क्वीन्स यंग लीडर्स में शुमार किया गया है। इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ के सम्मान में स्थापित किया गया यह पुरस्कार राष्ट्रमंडल के 52 देशों से प्रभावपूर्ण कार्य कर रहे चुनिंदा युवाओं को सम्मानित करता है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार आखिरी बार दिया जाएगा और बिहार से यह सम्मान पाने वाले शरद पहले एवं एकमात्र युवा होंगे।

एशिया भर से 24 चुनिंदा युवाओं में से एक

शरद एशिया भर से 24 चुनिंदा युवाओं में से हैं जिन्हे ब्रिटेन के शाही परिवार द्वारा यह सम्मान प्राप्त होगा। ज्ञात हो कि इससे पहले शरद नॉर्वे देश के शाही परिवार, नोबेल पीस सेण्टर एवं पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के अतिथि के रूप में शामिल हो चुके हैं। पिछले ही हफ्ते शरद को राष्ट्रपति ओबामा द्वारा एक साल में अंदर में दूसरा न्योता आया।

विजेताओं की घोषणा करते हुए, ब्रिटेन शाही परिवार के प्रिंस हैरी ने कहा – “यह पुरस्कार उन सभी प्रेरणादायक युवाओं के साहस एवं प्रयासों को सम्मानित करता है जो राष्ट्रमंडल देशों के सबसे चुनौतीपूर्ण परेशानियों का समाधान कर रहे हैं और एक बेहतर दुनिया बनाने में अहम् भूमिका निभा रहे हैं। अपने काम से यह अन्य युवाओं को भी अपनी पूर्ण क्षमता का उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।”

भारत के युवा आइकॉन हैं शरद

ब्रिटेन के शाही परिवार द्वारा दिए गए इस पुरस्कार के साथ शरद के अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों एवं सम्मानों की सूची और लम्बी हो गयी है। अक्टूबर 2016 में शरद एकमात्र भारतीय थे जिन्हे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा वाइट हाउस आने का आमंत्रण मिला। शरद विश्व के 100 सबसे प्रभावशाली युवा उद्यमियों की सूची में भारत से सबसे ऊपर हैं। शरद फोर्ब्स पत्रिका के 30 अंडर 30 की सूची में मार्क ज़ुकेरबर्ग एवं मलाला यूसफज़ई के साथ शामिल होने वाले बिहार से एकमात्र हैं। दिसंबर 2016 में नोबेल पीस सेण्टर ने शरद को ओस्लो, नॉर्वे में होने वाले नोबेल शान्ति पुरस्कार समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया और जून 2017 में अखबार दिव्य भास्कर ने शरद को “21वीं शताब्दी के स्वामी विवेकानंद” की उपाधि दी। शरद ने एशिया, अमेरिका और यूरोप में प्रसिद्ध भाषण दिए हैं और ऑनलाइन उनके भाषणों को लाखों लोग द्वारा सुना जाता है। शरद सागर एक भारतीय युवा आइकॉन, विश्व प्रसिद्द उद्यमी एवं 21वीं शताब्दी के लीडर हैं जिनके शिक्षा एवं सामाजिक सेवा में किये गए काम एक पूरी पीढ़ी को प्रेरणा देती है।

शरद ने 4 करोड़ की छात्रवृत्ति पर अमेरिका के प्रतिष्ठित टफ्ट्स यूनिवर्सिटी से पढाई पूरी की। मई 2016 में शरद को टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के 160 साल के इतिहास में स्नातक भाषण देने वाले पहले भारतीय होने का सम्मान प्राप्त हुआ। उसी साल शरद ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के मास्टर्स डिग्री के प्रस्ताव को ठुकरा कर भारत लौटकर बच्चों और युवाओं के साथ काम जारी रखने का निर्णय लिया।

कई यूएन पुरस्कार के विजेता शरद दुनिया भर के सबसे प्रभावशाली नेताओं, संस्थानों, विश्वविद्यालयों, सरकारों एवं अखबारों द्वारा चित्रित किये गए हैं एवं उन्हें संयुक्त राष्ट्र, वाइट हाउस, वर्ल्ड बैंक, हार्वर्ड, आईआईटी एवं आईआईएम जैसे संस्थानों द्वारा आमंत्रित एवं सम्मानित किया गया हैं।

पिछले ही हफ्ते शरद भारत के इतिहास में किसी विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करने वाले सबसे युवा भारतीय बने। शरद सागर को गुजरात सरकार द्वारा स्थापित प्रतिष्ठित नवरचना यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर सम्बोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

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