खुशखबरी: पटना को जोड़ने वाली सभी सड़कें होंगी फोरलेन

राजधानी पटना से जुड़ने वाले सभी सड़कें चार लेन की होंगी। इसके लिए सभी सड़कों को सौ किलोमीटर तक चार लेन किया जाएगा। कुछ सडकों पर काम चल रहा है तो कुछ की योजना बन रही है। इसके अलावा शहर में भी कई कॉलोनी की सड़कों का चौड़ीकरण कर उन्हें मुख्य सड़क में मिलाया जायेगा।

पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि पटना शहर और आसपास में ट्रैफिक के बढ़ते दबाव को देखते हुए सरकार ने यह व्यवस्था की है। ग पटना के आसपास तो कम समय में पहुंच जाते हैं, लेकिन शहर में उन्हें काफी समय लग जाता जाता है। इस परेशानी को जल्द दूर कर लिया जाएगा। शहर के भीतर कई फ्लाईओवर भी इसी परेशानी को देखकर बनाए जा रहे हैं।

“पिछले वर्ष राज्य में 4200 किलोमीटर सड़कों का कालीकरण किया गया। अभी तक कभी भी इतनी लंबाई में कालीकरण 1 वर्ष में नहीं हुआ। सडकों के रख रखाव की बनी निति आउटपुट एंड परफॉर्मेंस बेस्ड रोड एसेट मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट में अगले वर्ष से कुछ और सड़कों को डाला जाएगा। अभी 8000 किलोमीटर सड़कें इसके अधीन है।”
-अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव, पथ निर्माण

इसके अलावा मोकामा में राजेन्द्र सेतु के समानांतर गंगा पर बनने वाले पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस पुल को जोड़ने वाली सड़कों का काम प्रारंभ कर दिया गया है। जमीन की व्यवस्था भी राज्य सरकार ने कर ली है। प्रधान सचिव ने कहा कि सोन नद पर दाउदनगर- नासरीगंज के बीच बन रहे पुल का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। दो महीने में इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

प्रधान सचिव ने कहा कि मार्च 2018 तक एम्स-दीघा एलिवेटेड रोड पूरा कर लिया जाएगा। गंगा पथ में भी तेजी से काम चल रहा है। दीघा से कृष्णा घाट तक इस पथ का काम अगले साल जून तक पूरा हो जाएगा। इस पथ के 13वें किमी से 20वें किमी तक गंगा की धारा में बदलाव के कारण परेशानी हुई है।

आईआईटी के इंजीनियर इस समस्या पर काम कर रहे हैं। बेली रोड के समानांतर इंदिरा भवन से विश्वेश्वरैया भवन होते हुए आशियाना-दीघा पथ में जुड़ने वाली नई सड़क का एस्टीमेट भी तैयार हो गया है।

 

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