टॉपर घोटाला दोषियों पर कार्रवाई होगी जो विश्व में एक नजीर होगी: मुख्यमंत्री

शिक्षक दिवस के अवसर पर श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम  में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इंटर टॉपर्स घोटाला 2016 का जिक्र करते हुए आज कहा कि दोषियों पर कार्रवाई होगी जो विश्व में एक नजीर होगी।

नीतीश ने कहा कि सभी को समय पर शिक्षा देना हमारा मकसद है. उन्होंने कहा कि अधिकारी अगर गड़बड़ी करेंगे तो बख्शे नहीं जायेंगे. नीतीश ने इंटर टॉपर्स घोटाले का जिक्र करते हुए इसको उजागर करने के लिए मीडिया एवं लोगों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई होगी, जो विश्व में एक नजीर होगी.

उन्होंने कहा कि हम तो भरोसे पर चलते हैं, लेकिन एक बार भरोसा टूटता है तो उसकी खैर नहीं हैं. मामले में लोगों द्वारा जांच की मांग की जा रही थी, मैंने सीधा कहा कि अब जांच नहीं अब मुकदमा और पुलिस अनुसंधान होगा, जो हो रहा है. नीतीश ने कहा कि घटना को उजागर करने के लिये धन्यवाद देता हूं, इस कारण से शिक्षा व्यवस्था और सुदृढ हुई है. जब तक धांघली की संभावना को समाप्त नहीं कर देते हैं, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे. शिक्षा विभाग की भी यह प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हर पहलू पर गौर किया जा रहा है. बिहार में हमने इसे चुनौती के रूप में लिया है. मेरिट का टेस्ट पारदर्शी तरीके से होना चाहिए.

नीतीश ने कहा कि गुणवत्तापूर्वक शिक्षा आज एक चुनौती है. आज लोग बिहार की आलोचना करते हैं, हमलोग गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए सदैव प्रयत्नशील हैं. उन्होंने कहा कि गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

चार लाख रुपये का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड

नीतीश ने कहा कि 12वीं कक्षा से आगे जो भी लड़का लड़की पढ़ना चाहते हैं उन्हें हम चार लाख रुपये का स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड देंगे, इस संदर्भ में बैंकों के साथ बातचीत हो चुकी है. ऋण के साथ साथ पांच साल के बाद ब्याज की राशि की सरकार बैंकों को गारंटी देगी. किसी भी युवा को बैंकों के चक्कर नहीं काटना होगा. उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर से योजना की शुरुआत की जायेगी। इसके लिये हर जिले में जिला निबंधन केंद्र की स्थापना की गयी है. युवाओं को बिना किसी झंझट के पैसा मिलना शुरू हो जायेगा, इससे बिहार में दाखिले का सकल अनुपात बढ़ेगा.

कौशल विकास पर होगा ध्यान

नीतीश ने कहा कि जो युवक आगे पढ़ना नहीं चाहते, उनके कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है, इसके लिये भी योजना लायी गयी है. एक करोड युवाओं का कौशल विकास करने का लक्ष्य रखा गया है. युवाओं को संवाद कौशल एवं कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया जायेगा. 2 अक्टूबर से इस योजना की शुरुआत की जायेगी. उन्होंने कहा कि रोजगार की तलाश कर रहे 20 से 25 आयु वर्ष आयु सीमा के बीच के युवा को रोजगार तलाशने के लिये दो वर्षों तक प्रतिमाह एक हजार रुपये का स्वयं सहायता भत्ता दिया जायेगा. इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए सभी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय में वाई-फाई की सुविधा दी जायेगी.

राजनीति: शराबबंदी को लेकर देशभर में घूम रहें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर मोदी का जोरदार हमला

पटना: पूरे देश में शराबबंदी के प्रचार में घूम रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने जोरदार हमला किया है। 

 

पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि पूरा बिहार अराजकता की चपेट में है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी के देशव्यापी अभियान में जुटे हुए हैं। सूबे के सवा तीन लाख पंचायत शिक्षकों के साथ ही 10 विश्वविद्यालयों के हजारों शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी पिछले चार महीने से वेतन का इंतजार रहे है।

 

मोदी ने कहा कि लाखों पंचायत शिक्षकों को होली के बाद से वेतन नहीं मिल पाया है। विश्वविद्यालयों से लेकर प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक भी पिछले चार महीने से वेतन से वंचित हैं। यदि सरकार शिक्षकों को हर महीने वेतन देने में सक्षम नहीं है तो उसे घोषणा कर देनी चाहिए कि वह एक पर्व के बाद दूसरे पर्व पर ही वेतन देगी। वैसे प्रदेश के लाखों शिक्षकों को ईद के मौके पर भी वेतन मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। टॉपर घोटाला शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त अराजकता की महज एक बानगी है।

 

टॉपर घोटाले के साइड इफैक्ट के बाद इंटर और मैट्रिक के 85 हजार छात्रों की पौने दो लाख कॉपियों की स्क्रूटनी बीएसईबी के लिए चुनौती बनी हुई है,वहीं मगध विश्वविद्यालय स्नातक तृतीय वर्ष के छात्र परीक्षा परिणाम में गड़बड़ियों को लेकर वीसी के घेराव के लिए विवश हो रहे हैं तो दूसरी ओर बीपीएससी मुख्य परीक्षा की तिथि बढ़ाने को लेकर सैकड़ों छात्र आत्मदाह की चेतावनी दे रहे हैं। पिछले दो महीने से पटना आर्ट कालेज के छात्र आंदोलनरत हैं मगर नीतीश कुमार इन सबसे बेखबर हैं।

 

मैट्रिक और इंटर के 85 हजार छात्रों ने अपनी 1.72 लाख कॉपियों की जांच के लिए बोर्ड को आवेदन दिया। बार-बार तिथि तय करने के बावजूद जेईई पास करीब साढ़े आठ हजार छात्रों की ही आधी-अधूरी स्क्रूटनी हो पाई है। इससे हजारों छात्रों का भविष्य अधर में है। सरकार के अंतिम समय में नौंवी की परीक्षा लेने से हाथ खड़ा करने से लाखों छात्रों की 10वीं की पढ़ाई तीन महीने तक बर्बाद हो चुकी है।