साहेब की उलटी गिनती शुरू, फिर जेल जायेगा शहाबुद्दीन !

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11 साल बाद शहाबुद्दीन जेल से बाहर तो आया मगर लगता नहीं की सीवान के साहब के नाम से मसहूर ये डॉन 11 दिन भी जेल से बाहर रह पायेगा।  सीवान प्रसाशन ने जिले की हालात पर नीतीश सरकार को एक रिपोर्ट भेजी है। ये रिपोर्ट 13 सितंबर को भेजी गई है, जिसमें कहा गया है कि शहाबुद्दीन के बाद से सीवान में दहशत है। कानून व्यवस्था खराब हो चुकी है। इस रिपोर्ट के बाद पटना से एसटीएफ की स्पेशल टीम चीता को भेजा गया है। प्रशासन ने सरकार को बताया है कि खराब हालात को देखते हुए चंदा बाबू और राजदेव रंजन के परिवार को भी सुरक्षा मुहैया कराया गया है।

इधर नीतीश सरकार शहाबुद्दीन प्रकरण पर पूरी तरह बैकफुट पर आ गई है और अब इसकी भरपाई के लिए हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की वकालत कर रही है। यानी जिस सरकार पर शहाबुद्दीन की तरफदारी का आरोप लगा अब वो शहाबुद्दीन के खिलाफ सबसे बड़ी अदालत जाने के लिए तैयार हो गई है।

उधर आज पीड़ित चंदा बाबू का परिवार आज सुप्रीम कोर्ट में शहाबुद्दीन की जमानत को चुनौती देगा। अपनी याचिका में पीड़ित परिवार शहाबुद्दीन को दोबारा जेल भेजने की मांग करेगा। आपको बता दें कि शहाबुद्दीन पर आरोप है कि उसने चंदा बाबू के तीन बेटों की हत्या करवाई थी। इससे पहले कल सर्वोच्च अदालत में पत्रकार राजदेव रंजन की बीवी भी याचिका दायर कर चुकी हैं। आशा रंजन ने अपनी याचिका में शहाबुद्दीन के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है।

 

इन कवायदों से ऐसा लग रहा है कि डॉन की उलटी गिनती शुरू हो गई है। सीवान का साहेब जल्द ही सलाखों के पीछे होगा क्योंकि पत्रकार राजदेव की हत्या की जांच सीबीआई कर रही है। तीन बेटों को गवां चुके चंदा बाबू हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम अदालत में चुनौती दे रहे हैं साथ ही बिहार सरकार भी इस मामले में अपनी लाज बचाने के लिए इस केस को सुप्रीम कोर्ट ले जाने की तैयारी में है।

Breaking News: भागलपुर जेल से रिहा हुआ मोहम्मद शहाबुद्दीन, मिडिया से कहा…

 

FB_IMG_1473475457423 हत्या, रंगदारी और किडनैपिंग जैसे आरोपों में लिप्त मोहम्मद शहाबुद्दीन को पटना हाईकोर्ट के आदेश के बाद जमानत मिलने के बाद आज शहाबुद्दीन भागलपुर जेल से बाहर आ गया।
जेल से रिहा होने के बाद शहाबुद्दीन ने कहा कि- नीतीश परिस्थितियों के सीएम हैं, लालू मेरे नेता है।

सीवान प्रशासन ने शहाबुद्दीन के जेल से बाहर आने की खबर मिलते ही जिले में सेना की चौकसी बढ़ा दी है। चौक-चौराहों पर पर अतिरिक्त बलों की तैनाती के अलावा गश्त भी तेज कर दी गई है। खबरों के मुताबिक शाहबुद्दीन के काफिले के लिए करीब 1300 गाड़ियों के साथ अपने गढ़ सीवान जाएगा।

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2 भाइयों की तेजाब से नहलाकर की हत्या
गौरतलब है कि दो भाइयों की तेजाब से नहलाकर हत्या करने और बाद में हत्याकांड के इकलौते गवाह उनके तीसरे भाई की हत्या के मामले में शहाबुद्दीन भागलपुर जेल में बंद था। दोहरे हत्याकांड में लिप्त आरोपी हाईकोर्ट से फरवरी में ही जमानत पा चुका था और अब गवाह की हत्या के मामले में भी बुधवार को शीर्ष अदालत ने उसकी जमानत मंजूर कर ली। ऐसे में शहाबुद्दीन की जमानत के बाद बिहार की राजनीति गर्म हो गई है, नीतीश की सत्तारूढ़ पार्टी फिलहाल इस मामले पर कुछ भी कहने से बच रही है। विपक्षी भाजपा ने आरोप लगाया है कि लालू यादव से नजदीकी के चलते सरकार ने उसका केस कमजोर कर दिया, जिसके चलते ऐसे गुंडे को जमानत मिल गई।

खौफ में सीवान के लोग
शहाबुद्दीन के बाहर आने से की खबर के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी का कहना है कि जंगल राज को बढ़ावा देने वाले शहाबुद्दीन के बाहर आने की खबर से लोग सहमे हुए हैं। सुशील मोदी ने कहा है कि लालू के दबाव में नीतीश ने केस को कमजोर कर दिया।