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बिहार को आदत है शर्मनाक विषयों को अपना गर्व बना लेने का

बिहार को आदत है शर्मनाक विषयों को अपना गर्व बना लेने का। नीतीश दिल्ली जाते थे तो सभाओं में बड़े गर्व से कहते थे कि हमें आप सब बिहारियों की इतनी बड़ी संख्या यहां देखकर गर्व होता है। मजदूर पलायन जो शर्म का विषय होना चाहिए था, उसे हमारे नेताओं ने गर्व के तरह प्रदर्शित किया।

बताइए जो मजदूर 10-12 हजार के नौकरी के लिए अपना गांव घर छोड़कर दिल्ली मुंबई के स्लम में मजदूरी कर रहा हो उसको जाकर ये झूठा गौरवबोध बेचा जाता था कि “आप लोगों के कारण ही यह प्रदेश चल रहा है, आप चले जाएंगे तो ये प्रदेश रुक जाएगा।”

ठीक यही केस हुआ है फिर 15 साल की ज्योति कुमारी के केस में। वास्तव में ये घटना समाज को झकझोरने वाली थी की एक 15 साल की बेटी को अपने मजदूर बाप को साईकिल पर बिठाकर 1200 किमी आना पड़ा। एक व्यवस्था के लिए, एक सरकार के लिए इससे शर्मनाक बात नहीं हो सकती है। इस घटना के बाद लोगों को प्रश्न करना चाहिए था की क्यों हमारे यहां से लोगों को मजदूरी करने के लिए इतनी दूर जाना पड़ता है। आवाज उठनी चाहिए थी हमारे लोगों को अपने प्रदेश में रोज़गार कब मिलेगा। लेकिन नहीं, इस शर्मनाक स्थिति को भी झूठे आडंबर में बांधकर एक गर्व का विषय बना दिया गया।

ज्योति बहादुर है, उसके जज़्बे को सलाम है। लेकिन उसके कृत्य पर गर्व करने का अधिकार सिर्फ उसके परिवार को है। एक समाज के तौर पर हमारे लिए लिए ज्योति की मजबूरी केवल शर्म का विषय हो सकता है, गर्व का नहीं। उसके शौर्य के गौरवगान के पीछे उसकी मजबूरी और अपने शर्म को मत छुपाईए।

आज नेता लोग जाकर उसका सम्मान कर रहे हैं, उसके पढ़ाई के खर्चे उठाने की घोषणा कर रहे हैं, 7 गियर वाला साईकिल प्रोत्साहन में दे रहे हैं, फोटो खिंचवा रहे हैं, उसे गौरव का विषय बता रहे हैं।

इन निर्लज्ज नेताओं को पूछिए की तनिक पता करे की जिस ज्योति के पढ़ाई खर्च वहन करने का झूठा आडम्बर ये कर रहे हैं, उसे किन मजबूरियों के चलते कक्षा पहली के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी।

ये बेशर्म नेता सब सत्ता में थे जब ज्योति के पिता को मजदूरी करने के लिए घर से 1200 किमी दूर पलायन करना पड़ा। ये बेशर्म नेता सत्ता में थे जब ज्योति कक्षा पहली के बाद पढ़ाई जारी नहीं रख सकी। वो बच्ची इस व्यवस्था के कुव्यस्था और लापरवाही की मारी हुई है। लेकिन आज उसके व्यक्तिगत शौर्य को व्यवस्था ने अपना गर्व बना लिया। इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता है।

तुम्हें बहुत सारा आशीर्वाद, प्यार ज्योति ❤️ साथ ही क्षमा मांगता हूं। पीपली लाइव के नत्था की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं ये तुम्हें। ईश्वर तुम्हें इन चिल, गिद्दों से बचने की शक्ति दे।

– Aditya Mohan

Ivanka trump praised Jyoti kumari

अमेरिकी राष्ट्रपति की बेटी इवांका ट्रंप भी बिहार के ज्योति से हुई प्रभावित, की तारीफ

अपने घायल पिता को साईकिल पर बैठाकर गुरुग्राम से दरभंगा के बीच 1200 किलोमीटर का सफ़र मात्र 7 दिन में तय कर लेने वाली बिहार की ज्योति की हर तरफ तारीफ हो रही है| ज्योति के इस असाधारण कार्य की चर्चा सिर्फ देश ही में नहीं बल्कि विदेशों में भी हो रही है| कक्षा 8 में पढ़ने वाली दरभंगा के मोहन पासवान की बेटी ज्योति कुमार दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका ट्रम्प की भी प्रेरणा बन गयी|

कल शाम अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इवांका ने ज्योति के बारे में पोस्ट करते हुए उसकी तारीफ की है| वो ज्योति को भारतीय साइकिलिंग फेडरेशन द्वारा दिए ऑफर के खबर को शेयर करते हुए लिखी, “15 साल की ज्योति कुमारी ने अपने जख्मी पिता को साइकिल से सात दिनों में 1,200 किमी दूरी तय करके अपने गांव ले गई| सहनशक्ति और प्यार की इस वीरगाथा ने भारतीय लोगों और साइकलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है|”

ज्ञात हो कि भारतीय साइकिलिंग फेडरेशन भी ज्योति के इस कारनामें से आश्चर्यचकित है| फेडरेशन ने ज्योति को अगले महीने ट्रायल के लिए दिल्ली बुलाया है| फेडरेशन के चेयरमैन ओंकार सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अगर आठवी क्लास की छात्रा ज्योति यह ट्रायल पास कर लेती है तो आईजीआई सपोर्ट काम्प्लेक्स में स्थित स्टेट-ऑफ़-द-आर्ट नेशनल साइकिलिंग अकैडमी में ट्रेनी के रूप में चयनित हो जाएगी|

फेडरेशन के चेयरमैन ओंकार सिंह ने कहा था, “हमने आज सुबह लड़की से बात की और हमने उसे बताया कि उसे अगले महीने दिल्ली बुलाया जाएगा जब लॉकडाउन खत्म हो जाएगी। उसकी यात्रा, ठहरने और अन्य खर्चों का सारा खर्च हमारे द्वारा उठाया जाएगा। इस खबर को विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें| 

ज्योति को अखिलेश यादव देंगें एक लाख की मदद

ज्योति के इस कारनामें ने देश लेकर विदेशों तक में लोगों का ध्यान अपनी तरफ खिंचा है| साइकिलिंग फेडरेशन ने ज्योति के मदद की घोषणा तो की ही है| इसके साथ यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी ज्योति को एक लाख रूपये का राशि देने की घोषणा की है|

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है, ‘सरकार से हारकर एक 15 वर्षीय लड़की निकल पड़ी अपने घायल पिता को लेकर सैकड़ों मील के सफ़र पर. दिल्ली से दरभंगा. आज देश की हर नारी और हम सब उनके साथ हैं. हम उनके साहस का अभिनंदन करते हुए उन तक 1 लाख रुपये की मदद पहुंचाएंगे|”


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