भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट के जवानों पर चीन ने धोखे से किया जानलेवा हमला, 20 जवान शहीद

शहीद होने वालों में ज्यादातर जवान बिहार और झारखंड के बताए जा रहे हैं

42 दिनों से गलवान घाटी में LAC पर भारत और चीन के बीच जारी सैन्य तनाव, सोमवार को खूनी संघर्ष में बदल गया। भारत सीमा में घुसे चीनी सैनिक वापस लौटने के आड़ में धोखे से भारत के सैनिकों पर हमला कर दिया। भारत के रक्षा मंत्रालय के जानकारी के अनुसार चीनी सैनिकों के हमले से भारत के 20 जवान शहीद हो गए। भारत ने भी जवाबी कार्रवाई में चीन के 43 सैनिकों के घायल व मारने की खबर है।

चीन ने भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट के जवानों पर हमला किया है। शहीद होने वालों में ज्यादातर जवान बिहार और झारखंड के बताए जा रहे हैं।

आपको बता दें कि 16 बिहार रेजिमेंट के जांबाज अफसर कर्नल बी संतोष बाबू भी शामिल हैं। बी संतोष बाबू 16 बिहार रेजिमेंट में 2 दिसंबर 2019 से पोस्टेड थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर पत्थरबाजी की. लोहे के नाल, कीलें लगी लठ से भारत की सेना पर हमला किया।  वैसेे तो 1962 भारत – चीन युद्ध के बाद से  सीमा को लेकर दोनों देश  में विवाद बना हुआ है, मगर 1975 के बाद 45 साल  पहली बार जवाा शहीद हुए हैं।

ज्ञात हो कि 1962 का युद्ध भी गालवान घाटी से ही शुरू हुआ था। इसके सटे अक्साई चीन इलाके में चीन का कब्जा है। चीन के बौखलाहट का कारण – भारत द्वारा सीमा पर बनाए जा रहे 255 किलोमीटर का सड़क है। जिसके बन जाने से भारतीय सैनिकों को पूर्वी लद्दाख में पहुंचने में सहूलियत होगी।

चीन के इस हरकत के बाद दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्य प्रमुखों से बातचीत करके, हालत की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी। इसके बाद प्रधानमंत्री आवास पर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक हुई। इस तनाव के बाद भारत और चीन के रिश्ते और बिगड़ने के आसार है। हालत को देखते हुए, युद्ध के संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता।

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