Shramik Special Train: आज 12 ट्रेन से 17000 मजदूरों की होगी घर वापसी

श्रमिक स्पेशल तराई से बिहार आने का सिलसिला जारी है| विभिन्न राज्य से 14 स्पेशल ट्रेन में सवार होकर 17 हज़ार लोग बिहार पहुंचेंगे| सूचना जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने शनिवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना से उत्पन्न हालात के हर पहलुओं की लगातार समीक्षा कर रहे हैं और जरुरतमंद को हरसंभव मदद देने का लगातार निर्देश दे रहे हैं|

प्रेस कांफ्रेंस जानकारी देते हुए अनुपम ने कहा कि बिहार में कुल 179 आपदा राहत केन्द्रों से लगभग 70 हज़ार लोगों की मदद की जा रही है| वहीं लाकडाउन के कारण दुसरे राज्यों में फसे बिहारियों के 19 लाख 55 हजार 4 सौ 26 आवेदकों के खाते में मुख्यमंत्री राहत कोष से एक-एक हजार रुपये की राशि भेज दी गयी है|


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चिंता की बात है कि राज्य में कल 32 कोरोना के मामले सामने आये हैं और सभी मामले दूसरे राज्य से स्पेशल ट्रेन के जरिये बिहार लौटे मजदूरों की है| इसको मिलकर राज्य में कोरोना के मामले की संख्या 600 पार करते हुए 611 हो गयें|

कल मुजफ्फरपुर से भी 3 कोरोना के मामले सामने आये हैं| इसके बाद अब बिहार के 38 में से 37 जिलों में कोरोना वायरस फ़ैल चुका है सिर्फ जमुई इससे अभी तक बचा हुआ है| शनिवार को मिले मरीजाें में बेगूसराय के 12, रोहतास के 5, मुजफ्फरपुर के 3, अरवल के 3, नालंदा व मुंगेर 2-2 व शेखपुरा, वैशाली, भोजपुर, खगड़िया और सीवान के एक-एक है।

वैसे ख़ुशी की बात यह है कि बिहार में कोरोना से ठीक होने की दर अच्छी है| निवार को राज्य के 51 लोगों ने कोरोना वको मात दी है। बिहार में अभी तक 54 प्रतिसत मरीज ठीक होकर वापस अपने घर जा चुकें हैं जो कि राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा है| कोरोना से ठीक होने की राष्ट्रीय औसत मात्र 29% ही है| हालांकि  केरल, तेलंगाना और राजस्थान इस मामले में हमसे आगे हैं|


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