रूपिया: एक बिहारी इंजीनियर ने लीक से हटकर विषयवस्तु पर बनाई फिल्म

“भाई-बहन का प्यार अनोखा, अनोखा है ये बंधन”- ये गाना कई साल पुराना हो चुका है। इसके अलावा भी कई सारे गाने आते हैं नज़र में जो भाई- बहन के रिश्ते को करीब से दिखाते हैं, मगर याद करने की कोशिश भी करें तो किसी ऐसी फ़िल्म का नाम ज़ेहन में आना मुश्किल लगता है जिसके प्रमुख पात्र भाई और बहन हों।

यहाँ एक ऐसी शॉर्ट फिल्म की बात हम करने जा रहे हैं जो रक्षाबंधन की छुट्टी का फुल पैकेज है। फ़िल्म की लंबाई 28 मिनट मात्र है, पर इस 28 मिनट में आप जिस क़दर फ़िल्म से जुड़ाव महसूस करते हैं वो फ़िल्म ख़त्म होने के बाद के 28 मिनट भी बना रहता है। इस छोटी मूवी का नाम है ‘रूपिया’। इसे बनाया है एक बिहारी इंजीनियर ने, जो इस फ़िल्म में प्रमुख पात्र, यानी भाई के रूप में भी नज़र आते हैं। एक्टिंग की दृष्टि से देखें तो सबने अच्छा काम किया है और अगर फ़िल्म की विषयवस्तु को देखें तो ये एक जानदार फ़िल्म लगती है।

‘रूपिया’ 2014 में बनकर तैयार थी, लेकिन ये फ़िल्म इंडस्ट्री का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि यहाँ अलग और नये विषय- नये लोगों को पहले ही प्रयास में सिरे से नकार दिया जाता है।

रिलीज का इंतेज़ार कर थक चुकी फ़िल्म को आखिर यूट्यूब का सहारा मिला और पिछले हफ्ते इसे जनता के हवाले कर दिया गया।

फ़िल्म में एक भाई है जिसे गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करना अच्छा लगता है, वहीं वो अपनी बहन को आईएएस भी बनाना चाहता है। बहन अपने भाई की इच्छानुसार दिन-रात मेहनत करती है आईएएस बनने के लिए। फिर अचानक ऐसा क्या होता है कि इन दोनों की ज़िंदगी ज़र्रा-ज़र्रा बिखर जाती है, कुछ नहीं बचता… जानने के लिए तो फ़िल्म देखनी होगी।

आपनबिहार से बातचीत करते हुए फ़िल्म के लेखक, डायरेक्टर और लीड एक्टर नितेश राज बताते हैं कि फ़िल्म 3 साल पहले बनाई गई थी, जिसे प्रोड्यूसर्स की खोज में रोके रखा गया था। अंततः फ़िल्म को 29 जुलाई को दर्शकों के सामने रखना ही उचित लगा। सोशल मीडिया और खासकर यूट्यूब अपनी कला के प्रदर्शन का उपयुक्त प्लेटफॉर्म है, जिसका सदुपयोग आज के युवा बखूबी कर रहे हैं।

अपने बारे में बताते हुए वे कहते हैं-

“मैं बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर का रहने वाला हूँ। दसवीं तक की पढ़ाई गाँव में ही हुई। आगे पढ़ने के लिए पटना आया। पटना से बारहवीं और इंजीनियरिंग की तैयारी की। फिर चंडीगढ़ से इंजीनियरिंग पूरी करके दिल्ली आ गया।”

फिर एक्टिंग का सुरूर कैसे चढ़ा, के जवाब में वो कहते हैं कि दिल्ली में आकर थिएटर से लगाव हुआ और फिर शॉर्ट फिल्म बनाने लगा।

गौरतलब हो कि अमितेश प्रसून के निर्देशन में नितेश राज की बतौर एक्टर अगली शॉर्टफिल्म ‘साइलेंट लव’ भी बहुत जल्द आने की तैयारी में है।

फ़िल्म देख खुद बताएँ कैसा है ये प्रयास-

नेहा नूपुर: पलकों के आसमान में नए रंग भरने की चाहत के साथ शब्दों के ताने-बाने गुनती हूँ, बुनती हूँ। In short, कवि हूँ मैं @जीवन के नूपुर और ब्लॉगर भी।