फिर AK-47 के साथ दिखा बिहारी सिंघम, बालू माफियाओं में मचा हड़कंप

सोन के विवादित क्षेत्र महुई महाल में अवैध बालू खनन में लिप्त माफियाओं के वर्चस्व को समाप्त करने के लिए रविवार को पटना व भोजपुर जिले की पुलिस टीम ने मिलकर छापेमारी अभियान चलाया। नेतृत्व पटना के एसएसपी मनु महाराज ने किया। करीब पांच घंटे तक चले अभियान में बालू निकाल रहे 30 मजदूरों व पोकलेन चलाने वाले 4 चालकों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही 29 पोकलेन जब्त किए गए। पुलिस ने गिरफ्तार लोगों के अलावा नौ बालू माफियाओं के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिनमें मनेर के राजद विधायक भाई वीरेंद्र का महिनामा निवासी भतीजा सोनू भी शामिल है.

एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि बालू माफियाओं के खिलाफ आगे भी बड़ी कार्रवाई जारी रहेगी, क्योंकि बालू माफिया पटना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। फिलहाल मनेर से से लेकर बिहटा और कोइलवर तक पूरे इलाके को सील कर दिया गया है।

विधायक भाई वीरेंद्र के भतीजे का नाम लिया : पकड़े गये पोकलेन चालकों व मजदूरों से एसएसपी मनु महाराज ने पूछताछ की. इस दौरान उन्होंने कई वीआइपी और स्थानीय विधायक भाई वीरेंद्र के भतीजे सोनू का नाम लिया है. विधायक भाई वीरेंद्र के खिलाफ जांच की जा रही है.

सालभर पहले हुई थी छापेमारी 28 लोग गिरफ्तार किए गए थे

गौरतलब है कि एक साल पहले फौजिया गुट और उमाशंकर गुट में वर्चस्व को लेकर गोलीबारी हुई थी। इसमें फौजिया गुट के एक गुर्गे की मौत हो गई थी, जबकि कई घायल हुए थे। एसएसपी मनु महाराज ने इस घटना के बाद छापेमारी अभियान चलाया था, जिसमें 28 लोग पकड़े गए थे और 28 पोकलेन भी जब्त किए गए थे। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई की थी। एकबार फिर एसएसपी को महुई महाल से बालू निकालने की सूचना मिली थी। इसके बाद टीम का गठन कर भोजपुर पुलिस की मदद से दोनों छोर से अवैध बालू निकालने वाले को घेरा गया। इस अभियान में एसएसपी के साथ सिटी एसपी राकेश दुबे, जिला खनन पदाधिकारी मनोज अंबष्ठ सहित कई अधिकारी शामिल थे।

 

 

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