विश्व प्रसिद्ध समाजिक उद्यमी शरद सागर पहली बार बिहार के इस गांव के बच्चों को करेंगे सम्बोधित।

इस गाँव के बच्चों की धमनियों में खून के साथ इन दिनों उत्साह, उन्माद, और उम्मीद भी बड़ी तेजी से बह रही है। हृदय की ये ख़ुशी और गर्व जहाँ सीना फुला रहे हैं, वहीं दिमाग में ढेर सारे प्रश्न भी खड़े करते जा रहे हैं। इस बेसब्री के बीच राहत की बात ये है कि अब बस इंतजार का एक दिन और!

इलाके के हर छात्र-छात्रा के जुबान पे एक नाम जो पिछले 2 सप्ताह से सर चढ़कर गूंज रहा है, वो है ‘सर शरद विवेक सागर’

 हाँ, ये कहानी है समस्तीपुर जिले के रोसड़ा अनुमंडल के छोटे से गाँव ‘दाथ’ की जहाँ विश्व प्रसिद्ध उद्यमी श्री शरद सागर बच्चों को संबोधित व मार्गदर्शित करेंगे।
ये शुभ दिन होगा 25 अप्रैल 2017, वो पावन बेला होगी अपराह्न 4 बजे और वो पवित्र-स्थल होगा आदर्श विद्या मंदिर के सामने का खेत, जिसको सजाया-संवारा जा रहा है, पंडाल लगाये जा रहे हैं। जहाँ अभिभावकों के लिए 400 कुर्सियों की व्यवस्था होगी वहीं छठी से दसवीं कक्षा तक के छात्र नीचे तिरपाल पर बैठ कर शरद विवेक सागर के संबोधन से ज्ञान रूपी समुंद्र में डुबकी लगाएंगे। यहाँ गुरुकुल वाली परम्परा का जीवंत दर्शन होने वाला है, जहाँ आज भी ये कहावत चरितार्थ है-

उत्तम विद्या लीजिये यद्यपि नीच पे हो,
परे अपावन ठौर पे कंचन तजे न कोई ।।

गवाह बनेगा लगभग 1000 अभिभावकों और बच्चों का हुजूम, जिसको इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में लिखने के लिए होगा पत्रकार बंधुओ का एक समूह। साथ में दाथ ग्रामवासी ने इस पल को जीवंत रखने के लिए की है वीडियो रिकॉर्डिंग की उत्तम व्यवस्था, जिससे बार बार इस वीडियो से ज्ञान रूपी पुरवा हवा से बच्चो के जिंदगी को महकाया किया जा सके ।

वैसे इतना आसान भी नहीं होगा डेक्सरिटी ग्लोबल के सीईओ के लिए ये दिन :

मासूम बच्चों के उलझे सवालों की झड़ी भी लग सकती है श्री सागर के सामने जैसे-

  • आप अमेरिका पढ़ने कैसे चले गए?
  • आपने अपना लक्ष्य शुरू से अमेरिका में पढ़ने का रखा था ?
  • क्या हम गावँ से भी अमेरिका के प्रसिद्ध विश्विद्यालय में पढ़ सकते हैं ?
  • क्या हम सबको ये नई योजना, tuffs यूनिवर्सिटी वाला, का लाभ मिल सकता है जो 2.5cr रुपए की छात्रवृति दे रहा है?
  • हम आपसे लगातार कैसे जुड़े रह सकते हैं ?
  • आपसे मुलाकात का अवसर फिर कब मिलेगा ?
  • आप जब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिले तो कैसा लगा ?
  • क्या पूछे क्या सीखे ? इत्यादि ।

#DinnerWithSagar
वैसे इस दिन को बच्चों और समाज के दिल में उतरने के लिए ग्रामवासी ने एक शानदार पहल भी की है । ये जबर्दस्त पहल केवल बच्चों के दिल को ही नहीं छुएगी बल्कि उनके मस्तिष्क पे एक सकारात्मक छाप छोड़ेगी जो उम्र भर प्रेरणा स्रोत के रूप में उनके सामने आता रहेगा, ऐसा पंचायतवासियों का मानना है । आसपास के लगभग 10 से 15 स्कूल से एक – एक मेधावी बच्चे का प्रधानाध्यापक द्वारा चयन किया जाएगा जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश – प्रदेश का नाम रोशन करने वाले श्री शरद सागर के साथ रात्रिभोज का स्वर्णिम अवसर मिलेगा ।

रात्रि भोजन की व्यवस्था राजकीय मध्य विद्यालय भीड़हा के प्रतिष्ठित रिटायर शिक्षक, दाथ निवासी श्री बद्री नारायण झा के घर पर की गयी है ।

उम्मीद हैे ऐसी अनोखी और हिम्मत भरी पहल शरद सागर जैसे और भी युवा करेंगे। गाँव के बच्चों को मार्गदर्शित करेंगे, उत्साहित करेंगे और विश्वास भरेंगे कि गांव में रहकर भी आसमान की बुलंदियों को छुआ जा सकता है । एक पैर जमीन पर रख कर भी अपनी बड़ी सोच और कर्म के बल पर चाँद को छुआ जा सकता है ।

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