राजनीति: शराबबंदी को लेकर देशभर में घूम रहें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर मोदी का जोरदार हमला

पटना: पूरे देश में शराबबंदी के प्रचार में घूम रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने जोरदार हमला किया है। 

 

पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि पूरा बिहार अराजकता की चपेट में है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी के देशव्यापी अभियान में जुटे हुए हैं। सूबे के सवा तीन लाख पंचायत शिक्षकों के साथ ही 10 विश्वविद्यालयों के हजारों शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी पिछले चार महीने से वेतन का इंतजार रहे है।

 

मोदी ने कहा कि लाखों पंचायत शिक्षकों को होली के बाद से वेतन नहीं मिल पाया है। विश्वविद्यालयों से लेकर प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक भी पिछले चार महीने से वेतन से वंचित हैं। यदि सरकार शिक्षकों को हर महीने वेतन देने में सक्षम नहीं है तो उसे घोषणा कर देनी चाहिए कि वह एक पर्व के बाद दूसरे पर्व पर ही वेतन देगी। वैसे प्रदेश के लाखों शिक्षकों को ईद के मौके पर भी वेतन मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। टॉपर घोटाला शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त अराजकता की महज एक बानगी है।

 

टॉपर घोटाले के साइड इफैक्ट के बाद इंटर और मैट्रिक के 85 हजार छात्रों की पौने दो लाख कॉपियों की स्क्रूटनी बीएसईबी के लिए चुनौती बनी हुई है,वहीं मगध विश्वविद्यालय स्नातक तृतीय वर्ष के छात्र परीक्षा परिणाम में गड़बड़ियों को लेकर वीसी के घेराव के लिए विवश हो रहे हैं तो दूसरी ओर बीपीएससी मुख्य परीक्षा की तिथि बढ़ाने को लेकर सैकड़ों छात्र आत्मदाह की चेतावनी दे रहे हैं। पिछले दो महीने से पटना आर्ट कालेज के छात्र आंदोलनरत हैं मगर नीतीश कुमार इन सबसे बेखबर हैं।

 

मैट्रिक और इंटर के 85 हजार छात्रों ने अपनी 1.72 लाख कॉपियों की जांच के लिए बोर्ड को आवेदन दिया। बार-बार तिथि तय करने के बावजूद जेईई पास करीब साढ़े आठ हजार छात्रों की ही आधी-अधूरी स्क्रूटनी हो पाई है। इससे हजारों छात्रों का भविष्य अधर में है। सरकार के अंतिम समय में नौंवी की परीक्षा लेने से हाथ खड़ा करने से लाखों छात्रों की 10वीं की पढ़ाई तीन महीने तक बर्बाद हो चुकी है।

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