जन-जन की एक ही पुकार, मत बदनाम करो बिहार

पटना: अब बिहार के लोग पहले के तरह बिहार के खिलाफ कुछ भी सुन के चुप नहीं हो जाते बल्कि अब उसको करारा जवाब देते है वह भी सबूत और तथ्य के साथ। 

 

बिहार मेधा घोटाले, रूबी राय और बच्चा राय जैसे चंद नाम को ले और लोगों को आधा सच दिखा कुछ दिनों से मिडिया से लेकर सोशल साईटों पर बिहार के पूरे मेधा को और बिहारी लोगों के काबलियत का सरेआम मजाक उडाया जा रहा है और बिहार के छवि को नुकसान पहुचाया जा रहा है।  एक -दो लो उदाहरण को ले कर बिहार के सभी होनहार और टॉप बिहारी ब्रेन को रुबी राय नमूना बताया जा रहा है।

 

इसी के खिलाफ ‘आपन बिहार’ के नेतृत्व में सोशल साईटों पर बिहार को बदनाम करने वालों के खिलाफ एक जबरदस्त मुहीम चलाया जा रहा है हैशटैग #MatBadnamKaroBiharKo 

 

इस मुहीम के समर्थन में पूरा बिहारी समाज एक जुट हो गया है और फेसबुक,  Whatsapp से लेकर twitter तक यह हैशटैग ट्रेंड कर रहा है।  रोज हजारों की संख्या में लोग इस हैशटैग के साथ इसके समर्थन में पोस्ट व् शेयर कर रहें है चारों तरफ से लोग कह रहें है कि एक मामले को मुद्दा बना बिहार को बदनाम करना गलत है।

 

इस मुहीम के चलने के बाद बिहार को बदनाम करने वालों की आवाज अब कम सुनाई दे रही है और इसका असर भी दिख रहा है।

 

बिहार कैडर के आईपीएस अफसर कमल किशोर ने भी अपने फेसबुक इसके समर्थन में पोस्ट करते हुए कहा “What is wrong cannot and must not be condoned. But, the wrongdoings by a few should not be held against the entire clan,”

 

 तो सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने भी इस मुहीम का समर्थन करते हुए कहा कि “I am supporting the campaign because the world needs to know that Bihari mind is a powerhouse and Biharis have reached places through sheer talent and hard work,” said the maths teacher who has posed for the campaign with a signboard that says ‘Mat badnam karo Bihar ko’.

 

इस मुहीम में शेयर किये जा रहे कुछ तस्वीर

 

फेसबुक पर लोग इसे अपना प्रोफाईल फोटो लगा रहे है

 

ये आज से नही कई दशको से ट्रेंड चला आ रहा है, बिहार को नीचा दिखाने का।
कोई भी मौका नही चूकते ये बिहारियों को लताड़ने में।
प्लीज़ अब बस भी करो।
‪#‎MatBadnamKaroBiharKo‬

 

बिहार को बदनाम करने वाले आँखों पर एक अलग चश्मा लगा लिए हैं

 

आपन बिहार के इस मुहीम को आनंद कुमार ने भी समर्थन दिया है।

 

 

विश्व प्रसिद्ध अमेरिकी पत्रिका फोर्ब्स ने दुनिया के 30 साल से कम उम्र के 30 सर्वश्रेष्ठ सामाजिक उद्यमियों की सूची निकाली है जिसमें बिहार के शरद सागर को शामिल किया गया है। यह पहला मौका है जब किसी बिहार के निवासी को फोर्ब्स पत्रिका में जगह मिली है।

AapnaBihar: