हिंदी बोलने पर उड़ाया मजाक, तो इस बिहारी ने लिख डाली 10 अंग्रेजी नॉवेल

बिहार के जिले के नक्सल प्रभावित मल्हार के है सत्यपाल चंद्रा। गरीबी, अपराध प्रभावित इस छोटे से गाँव से निकलकर चंद्रा ने वो काम किया है जो बिहार के युवाओं के लिए आदर्श से कम नहीं है.

2011 में सत्यपाल ने 24 साल की उम्र में अपनी पहली नॉवेल लिखी थी ‘The Most Eligible Bachelor’. आतंकवाद, प्यार और युवाओं पर आधारित यह पहली नॉवेल ही ‘बेस्टसेलिंग’ बन गई. उसके बाद उन्होंने एक पर एक 9 किताबें लिख डाली. 2012 में उन्होंने 6 नॉवेल लिखी. सत्या अपनी किताबों में धर्म, साम्प्रदायिकता, आतंकवाद, युवा सोच, क्राइम, ड्रामा के साथ ही प्यार और रोमांस का बेहतरीन तालमेल करते है. हाल में ही उनकी 10वीं नॉवेल ‘When Heaven Falls Down’ रिलीज़ हुई है.

सत्या ने अपनी स्कूली पढाई झारखण्ड से करने के बाद, गया के अनुग्रह नारायण कॉलेज से इंटर किया. इसके बाद वह हर बिहारी की तरह IAS बनने की सपना लिए दिल्ली चले गए जहां सत्या ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. उन्होंने दिल्ली में एक प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी भी की लेकिन सत्या को लिखने में रुची थी।

हिंदी माध्यम से अपनी पढ़ाई करने वाले सत्या ने एक न्यूज़पेपर से बात करते हुए बताया कि एक बार जब वो दिल्ली में किसी रेस्टोरेंट में बैठे थे तो वहाँ के वेटर ने हिंदी में आर्डर देने वालों का मजाक उड़ाया. तभी उन्होंने ठान लिया कि उन्हें भी इंग्लिश जाननी चाहिए और फिर उन्होंने 6 महीने मेहनत करके ये भाषा सीखी.

बिहार के अंदरूनी और बेहद पिछड़े इलाके से आने वाले चंद्रा ने करप्शन, जातिवाद, अपराध के साथ साथ बेरोजगारी और गरीबी को भी काफी नजदीक से देखा है. यही वजह है कि उनकी किताबों में युवा सोच, सपनों और रोमांस के साथ साथ देश-समाज के ये घिनौने सच भी साथ साथ चलते हैं.

सत्या की नई नॉवेल ‘When Heaven Falls Down’ साम्प्रदायिकता, लव जिहाद, मेडिकल प्रोफेशन में करप्शन जैसे मुद्दों पर लिखी गयी है. इस किताब के एक भाग पर आपत्ति जताते हुए मुस्लिम संगठनों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी है. गया में उनके घर पर पत्थर फेंके गए और जगह जगह धमकी भरे पोस्टर भी लगाए गए.

 

इन सबसे बेपरवाह सत्यपाल कहते हैं कि, ‘बिहार अभी तक बदला नहीं है. अपराध, करप्शन के साथ लोगों की मानसिकता, सब अपनी जगह वहीँ हैं.’ मानवता को ही अपना धर्म मानने वाले सत्या सभी धर्मों का आदर करते हैं. कई मानवाधिकार संगठनों के सदस्य और एक मोटीवेशनल स्पीकर के रूप में जाने जानेवाले चंद्रा राइटिंग के साथ अब फिल्मों में भी गाने और स्क्रिप्ट लिखने जा रहे हैं.

सत्या

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