इस बार के गणतंत्र दिवस में नहीं दिखेगी बिहार की झांकी, केंद्र सरकार ने खारिज किया प्रस्ताव

राजपथ पर गणतंत्र दिवस के परेड में हर साल अपनी अनोखी झांकी से सबका ध्यान खीचने वाले बिहार राज्य की झांकी इसबार नहीं दिखेगी| गणतंत्र दिवस परेड में ‘जल जीवन हरियाली मिशन’ पर आधारित बिहार सरकार की झांकी के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया है। दिल्ली स्थित बिहार सूचना केंद्र के सूत्रों ने बिहार की झांकी के प्रस्ताव के खारिज होने की पुष्टि की।

दरअसल, बिहार की ओर से इस बार प्रस्ताव दिया गया था कि वह जल-जीवन-हरियाली अभियान को केंद्र में रख अपनी झांकी तैयार करेगा| गणतंत्र दिवस परेड में किस राज्य की झांकी को अनुमति मिलेगी, इसे तय करने के लिए रक्षा मंत्रालय के अधीन एक कमेटी है| कमेटी के स्तर पर झांकी के विषय को मंजूरी मिलती है. रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्यरत कमेटी ने जल-जीवन-हरियाली अभियान को केंद्र के जलशक्ति मंत्रालय का विषय बता दिया| यह भी कहा कि यह विषय राज्य सरकार का नहीं हो सकता है|

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में हरित क्षेत्र और भूजल स्तर को बढ़ावा देने के लिए अक्टूबर 2019 में ‘जल-जीवन-हरियाली मिशन’ की शुरुआत की थी। बिहार ने इसी थीम पर आधारित झांकी का प्रस्ताव दिया था। विपक्षी राजद ने झांकी का प्रस्ताव खारिज होने पर केंद्र की राजग सरकार पर निशाना साधते हुए उस पर बिहार के लोगों का अपमान करने का आरोप लगाया।

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ये है झांकी तय करने की प्रक्रिया

26 जनवरी की परेड में झांकी शामिल करने की एक तय प्रक्रिया है| जिसके अनुसार रक्षा मंत्रालय देश के सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय मंत्रालयों या विभागों से प्रस्ताव आमंत्रित करता है| इनके प्रस्ताव मिलने के बाद एक कमेटी इनकी स्क्रीनिंग करती है| इस कमेटी में कला, संस्कृति, पेंटिंग, संगीत जैसे क्षेत्रों से जुड़े लोग होते हैं|

सूत्रों के अनुसार, गणतंत्र दिवस 2020 के लिए कुल राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और मंत्रालयों के कुल 56 प्रस्ताव मिले थे| इनमें 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के थे, वहीं 24 मंत्रालयों और विभागों से थे. पांच मीटिंग के बाद 56 में से कमेटी ने 22 प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दी|

ज्ञात हो कि बिहार के अलावा महाराष्ट्र और पच्छिम बंगाल के झांकी को ख़ारिज कर दिया गया है| मराठी रंगमंच के 175 साल पूरे होने के अवसर की थीम पर ही झांकी बनाई गई थी। इसे लेकर शिवसेना और राकांपा ने केंद्र सरकार पर निशाने पर लेते हुए पक्षपात का आरोप लगाया है। बता दें कि पश्चिम बंगाल की झांकी को भी परेड में शामिल नहीं किया गया है जिसे लेकर तृणमूल कांग्रेस भाजपा और केंद्र सरकार पर हमलावर है।

शिवसेना के सांसद संजय राउत ने केंद्र सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए हमला बोला है। राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की झांकी हमेशा से देश का आकर्षण रही है। अगर कांग्रेस के कार्यकाल में ऐसा हुआ होता तो महाराष्ट्र भाजपा हमलावर हो जाती।

 

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