बिहार के मुज्जफरपुर के मोतीपुर प्रखंड के बरियारपुर से हुई टीकू टॉक की शुरुआत

यूनिसेफ, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार और आईएपी बिहार शाखा के तत्वावधान में बिहार के मुज्जफरपुर के मोतीपुर प्रखंड के बरियारपुर से हुई टीकू टॉक की शुरुआत।

30 नवम्बर, 2018 को एसएनसीयू और नियमित टीकाकरण के बारे में जन जागरूकता को बढाने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार, यूनिसेफ  और आईएपी बिहार शाखा के द्वारा टीकू टॉक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. 


कार्यक्रम का आयोजन मोतीपुर प्रखंड के बरियारपुर और बरुराज में किया गया कार्यक्रम का उद्घाटन मुजफ्फरपुर के जिलापदाधिकारी मो. सोहैल ने किया. इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आरपी सिंह, डॉ सुधीर कुमार, विश्व स्वास्थ्य  संगठन के डॉ आनंद गौतम, एसएमसी भूषण कुमार के साथ ही आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और ए एन एम भी उपस्थित रहे.

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मो. सोहैल ने कहा कि मुजफ्फरपुर में ग्राम स्वराज अभियान के तहत विशेष  टीकाकरण कराया जा रहा है। यह बहुत ही जरुरी है की बच्चों को सारे टीके सही समय पर लगे. मुजफ्फरपुर में अभी टीकाकरण का प्रतिशत 89% है। हमारा लक्ष्य इसे 100 फीसदी पहुचना है . यूनिसेफ के सहयोग की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि  हमें लड़कियो के टीकाकरण पर विशेष जोर देना होगा। आशा है कि इस प्रोग्राम के सहारे सम्पूर्ण टीकाकरण के अंतिम लक्ष्य तक पहुंच पाएंगे। टीकाकरण कम होने के कारण बच्चे बीमार पड़ते है जिसके कारण उनके इलाज में गरीब परिवार और गरीब होते चले जाते है.

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ राजदेव प्रसाद सिंह ने कहा  कि आगामी 15 जनवरी से खसरा रुबेला का टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है जिसमे 9 महीने से लेकर 15 साल तक के सभी बच्चों का टीकाकरण किया जायेगा ये अभियान सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों, मदरसों, और स्वास्थ्य केन्द्रों पर चलाया जायेगा. इसके लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं. अभी तक बिहार सरकार 10 टीका मुफ्त दे रही है। 11 वां टीका रूबेला का होगा जो मुफ्त होगा।

इंडियन एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिक्स, बिहार शाखा के उपाध्यक्ष डॉ. एन के अग्रवाल ने  टीकाकरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण टीकाकरण सभी बच्चों के लिए जरूरी है। प्राइवेट से अच्छे टीके सरकारी अस्पतालों में लगाये जाते और साथ ही वो मुफ्त में दिए जाते है । टीके से कोई समस्या नहीं होती है बस अफवाह होती है। इसके साथ उन्होंने बच्चों की मां से अपील किया कि मां का दूध ही सर्वोत्तम दूध होता है वही बच्चों को पिलाएं ।

कार्यक्रम के दौरान प्रख्यात जादूगर एंजल ने टीकाकरण और एसएनसीयू पर आधारित जादू के खेल दिखाए। इसके अलावा उन्होनें सभी 10 बीमारियों  पोलियों, टीबी, डिप्थीरिया, काली खांसी, टेटनस, खसरा, जेई, हिब औैर हेपेटाइटीस बी के बारे में अलग- अलग जादूई खेलों के माध्यम से लोगों को समझाया। साथ ही नवजात बच्चों के लिए मुफ्त में उपलब्ध विषेष नवजात देखभाल ईकाई (एसएनसीयू ) के बारे में जादू भी दिखाएं और लोगों को, गंभीर रूप से बीमार नवजात बच्च्यिं को बिना किसी देर के एसएनसीयू ले जाने की सलाह दी।

कार्यक्रम के दौरान नवजात लड़कियों के एसएनसीयू में दाखिले को बढाने के लिए कार्यक्रम और इससे जुड़े विषयों पर विशेषज्ञों के द्वारा परिचर्चा और खेल की गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लोगों ने टीकाकरण के बारे में स्वयं समझ कर अन्य लोगों को जागरूक करने की शपथ ली. दोनों कार्यक्रमों में लगभग 800 लोग उपस्थित रहे. इसी कड़ी में कल इस टीकू कार्यक्रम का आयोजन  गायघाट प्रखंड के  कांटा पिरौछा और कटरा प्रखंड के जजुआरा में किया जायेगा.

टीकू टॉक, नियमित टीकाकरण पर आधारित एक एडवोकेसी और लोगो को जागरूक करने के लिए के लिए एक गतिविधि है। राज्य स्वास्थ्य समिति, यूनिसेफ और आईएपी बिहार शाखा के द्वारा आयोजित होने वाले इस पहल का मुख्य उददेश्य लोगों को इस पहल के साथ जोड़ कर परिचर्चा, क्विज और जादू शो के माध्यम से नियमित टीकाकरण के बारे में उनकी जागरूकता को बढ़ाना और लोगों को इस बात के लिए भी प्रेरित करना है वो दूसरों में भी टीकाकरण के बारे में जागरूकता फैलाये ताकि पूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके.

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