दीपक कुमार बने बिहार के नए मुख्य सचिव, जानिए इनकी खूबी

बिहार के वर्तमान मुख्य सचिव अंजनी कुमार 31 मई को रिटायर हो रहे हैं| उनके जगह बिहार के नए मुख्य सचिव के नाम की घोषणा हो गयी है| भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1984 बैच के अधिकारी दीपक कुमार को आज बिहार का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया| सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) की तरफ से जारी एक अधिसूचना में कहा गया कि कुमार 31 मई , 2018 से अपना कार्यभार संभालेंगे. दीपक कुमार को कुछ ही हफ्तों पहले विकास आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया था|

गौरतलब है कि अंजनी कुमार सिंह को राज्य सरकार की ओर से 3 महीने का सेवा विस्तार दिया गया था। अंजनी सिंह रिटायर होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सलाहकार के रूप में काम करेंगे।

दीपक कुमार के प्रमोशन के बाद अब 1985 बैच के आईएएस अधिकारी शशि शेखर शर्मा को राज्य का नया विकास आयुक्त बनाया गया है| अधिसूचना के मुताबिक, शर्मा की नियुक्ति भी 31 मई से प्रभावी होगी| उसमें कहा गया कि शर्मा वर्तमान में बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) के महानिदेशक के तौर पर अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं, जो उनके पास बना रहेगा|

अधिसूचना के मुताबिक, 1985 बैच के आईएएस अधिकारी त्रिपुरारी शरण को पर्यावरण एवं वन मंत्रालय का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है| जीएएडी ने नौ अन्य आईएएस अधिकारियों की नियुक्तियां और स्थानांतरण के बारे में अधिसूचना जारी की है|

बिहार के नए मुख्य सचिव की ये है खूबी

मीडिया में चल रहे ख़बरों के अनुसार नए मुख्य सचिव के रूप में अधिसूचित दीपक कुमार की यूएसपी यह है कि फाइल उनकी टेबल पर ज्यादा देर नहीं रहती। फाइल मिली तो जितनी जल्दी हो सके उसे निपटाया जाए इस सोच के साथ काम करने की आदत है उन्हें।

मुख्य सचिव के रूप में अधिसूचित होने के बाद उनसे जब औपचारिक बात की गई और उनकी प्राथमिकताओं के बारे में पूछा गया तो थोड़े संकोच से उन्होंने कहा कि अभी इस पर क्या बात करें, वैसे काम की गति और तीव्र हो यही मेरी प्राथमिकता है।

दीपक कुमार से जब यह पूछा गया कि चुनावी साल में आप मुख्य सचिव बनाए गए हैं। ऐसे में काम की गति और उसके स्वरूप का विशेष महत्व है, आप क्या सोचते हैैं? इस पर बिल्कुल सहज भाव से नए मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार ने जो लक्ष्य तय किए हुए हैैं उसे ही आगे बढ़ाना है। यह काम हो भी रहा है। रिव्यू के आंकड़े सामने हैं।

बाढ़ के एसडीओ के रूप में शुरू की थी नौकरी

दीपक कुमार ने पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल से बतौर एसडीओ 1986 में अपनी नौकरी आरंभ की थी। इसके बाद वह कई जिलों में भी रहे। स्वास्थ्य विभाग के सचिव के रूप में उनका कार्यकाल खूब याद किया जाता है। जिस वक्त दीपक कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के सचिव का कामकाज संभाला था उस वक्त मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं के सिस्टम को रिवाइव करने का जिम्मा उन्हें सौंपा था। उस पर काफी काम हुआ।

सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है

नए मुख्य सचिव के रूप में अधिसूूचित दीपक कुमार ने सिविल इंजीनियरिंग की हुई है। इसके अतिरिक्त उन्होंने सिस्टम एनालासिस में एमएससी किया है। शिवहर के कमरौली गांव के रहने वाले दीपक अपने परिवार से इकलौते आइएएस अधिकारी हैैं।  वह 29 फरवरी 2020 को रिटायर होंगे।

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