पुल टूटने के बाद भी पढ़ने का ऐसा जज्बा कि गंगा की उफनती लहरों से भी नही लगा डर

इन बच्चों के जब्बे को सलाम।

घर से स्कूल तक जाने वाली पुल टूट गई, गंगा नदी है पूरे उफान पर फिर भी बच्चे नाव पर चढ़ पहुंच रहे हैं स्कूल…

भागलपुर के नाथनगर से चार पंचायतों बैरिया, गोसांईदासपुर, रत्नूचक और राघोपुर को जोड़ने वाला श्रीरामपुर चचेरी पुल गंगा के जलस्तर बढ़ने के साथ ही नदी में समा गया। नदी पार करना मुश्किल हो गया। न कोई स्कूल जा पारहा था नही बाजार, प्रशासन की सहायता नहीं मिली। आखिरकार ग्रामीणों ने निजी नाव से आवाजाही शुरू की।

ग्रामीणों के साथ-साथ छात्रों की परेशानी भी बढ़ गई। चचरी पुल से मध्य विधालय श्रीरामपुर पहुंचना मुश्किल हो गया। बुधवार को बच्चों ने नाव से नदी पार किया। नाव नदी किनारे पहुंची तो मिट्टी में फंस गई।

ऐसे में बच्चों ने ही नाव की रस्सी खींची और किनारे लगाया। अब उनका रोज स्कूल जाना भी कठिन हो गया। ऐसे में स्कूल आने-जाने वाले नौनिहालों के हाथ नाव की डोर है।

यदी प्रशासन ने जल्दी ही सरकारी व्यवस्था नहीं की तो ग्रामीणों को 15 किलोमीटर दूर घूमकर गोसांईदासपुर के रास्ते जाना होगा।

 

 

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