शहाबुद्दीन से रिश्ते को लेकर पूरी तरह बेनकाब हुए लालू, बिहार में आया सियासी तूफान

भारतीय मीडिया के जाने-माने और टाइम्स नाऊ (Times Now) के पूर्व एडिटर इन चीफ अरनब गोस्वामी का टीवी चैनल रिपब्लिक टीवी शनिवार (6 मार्च) को लॉन्च हो गया। अरनब गोस्वामी ने पहले दिन पहले शो में देश के जाने-माने राजनेता और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेकर खुलासा किया। अरनब ने अपने शो में लालू यादव और माफिया डॉन मोहम्मद शहाबुद्दीन (आरजेडी के पूर्व सांसद) के बीच रिश्तों का खुलासा किया। रिपब्लिक द्वारा जारी किए गए टेप्स में खुलासा किया गया है कि लालू प्रसाद यादव फोन पर शहाबुद्दीन के साथ बात कर रहे हैं, जिसमें दोनों के बीच अप्रैल 2016 में हुए दंगों को लेकर चर्चा हुई।

इस बात का खुलासा होने पर बिहार में राजनीतिक तूफान आ गया है साथ ही बिहार के सुशासन और राज्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किए जा रहे हैं। इसके साथ ही उनसे पूछा जा रहा है कि क्या वह यह सब सामने आने के बाद आरजेडी से गठबंधन खत्म करेंगे।

सुशील मोदी ने तो ट्वीट कर बिहार सरकार से एडवायजरी जारी करने की मांग की है. सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि शहाबुद्दीन को लालू ने बचाने की कोशिश की और इस मामले में नीतीश सबकुछ जानते हुए भी चुप क्यों रहे? टीवी रिपोर्ट में यह दिखाया गया है कि शहाबुद्दीन लालू से फोन पर बात करते हैं और सीवान के तत्कालीन एसपी के बारे में लालू को कुछ निर्देश देते हैं.

जीतन राम मांझी ने बोला हमला

वहीं, मामला सामने आने के बाद हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा है कि इससे साफ साबित हो गया है कि बिहार में सरकार पूरी तरह माफियाओं के संरक्षण में चल रही है. मांझी ने केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. मामले पर मीडिया से बातचीत में राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने कहा है कि शहाबुद्दीन का लालू से बातचीत करना तो गलत है, लेकिन हमलोग शहाबुद्दीन को पार्टी से बाहर नहीं करेंगे. वह हमारी पार्टी में हैं और पार्टी में बने रहेंगे. वहीं जदयू नेता ने कहा कि इस मामले में अभी सच्चाई सामने आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. अभी इस बारे में कुछ कहना ठीक नहीं है.

कांग्रेस ने बयान देने से किया इनकार

न्यूज चैनल के खुलासे के बाद कांग्रेस के प्रवक्ता भी कुछ कहने से बच रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कई संवाददाताओं ने उनसे संपर्क किया लेकिन उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है. वहीं सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन ने नीतीश सरकार से गुहार लगायी है कि सरकार इस मामले की पूरी जानकारी हासिल करे और इसकी जांच कराए.

क्या हुई बात ? 

इस ऑडियों में दावा किया गया है कि एक आवाज लालू प्रसाद यादव और दूसरी शाहबुद्दीन की है। ऑडियो में शाहबुद्दीन लालू प्रसाद यादव को सीवान के एसपी को हटाने की बात कर रहा है। ऑडियो में शाहबुद्दीन को ‘आपका एसपी खत्म है’ कहते सुना जा सकता है। टैनल के द्वारा पेश किए गए इस ऑडियो में शाहबुद्दीन कह रहा है कि रामनवमी के दिन सीवान में पुलिस तैनात नहीं होनी चाहिए थी।

यहां तक की वह दंगे होने की बात कहकर लालू को चेतावनी देने की भी कोशिश करता है। शाहबुद्दीन लालू को बताता है कि सीवान के आसपास रामनवमी के दिन पत्थरबाजी और गोलियां चली हैं। शहाबुद्दीन की इस बात को लालू ध्यान से सुन रहे हैं।

इस ऑडियो टेप के आते ही बिहार की राजनीति सुर्खियों में आ गई है। इस ऑडियो के सामेन आते ही बीजेपी ने लालू के ऊपर हमला करना शुरू कर दिया है।भाजपा के नेता सुशील मोदी ने ट्वीट किया है कि टीवी चैनल ने लालू का पर्दाफाश कर दिया है। भाजपा नेता ने कहा है कि इस मामले में केंद्र सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लालू पर तुरत कार्रवाई करनी चाहिए।

वहीं, चैनल के पत्रकार अर्नब गोस्वामी ने इस बात का भी खुलासा किया है कि लालू यादव को पता चल गया था कि वह उनपर स्टोरी करने वाले हैं इसलिए लालू की तरफ से स्टोरी को रुकवाने के लिए उन्हें 37 से ज्यादा बार फोन किया गया था।

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