बिहार की यह अनाथ बेटी अब अमेरिकन घर की लक्ष्मी बनेगी

नालंदा: अमेरिका की एक दंपती ने दो वर्षीय एक अनाथ बिहारी बच्ची सरस्वती कुमारी को गोद लिया है। 

नालंदा के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मदर टेरेसा अनाथ सेवा आश्रम से सरस्वती को अमेरिकी दंपती बेसली मोन मैथ्यू व मिन्नी सिली अन्न मैथ्यू ने गुरुवार को गोद लिया. सरस्वती सात माह की थी तब इस अनाथ आश्रम में आयी थी. बाल कल्याण समिति गया के द्वारा भेजी गयी. यह अबोध यहां रह कर पल और बढ़ रही थी.

 

गुरूवार को पुलिस कप्तान कुमार आशीष ने अनाच् बच्ची को अमेरिकी दंपती वेसली मोन मैथ्यू एवं उनकी पत्नी मिन्नी सीली अन्न मैथ्यू को सारी कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सौंप दिया। इस अवसर पर एसपी ने कहा कि सरस्वती आज के बाद भारतीय से अमेरिकन हो गई है। वे उसके सुखमय जीवन की कामना करते हैं। उन्होंने अनाथ आश्रम की प्रशंसा करते हुए कहा की यहां की कर्मियों की जितना भी प्रशंसा की जाए कम होगी। उन्होंने कहा कि अनाथ और लावारिश्च् बच्चों की देख भाल करना सबसे बड़ा पुण्य का काम है।

 

सरस्वती के नये पिता अमेरिका में कम्प्यूटर इंजीनियर है। पत्नी नर्स हैं। आश्रम के अध्यक्ष अमित कुमार पासवान ने कहा कि यह बिहार की नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए सौभाग्य की बात है कि नि:संतान माता-पिता इस संस्थान के माध्यम सच् बच्चों एवंच्बच्चियों को गोद लेकर पुत्र एवं पुत्रियों की कमी को दूर कर रहे हैं।

यह बच्ची बाल कल्याण समिति गया से आयी थी। इस संस्था से विदेश जाने वाली यह छठ बच्ची है।

यह बहुत सराहनीय काम है जिसका स्वागत होना चाहिए।  यह इंसानियत की मिशाल है।  यह संस्था द्वारा भी जो काम किया जा रहा, उसकी जितनी भी तारिफ किया जाए कम है।  इनके प्रयासों से अनाथों को भी माता-पिता का प्यार मिलेगा और उनको अच्छी परिवरीस मिलेगी।

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